चिलगोजा एक नट है, जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह ज्यादा लोकप्रिय न होते हुए भी स्वास्थ्य संबंधी कई फायदे पहुंचा सकता है। इसे सेहत से जुड़ी कई समस्याओं में बेहतरीन तरीके से प्रयोग किया सकता है। इस लेख में चिलगोजा से संबंधित सभी जानकारी दी जा रही है, जिसका प्रयोग कर आप इसके लाभ उठा सकते हैं। आइए, अब जानते हैं कि चिलगोजा क्या है, क्योंकि इसके सेवन से पहले यह जानना आपके लिए आवश्यक है।
चिलगोजा क्या हैं –
चिलगोजा को अंग्रेजी भाषा में पाइन नट्स भी कहते हैं। चिलगोजा का प्रयोग प्राचीन-काल से होता आ रहा है, चिलगोजा को ‘नियोजा’ भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम ‘पाइनस गिरार्डियना’ है लेकिन चिलगोजा के फायदे और उपयोग के बारे में सटीक जानकारी न होने के कारण लोग धीरे-धीरे चिलगोजा से अनजान होते जा रहे हैं। आइए इस लेख के माध्यम से चिलगोजा के फायदे उपयोग और नुकसान और इसके उपयोग के बारे में जानते हैं।
चिलगोजा के फायदे –
चिलगोजा के फायदे में स्वास्थ्य संबंधित कई फायदे शामिल हैं, जो चिलगोजा खाने के फायदे के महत्व को दर्शाते हैं।
1. मधुमेह में
मधुमेह जैसी बीमारी में खान-पान का विशेष ध्यान देना पड़ता है, लेकिन यदि आप चिलगोजा का सेवन कर रहे हैं तो निश्चिन्त रहिये क्योंकि और इसमें मौजूद पोषक तत्वों से मधुमेह की समस्या में होने वाले खतरों को कई गुना तक कम किया जा सकता हैं।
एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक पाइन नट्स के प्रयोग से सीरम कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी देखी गई। चिलगोजा में कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नेशियम जैसे मिनरल्स मौजूद होते हैं। एक अन्य वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह पाया गया कि उपरोक्त तत्वों वाले नट का सेवन अगर किया जाए तो यह डायबिटीज के खतरे को कम कर सकते हैं।
2. ह्रदय स्वास्थ्य में
चिलगोजा खाने का तरीका, हृदय स्वास्थ्य में भी लाभदायक हो सकता है। चिलगोजा एक नट है और एक वैज्ञानिक शौध के अनुसार नट पदार्थों का सेवन करने से हृदय संबंधित बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। एक अन्य अध्ययन की मानें तो पाइन नट्स के अंदर मौजूद पोषक तत्व हृदय संबंधी कई रोगों में कमी देखी गई।
चिलगोजा में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने का गुण मौजूद होते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार चिलगोजा में मौजूद पॉली अनसैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल को कम कर हृदय रोगों से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।
3. कोलेस्ट्रॉल के लिए
चिलगोजा खाने का तरीका इस्तेमाल कर कोलेस्ट्रॉल को संतुलित किया जा सकता है, क्योंकि चिलगोजा में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बिल्कुल भी नहीं होती है और यही वजह है कि चिलगोजा का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल में बढोत्तरी होने का खतरा कम हो सकता है।
4. वजन संतुलित करने में
वजन नियंत्रित रखने में भी चिलगोजा खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक चिलगोजा से बने हुए तेल का सेवन वजन घटाने में अहम भूमिका निभा सकता है। दरअसल, चिलगोजा में पिनोलेनिक एसिड मौजूद होता है और यह 14 से 19 प्रतिशत फैटी एसिड को प्रदर्शित करता है। यह एसिड भूख को नियंत्रित कर वजन को कम करने में मदद कर सकता है। एक अन्य वैज्ञानिक शोध के मुताबिक भी यह कहा गया है कि रोजाना नट पदार्थों के सेवन से वजन घटाने में मदद मिल सकती है।
5. कैंसर में
चिलगोजे के फायदे कैंसर जैसी गंभीर बिमारी में भी देखने को मिल सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, कैंसर जैसी बीमारी से बचने के लिए नट पदार्थों का सेवन लाभदायक हो सकता है। शोध के अनुसार, पाइन नट्स में रेस्वेराट्रोल नमक एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जो कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं, पाइन नट्स में उपस्थित फोलिक एसिड डीएनए (DNA) की क्षति को कम कर सकता है।
6. मस्तिष्क स्वास्थ्य में
मस्तिष्क स्वास्थ्य में चिलगोजा खाने के फायदे प्रभावकारी रूप में देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार चिलगोजा में ओमेगा-3 एसिड पाया जाता है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को बेहतरीन रूप से चलाने के लिए उपयोगी माना जाता है। चिलगोजा खाने से ओमेगा- 3 फैटी एसिड्स मस्तिष्क के बेहतरीन संचालन, याददाश्त को मजबूत बनाने का काम कर सकता है।
7. हड्डियों के लिए
चिलगोजा खाने के फायदे हड्डियों की मजबूती के लिए भी देखे जा सकते हैं, क्योंकि चिलगोजा में मौजूद फैटी एसिड हड्डियों के विकास और मजबूती में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार चिलगोजा में पाया जाने वाला ओमेगा-6 फैटी एसिड्स हड्डियों को स्वस्थ रखने के साथ – साथ गठिया जैसे रोग में भी आराम पहुंचा सकता है। इसके अलावा चिलगोजे के फायदे में कैल्शियम भी शामिल है जो हड्डियों की मजबूती और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
8. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए भी चिलगोजा का प्रयोग किया जा सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार चिलगोजे में जिंक मौजूद होता है, जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने का काम करता हे।
9. आंखों की देखभाल के लिए
चिलगोजे के फायदे में आंखों की देखभाल भी शामिल हो सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक आंखों की देखभाल के लिए अगर आप चिलगोजा का सेवन कर रहे हैं, तो इसमें मौजूद ओमेगा-3 आपकी आंखों की मदद कर सकता है। यह आपकी आंखों की नाईट विजन (दृष्टि) और कलर विजन की क्षमता का विकास कर सकता है। इसके अलावा चिलगोजा में विटामिन- ए भी पाया जाता है, जो आंखों की रेटिना में रंजक (आंखों को विभिन्न रंगों को पहचानने की क्षमता) का विकास करता है इसलिए आंखों की देखभाल के लिए चिलगोजा का प्रयोग किया जा सकता है।
10. एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर
एंटीऑक्सिडेंट्स हमारी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने से बचाते हैं। अगर आप चिलगोजा का सेवन कर रहे हैं तो निश्चिंत हो जाइए, क्योंकि चिलगोजे में एंटीऑक्सीडेंट्स (विटामिन ए , विटामिन सी और विटामिन ई) भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
11. भूख नियंत्रित रखने में
वजन को संतुलित रखने के लिए भी चिलगोजा खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि चिलगोजे में पिनोलेनिक नामक फैटी एसिड पाया जाता है, जो भूख को नियंत्रित करने का काम कर सकता है ।
इसके अलावा एक वैज्ञानिक शोध में देखा गया है, कि पाइन नट दो खास हार्मोन सीसीके और जीएलपी-1 को बढ़ाने का काम करता है, जो भूख को नियंत्रित करने का काम कर सकते हैं।
12. त्वचा के लिए
त्वचा के लिए भी चिलगोजे के फायदे आपको लाभ पहुंचा सकते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक चिलगोजा का इस्तेमाल त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह विटामिन-सी (एस्कॉर्बिक एसिड) का अच्छा स्रोत होता है। विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट्स है, जो सूर्य की हानिकारक किरणों से त्वचा की रक्षा करता है। साथ ही विटामिन सी त्वचा में कोलेजन को बढ़ाता है और एजिंग को कम करता है।
इसके अलावा चिलगोजे में मौजूद मैंगनीज त्वचा को मुक्त कणों से दूर रखने का काम भी कर सकता है
13. बालों के स्वास्थ्य के लिए
बालों के स्वास्थ्य के लिए भी चिलगोजा खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। चिलगोजे में पाया जाने वाला ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड बालों के विकास के लिए उपयोगी हो सकता है (9)। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, ओमेगा-6 फैटी एसिड बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है और बालों को घना बनाने में भी सहयोग कर सकता है
क्या गर्भावस्था के दौरान चिलगोजा खाना अच्छा होता है?
चिलगोजा जिंक जैसे पोषक तत्व से समृद्ध होता है और जिंक गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के विकास में मदद कर सकता है। गर्भावस्था के दौरान पाइन नट्स का सेवन किया जा सकता है, लेकिन इस दौरान इसे एक दिन में तीन से चार बार ही खाने की सलाह दी जाती है। एक बार में 30 ग्राम पाइन नट्स लिया जा सकता है ।
चिलगोजा के पौष्टिक तत्व –
चिलगोजा में मौजूद पोषक तत्वों की तालिका निम्न प्रकार है-
खाने में चिलगोजा का उपयोग कैसे करें –
चिलगोजा में मौजूद पोषक तत्वों के लिए खाने में चिलगोजा का प्रयोग नियमित रूप से कर सकते हैं। चिलगोजे को विभिन्न व्यंजनों में भी शामिल किया जा सकता है, जैसे
क्रंची स्वाद के रूप में – खाने में चिलगोजा का प्रयोग क्रंची स्वाद पाने के लिए भी किया जा सकता है। चिलगोजे को आप पिज्जा, बिस्कुट, केक आदि में प्रयोग कर खा सकते हैं। इसके साथ-साथ आप इसे आईसक्रीम में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
सलाद की ड्रेसिंग के लिए – सलाद की ड्रेसिंग के लिए भी पाइन नट्स का उपयोग किया जा सकता है। साथ ही साथ फलों की स्मूदी में भी चिलगोजे को शामिल किया जा सकता है।
अन्य रूप में भी – चिलगोजे का प्रयोग चिकन कोटिंग और मछली को डीप फ्राई करने के लिए भी किया जा सकता है।
चिलगोजे से बनने वाला एक व्यंजन-
एवोकैडो और पालक सलाद के साथ चिलगोजा
सामग्री
- दो कटोरे कटे हुए पालक
- कटा हुआ एक एवोकैडो
- एक चौथाई कप भूना हुआ पाइन नट्स
- 3 बड़ा चम्मच जैतून का तेल तेल
- 1 बड़ा चम्मच ताजा नींबू का रस
- स्वादानुसार नमक
- आवश्यकतानुसार पिसी हुई काली मिर्च
- सबसे पहले एक बाउल लें, जिसमें कटा हुआ पालक और एवोकैडो डालें।
- फिर जैतून का तेल और नींबू का रस डालकर सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं।
- अब ऊपर से स्वादानुसार नमक और काली मिर्च का छिड़काव करें और मिश्रण को किसी बड़े चम्मच से अच्छी तरह मिलाएं।
- अब अंत में भूने हुए पाइन नट्स ऊपर से डालें।
- इस प्रकार आप चिलगोजे के साथ एवोकैडो और पालक सलाद बना सकते हैं।
- अभी आपने पढ़ा कि चिलगोजे का खाने में कैसे उपयोग किया जा सकता है। आइए अब जानते हैं कि चिलगोजे को खरीदकर सुरक्षित रखने के लिए किस बात का ध्यान रखना आवश्यक है।
चिलगोज़े का चयन कैसे करे और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखे?
चिलगोजे का सेवन लाभदायक तो है, लेकिन इसे खरीदते समय और इसे सुरक्षित रखने के लिए भी ध्यान देने की जरुरत होती है। इसके लिए निम्न बिन्दुओं को ध्यान से पढ़िए।
कैसे करें चयन :
- बाजार से चिलगोजा खरीदते समय हमेशा उसकी ताजगी को जरूर देखें कि वह कितने पहले से बाजार में उपलब्ध है?
- बिना छिलके वाला चिलगोजा लेने से बचें।
- शॉपिंग मॉल में भी पाइन नट्स मौजूद होते हैं, लेकिन ऐसे पाइन नट्स को खरीदने से पहलेमैन्युफैक्चरिंग डेट ठीक से देख लें।
- अगर पाइन नट्स को खरीदते समय अगर उसमें से दुर्गंध आ रही है, तो उसे खरीदने से बचें।
कैसे करें सुरक्षित :
- चिलगोजा बाजार में छिलके और बिना छिलके के भी बिकता है, छिलके वाले चिलगोजे को ज्यादा समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
- बिना छिलके वाले चिलगोजे की अपेक्षा, छिलके वाले चिलगोजे को ज्यादा समय तक स्टोर करके रखा जा सकता है।
- चिलगोजे को ठंडी और सूखी जगह पर सुरक्षित रखा जा सकता है।
चिलगोजा के नुकसान –
चिलगोजा के जितने गुणकारी फायदे हैं, और अगर इसका सेवन ठीक प्रकार से नहीं किया गया तो इसके नुकसान भी हैं, जो इस प्रकार बताए जा रहे हैं।
- यदि नट पदार्थ सेवन से आपको एलर्जी है, तो इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें, नहीं यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद ओमेगा-6 एलर्जी का कारण बन सकता है।
- चिलगोजे में जिंक भी पाया जाता है और जिंक का अत्यधिक सेवन मतली, उल्टी, भूख में कमी, पेट में ऐंठन, दस्त, और सिरदर्द जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है
- चिलगोजे में विटामिन-ए , विटामिन-इ, विटामिन-के भी मौजूद होते हैं, जिनका अत्यधिक सेवन शरीर में विषाक्तता का कारण बन सकता है
चिलगोजा को अगर ठीक तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो इसके कई सारे फायदे आपको मिल सकते हैं। इस लेख में आपने चिलगोजा से होने वाले विभिन्न फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में पढ़ा। इसकी उपयोगिता के कारण आने वाले समय में आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर, खुद को सेहतमंद बनाए रख सकते हैं।
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