सेक्स की लत को चिकित्सीय भाषा में "हाइपरसेक्सुएलिटी" या "हाइपरसेक्सुएलिटी संबंधी विकार" कहते हैं। इसमें व्यक्ति हमेशा सेक्स की कल्पनाएं करता है या कोई न कोई यौन सम्बन्धी व्यव्हार करता है। मरीज के लिए इन कल्पनाओं या व्यव्हार को नियंत्रित कर पाना बेहद मुश्किल होता है, जिसकी वजह से उसको कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं, जैसे कि स्वास्थ्य, नौकरी, रिश्तों और जिदंगी में नकारात्मक प्रभाव पड़ना।
सेक्स की लत में कई तरह की यौन गतिविधियां शामिल हो सकती हैं। हस्तमैथुन, एक से अधिक लोगों के साथ सेक्स, अश्लील साहित्य (पोर्नोग्राफी) पढ़ना और पैसे देकर सेक्स करने आदि जैसी गतिविधियां सेक्स की लत का हिस्सा होती हैं।
यौन सम्बन्धी व्यव्हार या आदतों को सेक्स की लत तब कहा जाता है, जब ये आदतें
- आपके जीवन का एक बड़ा हिस्सा बन जाती हैं
- आपके नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं
- आपके और अन्य लोगों के लिए हानिकारक साबित होती हैं
इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए आपको आगे सेक्स की लत के लक्षण, सेक्स की लत के कारण, सेक्स की लत के इलाज और सेक्स की लत के बचाव के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
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सेक्स की लत क्या है -
सेक्स की लत में व्यक्ति को सेक्स का जुनून सवार हो जाता है और उसको सेक्स करने की तीव्र इच्छा होती है। ऐसे में व्यक्ति की सोच सेक्स गतिविधियों तक ही सीमित हो जाती है, जिससे उसके अन्य कार्य प्रभावित होने लगते हैं। सेक्स की तीव्र इच्छाएं नियंत्रित न हो पाने पर व्यक्ति को समाजिक कार्यों में भी परेशानी आने लगती है।
जिन लोगों की सेक्स लाइफ सामान्य होती हैं, उनको भी इस तरह की परेशानी हो सकती है। ऐसे व्यक्ति यौन गतिविधियों और कल्पनाओं से उत्तेजना महसूस करते हैं, लेकिन वह इस बात को स्वीकार करने से घबराते हैं।
इसके अलावा कई मामलों में व्यक्ति को पैराफिलीक विकार सेक्स के प्रति तीव्र इच्छा संबंधी विकार) जैसे पिडोफिलीया बच्चों के प्रति यौन भावनाएं) हो सकता है।
पैराफिलीक विकार में व्यक्ति को सेक्सुअल उत्तेजना होती है, लेकिन अधिकतर लोगों द्वारा इसे स्वीकार नहीं किया जाता है। पिडोफिलीया में भी लोगों के द्वारा ऐसा ही व्यवहार किया जाता है। इससे आपको कई तरह की परेशानियां और कार्यों को करने में मुश्किले आ सकती हैं।
फिलहाल सेक्स की लत को पूरी तरह से चिकित्सीय स्थिति नहीं माना गया है, लेकिन सेक्स की लत आपके परिवार, रिश्तों और जीवन को प्रभावित कर सकती है। सेक्स की लत को पहचान पाना इसलिए मुश्किल होता है, क्योंकि हर व्यक्ति में कामेच्छा का स्तर अलग-अलग होता है।
सेक्स की लत विकार है या नहीं, इसको निर्धारित करने के लिए और रिसर्च की आवश्यकता है।
सेक्स की लत के लक्षण -
मनोचिकित्सीय रूप से सेक्स की लत, धूम्रपान व शराब की लत की तरह ही होती है, जिसमें दिमाग का एक विशेष हिस्सा कार्य करता है।
सेक्स की लत वाले लोग कई अन्य तरह की सेक्सुअल गतिविधियों के भी आदी हो जाते हैं। इस स्थिति को पता लगा पाना मुश्किल होता है। इसमें व्यक्ति को यौन संतुष्टि को पाने की बजाय यौन गतिविधि को ज्यादा पसंद करने लगता है। व्यक्ति का ध्यान संतुष्टी जगह पर गतिविधि पर ही केंद्रित हो जाता है।
सेक्स की लत में शामिल गतिविधियों को नीचे बताया जा रहा है-
- हस्तमैथुन की लत लगना।
- अधिक लोगों के साथ प्रेमसंबंध रखना और एक से अधिक के साथ सेक्स करना।
- अश्लील साहित्य को पढ़ना।
- असुरक्षित यौन संबंध बनाना।
- यौन कर्मियों (सेकस वर्कर: वेश्या) के पास जाना और वेश्यावृति करना।
- एक्सिबीसनिज्म यह एक मानसिक विकार है, जिसमें व्यक्ति को अपने जननांग किसी अजनबी को दिखाने की लत होती है।
- वोयरिज्म , इसमें व्यक्ति यौन आनंद पाने के लिए अन्य लोगों को सेक्स करते हुए देखता है।
सेक्स की लत के दौरान किए जाने वाला व्यवहार-
- यौन गतिविधि में शामिल होने वाले साथी की इच्छाओं का सम्मान नहीं करना।
- सेक्स व्यक्ति को भावानत्मक रूप से संतुष्टि प्रदान नहीं करता है।
- लोगों को अपने प्रति आकर्षित करने और नए व्यक्तियों के साथ रोमांस करने की आदत।
सेक्स की लत के कारण -
सेक्स की लत के सही कारण का पता नहीं चल सका हैं, लेकिन इसमें निम्न को शामिल किया जा सकता है-
मस्तिष्क के प्राकृतिक कैमिकल में असंतुलन होना –
मस्तिष्क में कुछ रसायन जैसे सेरोटोनिन डोपेमाइन और नोरएपिनेफ्रीन आपके मूड को नियंत्रित करने का काम करते हैं। इनका उच्च स्तर सेक्स की लत से संबंधित होता है।
मस्तिष्क के तंत्रिका मार्गों में बदलाव आना –
समय के साथ मस्तिष्क के तंत्रिका तंत्र में होने वाले बदलावों के कारण सेक्स की लत शुरु हो सकती है। इसमें मुख्य रूप से मस्तिष्क को पोषण करने वाला केंद्रिय हिस्सा प्रभावित होता है। अन्य व्यसनों (खराब लत) की तरह ही सेक्स की लत में भी व्यक्ति को समय के साथ संतुष्टि या राहत पाने के लिए अधिक यौन गतिविधियों को करने की इच्छा होती है।
आपके मस्तिष्क को प्रभावित करने वाली स्थितियां –
मिर्गी और डिमेंशिया जैसे कुछ रोगों के कारण मस्तिष्क के विशेष हिस्से को नुकसान पहुंच सकता है, जिसकी वजह से सेक्स की लत की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसके आलावा पार्किंसन रोग के इलाज में इस्तेमाल करने वाले कुछ डोपेमाइन दवाओं के कारण भी सेक्स की लत लग सकती है।
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सेक्स की लत का इलाज -
जब व्यक्ति सेक्स की लत को तर्कसंगत और अपने व्यवहार व विचार को उचित ठहराता है, तब उसके इलाज में मुश्किलें आ सकती हैं। कई लोग सेक्स की लत को समस्या नहीं मानते हैं। उपचार के वर्तमान विकल्पों का उद्देश्य यौन संबंधों की अत्यधिक उत्तेजना को कम करना और स्वस्थ रिश्तों को बढ़ावा देना होता है।
सेक्स की लत के इलाज को नीचे विस्तार से व्यक्त किया गया है।
आवासीय उपचार कार्यक्रम – आवासीय उपचार कार्यक्रम में व्यक्ति की कई बुरी आदतों (लत) से संबंधी विकारों को दूर किया जाता है। इस दौरान व्यक्ति उपचार केंद्र में विशेष चिकित्सकों की देखभाल में रहता है।
संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी CBT: सीबीटी) - संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी से व्यक्ति की आदतों को बदलने के लिए कई तरह की तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है। सीबीटी की मदद से व्यक्ति को सेक्स की लत के हानिकारक प्रभावों से बचाया जा सकता है।
दवाओं का इस्तेमाल – यौन उत्तेजना को कम करने के लिए कुछ विशेष तरह की दवाओं का उपयोग किया जाता है।
सेक्स की लत का उपचार करते समय व्यक्ति को परिवार और दोस्तों के साथ की जरुरत होती है।
सेक्स की लत से बचाव -
सेक्स की लत के कारण ज्ञात न हो पाने की वजह से यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता कि इसे कैसे रोका जाए, लेकिन कुछ चीजें इस प्रकार के व्यवहार को कम करने में मदद कर सकती हैं।
सेक्स की लत के साथ होने वाली अन्य समस्याओं को जल्द दूर करें – इस समस्या को पहचानने और इसके लक्षणों का इलाज जल्द शुरू करने से सेक्स की लत से बचा जा सकता है। समय रहते सेक्स की लत के लक्षणों का उपचार करने से इसकी गंभीरता को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही शर्मंदगी और रिश्तों में आने वाली मुश्किलों को भी दूर किया जा सकता है।
मानसिक विकारों का इलाज जल्द शुरू करें – चिंता और अवसाद की वजह से सेक्स की लत की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
शराब और नशीली दवाओं की लत को पहचाने और दूर करें – शराब और नशीली दवाओं की लत से आपका अन्य कार्यों में नियंत्रण नहीं रह पाता है और दुख के कारण आप सही निर्णय नहीं ले पाते हैं। इसकी वजह से आप गलत तरह की यौन गतिविधियों की ओर अग्रसर होते हैं।
जोखिम भरी स्थितियों को अनदेखा न करें – सेक्स की लत में आप कई बार साथी व खुद को जोखिम भरी स्थिति में डाल देते हैं, जबकि इस दौरान आपको जोखिम भरी स्थितियों से बचना चाहिए।
सेक्स की लत में टेस्ट और परीक्षण -
फिलहाल मनोवैज्ञानिक समुदाय में सेक्स की लत को परिभाषित करने के विषय में विचार चल रहा है, क्योंकि यौन गतिविधियां की समस्या को निर्धारित करना पाना बेहद मुश्किल होता है।
कई डॉक्टर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के परिक्षण के लिए अमेरिकन साइकोट्रिक एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित मानसिक विकारों की किताब (डीएसएम -5) का ही उपयोग करते हैं। इस किताब में सेक्स की लत परीक्षण की श्रेणी नहीं आती है, इसलिए इसका किसी अन्य मानसिक स्वास्थ्य स्थिति, जैसे आवेग नियंत्रण विकार या व्यवहारिक व्यसन की उपश्रेणियों के रूप में परीक्षण किया जाता है।
कुछ डॉक्टर यौन गतिविधियों को चरम अवस्था तक ले जाने से होने वाले नकारात्मक परिणामों को सेक्स की लत मानते हैं। हालांकि इन नकारात्मक प्रभावों को समझने के लिए और रिसर्च की जा रही है।
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