हस्तमैथुन करना प्राकृतिक है। शरीर को आंनंद महसूस करवाने, सेक्सुअल तनाव को दूर करने और अपने शरीर को जानने के लिए ये एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीक़ा है। हस्तमैथुन सभी लिंग और जाति के लोग करते हैं।
मिथको के बावजूद, वास्तव में हस्तमैथुन से शरीर को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं होता है। हालांकि, अत्यधिक हस्तमैथुन आपके संबंधों और दैनिक जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, हस्तमैथुन एक मज़ेदार, सामान्य और स्वस्थ कार्य है। इसलिए हम आपको आज बताएंगे कि हस्तमैथुन फायदे और नुकसान -
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हस्तमैथुन के फायदे -
हस्तमैथुन एक स्वस्थ यौन गतिविधि है। इसके, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए कई लाभ हैं। अध्ययन के मुताबिक हस्तमैथुन के सीमित लाभ हैं। लेकिन अध्ययन से इस बात का पता चलता है कि हस्तमैथुन के माध्यम से यौन उत्तेजना को बढ़ाया जा सकता है।
- भरपूर नींद दिलाने में
- मूड़ को बेहतर बनाने में
- आराम में
- ख़ुशी महसूस करवाने में
- ऐंठन से राहत दिलाने में
- यौन तनाव को दूर करने में
- बेहतर सेक्स के लिए
- अपनी इच्छाओं और जरूरतों को बेहतर ढंग से समझें में
- शोध के मुताबिक नियमित रूप से वीर्यपात (ईजैक्यूलैशन) से कैंसर के ख़तरे की संभावना कम होती है। हांलाकि डॉक्टर इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं। 2015 में एक अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में ये देखा गया कि जिन परूषों में कैंसर का ख़तरा था। इस ख़तरे को लगभग 20 प्रतिशत तक कम पाया गया, जो व्यक्ति एक महीने में कम से कम 21 बार हस्तमैथुन करते थे।
जोड़े (कपल्स) भी अपनी इच्छाओं का पता लगाने के लिए हस्तमैथुन कर सकते हैं। इससे वो गर्भावस्था से भी बच जाएंगी। हैस्तमैथुन आपको यौन संक्रमण से बचाने में भी मदद करता है।
हस्तमैथुन के नुकसान -
हस्तमैथुन किसी भी तरह से हानिकारक नहीं है। हालांकि कुछ लोग हस्तमैथुन को ग़लत मानते हैं। इसके अलावा कुछ लोगों में ये भी धारणा है कि लंबे समय से हस्तमैथुन करने से कुछ समस्या हो सकती है।
हस्तमैथुन के प्रति ग़लत अवधारणा
सांस्कृतिक, आध्यात्मिक या धार्मिक विश्वासों के आधार पर कुछ लोग हस्तमैथुन को ग़लत मानते हैं। हस्तमैथुन न तो गलत है और न ही अनैतिक है। लेकिन आज भी इसके प्रति कुछ लोगों की धारणा गलत और खराब बनी हुई है। यदि आप हस्तेमैथुन को गलत मानते हैं, तो अपने भरोसेमंद दोस्त से इसके बारे में बात करें और अपनी परेशानियों को उससे साझा करें। इसके अलावा आप यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं।
हस्तमैथुन की लत पड़ना
कुछ लोग हस्तमैथुन करने के आदी हो जाते हैं। यदि आप हस्तमैथुन के लिए बहुत अधिक समय देते हैं, तो आपका दैनिक जीवन इससे प्रभावित हो सकता है। जैसे -
- काम या दैनिक गतिविधियों को छोड़ देना
- काम न करना या स्कूल न जाना
- दोस्तों या परिवार के साथ समय न बिताना
- महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यक्रमों शामिल न होना
हस्तमैथुन की लत पड़ने से आपके रिश्ते और दैनिक जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। बहुत अधिक हस्तमैथुन करना आपके काम या पढ़ाई में भी बाधा डाल सकता है, जिससे आपके तरक्क़ी में रूकावट आ सकती है। इससे अलावा इससे दोस्ती में भी खटास आ सकती है क्योंकि आप अपने दोस्त के साथ ज्यादा समय व्यतीत नहीं कर पाओगे।
क्या हस्तमैथुन करने से यौन उत्तेजना कम होती है?
जिन महिलाओं को यौन रोग है, वो हस्तमैथुन के माध्यम से यौन इच्छा और संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं। 2009 में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग हस्तमैथुन करते थे, उनकी कामोत्तेजना और यौन इच्छा अधिक थी। साथ ही हस्तमैथुन करने से महिलाओं में सेक्स के दौरान योनी में चिकनेपन में वृद्धी होता है, जो बेहतर सेक्स के लिए उपयोगी है।
हस्तमैथुन करने का तरीक़ा, सेक्स के दौरान पुरूषों की संवेदनशीलता को प्रभावित कर सकता है। शोध के अनुसार, लिंग को अधिक कस कर पकड़ के हस्तमैथुन करने से सेक्स के दौरान संवेदनशीतला कम हो सकती है। इसलिए यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञ का मानना है कि हस्तमैथुन करने के तरीक़े में परिवर्तन लाकर सेक्स के दौरान संवेदनशीलता के स्तर को बढ़ाया जा सकता है।
हस्तमैथुन से होने वाली बीमारियां -
हस्तमैथुन के प्रति हमारे समाज में कई प्रकार की ग़लत अवधारणाएं या मिथक हैं। जैसे हस्तमैथुन करने से बिमारी होती है, कमज़ोरी आती है अंधापन आ जाता है। इसलिए इन बातों से बिल्कुल भी परेशान न हों और इस बात को अपने दिमाग़ से निकाल दें कि हस्तमैथुन करने से बिमारी होती है।
हस्तमैथुन छोड़ने के उपाय -
खाना, कपड़ा और मकान की तरह सेक्स भी इंसान की एक बुनियादी ज़रूरत है। हमारी सेक्स की ज़रूरत को पूरा करने का दूसरा प्राकृतिक तरीक़ा है हस्तमैथुन। 70 प्रतिशत अविवाहित पुरूष नियमित रूप से हस्तमैथुन करते हैं। इसलिए इस आदत को बिमारी न समझें और न ही हैस्तमैथुन करने पर बुरा महसूस करें।
यदि आप चिंतित हैं कि आप हस्तमैथुन की लत में पड़ चुके हैं, तो अपने डॉक्टर या काउन्सलर से बात करें और इसे कम करने के उपाय के बारे में पूछें। डॉक्टर की सलाह आपको हस्तमैथुन छुड़ाने में मदद करेगा। आप हस्तमैथुन की जगह उससे संबंधि अन्य गतिविधियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगली बार जब आपको हस्तमैथुन करने की इच्छा हो तो ज़रूर कोशिश करें।
- रनिंग करने के लिए जाएं
- कोई पत्र लिखें
- दोस्तों के साथ समय बिताएं
- टहलने के लिए निकल जाएं
क्या प्रेग्नन्सी के दौरान हस्तमैथुन कर सकते है -
गर्भावस्था के दौरान हार्मोन बदलता है क्योंकि कुछ गर्भवती महिलाएं इस दौरान अधिक यौन उत्तेजना महसूस करती हैं। हस्तमैथुन, गर्भावस्था के दौरान यौन तनाव को कम करने का एक बेहतर और सुरक्षित तरीका है। हस्तमैथुन करने से गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्या जैसे पीठ के निचले हिस्से में दर्द से भी राहत मिलती है। आप कामोत्तेजना के दौरान या कामोत्तेजना की चरमावस्था के बाद, नरमी और अनियमित ऐठन महसूस कर सकते हैं। हांलाकि कुछ देर आप अच्छा महसूस करने लगेंगे। यदि ऐसा नहीं होता है और दर्द बढ़ जाता है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
गर्भावस्था के दौरान अधिक जोखिम वाली महिलाओं के लिए हस्तमैथुन नुक़सानदायक भी हो सकता है क्योंकि इससे दर्द और बढ़ सकता है।
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हस्तमैथुन से जुड़े सच-झूठ -
हस्तमैथुन से जुड़े ये कुछ मिथक हैं -
झूठ - अत्यधिक हस्तमैथुन करने से, सेक्स के दौरान लिंग की उत्तेजना में कमी आना
सच - स्तंभन दोष या सेक्स के दौरान लिंग की उत्तेजना में कमी आना, हस्तमैथुन की वजह से नहीं होती है। डॉ. अल्फ्रेड स्पैडट कहते हैं, जब हम बार-बार हस्तमैथुन करते हैं, तो उस स्पर्श के आदी हो जाते हैं और अपने साथी के साथ संभोग के कठिन तरीक़े ढ़ूढ़ते हैं।
झूठ - जब लोग संबंध में होते हैं, तो हैस्तमैथुन नहीं करते हैं
सच - जस्टिन मैरी शुए पीएचडी हैं और फिलाडेल्फिया में एक बोर्ड-प्रमाणित सेक्सोलॉजिस्ट भी। वो कहते हैं कि लोग हस्तमैथुन करते हैं, चाहे वो किसी रिश्ते में हों या अकेल हों। इसलिए इस बात को समझना होगा कि लोगों कि यौन इच्छाएं अलग-अलग तरह की होती हैं और वो सभी स्वस्थ और सामान्य हैं। इसलिए कुछ लोग इसे पूरा करने के लिए हस्तमैथुन करते हैं।
झूठ - हस्तमैथुन यौन विकास का एक सामान्य अंग नहीं है
सच - जामा बाल रोग के द्वारा दिसंबर 2011 में प्रकाशित अध्ययन में 14 से 17 वर्ष के 800 बच्चे आंकड़ो के लिए लिए गए। जिसमें 74 प्रतिशत लड़के और 48 प्रतिशत लड़किया ने हस्तमैथुन किया इस बात की पुष्टी हुई।
झूठ - आप बहुत अधिक हस्तमैथुन करते हैं
सच - हस्तमैथुन आपके यौन इच्छा को पूरा करने का एक दूसरा तरीक़ा है। लेकिन जब इससे स्वास्थय में बुरा प्रभाव पड़ने लगे तब ये आपके लिए नुक़सानदायक हो सकता है। इसके अतिरिक्त यदि हस्तमैथुन करने से आपके शरीर में दर्द और दैनिक जीवन प्रभावित होने लगे, तब हमें इसके बारे में सोचना चाहिए।
झूठ - लोग जब अकेले होते हैं, तो हस्तमैथुन करते हैं
सच - कुछ लोग एक साथ हस्तमैथुन करते हैं जैसे हम उम्र दोस्त और अपने यौन शक्ति का प्रदर्शन कतरे हैं। डॉ. अल्फ्रेड स्पैडट कहते हैं कि कुछ जोड़े एक दूसरे को हस्तमैथुन करते हुए देखना पसंद करते हैं। कुछ लोग यौन इच्छा को पूरा करने के लिए दूसरे तरीक़े के रूप में इसे इस्तेमाल करते हैं। आपसी सहमति से हस्तमैथुन करना, सुरक्षित सेक्स और अनचाहे गर्भावस्था को रोकने के लिए बहुत उपायोगी है।
झूठ - बच्चों को हस्तमैथुन नहीं करना चाहिए
सच - शुए का कहना है कि हस्तमैथुन किसी भी उम्र में करना नुक़सानदायक नहीं है। यहां तक कि जब छोटे बच्चे भी अपने जननांगों को छूते हैं, तो उन्हें अच्छा महसूस होता है। इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों को पढ़ाना चाहिए कि अगर वो अपने यौन अंग को स्पर्श करते हैं और उन्हें अच्छा लगता है, तो ये यौन स्वास्थ्य का एक सामान्य हिस्सा है। लेकिन ये निजी तरीक़े से किया जाना चाहिए।
झूठ - हस्तमैथुन आपको अंधा बना देगा
सच - शुए बताते हैं कि हस्तमैथुन के बारे में कई मिथक है। जैसे पहले लोग सेक्स को केवल प्रजनन के लिए आवश्यक मानते थे और हस्तमैथुन से प्रजनन नहीं होता है। इसलिए लोग इसे एक समस्या के रूप में देखते लगे। इसके अलावा लोग इस बात में भी विश्वास रखते हैं कि हस्तमैथुन करने से पागलपन, क्षय रोग, हथेलियों पर बाल आना और मौत भी हो सकती है। इसलिए इन बातों पर बिल्कुल ध्यान न दें, ये सिर्फ और सिर्फ अवधारणाएं हैं।
झूठ - हस्तमैथुन का कोई स्वास्थ्य लाभ नहीं है
सच - मैरी शुए कहते हैं कि हस्तमैथुन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। जैसे बेहतर नींद, तनाव, चिंता कम, सिर दर्द, एकाग्रता, आत्मसम्मान बढ़ाने में और हमें अधिक फिट रखने में।
झूठ - हस्तमैथुन करने के बाद कमजोरी क्यों महसूस होने लगती है
सच - हस्तमैथुन के बाद कमजोरी महसूस होना। सांस फूलना, धड़कनों का तेज होना, किसी काम को करने में मन न लगना, हाथ-पैर से पसीना आना या जल्द ही डिस्चार्ज (शीघ्रपतन) हो जाने की समस्या देखी जाती है। ये सभी बातें सिर्फ और सिर्फ मिथक हैं या लोगों के द्वारा बनाए गए अवधारणाएं।
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