निप्पल में दर्द होने के कई संभावित कारण हैं। कभी इसकी शुरुआत खराब फिटिंग की ब्रा पहनने से तो कभी स्तन कैंसर जैसी अत्यधिक गंभीर स्थिति के कारण स्तनों के निप्पल्स में दर्द होता है। इसलिए आपको किसी भी प्रकार के निप्पल में होने वाले दर्द के लिए डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। इस लेख में हम आपको निप्पल में होने वाले दर्द के कारणों और उपचार के बारे में बता रहे हैं।
निप्पल में दर्द होने के कारण -
निप्पल में होने वाले दर्द का एकमात्र कारण है घर्षण (Friction)। ढीली ढाली या टाइट ब्रा या शर्ट आपके संवेदनशील निप्पल्स में रगड़ सकते हैं और उनमें असहजता उत्पन्न कर सकते हैं। यदि घर्षण उनमें दर्द का कारण नहीं है, तो इसके अन्य कारण इस प्रकार हैं:
1. मासिक धर्म
कुछ महिलाओं के स्तनों में उनके पीरियड्स के ठीक पहले दर्द होने लगता है। ये दर्द एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन में वृद्धि के कारण होता है, जिससे आपके स्तनों में तरल पदार्थ भर जाता है और वे बढ़ जाते हैं। पीरियड्स होने के बाद ये पीड़ा शीघ्र ही दूर हो जानी चाहिए।
2. गर्भावस्था
गर्भावस्था के समय आपके शरीर में अनेकों परिवर्तन होते हैं। इस समय महिलाएं स्तनों में पीड़ा से लेकर एड़ियों में सूजन तक कई सारे बदलाव महसूस करती हैं। क्योंकि आपके शरीर के हार्मोन आपके बढ़ते बच्चे को सपोर्ट करने लगते हैं। स्तन वृद्धि और पीड़ा, गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में से एक है।
आप गर्भवती होने के अन्य लक्षणों में निम्न प्रमुख हैं:
- माहवारी रुक जाना।
- सामान्य से अधिक बार पेशाब करना।
- थकान।
3. एक्जिमा या डर्मेटाइटिस
दर्द के अलावा निप्पल के आसपास पपड़ी बनना, गुच्छे बनना या छाले पड़ना इस बात का संकेत हो सकता है कि आपको त्वचा सम्बन्धी समस्या डर्मेटाइटिस (Dermatitis) है। एक्जिमा, डर्मेटाइटिस का एक प्रकार है।
जब आपकी त्वचा में प्रतिरक्षा कोशिकाएं अधिक सक्रिय होकर सूजन पैदा करती हैं तब डर्मेटाइटिस की समस्या उत्पन्न होती है। कभी कभी खराब डिटर्जेंट या साबुन का उपयोग करने से भी डर्मेटाइटिस हो जाता है।
4. स्तन कैंसर
निप्पल में दर्द होना स्तन कैंसर का भी एक संकेत है। दर्द के साथ, स्तन कैंसर में निम्न लक्षणों का भी अनुभव हो सकता है:
- स्तन में गांठ।
- निप्पल का लाल होना , स्केलिंग या अंदर की ओर मुड़ने जैसे परिवर्तन होना।
- स्तन दुग्ध के अलावा निप्पल से अन्य डिस्चार्ज।
- एक स्तन की आकृति या आकार में परिवर्तन होना।
- निप्पल में दर्द होने पर सामान्यतः कैंसर की संभावना नहीं है। लेकिन यदि आपको अन्य लक्षण भी हैं तो इसकी जांच करवानी चाहिए।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के निप्पल में होने वाला दर्द -
स्तनपान कराने वाले महिलाओं को कभी कभी स्तनपान कराने के कारण निप्पल्स में दर्द का अनुभव होने लगता है, खासकर जब बच्चा पहली बार दुग्धपान करना शुरू करता है। ब्रैस्ट पंप करके दुग्ध निकालना भी निप्पल में दर्द होने का कारण हो सकता है। निप्पल में दर्द, निम्न संक्रमणों में से एक से संक्रमित होने का संकेत भी हो सकता है:
मैस्टाइटिस (Mastitis)
यह स्तनपान के दौरान होने वाला फाइब्रोसिस्टिक स्तन रोग है, जिसमें दुग्ध नलिकाओं में संक्रमण हो जाता है। इसके कारण स्तन में गांठ हो जाती हैं। यह गांठें कैंसरमुक्त होती हैं। इससे ग्रस्त होने पर ब्रेस्ट में सूजन हो जाती है, या स्तन लाल और पीड़ादायक भी हो जाते हैं। इसके अलावा ठंड लगकर बुखार आता है।
जब आपकी एक दुग्ध नलिका में दूध फंस जाता है और अंदर बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं, तब मैस्टाइटिस होता है। इस संक्रमण के इलाज के लिए डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक दवाओं का सुझाव देंगे।
अनुपचारित मैस्टाइटिस के कारण स्तन में पस इकट्ठा हो सकता है जिसे फोड़ा कहा जाता है। अगर आप स्तनपान कराती हैं और निम्न में से किसी भी एक लक्षण के साथ आपके निप्पल में दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें:
- बुखार।
- स्तन में सूजन या गर्माहट महसूस होना।
- स्तन की त्वचा का लाल होना।
- थ्रश (Thrush)
स्तनपान करा रही महिलाओं के निप्पल्स में दर्द होने का एक कारण थ्रश है। थ्रश या छाला एक प्रकार का यीस्ट इन्फेक्शन है जो निप्पल्स के सूखने और स्तनपान के दौरान दरार होने से होता है। जब आप थ्रश से ग्रस्त होती हैं, तो आप बच्चे को स्तनपान कराने के बाद निप्पल्स में तेज दर्द महसूस करेंगी।
कभी कभी इससे आपके बच्चे के मुंह में भी थ्रश हो सकता है। यह उसकी जीभ, मसूड़ों और मुंह के अंदर अन्य सतहों पर सफेद धब्बों के रूप में दिखाई देते हैं। थ्रश का इलाज एंटिफंगल क्रीम से किया जा सकता है जो आपको स्तनपान कराने के बाद अपने निप्पल्स पर रगड़नी होती है।
निप्पल में होने वाले दर्द का इलाज -
निप्पल में होने वाले दर्द का उपचार उसके कारणों पर निर्भर करता है। यदि इसका कारण घर्षण है, तो बेहतर फिटिंग की ब्रा या शर्ट पहनना शुरू करें। डर्मेटाइटिस का इलाज स्टेरॉयड क्रीम और लोशन से होता है जो सूजन को कम करती हैं।
स्तनपान के कारण निप्पल में होने वाले दर्द से निजात पाने के लिए निम्न टिप्स का अनुसरण कीजिये:
- इबुप्रोफेन (Ibuprofen) आदि दर्द निवारक दवाओं का उपयोग करें।
- निप्पल क्रैकिंग को रोकने के लिए किसी मरहम का उपयोग करें।
- गांठ या पूरे स्तन को हटाने के लिए सर्जरी।
- रेडिएशन थेरेपी, जिसमें उच्च ऊर्जा किरणों का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
- कीमोथेरेपी, या दवाएं जो कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए दी जाती हैं।
- हार्मोन थेरेपी, इसमें उन हार्मोन को ब्लॉक करने वाले उपचार होते हैं, जो स्तन कैंसर के बढ़ने का कारण होते हैं।
- "टार्गेटेड थेरेपी" (targeted therapy), ये वो दवाएं होती हैं जो कैंसर कोशिकाओं में विशिष्ट परिवर्तनों को ब्लॉक करती हैं और उन्हें बढ़ने से रोकती हैं।
निप्पल में होने वाले दर्द से बचने के टिप्स
टाइट कपड़े न पहनने और अधिक सहायक ब्रा पहनने से निप्पल में होने वाले दर्द को नियंत्रित किया जा सकता है। जब भी आप नई ब्रा खरीदें तो इसे पहन कर देख लें तभी खरीदें। इन स्टोर में बिक्रीकर्ता आपके ब्रेस्ट का साइज मापकर आपको सही साइज की ब्रा दिखते हैं। वास्तव में समय के साथ स्तनों का आकार बदल सकता है, इसलिए समय-समय पर अपने आकार की जांच करती रहें।
यदि दर्द माहवारी से पहले होता है, तो इसे रोकने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:
- कैफीन का सेवन कम से कम करें, जो आपके स्तनों में अल्सर या सिस्ट को विकसित होने से रोक सकते हैं।
- पीरियड्स के दौरान नमक के सेवन को सीमित करें। नमक के कारण आपके शरीर में वॉटर रिटेंशन होती है। जिसकी वजह से भी रूजन आती है।
- अपने शरीर से अधिक द्रव निकालने के लिए व्यायाम करें।
- गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन के बारे में अपने डॉक्टर से पूछें, जो कभी-कभी निप्पल्स में होने वाले दर्द को रोकने में मदद कर सकती हैं।
स्तनपान कराते समय निप्पल्स में होने वाले दर्द से बचने के लिए, इन टिप्स का उपयोग करें:
- अपने बच्चे को नियमित रूप से स्तनपान कराएं या दूध को एक जगह एकत्रित होने से रोकने के लिए ब्रेस्ट पंप करें।
- जिस स्तन में दर्द हो रहा हो उसमें उत्पन्न दबाव को दूर करने के लिए सबसे पहले बच्चे को उस स्तन का स्तनपान कराएं।
- सुनिश्चित करें कि बच्चा ठीक से स्तनपान करे।
- अपने बच्चे की स्थिति को नियमित रूप से बदलती रहें।
- यदि आपको स्तनपान कराने में किसी भी प्रकार की समस्या हो रही है तो स्तनपान विशेषज्ञ या बाल रोग विशेषज्ञ से बात करें। वे आपको स्तनपान स्तनपान कराने के सही तरीके बताएंगे और इसे आसान बनाने के लिए आपका मार्गदर्शन कर सकते हैं।
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