मित्रो गूगल सर्च रिजल्ट में अच्छी रैंक प्राप्त करने के लिए SEO friendly content बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन SEO friendly articles लिखना एक आसान काम नहीं है। एक मजबूत SEO content लिखने के लिए बहुत सारी सोच और technique की आवश्यकता होती है। यहां मैं आपको बताऊंगा SEO Friendly Blog Post कैसे लिखें। SEO आपकी पूरी वेबसाइट को ऑप्टिमाइज़ करने और वेबसाइट रैंकिंग में सुधार करने में मदद करता है। लेकिन Right SEO techniques बहुत जरूरी है। SEO Friendly Blog Post लिखने का मुख्य उद्देश्य है – Blog Post को सर्च इंजन के अनुसार ऑप्टिमाइज़ करना है ताकि सर्च इंजन आसानी से आपकी कंटेंट को समझ सकें।
एसईओ फ्रेंडली ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखें
मित्रो एक अच्छी SEO friendly content आपके ब्लॉग की सर्च इंजन रैंकिंग को बहुत प्रभावित करती है और आपकी कंटेंट को गूगल के पहले पेज पर ले जा सकती है। SEO friendly article लिखने के लिए कौन कौन से factors की आवश्यकता पड़ती है। एसईओ फ्रेंडली ब्लॉग पोस्ट लिखने से पहले आप अल्गोरिथम क्या है और कैसे कार्य करता है ? इसको समझना जरुरी होता है।
01-कीवर्ड रिसर्च करें
कीवर्ड रिसर्च बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि कीवर्ड रिसर्च एसईओ की नींव (foundation) है।कीवर्ड रिसर्च के बिना, आप अपनी कंटेंट को एसईओ फ्रेंडली नहीं बना सकते हैं। यदि आप एसईओ आर्टिकल लिखने दौरान कीवर्ड रिसर्च नहीं करते हैं, तो आपकी कंटेंट पूरी तरह बेकार है और आप अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। ऐसी कंटेंट सर्च इंजन में अच्छी रैंक प्राप्त नहीं कर सकती है। Engaging और एसईओ फ्रेंडली आर्टिकल लिखने के लिए कीवर्ड रिसर्च बहुत महत्वपूर्ण है। अपनी कंटेंट के लिए low competition और high monthly search के साथ रिलेटेड कीवर्ड को सेलेक्ट करें। यदि आप कीवर्ड रिसर्च के बारे में नहीं जानते है तो आप इसके लिए इस आर्टिकल को पढ़े - ब्लॉगर कीवर्ड रिसर्च क्या है आप इसकी सहायता से अपने ब्लॉग के अच्छा कीवर्ड रिसर्च कर सकते है।
नोट - परन्तु गूगल ने अब एक बाद स्पष्ट कर दिया है कि ब्लॉग पोस्ट को नार्मल लिखे जो की विजिटर के अनुरूप हो। गूगल ने कीवर्ड रिसर्च को अब प्राथमिकता नहीं देता। क्योकि कीवर्ड रिसर्च की वजह से अक्सर ब्लॉग आर्टिकल गूगल गाइड के विपरीत प्रदर्शन करने लगता है। जिसके वजह से गूगल अब कीवर्ड रिसर्च को प्राथमिकता देना बंद कर दिया। यह ध्यान रहे कि आप हमेशा नार्मल आर्टिकल लिखने का प्रयास करे जो गूगल के गाइड के अनुरूप एवं विजिटर के भी अनुरूप हो।
कीवर्ड रिसर्च के क्या क्या फायदे है:
कीवर्ड रिसर्च के बहुत सारे फायदे है। ब्लॉग ट्रैफिक बढ़ाने और सर्च इंजन में अच्छी रैंक प्राप्त करने के लिए यह बहुत जरूरी है।
- कीवर्ड रिसर्च आपके ब्लॉग को जल्दी पॉपुलैरिटी प्राप्त करने में मदद करता है।
- यदि आप keyword research करके अपनी आर्टिकल लिखते है, तो आपकी साइट टारगेट visitors प्राप्त कर पायेगी।
- आपकी वेबसाइट रैंकिंग और ट्रैफिक को बढ़ाने में मदद करता है।
- कीवर्ड रिसर्च से आपको अपने ब्लॉग के लिए कंटेंट लिखने का Idea (टॉपिक) मिलता है।
- कीवर्ड रिसर्च से आपको कीवर्ड पर competition और search volume का पता चलता है।
- कीवर्ड रिसर्च करके आप अपनी ब्लॉग के important keywords को रैंक करा सकते है।
- जितने आपके पोस्ट सर्च इंजन में रैंक होंगे आपकी domain authority बढ़ेगी। साथ ही आपके साईट पर backlinks की संख्या भी बढ़ेगी।
ब्लॉगर पोस्ट पर SEO Friendly Optimize ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखे
मित्रो आप सबसे पहले आपको अपने ब्लॉगर ब्लॉग का ब्लॉग पोस्ट एडिटर ओपन करे। अब नीचे मैंने इसके बारे में पूरी जानकारी दी है की कैसे आपको एक SEO Optimize ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखे।
02- ब्लॉग पोस्ट टाइटल टैग -
ब्लॉग पोस्ट टाइटल- मित्रो इसमें भी ब्लॉग पोस्ट लिखते है उसका एक बढ़िया सा पोस्ट टाइटल आवश्यक है। ब्लॉग पोस्ट टाइटल लिखते समय हमें क्या सावधानी रखना चाहिए इसे आप निम्न दिए गए स्टेप माध्यम से आसानी के साथ समझ सकते है। यदि आप अपने ब्लॉग पोस्ट के टाइटल को यह जानना चाहते है कि आपकी पोस्ट टाइटल H1 header tag है या नहीं। तो आप लिए इस आर्टिकल को पढ़े - ब्लाग Post Title में H1 header tag है, कैसे जाने ?
- पोस्ट टाइटल शार्ट हो या लॉन्ग परन्तु आप उसमे केवल उन्ही शब्दों का इस्तेमाल करे जो आर्टिकल के विषय से रिलेटेड हो।
- कभी भी ऐसा ब्लॉग पोस्ट टाइटल ना लिखे जो पोस्ट से संबंधित ना हो ,. हमेशा इस बात का ध्यान रखे की आपका पोस्ट टाइटल आपके पोस्ट की शार्ट में की पूरी आर्टिकल की ब्याख्या कर सके। जिससे कोई भी विजिटर आपके पोस्ट टाइटल को पढ़ कर इस बात का अंदाजा लगा सके की आपका आर्टिकल किस विषय से सम्बंधित है।
- आर्टिकल लिखते समय इस बात का ध्यान रखे कि पोस्ट टाइटल हमेशा कम से कम 60 या 65 करैक्टर का ही होना चाहिए। क्योकि गूगल गाइड लाइन के अनुसार ब्लॉग में पोस्ट का टाइटल 65 करैक्टर तक ही पोस्ट टाइटल सर्च रिजल्ट में प्रदर्शित होता है। ऐसे में अब आप खुद सोचिये की जब यूसर को सर्च रिजल्ट में हमारी पोस्ट का पूरा टाइटल ही पढने को नहीं मिलेगा तो वह पोस्ट को ही क्यों पढ़ेगा।
- पोस्ट का टाइटल आकर्षक व आंख को पकड़ने वाला होना चाहिए.क्योकि ऐसे टाइटल यूसर पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालते है।
- पोस्ट टाइटल को एक ही Language ( भाषा ) में लिखे क्योकि दो लैंग्वेजेज में लिखा गया पोस्ट टाइटल अजीब सा लगता है। यह गलती मैंने भी कई बार की है जिससे मुझे नुकसान हुआ है। हमेशा जिस भाषा में आपका पोस्ट आर्टिकल है उसकी भाषा में ही आपको पोस्ट का टाइटल लिखना है।
- टाइटल टैग कंटेंट पर सीटीआर बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। यदि आप इसे सही ढंग से ऑप्टिमाइज़ नहीं करते हैं, तो आप अपनी कंटेंट क्षमता को बेहतर बनाने का अवसर खो देते हैं। जब सर्च इंजन आपकी आर्टिकल को क्रॉल करते हैं, तो वे टाइटल टैग देखते हैं। यदि आप इसे सही तरीके से ऑप्टिमाइज़ करते हैं तो आपकी कंटेंट सर्च इंजन में अच्छी रैंक करेगी।
03- नार्मल पोस्ट व H1 to H6 हैडिंग एंड सब हेडिंग्स कैसे लिखे -
Normal Post - इस पर क्लिक करके आपको Heading ( h2),Subheading (h3),Minor heading ( h4) व Normal Text का Option मिलता है। आपको जब भी ब्लॉग पोस्ट लिखना हो तो आप ऐसे में हमेशा Normal Text को ही सेलेक्ट करे। क्योकि आपका ब्लॉग पोस्ट का आर्टिकल. Normal Text में लिखा जाना आवश्यक है। जो की सर्च इंजन के अनुकूल है।
H1 to H6 हैडिंग एंड सब हेडिंग्स- ब्लॉग पोस्ट में आर्टिकल लिखते समय यह हमेशा ध्यान रखना चाहिए की आप सबसे पहले ब्लॉग पोस्ट की हेडिंग लिखे जिसे H1 टैग कहा जाता है। इसके बाद ब्लॉग पोस्ट में आर्टिकल लिखे तो ब्लॉग पोस्ट में H1 to H6 हैडिंग एंड सब हेडिंग्स को ध्यान में रखते हुए ही अपने किसे आर्टिकल को लिखे। यदि आप ब्लॉग पोस्ट लिखते समय H1 to H6 हैडिंग एंड सब हेडिंग्स के बारे में नहीं जानते है तो आप इसके लिए आर्टिकल - H1 to H6 हैडिंग एंड सब हेडिंग्स पोस्ट में कैसे लिखे
ब्लॉग पोस्ट आर्टिकल लिखते समय यह भी ध्यान रखे की आप सर्च इंजन में ब्लॉग टाइटल से पहले पोस्ट टाइटल को प्रदर्शित करावे। यदि आप सर्च इंजन में ब्लॉग टाइटल से पहले पोस्ट टाइटल को प्रदर्शित कराना नहीं है तो आप इसके इस आर्टिकल को पढ़े - सर्च इंजन में ब्लॉग टाइटल से पहले पोस्ट टाइटल को कैसे शो करे ।
इसके अलावा आपको एक Structure में ब्लॉग पोस्ट लिखनी चाहिए जेसे की पहले H1 Heading,उसके बाद H2 Heading इसी प्रकार H3 व H4 Heading का एक क्रम बनाकर इस्तेमाल करना चाहिए.क्योकि इससे पोस्ट को Visitor व Search Engines के Bots आसानी से समझ सकते है. अब आप खुद सोचिये की Heading H1 के बाद H3 Heading और इसके बाद फिर से H2 Heading का इस्तेमाल करने से ब्लॉग पोस्ट की Structure कितनी ख़राब होती है है।
04- आर्टिकल की लम्बाई ( Content Length ) क्या है और कैसे लिखे -
गूगल सर्च रिजल्ट में कंटेंट की लंबाई बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण है। यदि आप अपने ब्लॉग के लिए long-form content लिखते हैं तो आपको पॉजिटिव रिजल्ट मिलेगा। Short-form और thin content की तुलना में Long-form content सर्च इंजन में बेहतर प्रदर्शन करती है।
मित्रो अब हम बात करते है की किसी भी ब्लॉग पोस्ट को SEO ऑप्टिमाइज़ करने के लिए Content कितना लम्बा होना चाहिए,या फिर हम कह सकते है की ब्लॉग पोस्ट में कितने Words Add करने से वह SEO फ्रेंडली बन जायेगा तो ऐसे मैं आपको इस दुविधा से दूर कर देता हूँ। देखिए ऐसा कुछ भी नहीं होता है न तो 500 Words वाली पोस्ट न ही 2000 Words की Post SEO Friendly कहलायेगा।
इसके लिए आपको बस Content को Quality प्रदान करना होता है। यह आप पर निर्भर करता है की आप कितने Words का इस्तेमाल करके यह काम कर सकते है। कभी भी 800 शब्दों में जिस पोस्ट को पूरा लिखा जा सके उसको 1200 शब्दों में नहीं लिखना चाहिए और आप जिस पोस्ट को 2000 शब्दों में लिख सकते है उसको 1000 Words में Short करके लिखने की कोशिश कभी भी भूल कर न करे।
मैं आपको अपना उदाहरण देता हूँ मेरी कई Short Content Blog Post Search Engines में अच्छी पोजीशन पर है। लेकिन कई Long Content वाली पोस्ट को जितनी मुझे उम्मीद थी High Rank हासिल नहीं हुआ है। इस कारण Blog Post में Words को Count करके उसकी Search Engine Optimization के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है,यह मेरा व्यक्तिगत अनुभव है।
लेकिन कई Topics पर Long Content लिखना आसान होता है,जैसे की SEO topic पर,लेकिन कई टॉपिक्स पर कम शब्दों में ही पोस्ट की पूरी जानकारी प्रदान किया जा सकती है। इस कारण आपको अपने ब्लॉग के टॉपिक को देखना होगा जिससे आपको इस बात का अंदाजा हो जायेगा की आपको Post में 800 Words लिखने है या 2000.यह आपकी Research पर भी निर्भर करता है की आप कितनी Long Post लिख सकते है।
05-फॉन्ट का आकार कैसे सेट करे -
किसी भी ब्लॉग पोस्ट के आर्टिकल लिखते समय हमें फॉण्ट का आकार व प्रकार का भी ध्यान रखना आवश्यक है। आप ब्लॉग पोस्ट के आर्टिकल को लिखते समय लेफ्ट ( left side ) में Bold का आप्शन मिलता है।
आप जब भी ब्लॉग पोस्ट में आर्टिकल लिखे , तो आर्टिकल लिखते समय यह ध्यान दे कि आर्टिकल में जब भी किसी आर्टिकल में एक्सट्रा पोस्ट टाइटल लिखे उसमे आप फॉण्ट साइज़ का ध्यान रखे। आर्टिकल में H1 to H6 हैडिंग एंड सब हेडिंग्स के सेक्शन में फॉन्ट साइज को सबसे बड़ा साइज largest size का चयन करे। इसके बाद उसे Bold पर क्लिक करके बोल्ड कर दे।
06-ब्लॉग पोस्ट में Bold क्या है -
किसी भी ब्लॉग पोस्ट आर्टिकल लिखते समय हमें Bold - नार्मल के साथ में ही आपको लेफ्ट ( left side ) में Bold का आप्शन मिलता है। आपको ब्लॉग पोस्ट में Main Keywords को Bold कर देना चाहिए इसके लिए पहले आप ब्लॉग पोस्ट में जिस Word को Bold करना चाहते है उसको सेलेक्ट करे और बोल्ड पर क्लिक करके bold कर देना है.जिससे वह शब्द दूसरे शब्दों की तुलना में गहरा हो जाता है।
07-संरेखित aligned क्या है -
भी ब्लॉग पोस्ट में आर्टिकल लिखते है तो इसमें संरेखित भूमिका अहम् होता है। संरेखित का तात्पर्य यह है कि आप अपने पोस्ट के आर्टिकल को कैसा दिखाना चाहते है। एक सामान क्रमबद्ध तरीके से जो की विजिटर को समझ में आ सके या कोई अन्य तरीके।
ब्लॉग पोस्ट के आर्टिकल लिखने से पहले आप दिए गए इमेज के अनुसार सबसे पहले सलेक्ट कर ले। इसके बाद ही आप इमेज को लिखना शुरू करे। आप इसका उदाहरण मेरे आर्टिकल में देख सकते कि कसिए क्रमबद्ध तरीके से आर्टिकल लिखा हुआ है। ऐसे आर्टिकल को विजिटर बहुत पसंद करते हैं।
08-ज्यादा विकल्प ( more options) क्या है -
ब्लॉग पोस्ट के आर्टिकल लिखते समय यदि आपको कही किसी विषय पर कई विकल्प एक साथ हो तब इसका उपयोग किया जाता है। नीचे दिए गए इमेज के अनुसार दो प्रकार के विकल्प दिखाए गए है आप इनमे से कोई एक विकल्प का चयन कर सकते है।
09-ब्लॉग पोस्ट की लेबल -
ब्लॉग पोस्ट के लेबल को एड करते समय इस बात का हमेशा ध्यान रखे कि ब्लॉग पोस्ट के अनुसार ही लेबल का चयन करे। जिससे आपका आर्टिकल जिस लेबल से सम्बंधित हो उस लेबल में आसानी के साथ प्रदर्शन कर सके। भी कोई विजिटर आपके ब्लॉग पर विजिट करता है आपके आर्टिकल पढ़ने के लिए तो वह आपके लेबल को भी एक बार जरूर देखता है। कि आपके ब्लॉग में किस-किस विषय से सम्बंधित आर्टिकल लिखे गए है। और यदि आपने लेबल के अनुरूप अपने ब्लॉग पोस्ट का आर्टिकल नहीं सलेक्ट किया है तो ऐसे में विजिटर को मनपसंद लेबल के आर्टिकल को पढ़ने में समस्या होगा। जिससे विजिटर आपके ब्लॉग पर विजिट करना छोड़ सकता है। इस लिए हमेशा एक सही लेबल का चुनाव करे। यदि आप अपने ब्लॉग लेबल क्रिएट करना नहीं जानते है तो आपको इसके लिए परेशान होने की जरुरत नहीं। आप इसके लिए पढ़े इस आर्टिकल को - ब्लागस्पाट ब्लॉग में पोस्ट कैटेगरी के लिए लेबल कैसे बनाये ?
10- एसईओ फ्रेंडली URL क्रिएट करें-
जब हम कोई नया ब्लाग पोस्ट लिखते तो हमे उस पोस्ट की लिंक बनाना होता है ,यानि की हमे ब्लाग पोस्ट का लिंक बनाना होता है और वह पोस्ट की लिंक ही पर्मालिंक कहलाता है। ब्लागस्पोट ब्लाग में आप दो तरह के पर्मालिंक लिंक को हम सेट कर सकते है,आटोमेटिक पर्मालिंक और कस्टम पर्मालिंक। ब्लॉग पोस्ट के लिए एसईओ फ्रेंडली आर्टिकल लिखते समय हमेशा इंग्लिश में ही शब्दों प्रयोग करे। क्योकि हिंदी में लिखने से डाटा स्ट्रक्चर खराब हो जाता है। दूसरी बात गूगल एवं सर्च इंजन हमेशा इंग्लिश में लिखे गए कस्टम पर्मालिंक को ही प्राथमिकता देता है। जब आप हिंदी में कस्टम पर्मालिंक लिंक क्रिएट करते है तो ब्लॉग पोस्ट ओपन करते समय आपके पोस्ट का URL बहुत बड़ा हो जाता है। और विजिटर को आपके क्रिएट किये गए कस्टम पर्मालिंक लिंक समझ भी नहीं पाता। यदि आप ब्लॉग पोस्ट लिखते समय आटोमेटिक पर्मालिंक और कस्टम पर्मालिंक बारे में नहीं जानते है तो आप इसके लिए इस आर्टिकल को पढ़े - ब्लॉगर ब्लॉग में पर्मालिंक क्या है,कस्टम पर्मालिंक कैसे बनाये
ब्लॉग पोस्ट लिखते समय ब्लॉग पोस्ट को एसईओ फ्रेंडली URL क्रिएट करने लिए आपको पोस्ट स्लग एवं पर्मालिंक क्या होता है इसके बारे में भी जानना आवश्यक है। यदि आप इसे नहीं जानते है इसके लिए इस आर्टिकल को पढ़े -पोस्ट स्लग एवं पर्मालिंक क्या होता है
हमेशा अपने ब्लॉग पोस्ट के लिए एसईओ फ्रेंडली और शार्ट URLs का उपयोग करें। ताकि सर्च इंजन आसानी से आपके पेज टॉपिक को समझ सकें।
11-सर्च डिस्क्रप्शन (Search Description)ऑप्टिमाइज़ करें
आपके द्वारा क्रिएट किये गए पोस्ट टाइटल विज़िटर के इंटरेस्ट को आकर्षित करता है और Meta description आपकी आर्टिकल का एक संक्षिप्त अवलोकन है। जिससे विजिटर को आपकी आर्टिकल पर क्लिक करने के लिए मजबूर करता है। Meta description भी आपके कंटेंट पर CTR बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आपको सर्च डिस्क्रप्शन लिखने से पहले आपको ब्लॉगर के सेटिंग में जाकर सबसे पहले Search Description एनेबल करना होता है। यदि आपने अभी तक ब्लॉगर में सर्च डिस्क्रप्शन नहीं एनेबल है और आप सर्च डिस्क्रप्शन एनेबल भी करना नहीं जानते है। तो आपको इसके लिए परेशान होने की जरुरत नहीं ,आप इसके लिए इस आर्टिकल को पढ़े - Blogspot के सभी Post Me Search Description Enable कैसे करे ? आर्टिकल की सहायता से आसानी के साथ अपने ब्लॉगर में सर्च डिस्क्रप्शन एनेबल कर सकते है। जिससे आपको ब्लॉग आर्टिकल लिखते समय सर्च डिस्क्रप्शन एड आसानी हो सके।
12- इन्सर्ट इमेज Use media और उसे ऑप्टिमाइज़ करें-
ब्लॉगर पोस्ट इमेज को एड करते समय यह ध्यान रखना चाहिए की आप जो इमेज अपलोड करने जा रहे है। वह ब्लॉग पोस्ट के अनुरूप है ,यानि कि ब्लॉग के लिए इमेज ऑप्टिमाइजेशन है या नहीं । यदि आप ब्लॉग पोस्ट में इमेज को एड करते समय ऑप्टिमाइजेशन करना जानते है तो आप इसके लिए इस आर्टिकल को पढ़े - इमेज ऑप्टिमाइजेशन क्या है और कैसे करे ।
इमेज की फाइल साइज़ जितना ज्यादा होगा आपका पेज लोड होने में उतना ही ज्यादा समय लगेगा। इसी वजह से इमेज को ब्लॉग में अपलोड करने से पहले उसका साइज जरूर कम्प्रेस कर ले। अपने इमेज की फाइल साइज़ 50kb के अंदर रखने की कोशिश करे। मेरे हिसाब से ज्यादा से ज्यादा 80kb के अंदर इमेज का इस्तेमाल करे। आप जितना ही ज्यादा हाई क़्वालिटी के इमेज प्रयोग करेंगे उसका फाइल साइज़ भी उतना ज्यादा होगा। इसके लिए बहुत सारे ऑनलाइन टूल उपलब्ध है आप जिनकी मदद से अपने ब्लॉग पोस्ट के लिए इमेज को ऑप्टिमाइज़ है। जिनकी मदद से आप इमेज की क़्वालिटी को घटाएं बिना भी उसे 80% तक कम्प्रेस कर सकते है। यदि आप ब्लॉग के लिए इमेज ऑप्टिमाइजेशन करना नहीं जानते है तो आप इसके लिए यह आर्टिकल पढ़े - ब्लॉग के लिए इमेज ऑप्टिमाइजेशन कैसे करे ।
इस पर क्लिक करके आप ब्लॉग पोस्ट में इमेज एड कर सकते है। इसके लिए इस आप्शन पर क्लिक करे। अब आपको जो इमेज पोस्ट में Insert करनी है उसको अपलोड करे। और फिर इमेज को सलेक्ट करके पोस्ट में एड करे। ब्लॉग में इमेज को Insert करने के बाद आपको उस इमेज पर क्लिक करना है अब आपको Properties पर क्लिक करना है। Properties पर क्लिक करने के बाद एक न्यू विंडो ओपन होगा। इसमें आपको Insert की गयी इमेज की Title Text व ALT Text Properties Add करनी होता है। यदि आप Title Text व ALT Text Properties Add करना नहीं जानते है तो आप इसके लिए आर्टिकल को पढ़े - ब्लॉगर की पोस्ट इमेज को एसईओ फ्रेंडली कैसे बनाये ।
ब्लॉगर ब्लॉग की इमेज को हमेशा रेस्पोंसिव होना चाहिए , उत्तरदायी responsive डिजाइन का सीधा सा अर्थ होता है कि आपके ब्लाग डिवाइस की स्क्रीन के हिसाब से आटोमेटिक रिसाइज हो जाये। या इसको आप ऐसे भी समझ सकते है कि आपका ब्लाग या वेबसाइट किसी भी डेस्कटाप या मोबाइल पर खोला जाए आपका ब्लाग या वेबसाइट वेहतर दिखना चाहिए। यदि आप ब्लॉग की इमेजेज रेस्पोंसिव बनाना जानते तो आपको परेशान होने की जरुरत नहीं। इसके लिए आप इस आर्टिकल को पढ़े - ब्लॉगर ब्लॉग की इमेजेज रेस्पोंसिव कैसे बनाये ।
एक इमेज 1000 शब्दों के बराबर होती है। यदि आप अपनी आर्टिकल में मीडिया का उपयोग करते हैं, तो यह आपकी कंटेंट को और अधिक एसईओ फ्रेंडली बनाने में मदद करता है। लेकिन सबसे बुरी बात यह है कि Google इमेज को नहीं पढ़ सकता है। यह इमेज के Alt tag के आधार पर इमेज को गूगल पढता है। इस लिए हमेशा अपनी इमेज में उचित Alt tag जोड़ना कभी न भूलें। इसके अलावा, इसमें targeted keywords भी जोड़ें। यह तकनीक आपको इमेज सर्च में बेहतर रैंक प्राप्त करने में सहायता करती हैं।
13-ब्लॉगर के किसी भी पोस्ट में दूसरे पोस्ट के लिंक यूआरएल ऐड करे
ब्लॉग पोस्ट लिखते समय यदि आपको आर्टिकल से रिलेटेड किसी दूसरे पोस्ट का URL एड करने की आवश्यकता पड़े तो उसे हमेशा ‘rel=nofollow atteibute ही एड करे। जिससे सर्च इंजन किसी दूसरे के पोस्ट को इन्डेक्स ना करे तो आप नोफालो पर क्लिक कर सकते है। यह आप्शन इस लिए दिया जाता है कि आप पोस्ट में एड किये गये सभी लिंक सर्च इंजन से छुपा सके। परन्तु यदि आप ब्लॉग पोस्ट आर्टिकल लिखते समय किसी दूसरे के पोस्ट का URL एड करना नहीं जानते है। तो आप इसके लिए इस आर्टिकल को पढ़े - ब्लॉगर के किसी भी पोस्ट में दूसरे पोस्ट के लिंक यूआरएल कैसे ऐड करे ।
ब्लॉग पोस्ट में अपने ही किसी पोस्ट का URL करे करे -
परन्तु यदि आपको ब्लॉग पोस्ट की आर्टिकल लिखते समय अपने हो किसी पोस्ट का URL एड करना चाहते है। आप इसके लिए DOFOLLOW LINKS लिंक का प्रयोग करे। परन्तु यह जरूर ध्यान दे,आप जब भी अपने ही किसी पोस्ट का URL एड करे तो वह रिलेटेड आर्टिकल होना चाहिए। अन्यथा आपका ब्लॉग पोस्ट आर्टिकल में यदि Trust flow और citation folw metrics के हिसाब से वेबसाइट बना होता तो उन्हे किसी भी गूगल एल्गोरिथम अपडेट से नुकसान नही होता। परन्तु यदि आप ब्लाग के Trust flow और citation folw के बारे में नहीं जानते है तो आप इस आर्टिकल को पढ़े - ब्लाग के Trust flow और citation folw पर क्यो ध्यान देना जरूरी है । यदि आप ब्लॉग पोस्ट लिखते समय अपने ही किसी पोस्ट का URL एड करना नहीं जानते है तो आप इसके लिए इस आर्टिकल को पढ़े - नोफ़ॉलो और डूफ़ॉलो लिंक्स क्या है,ब्लॉग SEO में कैसे प्रयोग करे ।
14-इंटर्नल लिंकिंग और एक्सटर्नर लिंकिंग कैसे करे -
अपनी कंटेंट में इंटर्नल लिंकिंग ( Internal linking ) और external linking करने का प्रयास करें। यह आपकी कंटेंट वैल्यू को बढाता है और आपके विजिटर के लिए अधिक जानकारी जोड़ता है। साथ ही, सर्च इंजन क्रॉलर को पेज समझने में आसानी होती है। यह SEO सामग्री लेखन तकनीक गूगल को दिखाती है कि आपका आर्टिकल भरोसेमंद और अच्छी तरह से संदर्भित है।
15-ब्लॉग पोस्ट में विडिओ कैसे एड करे -
मित्रो यदि आपको ब्लॉग पोस्ट लिखते समय आर्टिकल से रिलेटेड विडिओ एड करना पड़े तो आप ब्लॉग पोस्ट में ही किसी प्रकार का विडिओ न एड करे। इससे ब्लॉग पर लोड अधिक पड़ता है जो कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ के विपरीत है। एसईओ फ्रेंडली ब्लॉग पोस्ट लिखते समय यह हमेशा ध्यान रखे कि ब्लॉग पोस्ट में विडिओ एड करने के लिए आप सबसे पहले उस विडिओ को यूट्यूब पर अपलोड करे। जब आपके यूट्यूब में आपका विडिओ एड हो जाये तो आप उसे ब्लॉगर के पोस्ट आर्टिकल में एम्बेड कर दे। परन्तु यदि आप ब्लॉग पोस्ट आर्टिकल लिखते समय यूट्यूब विडिओ को एम्बेड करना नहीं जानते है तो आप इसके लिए इस आर्टिकल को पढ़े - यूट्यूब वीडियो को ब्लॉगर पोस्ट में कैसे ऐड (एम्बेड) करे ।
16-Custom Robots Header Tags -
ब्लॉग पोस्ट के Search Engine Optimization में यह Robots Tags भी बहुत काम में आते है। दरअसल यह सेटिंग्स इस लिए जरूरी होता है क्योकि इसके माध्यम से हम अपने ( search engine-google,bing,yahoo ) को यह बता सकते है कि search engine bots को क्या इन्डेक्स ( index ) करना है। और क्या इन्डेक्स ( index ) नही करना है। मित्रो यदि आप अपने ब्लाग में कस्टम रोबोट हेडर टैग सेटिंग्स को enable नही करते है। तो मित्रो ऐसे में आपके ब्लाग को ( search engine all content को index ) कर लेता है। ऐसे में यह आपके लिए एक अच्छा विकल्प नही। ब्लॉग पोस्ट को एसईओ फ्रेंडली बनाने की लिए इस सेटिंग आवश्यक होता है। परन्तु यदि आप ब्लॉग में कस्टम रोबोट हेडर टैग सेटिंग्स करना नहीं जानते है तो आप इसके लिए पढ़े इस आर्टिकल को - ब्लागर ब्लॉग में कस्टम रोबोट हेडर टैग सेटिंग्स कैसे करें ?
मित्रो आप इस प्रकार ब्लॉगर ब्लॉग में आसानी से SEO Friendly ब्लॉग पोस्ट लिख सकते है। जो आपके ब्लॉग को Search Engine से Organic Traffic दिला सकता है। ब्लॉग पोस्ट पब्लिश करने के पहले आप एक बार Preview पर क्लिक करके यह देख ले की पोस्ट Publish होने के बाद कैसा दिखाई देगा। यदि आप उसमे कोई Editing करना चाहते है तो पहले Editing कर ले। अब आप एक Quality Content वाली ब्लॉग पोस्ट पब्लिश कर सकते है।
मित्रो मुझे अब उम्मीद है कि आप लोगो ने blogger Blog Post SEO Friendly Kaise Likhe को अच्छी तरह से समझ गये होगें। फिर भी यदि आप लोगो को इस आर्टिकल से सम्बन्धित किसी भी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न होता है। तो आप लोग इसके लिए हमें ईमेल के माध्यम से या कमेन्ट करके या दूरभाष पर सम्पर्क करके अपने समस्या को साझा कर सकते है। जिससे आपके समस्या का निदान हो सके। यदि आप blogger Blog Post SEO Friendly Kaise Likhe के लिए दिए गये तकनीकों को सीखते हैं, तो कृपया नीचे टिप्पणी करें, या दूसरों की मदद करने के लिए इस लेख को साझा करें।
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