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खजूर के फायदे, उपयोग और नुकसान

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खजूर का नाम लेते ही मुंह में मिठास-सी घुल जाती है। खजूर खाने में जितने मीठे होते हैं, उतने ही लाभकारी भी हैं। फाइबर से भरपूर खजूर में स्वाद के साथ ही सेहत के भी कई राज छिपे हैं।  इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको डेट्स के कई ऐसे फायदों के बारे में बताएंगे, जो आपकी सेहत के साथ ही स्किन और बालों को भरपूर पोषण देंगे।
खजूर क्या है – 
यूं तो फ्रूट्स हर किसी को पंसद होते हैं, लेकिन बात जब खजूर की होती है, तो इसका प्राकृतिक मीठापन इसे और खास बनाता है। यही वजह है कि खजूर एक लोकप्रिय खाद्य पदार्थ है। खजूर को इंग्लिश में डेट्स तो अरबी में तवारीख और फ्रेंच में पामियर के नाम से जाना जाता है। खजूर को ताड़ यानी पाल्म ट्री की प्रजाति का माना गया है। इसका पेड़ काफी बड़ा होता है और पत्तियां भी करीब चार-छह मीटर लंबी होती हैं। इसका वैज्ञानिक नाम फीनिक्स डेक्टाइलीफेरा है ।

माना जाता है कि खजूर की खेती सबसे पहले इराक में शुरू हुई थी,जिसके बाद यह अरब और अन्य देशों में उगाया जाने लगा। सिर्फ फल ही नहीं, बल्कि इसके बीज भी बड़े काम के हैं। कई बार इसके बीजों को कॉफी बीन्स में मिलाया जाता है और इसका प्रयोग कॉफी के विकल्प के तौर पर किया जाता है। वहीं, इसका तेल कॉस्मेटिक और साबुन बनाने में भी इस्तेमाल होता है  आपको बता दें कि ताजे खजूर अगस्त से दिसंबर तक ही मिलते हैं, लेकिन सूखे खजूर साल भर बाजार में उपलब्ध रहते हैं।

खजूर के प्रकार – 
यूं तो दुनियाभर में दो सौ से अधिक किस्म के खजूर पाए जाते हैं, लेकिन यहां हम आसानी से मिल जाने वाले प्रकारों के बारे में बता रहे हैं :

अजवा  – अजवा खजूर लोगों के बीच काफी प्रसिद्ध है। अरब के मदीना से आने वाला यह खजूर स्वाद के साथ ही काफी सेहतमंद और मुलायम होता है। अजवा खजूर अन्य खजूर के मुकाबले छोटा होता है। माना जाता है कि इस खजूर को खाने के बाद मुंह से गुलाब की खुशबू आने लगती है।

डेगलेट नूर  – ट्यूनीशिया और अल्जीरिया की सबसे अच्छी खजूर की किस्मों में से एक डेगलेट नूर है। इसकी खासियत यह है कि यह थोड़ा सूखा और कम मीठा होता है। ये कई पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है । इस खजूर का इस्तेमाल आमतौर पर भोजन में किया जाता है।

मेडजूल – इस खजूर की उत्पत्ति मोरक्को में हुई, जिसे काफी स्वादिष्ट माना जाता है। मेडजूल का स्वाद टॉफी की तरह होता है। मेडजूल को सबसे पौष्टिक भी माना जाता है। यह काले खजूर की सबसे आम प्रजाति है।

हल्लवी  – यह खजूर ताजा खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है। खजूर की यह प्रजाति इराक से ताल्लुक रखती है। इसमें घुलनशील ठोस पदार्थ 28 से 42 प्रतिशत के बीच होते हैं। हल्लवी खजूर बारिश को भी काफी हद तक सहन कर सकते हैं। इस खजूर को अन्य खजूरों के मुकाबले बेहद मीठा माना जाता है। हेल्लवी खजूर आकार में छोटा होता है।

बरही  – बरही खजूर सुनहरे पीले रंग का होता है। यह खजूर अपने अलग स्वाद और अधिक गूदे के लिए जाना जाता है। इस खजूर में ज्यादा गूदा होने की वजह से यह अन्य खजूरों के मुकाबले मोटा होता है। साथ ही काफी मुलायम भी होता है।

हयानी – ये खजूर काफी मुलायम होने के साथ ही काफी गहरे रंग का होता है। हयानी खजूर को ताजा ही खाना चाहिए, क्योंकि यह पकने या ड्राई होने की अवस्था तक पहुंचते-पहुंचते खराब हो जाता है।

खदरावई – खदरावई किस्म का खजूर खासकर इराक में ही पाया जाता है। इस खजूर के पेड़ अन्य खजूरों के मुकाबले कम लंबे होते हैं। इसे सूखे खजूर यानी छूआरे और ताजे फल दोनों तरह से खाया जा सकता है।

डेयरी – यह खजूर काले रंग का होता है। साथ ही यह अन्य खजूरों के मुकाबले काफी लंबा होता है।

इतिमा – यह खजूर भी स्वाद में काफी मीठा होता है। इतिमा अल्जीरिया की प्रजाति है । 

खजूर हमारी सेहत के लिए क्यों अच्छे हैं?
फल और मेवे दोनों तरह से खाए जाने वाला खजूर कई मायनों में फायदेमंद है। यह कैल्शियम, पोटैशियम, प्रोटीन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, विटामिन-बी6, ए और के से भरपूर होता है। इसके अलावा खजूर में कार्बोहाइड्रेट, आयरन, लाभदायक फैट्स, डायटरी फाइबर और फैटी एसिड्स होते हैं। ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर को रोगों से बचाते हैं।

खजूर के फायदे –  
1. ह्रदय स्वास्थ्य
ह्रदय हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, इसलिए इसके स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है। ह्रदय को बेहतर रखने के लिए आप दिनभर में मुट्ठीभर खजूर का सेवन कर सकते हैं। खजूर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण आर्टरी सेल्स से कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद करते हैं । धमनियों (आर्टरी) के सख्त होने व इसमें प्लाक भरने की अवस्था यानी एथेरोस्क्लेरोसिस को भी इससे रोका जा सकता है।

वजन बढ़ने से भी ह्रदय संबंधी रोग हो सकते हैं। ऐसे में खजूर का नियमित सेवन आपके वजन को नियंत्रण में रख सकता है, क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। जब वजन नियंत्रित रहता है, तो आप कई तरह की बीमारियों से बचे रहते हैं।

2. हड्डी स्वास्थ्य
खजूर मैग्नीशियम, सेलेनियम, कॉपर और मैंगनीज का अच्छा स्रोत है। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत करने के साथ ही इनसे जुड़ी परेशानियों को दूर करने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा, खजूर विटामिन-के से भी भरपूर होता है, जो खून को गाढ़ा करने और हड्डियों को मेटाबॉलाइज करने में मदद करता है। नॉर्थ डकोटा स्टेट यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, खजूर में बोरॉन भी होता है, ये एक ऐसा खनिज है, जो हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद है ।

3. रक्तचाप
खजूर रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, क्योंकि इसमें पोटैशियम और मिनरल्स भरपूर होते हैं। करीब 24 ग्राम मेडजूल खजूर में लगभग 167 मिलीग्राम पोटैशियम होता है, जो अन्य फलों की तुलना में काफी अधिक है। शरीर में पोटैशियम की सही मात्रा बनी रहने से गुर्दे की पथरी से भी बचा जा सकता है ।

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार में डेट्स को भी शामिल करना चाहिए । खजूर में पाए जाने वाले पोटैशियम, मैग्नीशियम और फाइबर की वजह से इसका इस्तेमाल रोजाना किया जा सकता है । खजूर में मौजूद मैग्नीशियम आपके ह्रदय और रक्त वाहिकाओं की मांसपेशियों को भी आराम देता है।

4. ऊर्जा बढ़ाने वाला
स्वाद और प्राकृतिक गुणों से भरपूर खजूर आपको ऊर्जा भी देता है। खजूर के रोजाना सेवन से इसके सहायक पोषक तत्व आपको दिनभर थकान महसूस नहीं होने देते। खजूर खाने से दिनभर शरीर में ऊर्जा का संचार इसमें मौजूद पोषक तत्व फ्रूटोज और ग्लूकोज की वजह से होता है ।

5.सूजन  कम करने में सहायक
खजूर के फायदे अनेक हैं। इसमें दर्द और सूजन से लड़ने वाले तत्व भी शामिल होते हैं । जैसा कि हमने लेख के शुरुआत में बताया कि खजूर में मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अगर आपके आहार में मैग्नीशियम कम होगा, तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली सूजन से ठीक तरह से लड़ नहीं पाएगी ।

6. यौन स्वास्थ्य
खजूर को यौन स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि खजूर में पाए जाने वाले प्रोटीन में 23 तरह के एमिनो एसिड पाए जाते हैं , जो यौन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि यौन स्वास्थ्य ठीक करने में केवल प्राकृतिक तरीके से मिलने वाले एमिनो एसिड ही मदद करते हैं ।

एक भारतीय अध्ययन के अनुसार, खजूर का पराग भी यौन स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करता है। इसे प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। खजूर के पराग का उपयोग यौन संबंधी समस्या दूर करने के लिए दवाओं में भी किया जाता है ।

7. स्वस्थ गर्भावस्था
लोगों के जहन में अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या प्रेग्नेंसी के दौरान खजूर का सेवन किया जा सकता है। हम आपको रिसर्च के आधार पर बता रहे हैं कि खजूर मां और बच्चे के लिए सुरक्षित और फायदेमंद है। खजूर में मौजूद फ्रुक्टोज शर्करा शरीर में ब्लड शुगर के स्तर में बदलाव किए बिना ऊर्जा देता है।

गर्भावस्था के दौरान महिला को अतिरिक्त 300 कैलोरी की जरूरत होती है, जिसे डेट्स पूरी करता है । वहीं, खजूर में मौजूद फाइबर गर्भावस्था के दौरान बवासीर को कम करने का काम भी करता है। हालांकि, गर्भावस्था एक नाजुक समय होता है, इसलिए खजूर का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें।

8. मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली
पौष्टिक आहार ही आपके शरीर और प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्युनिटी सिस्टम) को मजबूत बनाए रखने का जरिया होते हैं। इसलिए, खाने में प्रोटीन, आयरन और अन्य विटामिन की मात्रा जरूरी है। प्रोटीन मांसपेशियों को मजबूती देने के साथ ही प्रतिरक्षा प्रणाली को भी प्रबल बनाता है। ऐसे में खजूर का सेवन करना काफी लाभदायक माना जाता है ।

डेट्स में एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं, जो कई तरह की बीमारियों से हमारे शरीर को बचाते हैं। इसमें कैंसर जैसी प्राणघातक बीमारी से लड़ने और इससे शरीर को बचाने की क्षमता होती है। हालांकि, इस विषय पर अभी और वैज्ञानिक अध्ययन की जरूरत है ।

9. कब्ज
खजूर का गूदा कब्ज के इलाज में काफी सहायक होता है। इसमें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण को भी संतुलित रखने के गुण होते हैं । यूनिवर्सिटी रोचेस्टर मेडिकल सेंटर के अनुसार, फाइबर की कमी से कब्ज की समस्या हो सकती है। कब्ज के दौरान हमारे शरीर में मिनरल्स के स्तर में आए असंतुलन को ठीक करने में खजूर कारगर है, क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है । रोजाना करीब 35 ग्राम फाइबर खाने से आपका मल नरम होता है और पाचन प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आती। वहीं, खजूर में मौजूद फाइबर से पेट संबंधित कैंसर को रोकने में भी मदद मिलती है ।

10. कोलेस्ट्रॉल
खजूर खाने से कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है। एक इजरायली अध्ययन में बताया गया है कि अगर एक स्वस्थ व्यक्ति खजूर का रोजाना सेवन करता है, तो कोलेस्ट्रॉल के स्तर और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस पर प्रभावी रूप से असर पड़ता है । खजूर में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को घटाने में भी मदद करता है ।

11. डायरिया
दस्त के दौरान सही भोजन का चुनाव जरूरी होता है। कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के एक रिसर्च के मुताबिक डायरिया में हम जो खाते हैं, उससे कई बार दस्त रुकने के बजाय और बढ़ जाते हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दस्त से निजात पाने में पोटैशियम काफी अच्छा होता । वहीं, आप जान ही चुके हैं कि खजूर पोटैशियम से भरपूर होता है।

12. मस्तिष्क स्वास्थ्य
दिमाग को स्ट्रेस और सूजन से बचाने में खजूर काफी कारगर है। इसका नियमित सेवन आपको न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों से बचा सकता है । न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग दिमाग संबंधी उन बीमारियों को कहा जाता है, जिसमें मस्तिष्क का नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है।

खजूर स्मृति को बढ़ाने में भी लाभदायक पाया गया है। एक अध्ययन के मुताबिक, खजूर में अल्जाइमर (धीरे-धीरे घटती स्मरण शक्ति) के प्रभाव को कम करने की क्षमता है । एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, खजूर दिमाग की सूजन को रोकने में सहायक हो सकता है 

13. कोलन कैंसर
कोलन यानी पेट का कैंसर प्राणघातक हो सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, खजूर में पाए जाने वाले तत्व कोलन कैंसर को रोकने में मदद करते हैं। खासकर, अजवा खजूर में मिलने वाले पॉलीफेनॉल्स कैंसर से बचाव कर सकते हैं । इसके अलावा, खजूर में मिलने वाले फाइबर भी पेट के कैंसर से लड़ने और कब्ज दूर करने में सहायक होते हैं । वहीं, अन्य प्रकार के डेट्स का सेवन करने से भी हमारी आंत में अच्छे बैक्टीरिया पनपनते हैं, जो पेट को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।

14. वजन बढ़ाने में सहायक
अगर आप काफी पतले हैं, तो खजूर का रोजाना सेवन कर अपना वजन बढ़ा सकते हैं। एक रिसर्च के दौरान ग्राउंड डेट सीड्स से वजन में 30% तक की वृद्धि देखी गई है । यह अध्ययन एक बकरी के बच्चे पर किया गया था, इसलिए माना जाता है कि इससे मनुष्यों के वजन में भी इजाफा हो सकता है। हालांकि, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

15. नशे से बचाता है
खजूर का इस्तेमाल नशे को कम करने में भी किया जाता है। हालांकि, इस पर कोई व्यापक शोध नहीं हुआ है , लेकिन इस तथ्य को साबित करने के लिए एक दिलचस्प किस्सा जरूर है। ऐसा माना जाता है कि उत्तरी नाइजीरिया के कुछ हिस्सों में खजूर को काली मिर्च के साथ देसी बीयर में मिलाया जाता था, ताकि बीयर कम नशीली बने।

16. नाइट ब्लाइंडनेस
रात को अंधेपन (रतौंधी) का प्रमुख कारण विटामिन-ए की कमी है। इस लेख में ऊपर दी गई जानकारी से आप जान चुके हैं कि खजूर से विटामिन-ए भरपूर मात्रा में मिलता है। खजूर को नाइट ब्लाइंडनेस को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है ।

17. बवासीर से बचाव
कब्ज की समस्या होने पर बवासीर हो सकती है। जैसा कि इस लेख में हम पहले भी जिक्र कर चुके हैं कि खजूर में पर्याप्त फाइबर होता है। इसलिए, इसके सेवन से बवासीर की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है ।

18. मांसपेशियों का विकास
खजूर को हाई कार्बोहाइड्रेट फल माना गया है, जिस कारण यह मांसपेशियों के विकास में मदद कर सकता है। इस लेख में हम पहले भी जिक्र कर चुके हैं कि खजूर में काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है , जो मांसपेशियों के विकास में काफी सहायक है ।

19. पेट की चर्बी कम करने में सहायक
जी हां, खजूर खाने के फायदे में पेट की चर्बी कम करना भी शामिल है। अगर आप मोटापे से परेशान हैं, तो खजूर को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। डेट्स फाइबर से भरपूर होता है  और फाइबर को आहार में शामिल करने से भूख कम लगती है व बार-बार कुछ खाने की इच्छा कम होती है । खजूर स्वाद में मीठा होता है और आप इसका सेवन आसानी से कर सकते हैं।

20. एनीमिया
शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया होता है। इस घातक समस्या से बचने के लिए आप नियमित रूप से खजूर का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। इसलिए, खजूर को एनीमिया की शिकायत दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

21. आंतों के विकार का इलाज
खजूर के फायदे यकीनन कई हैं। खासकर, इसमें मौजूद फाइबर हमारी आंतों और पाचन तंत्र पर काफी सकारात्मक प्रभाव डालता है। इसमें मौजूद फाइबर और पॉलीफेनॉल्स आंतों में फैलने वाले बैक्टीरिया को बनने से रोकते हैं और आंतों को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं । ऊपर लेख में हम इस बात का भी जिक्र कर चुके हैं कि खजूर के सेवन से कोलन कैंसर से बचा जा सकता है ।

22. त्वचा स्वास्थ्य
खजूर में विटामिन-सी और डी भी काफी मात्रा में पाया जाता है। इसलिए, यह त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। खजूर एंटी-एजिंग तत्वों से भी भरपूर होता है। डेट्स के बीज के अर्क में फाइटोहार्मोन होता है, जो एंटी-एजिंग की तरह काम करता है। यह अर्क झुर्रियों से निजात दिलाने का काम करता है 

23. बालों की सेहत
बालों के लिए भी खजूर काफी फायदेमंद है। आयरन से भरपूर होने के कारण, खजूर स्कैल्प में रक्त संचालन को बढ़ावा दे सकता है, जिससे बालों के विकास में मदद मिलती है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन-ई भी आपके बालों की ग्रोथ के लिए काफी सहायक हो सकता है, लेकिन इस पर वैज्ञानिक अध्ययन होना बाकी है। वहीं माना जाता है कि खजूर के नियमित सेवन से बालों को सफेद होने से भी रोका जा सकता है।

खजूर के पौष्टिक तत्व – 
खजूर विटामिन और मिनरल्स जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है। इसलिए, ये हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी माना जाता है। खजूर के फायदे के बारे में तो हम आपको बता ही चुके हैं। अब आप नीचे दिए गए टेबल से जान सकते हैं कि खजूर में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं।
पोषक तत्वमूल्य प्रति 100 ग्राम
पानी21.32g
ऊर्जा277kcl
कार्बोहाइड्रेट74.97 g
प्रोटीन1.81g
टोटल लिपिड (फैट)0.15 g
कोलेस्ट्रॉल74.97g
फाइबर (टोटल डायटरी)6.7g
शुगर66.47g
 मिनरल्स
कैल्शियम64mg
आयरन0.90 mg
मैग्नीशियम54 mg
फास्फोरस62 mg
पोटैशियम696mg
सोडियम1 mg
जिंक0.44mg
विटामिन
थायमिन0.050mg
राइबोफ्लेविन0.060 mg
नियासिन1.610 mg
विटामिन बी-60.249 mg
फोलेट, डीएफई15µg
 विटामिन ए, आरएई7µg
 विटामिन ए,आई यू149IU
विटामिन के (फाइलोक्विनोन)2.7µg
खजूर का उपयोग – 
इन चिपचिपे, मीठे खजूरों को आप कच्चा खा सकते हैं। इसके अलावा, इसे डेजर्ट बनाने के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है। साथ ही खजूर को निम्न प्रकार से भी खाया जा सकता है :
  • आप डेट्स को सेहतमंद स्नैक्स के रूप में ले सकते हैं। खजूर के बीज को हटाकर इसे आप स्नैक के लिए अखरोट, बादाम व काजू के साथ शामिल करें।
  • आप अपने नाश्ते में भी खजूर के कटे हुए कुछ टुकड़ों को मिला सकते हैं। इससे आपका ब्रेकफास्ट और पौष्टिक हो जाएगा।
  • आप फ्रोजन वनिला दही के साथ खजूर को काटकर परोस सकते हैं।
  • आप सूखे हुए खजूर (छुहारे) को भिगोकर भी खा सकते हैं।
  • खजूर का जूस बनाकर भी लिया जा सकता है। इसमें मौजूद जीवाणुरोधी गुण आपको स्वस्थ रखने में मदद करेंगे। खजूर को छोटे टुकड़ें में काटकर थोड़ा पानी मिलाकर अच्छे से फेंट लें। आपका जूस तैयार है।
  • खजूर का इस्तेमाल मिल्क शेक में भी कर सकते हैं। आप एक गिलास ताजे ठंडे दूध में मुट्ठी भर कटे हुए खजूर मिलाकर अच्छे से फेंट लें। लीजिए तैयार है आपका मिल्क शेक। इसे सुबह और रात के समय पीना काफी फायदेमंद माना जाता है।
नोट : खजूर खाने के फायदे कई सारे होते हैं, इसलिए औषधीय गुणों से भरपूर खजूर आप कभी भी खा सकते हैं। आप एक दिन में चार से पांच खजूर खाए जा सकते हैं। इससे ज्यादा खाने पर डायरिया (दस्त) की समस्या हो सकती है।

खजूर का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?
चयन :
  • डेट्स आमतौर छोटे व बड़े पैकेट में साबूत बेचे जाते हैं।
  • हमेशा चमकदार, नम और बिना पॉलिश किए हुए खजूर ही खरीदें।
  • ताजे खजूर थोड़े सिकुड़े हुए हो सकते हैं, लेकिन वे ज्यादा सख्त नहीं होते। उनकी त्वचा पर क्रिस्टल शुगर भी लगी रहती है।
  • खजूर को मोटा और चमकदार दिखना चाहिए और एक समान रंग होना चाहिए।
कैसे स्टोर करें :
  • हमेशा एक एयरटाइट कंटेनर का इस्तेमाल करें और रेफ्रिजरेटर में डेट्स को रखें। इस तरह खजूर को छह महीने तक स्टोर किया जा सकता है।
  • सूखे खजूर की शैल्फ लाइफ (जीवनकाल) ज्यादा होती है। अगर ऊपर बताए गए तरीके से इन्हें रखा जाए, तो इन्हें 1 साल तक स्टोर किया जा सकता है।
  • एयरटाइट प्लास्टिक की थैली या कंटेनर में डेट्स को रखने से इनकी शैल्फ लाइफ बढ़ जाती है।
  • क्या आप खजूर के साइड इफेक्ट्स के बारे में जानते हैं? अगर नहीं, तो हम बताते हैं।
खजूर के नुकसान –
  • खजूर के गुण जानने के साथ ही इसका ज्यादा सेवन करना कैसे हानिकारिक हो सकता है, यह जानना भी जरूरी है। खजूर के फायदे तो आप ऊपर जान ही चुके हैं, तो चलिए अब जानते हैं इसको अधिक मात्रा में खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं –
  • खजूर का अधिक सेवन आपके वजन को बढ़ा सकता है, क्योंकि 100 ग्राम खजूर में करीब 227 कैलोरी होती है ।
  • खजूर ज्यादा खाने से हाइपरकलेमिया भी हो सकता है। ऐसा रक्त में पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होने के कारण होता है और खजूर में पोटैशियम की मात्रा पर्याप्त होती है(। हाइपरकलेमिया में मांसपेशियों में कमजोरी आने लगती है और कई बार लकवा (paralysis) भी हो सकता है। इसलिए, ज्यादा खजूर खाने से बचें ।
  • शिशुओं के लिए खजूर थोड़ा हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह काफी मोटा और सख्त होता है। शिशु की आंतें पूरी तरह से विकसित नहीं होती हैं, इसलिए वो खजूर को आसानी से पचा नहीं पाते हैं। यह उनके गले में भी अटक सकता हैं। 
शरीर के लिए खजूर खाने के फायदे कई हैं, शायद इसी वजह से विश्व भर में इसे पसंद भी किया जाता है। इसमें मौजूद कई सारे पोषक तत्वों की वजह से इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाना भी जरूरी है, लेकिन डेट्स खाते और खरीदते समय  इस लेख में बताई गई बातों का ख्याल जरूर रखें। 

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