जब आपके बच्चे के स्वास्थ्य की देखभाल संबंधी उपायों की बात आती है, तो माता-पिता एहतियात के तौर पर सबसे पहले उनकी साफ-सफाई का खयाल रखते हैं। साफ-सफाई रखने से बच्चे स्वस्थ रहते हैं और आप उन कीटाणुओं से छुटकारा पा सकती हैं जो बच्चों में बीमारियों का कारण बनते हैं । बच्चे की देखभाल में सबसे ज़्यादा जिस बात को नजरंदाज किया जाता है, उनमें से एक है उनके हाथों और पैरों की उंगलियों के नाखूनों की देखभाल। धूल, प्रदूषक और खराब बैक्टीरिया नाखूनों के नीचे इकट्ठा हो जाते हैं और जब शिशु अपने हाथ या पैर अपने मुँह में डालते हैं या अंगूठा चूसते है, तो कीटाणु आसानी से उनके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। अपने बच्चे के नाखूनों को काट कर इस समस्या से बचा जा सकता है।
नवजात शिशु के नाखूनों के बारे में जानकारी-
बच्चे की अंगूलियों के नाखून कोमल और नाजुक होते हैं, जो बेहद लचीले होने के साथ-साथ तेजी से भी बढ़ते हैं। इन्हें काटने में लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए, अन्यथा इस प्रक्रिया में उनकी त्वचा कट सकती है।खरोंच के निशान पर नजर रखें, क्योंकि इसके जरिए नाखूनों में फंसे बुरे बैक्टीरिया संक्रमण और बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
आपको कितनी बार अपने बच्चे के नाखूनों को काटना चाहिए और यह किस आकार का होना चाहिए?
बच्चे के नाखूनों को काटते और उनके किनारों को छोटा करते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना ज़रूरी है।एक माँ को यह जानकारी होनी चाहिए कि बच्चे के नाखूनों को कैसे काटना है और उनका आकार कैसा होना चाहिए। ऐसे में यह जरूरी होता है कि बच्चे के नाखूनों को बेहद सावधानी से हल्के-हल्के काटा जाए। एक बच्चे के नाखून काफी तेजी से बढ़ते हैं और उसे हर सप्ताह काटने की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि, एक नवजात शिशु के पैर के अंगूठे के नाखून आमतौर पर बढ़ने में अधिक समय लेते हैं और अगर आप उन्हें महीने में एक बार काटती हैं तो उन्हें आसानी से प्रबंधित किया जा सकता है।
अंगूली के पोरों (उपरी हिस्से) को चोट पहुँचाए बिना अपने बच्चे के नाखून को कैसे काटें?
अपने बच्चे के नाखूनों को काटने से पहले, यह समझना महत्वपूर्ण है कि बच्चे को चोट पहुँचाए बिना इसे कैसे काटा जाए। इसका मतलब है इसके लिए जरुरी है कि नाखूनों को काटने के लिए उचित तकनीक को समझना होगा ।
- आपको किन चीजों की आवश्यकता होगी
- बच्चे के नाखून काटने वाले एक नेल सिजर्स
- एक नाखून कतरनी
- एक डिस्पोजेबल कचरा बैग
- नाखून रगड़ने वाला (नेल फाइलर )
- बच्चे के दस्ताने
- मोजे
- एंटी-बायोटिक क्रीम
याद रखने वाले नियम
अपने बच्चे के नाखूनों को काटते समय ध्यान देने योग्य बातें:
- जब बच्चा शांत हो, उस वक्त अच्छी रौशनी वाली एक जगह चुनें। निश्चित रूप से, जब बच्चा ब सो रहा हो, उस समय नाखूनों को काटना सबसे अच्छा होगा ।
- पैर के अंगूठे का नाखून आमतौर पर पैर की अंगुली की ओर मुदा हुआ होता है। यह सामान्य बात है क्योंकि यह नवजात शिशु के नाखूनों की लचीली प्रकृति के कारण होता है। यह बच्चे के बढ़ने के साथ ही आकार में आ जाएगा और कठोर हो जाएगा।
- बेबी नेल सिजर्स का उपयोग करने की सलाह दी जाती है क्योंकि वे विशेष रूप से इसी लिए बनाई गई है, ताकि आपके बच्चे की त्वचा न कटे।
- आसानी से काटने के लिए अपने बच्चे की उंगलियों और पैर के अंगूठों को गुनगुने पानी में डुबोएं।
- बच्चे के नाखूनों को मुँह से नहीं काटना चाहिए क्योंकि यह मुँह से निकलने वाले बैक्टीरिया से आपके बच्चे के शरीर में बीमारियां पैदा कर सकते हैं।
- बच्चा जब सो रहा हो, उस वक्त नाखूनों को काटना आसान होता है, क्योंकि उस वक्त उनसे कम प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है।
- अपने बच्चे के नाखूनों को एक एमरी बोर्ड से फाइल करें, इससे सुनिश्चित होता है कि नाखून अच्छे आकार में हैं साथ ही यह किसी भी बैक्टीरिया को नाखून की सतहों के नीचे जमने नहीं देता है।
बच्चे के नाखून काटने के दूसरे वैकल्पिक उपाय-
अगर आपको बच्चे के नाखूनों को काटना चुनौतीपूर्ण लगता है, तो आप उन्हें कुछ दूसरे तरीकों से भी काट सकती हैं। उनमें से कुछ तरीके यहाँ दिए गए हैं:
उन्हें फाइल करें – अगर नाखून बहुत ज्यादा छोटे हैं, तो आप उन्हें फाइल कर सकती है, लेकिन यह भी बेहद सावधानी से किया जाना चाहिए
डॉक्टर से पूछें – अपने बच्चे के नाखूनों को काटने के दूसरे विकल्प के बारे में हमेशा एक चिकित्सा विशेषज्ञ से चर्चा करें, जो आदर्श रूप से एक शिशु रोग विशेषज्ञ होने चाहिए।
यदि आपसे अचानक त्वचा कट जाती है तो उस स्थिति में क्या करें?
काफी सतर्कता बरतने वाले माता-पिता से भी कभी-कभी शिशु की नाखून काटते वक्त गलती से त्वचा कट जाती है। अगर ऐसा होता है तो घबराएं नहीं।
- ठंडे या कमरे के तापमान वाले पानी से घाव को साफ करें।
- घाव को एक साफ और कीटाणु मुक्त कपड़े या पट्टी से पोंछे।
- खून के बंद होने तक इसे धीरे से दबाए रखें (यह कुछ मिनटों में रुक जाना चाहिए)।
- किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए आपके शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा दिया गया एंटीसेप्टिक और एंटी बैक्टीरियल क्रीम लगाएं ।
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