पृथ्वी के तकरीबन 30 प्रतिशत हिस्से पर जमीन और 70 प्रतिशत हिस्से पर जल मौजूद है। भू-भाग देशों की अलग-अलग सीमाओं में तो वहीं समुद्र भी अलग-अलग सीमाओं में बंटा हुआ है जिन्हें आंखों से देख पाना मुमकिन नहीं, लेकिन कुदरत का करिश्मा देखिए, धरती पर दो महासागरों की सीमाएं ऐसी हैं जो आपस में मिलते हुए बिल्कुल साफ अलग-अलग नजर आती हैं।
यह नजारा जो कोई देखता है वह दंग रह जाता है। कुछ लोग इसे चमत्कार मानते हैं। वैसे इसकी असल वजह काफी दिलचस्प है। जब आप जानेंगे तो और अधिक हैरानी होगी। जी हां, हिंद महासागर और प्रशांत महासागर अलास्का की खाड़ी में एक दूसरे से मिलते हैं, लेकिन क्या आपको यह मालूम है कि इन दोनों के मिलन का यह नजारा दुनिया में सबसे अनोखा है, क्योंकि इन दो महासागरों का पानी आपस में घुलता मिलता नहीं बल्कि बिल्कुल अलग अलग रंगों का नजर आता है।
यहां से गुजरने वाले पानी के जहाजों से यह नजारा देखा जा सकता है। आसमान से देखने पर तो यह सीमा और अद्भूत नजर आती है। दरअसल, यह एक ग्लेशियर से आने वाला हल्का नीला पानी तो दूसरा दूर समंदर से आने वाला गहरा नीला पानी, साथ ही इन दोनो के मिलन स्थल पर झाग की एक दीवार साफ नजर आती है। इस जगह की कुछ शानदार तस्वीरें बीते कुछ सालों में इंटरनेट पर खूब वायरल हुई हैं। साथ ही कई वीडियो भी यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए हैं।
वास्तव में दोनों का पानी एक-दूजे से बिल्कुल अलग दिखने का एक खास कारण है। वैज्ञानिकों का मत है कि यह पानी के घनत्व और उसके तापमान समेत कई बातों से जुड़ा हुआ है। तमाम शोध के बाद वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि इस जगह पर खारे और मीठे पानी के अलग अलग घनत्व और उनमें मौजूद लवण और तापमान के अलग होने के कारण यह दोनों पानी आपस में पूरी तरह से मिल नहीं पाते।
प्रशांत महासागर का पानी ग्लेशियर से आने के कारण हल्का नीला और नमक रहित होता है, जबकि हिंद महासागर का पानी काफी खारा होता है। इन दोनों महासागरों का पानी ऊपरी सतह पर भिन्न घनत्व का होने के चलते मिल नहीं पाता और यह पानी जब आपस में टकराता है तो कुछ झाग पैदा होता रहता है और यह झाग पानी ऊपर सतह पर एक सीमारेखा की तरह नजर आता है। सूरज की रोशनी में खारे और मीठे पानी के अलग-अलग घनत्व के कारण दोनों पानी का रंग एक दूसरे से बिल्कुल अलग नजर आता है। यह नजारा वाकई दुनिया को चौंकाने वाला है।
दुनिया में तमाम लोग इसे चमत्कार मानते हैं तो वहीं कुछ लोग इसे कुछ धार्मिक मान्यताओं से भी जोड़कर देखते हैं। यहां तक की यूट्यूब पर जो वीडियो अपलोड किए गए हैं उनमें से ज्यादातर में इसे धर्म से जोड़कर पेश कर दिया गया है। अगर वैज्ञानिकों की माने तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है और यह दोनों महासागर कहीं ना कहीं जाकर तो आपस में पूरी तरह मिल ही जाते हैं। बस समुद्र की ऊपरी सतह पर अलग अलग घनत्व वाले पानी के टकराने से पैदा होने वाली दीवार दोनों महासागरों के अलग होने का अनोखा नजारा पेश करती है।
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