योनि में खुजली और जलन होना आम बात है। यह आमतौर पर चिंता का कारण नहीं है। हालांकि, लगातार खुजली, जलन और असहजता, संक्रमण या अन्य गंभीर स्थितियों का संकेत हो सकती है। ये लक्षण अचानक भी शुरू हो सकते हैं या समय के साथ धीरे धीरे विकसित हो सकते हैं। जलन और असहजता लगातार भी हो सकती है या फिर पेशाब या सेक्स के दौरान भी हो सकती है।
योनि के सीधे संपर्क में आने वाली चीजों से होने वाली जलन और उसका उपचार -
योनि के अंदर या आसपास उपयोग होने वाले टेम्पॉन, पैड्स, कंडोम, डूश, क्रीम, स्प्रे और अन्य उत्पादों से योनि में जलन हो सकती है। ये उत्पाद जननांगों को परेशान कर सकते हैं और संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
इलाज -
इसका इलाज करने का सबसे आसान तरीका यह है कि उस उत्पाद का उपयोग करना बंद कर दें जो जलन का कारण बन रहे हों। यदि यह नया उत्पाद है, तो यह पहचानना आसान होता है। यदि आप इसका उपयोग करना बंद कर देंगे तो लक्षण दूर हो जायेंगे।
अगर जलन का कारण उपयोग किया जाने वाला गर्भनिरोधक या कंडोम है, तो उपचार के बारे में डॉक्टर से बात करें। कुछ कंडोम संवेदनशील त्वचा वाले लोगों के लिए बने होते हैं। वे ऐसे में बेहतर विकल्प हो सकते हैं। हो सकता है आपको एक्स्ट्रा वाटर बेस्ड लुब्रीकेंट (Extra water-soluble lubricant) की आवश्यकता हो।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस के कारण योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज
बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial vaginosis) 15 से 44 साल की उम्र में महिलाओं को होने वाला सबसे आम योनि संक्रमण है। यह योनि में बैक्टीरिया की मात्रा अधिक होने पर विकसित होता है। जलन के अलावा, आप निम्न चीज़ें भी अनुभव कर सकती हैं:
- पतला सफेद या भूरे रंग का डिस्चार्ज
- सेक्स के बाद मछली जैसी बदबू आना
- योनि के बाहर खुजली।
इलाज -
कुछ मामलों में, बैक्टीरियल वेजिनोसिस बिना उपचार के ही ठीक हो जाता है। हालांकि, ज्यादातर महिलाओं को डॉक्टर द्वारा सुझायी गयी एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता पड़ती है।
यीस्ट इन्फेक्शन के कारण योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज -
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ एंड ह्यूमन डेवलपमेंट के अनुसार, लगभग 75 प्रतिशत महिलाओं को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार यीस्ट संक्रमण का अनुभव होता है। ये तब होते हैं जब योनि में यीस्ट की संख्या बहुत अधिक हो जाती है। ऐसे में जलन के अलावा निम्न परेशानियां भी हो सकती हैं:
- योनि में खुजली, लालिमा और सूजन
- पेशाब या संभोग के दौरान दर्द
- मोटा और सफेद डिस्चार्ज
- योनि के बाहर लाल चकत्ते
इलाज -
कभी कभी होने वाले यीस्ट संक्रमण आमतौर पर घरेलू उपचार या एंटीफंगल दवाओं द्वारा सही हो जाते हैं। इसकी दवाओं में आम तौर पर क्रीम, मलहम या सपोजिटरी (Suppositories- योनि में डाला जाने वाला प्लग) प्रमुख हैं। ये सभी फार्मेसी की दुकानों से खरीदे जा सकते हैं। लेकिन अगर आपको संदेह है कि आपको यीस्ट संक्रमण हुआ है और यह पहली बार है, तो डॉक्टर को ज़रूर बताएं। क्योंकि कभी कभी कई अन्य स्थितियां भी होती हैं जिनके लक्षण यीस्ट इन्फेक्शन की तरह ही होते हैं।
मूत्र पथ संक्रमण से योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज
मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) तब होता है जब बैक्टीरिया आपके मूत्र पथ या मूत्राशय के अंदर प्रवेश कर जाते हैं। इससे संक्रमित होने पर टॉयलेट जाने पर आपको अंदरूनी जलन और दर्द महसूस होता है। इसके अलावा आप निम्न का भी अनुभव कर सकती हैं:
- बहुत तेज़ी से पेशाब आना, लेकिन वास्तव में बहुत थोड़ी मात्रा में पेशाब होना।
- बार बार पेशाब लगना।
- पेशाब करना शुरू करते समय दर्द होना।
- मूत्र में तेज़ गंध आना।
- झागदार मूत्र होना।
- लाल, गुलाबी या कोला-रंग का मूत्र, जो मूत्र में खून का संकेत हो सकता है।
- बुखार और ठंड लगना।
- पेट दर्द, पीठ दर्द, या पैल्विक दर्द होना।
इलाज -
यदि आपको यूटीआई से संक्रमित होने का संदेह है, तो डॉक्टर के पास जाएं। वे आपको एंटीबायोटिक दवाओं का एक कोर्स लिखेंगे जो सही तरीके से पूरा करने पर इस संक्रमण को सही कर देगा। सही समय अपर खुराक लेते रहें, भले ही आपके लक्षण कम हो जाएं। यदि आप एंटीबायोटिक दवाओं का कोर्स पूरा नहीं करते हैं, तो संक्रमण वापस आ सकता है। ऐसे समय में अतिरिक्त पेय पदार्थों का सेवन करें।
ट्राइकोमोनिएसिस की वजह से योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज -
ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis) सबसे आम यौन संचारित बीमारियों में से एक है। यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह अधिक सामान्य है। कई संक्रमित महिलाओं को तो कोई लक्षण नहीं भी महसूस होते हैं लेकिन अगर लक्षण अनुभव होते हैं तो वो निम्न हो सकते हैं:
- जननांगों में जलन और खुजली।
- पतला या मोटा डिस्चार्ज जो स्पष्ट, सफ़ेद, पीला या हरा हो सकता है।
- बहुत बुरी गंध।
- संभोग और पेशाब के दौरान परेशानी।
- निचले पेट में दर्द।
इलाज -
ट्राइकोमोनिएसिस का इलाज डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं से करते हैं। ज्यादातर मामलों में, सिर्फ एक खुराक की ही जरूरत होती है। संभोग करने से पहले आप और आपके साथी दोनों को इलाज कराना चाहिए। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो ये अन्य एसटीडी से संक्रमित हों एक जोखिम बढ़ा सकता है और लम्बे समय के लिए जटिलताएं पैदा कर सकता है।
गोनोरिया के कारण योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज
गोनोरिया एक यौन संचारित रोग है, यह विशेष रूप से 15 से 24 की उम्र के युवा वयस्कों को होता है। कई एसटीडी की तरह, गोनोरिया के भी बहुत कम लक्षण होते हैं। ज्यादातर मामलों में, गोनोरिया का पता लगाने का एकमात्र तरीका एसटीडी परीक्षण है। यदि आप कुछ लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो वो निम्नलिखित हो सकते हैं:
- योनि में हल्की जलन और असहजता
- पेशाब करते समय दर्दनाक जलन और असहजता
- असामान्य डिस्चार्ज
- पीरियड्स के बीच में रक्तस्राव या स्पॉटिंग
इलाज -
गोनोरिया, एंटीबायोटिक दवाओं की एक खुराक द्वारा आसानी से ठीक हो जाता है। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो गोनोरिया गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है, जैसे पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (पीआईडी) और बांझपन आदि।
क्लैमाइडिया के कारण योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज -
क्लैमाइडिया एक और आम एसटीडी है। इसके भी बहुत कम लक्षण होते हैं लेकिन जब होते हैं तो वे पेशाब के दौरान जलन और असामान्य डिस्चार्ज के रूप में होते हैं।
इलाज -
क्लैमाइडिया को डॉक्टर द्वारा बताई गयी एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक किया जा सकता है। लेकिन अगर अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो क्लैमाइडिया से आपका प्रजनन तंत्र स्थायी रूप से प्रभावित हो सकता है। इससे गर्भ धारण करना भी मुश्किल हो सकता है। क्लैमाइडिया से ही दोबारा संक्रमित हो जाना सामान्य है। प्रत्येक बार के संक्रमण के बाद प्रजनन क्षमता पर खतरा बढ़ जाता है।
जननांग दाद के कारण योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज -
जननांग दाद एक और आम एसटीडी है। इससे संक्रमित होने के लक्षण अक्सर हल्के होते हैं। जननांग दाद की वजह से अक्सर सूजन या दाने होते हैं। ये छाले योनि, मलाशय या मुंह के आसपास हो सकते हैं।
इलाज -
जननांग दाद के लिए कोई इलाज नहीं है यह एक वायरस है जो आपके शरीर में रहता है। डॉक्टर की सलाह से वाली दवा लेने से इसके प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि दवा आपके लक्षणों को कम कर देती है, लेकिन यह एसटीडी को अपने साथी में फैलने से नहीं रोक सकतीं। इसके प्रसार को रोकने के सम्बन्ध में अपने डॉक्टर से बात करें।
जननांग मस्सों के कारण योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज -
जननांग मस्से, ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के कारण होते हैं। ये मस्से दिखाई दे सकते हैं:
- आपकी योनि, गर्भाशय ग्रीवा या गुदा (Anus) पर
- सफेद या त्वचा के रंग के फोड़ों के रूप में
- एक या दो फोड़े या गुच्छे में
इलाज -
जननांग मस्सों के लिए कोई इलाज नहीं है। जननांग मस्से उपचार के बिना अपने आप चले जाते हैं, हालांकि, कुछ लोग असुविधा को कम करने के लिए इन्हें हटाने का विकल्प चुनते हैं। मस्सों को हटाने से भी आपके साथी के संक्रमित होने का जोखिम कम हो जाता है।
सीडीसी, अमेरिकन अकेडमी ऑफ फ़ैमिली फिजिशियंस सलाह देते हैं कि किशोरावस्था आने से पहले अर्थात यौन रूप से सक्रिय होने से पहले एचपीवी वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए। एचपीवी, गुदा, गर्भाशय ग्रीवा और शरीर के अन्य अंगों के कैंसर से जुड़ा होता है।
लाइकेन स्क्लेरोसिस के कारण योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज -
लाइकेन स्क्लेरोसिस (Lichen sclerosis) बहुत कम मिलने वाली त्वचा की स्थिति है। यह योनि की त्वचा पर पतले, सफेद पैच विकसित होने का कारण बनती है। ये पैच विशेष रूप से योनी के आसपास होने आम हैं। वे कभी न मिटने वाले दाग़ छोड़ सकते हैं।
रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में लाइकेन स्क्लेरोसिस विकसित होने की अधिक संभावना होती है, लेकिन यह स्थिति किसी भी उम्र की महिलाओं में विकसित हो सकती है।
इलाज -
अगर आपको लाइकेन स्क्लेरोसिस का संदेह है, तो डॉक्टर से बात करें। वे आपके लक्षणों को कम करने के लिए स्टेरॉइड क्रीम लिखेंगे। डॉक्टर को अपनी त्वचा और निशान भी दिखाइए।
रजोनिवृत्ति के कारण योनि में होने वाली जलन और उसका इलाज -
जैसे-जैसे आप रजोनिवृत्ति की ओर बढ़ती हैं, एस्ट्रोजेन में कमी होने से कई लक्षण महसूस हो सकते हैं। योनि में जलन उनमें से एक है। संभोग से ये जलन बदतर हो सकती है। ऐसे में अतिरिक्त लुब्रिकेशन की जरूरत पड़ सकती है। इनके अलावा आपको निम्न लक्षण भी हो सकते हैं:
कुछ कपड़ों से भी जलन हो सकती है जैसे:
- टाइट पैंट
- पैंटी होस (Panty hose)
- टाइट अंडरवियर
जैसे ही आप नए उत्पादों का उपयोग करना शुरू करती हैं, ये लक्षण विकसित हो सकते हैं। अगर कपड़ों की वजह से असहजता हो रही है तो जलन और अन्य लक्षण धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं।
इलाज -
अपने जननांगों पर किसी भी प्रकार के सुगंधित या परफ्यूम वाले उत्पादों का उपयोग न करें। यदि किसी नए प्रोडक्ट का उपयोग करने के बाद लक्षण महसूस होते हैं, तो उसका उपयोग करना बंद कर दें। अगर सच में उसी की वजह से ऐस अहो रहा होगा तो लक्षण अपने आप कम हो जायेंगे। स्विमिंग पूल, वाटर पार्क या गर्म टब में स्नान के बाद दोबारा नहाएं, जिससे आप बैक्टीरिया और केमिकल्स के कारण होने वाले योनि संक्रमण से बच सकें।
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