एनल सेक्स (गुदा मैथुन) एक प्रकार की सेक्सुअल क्रिया है। जिसमें सामान्य तरह के सेक्स को न करके उसके विकल्प की मदद ली जाती है। इस तरह के सेक्स में पुरुष अपना लिंग साथी की योनि में प्रवेश न कराकर उसके एनस यानि गुदा में करता है। यह क्रिया दोनों ही साथियों को आनंद प्रदान करती है। इस क्रिया को स्त्री-पुरुष व गे पुरुष भी कर सकते है। अगर आप भी एनल सेक्स या गुदा मैथुन को करने पर विचार कर रहें हैं तो इससे पहले आपको इसको सुरक्षित तरीके से करने के बारे में पूरी तरह से जानकारी जुटानी होगी। इसके सुरक्षा उपायों को जाने बिना एनल सेक्स करना आपके लिए खतरनाक भी हो सकता है।
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एनल सेक्स कैसे करें -
`सेक्स करते समय जब आप एनल सेक्स करते हैं तो आपको यह नया अनुभव लगता है। आप जब भी साथी के साथ एनल सेक्स करें तो इसकी शुरुआत साथी को प्यार से छूने से करें। अगर आप एनल सेक्स को पसंद नहीं करती/ करते हैं, तो आपको आपने साथी से इस बारे में बात कर अपने विचारों को बताना होगा। लेकिन समाज में कई लोग ऐसे भी हैं जिनको एनल सेक्स करना पसंद है और वह सेक्स की परंपरावादी गतिविधियों से बाहर निकलकर कुछ नया करना चाहते हैं।
एनल सेक्स में पुरुष के लिंग का साथी महिला के एनस (गुदा) में प्रेवश कर सेक्स किया जाता है। अगर आप भी इस तरह की क्रिया को करना चाहते हैं तो आपको इस बारे में सबसे पहले साथी से बात करनी चाहिए। साथी के मान जाने के बाद इस तरह के सेक्स को करने से पहले साथी के गुदा में लुब्रिकेशन लगाना चाहिए, क्योंकि गुदा में प्राकृतिक लुब्रिकेशन नहीं बनाता है। इसको करते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि आपका साथी किसी भी तरह की परेशानी या दर्द का सामना न करें।
यह दोनों ही व्यक्तियों को बहुत पसंद आता है। एनल सेक्स बेदह ही उत्तेजक व आनंदपूर्ण प्रक्रिया है। इसकी उत्तेजना को महसूस करने में आपको थोड़ा समय जरूर लगता है, वहीं एक बार में आपको इसका आनंद प्राप्त होना न भी हो, तब आप साथी के दोबारा तैयार होने पर आप इस क्रिया को दोहरा सकते हैं।
एनल सेक्स करने का तरीका और कुछ टिप्स -
एनल सेक्स को ट्राई तो हर दंपत्ति करना चाहते हैं। इसको सेक्स का ही एक अन्य तरीका माना जाता है। पहली बार एनल सेक्स को करते समय बेहद ही दर्द होता है। इसलिए जब महिला साथी इसको करने के लिए तैयार हो तब ही पुरुष को इस तरह का सेक्स आजमाना चाहिए। इस क्रिया को आप सही तरीके से करेंगे तो आपके लिए यह तरीका बेहद ही खास हो जाएगा। इसे करने के लिए भी कुछ टिप्स होते हैं जो नीचे बताए जा रहें हैं।
इस विषय पर बात करें -
एनल सेक्स के बारे में बात करने से आपकी साथी यह भी सोच सकती हैं कि आप अपनी सेक्सुअल जिंदगी से असंतुष्ट हो गए हैं। ऐसे में रात को खाना खाने के बाद या सेक्स करने के बाद जब आप दोनों साथ में आराम के पल बिता रहें हों तो इस विषय पर बात करें। जब आपकी साथी इस बात को समझेगी कि आप अपनी मौजूदा सेक्सुअल जिंदगी से खुश हैं और कुछ नया ट्राई करना चाह रहें हैं तो वो भी इसको करने के लिए विचार करेंगी। अगर वह भी एनल सेक्स को करने में अपनी रुचि दिखाती हैं तो आप दोनों को ही इसे जरूर आजमाना चाहिए और देखना चाहिए कि यह आपके लिए आरामदायक व खुशनुमा सेक्स बन सकता है या नहीं।
साथी की मंजूरी पर ही करें -
आप को एनल सेक्स करते समय अपने साथी की सहूलियत पर ध्यान देना होगा। जब वह आपको रुकने के लिए कहें तो आप तुरंत रुक जाएं। एनल सेक्स को करते समय आप साथी के मूड पर भी गौर करें कि वह इस तरह के सेक्स में खुद को सहज महसूस कर रहीं हैं या नहीं। उनके असहज होने पर इसे न करना ही आपके लिए सही होगा।
साथ में नहाना -
एनल सेक्स से पहले साथी के साथ में नहाने से वह आपके साथ इसे करने के लिए सहज हो जाती है। इस दौरान आप एक दूसरे के करीब भी आ सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एनल सेक्स को करने से पहले आप साथी के साथ नहाते समय उनके एनल के आसपास के हिस्से पर पूरा ध्यान दें। उसको सहलाएं और साफ करें। इससे वह एनल सेक्स के लिए सहज हो जाएंगी।
हर बार साथी की इच्छा जानना जरूरी -
अगर आप अपने पार्टनर के साथ पहले कभी एनल सेक्स कर चुके हैं तब भी आपको इसे दोबारा करने से पहले उनकी इच्छा जान लेना बेहद जरूरी होगा। इससे आप दोनों ही एनल सेक्स को करते समय आनंदित महसूस करेंगे।
लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें -
एक रिसर्च में इस बात का पता चला है कि एनल सेक्स को करते समय अधिकतर लोग लुब्रिकेंट को इस्तेमाल नहीं करते हैं। जबकि इसको इस्तेमाल न करने से आपको एनल सेक्स को करते समय आनंद नहीं आएगा। इसको सही तरीके से करने के लिए आपको पानी और सिलिकोन से युक्त लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करना चाहिए। लुब्रिकेंट के इस्तेमाल से इस क्रिया में दर्द भी नहीं होता है और आप भरपूर आनंद भी ले पाते हैं।
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एनल सेक्स के लिए करें तैयार -
एनल सेक्स को करने से पहले आपको उन्हें तैयार करना होगा। इसके लिए आपको उनके एनल में पहले अपनी एक अंगुली डालनी होगी। जब उनको इसमें कोई परेशानी नहीं हो तो फिर दो अंगुलियों को या किसी सेक्स टॉय को एनल में प्रवेश कराएं। इस दौरान उनकी सहजता को भी आप अनुभव करते रहें। जब आपकी साथी इस तरह की क्रिया से सहज हो जाए, तब जाकर आप अपने लिंग को एनल में प्रवेश करवा सकते हैं। ऐसा करते समय आप अलग-अलग तरह की पोजीशन को भी ट्राई सकते हैं। इससे साथी एनल सेक्स का आनंद लेने लगेंगी।
महिलाओं के लिए सुरक्षित एनल सेक्स से जुड़ी जरूरी बातें -
महिलाओं के साथ एनल सेक्स करते समय आपको कई तरह की सावधानियों को बरतना पड़ता है। इसको करते समय आप जिस अंगुली से उनके एनल(गुदा, मलद्वार) को उत्तेजित करते है, उसी अंगुली से उनकी योनि को उत्तेजित न करें। इससे उनके एनल में मौजूद कई बैक्टीरिया योनि में प्रवेश कर सिस्टाइटिस जैसे आप में कई तरह के मूत्र मार्ग संक्रमण कर सकते हैं।
इस तरह से एनल को उत्तेजित करने वाली अंगुली को यदि आप या साथी मुंह में ले लेती हैं, तो इससे बैक्टीरिया मुंह में आसानी से संक्रमित हो जाते है। इस तरह के यौन संचारित संक्रमण से आपको हेपेटाइटिस व शिगेला हो सकता है।
इसी तरह से एनल सेक्स के बाद योनि में सेक्स करना या ओरल सेक्स करते समय संक्रमण से बचने के लिए आपको नए कंडोम को इस्तेमाल करना चाहिए। इसी तरह की सावधानी आपको सेक्स टॉय इस्तेमाल करते समय भी बरतनी चाहिए।
एनल सेक्स को करने से महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं होती है, क्योंकि पुरुष वीर्य एनल से महिला की योनि तक नहीं पहुंच पाता है। लेकिन आपको सावधानी बरतनी होगी कि एनल सेक्स को करते समय पुरुष वीर्य योनि के संपर्क में न आए। प्रेग्नेंसी को रोकने का सबसे बेहतर विकल्प है कि आप कंडोम का इस्तेमाल करें। इसके इस्तेमाल के बाद प्रेग्नेंसी की संभावनाएं खत्म हो जाती है।
गुदा मैथुन के क्या लाभ होते हैं?
कई लोग ऐसे भी हैं जिनको एनल सेक्स करना पसंद नहीं होता है। वह इसको पसंद इसलिए भी नहीं करते क्योंकि शरीर की यह जगह साफ नहीं होती है। महिलाओं को एनल सेक्स करने से डर लगता है और वह इसको करने में असुरक्षित महसूस करती हैं। लेकिन इसके कुछ अपने फायदे भी होते हैं, जो इस प्रकार हैं -
रोगप्रतिरोध क्षमता मजबूत होना -
सेक्स करना सामान्यतः सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसको करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है, क्योंकि सेक्स करने से कई तरह की एक्सरसाइज हो जाती है। इसके अलावा यह आपके शरीर के नकारत्मक तत्वों को आसानी से शरीर से बाहर करता है और शरीर को बाहरी बीमारियों से दूर रखता है।
गुदा साफ रखने में सहायक -
कोई भी व्यक्ति अपनी आंतों व एनल के बारे में विचार नहीं करता है। लेकिन आपको बता दें कि एनल सेक्स आपके गुदा को साफ करने का काम भी करता है। इससे आप स्वस्थ रहते हैं। शरीर के इस हिस्से पर सेक्स करने से यह सक्रिय हो जाता है और इससे इसमें रक्त प्रवाह में तेजी आ जाती है। इसके अलावा एनल सेक्स करने से आंतों में जमने वाला मल भी आसानी से बाहर आ जाता है।
पुरुषों को पसंद आता है -
कई पुरुषों का मानना है कि एनल सेक्स सामान्य सेक्स से कहीं ज्यादा बेहतर है, क्योंकि एनल योनि से ज्यादा कठोर भाग होता है। इसीलिए शरीर के इस हिस्से द्वार पुरुषों को सेक्स करते समय आनंद आता है। इतना ही नहीं एनल सेक्स को करते समय व्यक्ति को सामान्य से अधिक शक्ति का प्रयोग करना होता है।
महिलाओं को भी करता है आनंदित -
आपको बता दें कि एनल में कई तरह की नसें आकर मिलती है। कुछ इसके पास से गुजरती हैं तो कुछ इस पर सीधे ही मिलती हैं। इस कारण जो महिलाएं सामान्य तरह के सेक्स से संतुष्ट नहीं हो पाती हैं उनको एनल सेक्स में आनंद आता है। कहा जाता है महिलाओं के जी-स्पॉट तक पुरुष तब ही पहुंच पाते हैं, जब वह उनकी योनि के भीतर हिस्से पर दबाव डालते हैं। इस एनल सेक्स से योनि के इसी भीतरी हिस्से पर दबाव पड़ता है और महिलाएं जल्द ही ऑर्गेज्म प्राप्त कर पाती है।
साथी के साथ तालमेल में बढ़ोतरी -
जब आप साथी के साथ एनल सेक्स करते हैं तो आप दोनों के ही बीच में एक विश्वास बनता है। कई महिलाएं संकोच, असुरक्षा और सामाजिक प्रतिष्ठा के कारण भी एनल सेक्स को स्वीकार नहीं कर पाती हैं। फिर भी इसको करने के बाद दोनों ही साथी एक दूसरे के ज्यादा करीब आ जाते हैं, क्योंकि दोनों को ही एक दूसरे की जरूरत होती है। अगर कोई पुरुष एनल सेक्स का अनुभव करना चाहता है और महिला साथी इसको करने के लिए तैयार हो जाती है, तो पुरुष खुद को महिला के और करीब महसूस करता है।
प्रेग्नेंसी का खतरा नहीं होता -
यदि आप केवल एनल सेक्स करते हैं तो इससे महिला के प्रेग्नेंट होने की संभावनाएं खत्म हो जाती है। प्रेग्नेंट होने की संभावनाएं तब ही बनती हैं जब पुरुष का स्पर्म महिला योनि के संपर्क में आ जाता है। योनि से बाहर के हिस्से पर सेक्स क्रिया को आजमाने से महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं होती है। इस तरह से एनल सेक्स, सेक्स के दौरान प्रेग्नेंट हो जाने के तनाव को दूर करता है। महिला के प्रेग्नेंट हो जाने का तनाव खत्म हो जाने के बाद महिला व पुरुष दोनों ही एनल सेक्स को करते समय बेहद ही सुखद और आनंद महसूस करते हैं।
वीर्य से होने वाले फायदे -
वीर्य से कई तरह के फायदे होते हैं। पुरुष का महिला के अंदर वीर्य स्खिलत करने से कई तरह के लाभ होते हैं। सामान्यतः तो यह कार्य योनि में ही किया जाता है। लेकिन कुछ नई रिसर्च में इस बात का पता चला है कि एनल में वीर्य का त्याग भी सामान रूप से ही प्रभावी होता है। वीर्य में मौजूद शुक्राणु चिंता, अवसाद व शरीर के दर्द को दूर करना व बेहतर नींद, ऊर्जा व महिलाओं में यौन इच्छा को बढ़ाने का काम करता है।
सेक्स लाइफ को मनोरंजक बनाता है -
अगर आपकी सेक्सुअल लाइफ बोरिंग हो चुकी है तो एनल सेक्स इसको दोबारा से आनंद से भर देगा। यह कुछ नया ट्राई करने का सबसे बेहतर विकल्प है। इसको करने से आप थकान महसूस नहीं करेंगे। अपने साथी के साथ लंबे समय से एक ही तरह के सेक्स को करते करते ऊब चुके पुरुषों और महिलाओं को यह तरीका पसंद आएगा।
क्या एनल सेक्स (गुदा मैथुन) से नुकसान और इन्फेक्शन का खतरा होता है -
बिना किसी सावधानी और पूरी जानकारी न होने पर एनल सेक्स को करने से कई तरह के संक्रमण होने का खतरा होता है। तो जानते है एनल सेक्स से क्या-क्या संक्रमण हो सकते हैं।
लुब्रिकेशन में कमी -
योनि में सेक्स के दौरान लुब्रिकेशन बनता है लेकिन एनल में योनि की तरह लुब्रिकेशन नहीं बन पाता है। साथ ही इस तरह के सेक्स को करने से एनल के भीतर बैक्टीरिया सीधे खून में पहुंच जाते हैं। इससे यौन संचारित संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है और एचआईवी भी हो सकता है। अध्ययन के अनुसार योनि की अपेक्षा एनल सेक्स को करते समय एचआईवी होने का खतरा 30 प्रतिशत अधिक होता है। इसके अलावा ह्युमन पापीलोमा वायरस- एचपीवी (HPV) आपके गुदा में मस्से व कैंसर का कारण बन सकता है।
भीतरी ऊतकों का ज्यादा नाजुक होना -
एनल के भीतर ऊतक इस हिस्से के बाहरी ऊतकों के मुकाबले बेहद ही कमजोर व संवेदनशील होते हैं। इसके बाहरी हिस्से में मौजूद ऊतक मृत कोशिकाओं के द्वारा चारों ओर से कवर किये होते हैं, यह परत बाहरी संक्रमण से बचाव करती हैं। लेकिन अंदर के ऊतकों में किसी तरह की कोई परत मौजूद नहीं होती जिससे वह जल्द ही संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं।
मल को रोक पाने में मुश्किल होना -
गुदा एक गोल आकार की नली की तरह होता है। इसमें मल को रोकने की क्षमता होती है। साथ ही मल त्यागने के बाद यह हिस्सा सख्त हो जाता है। जब यह हिस्सा सख्त होता है तो एनल सेक्स बेहद ही पीड़ादायक होता है। बार-बार एनल सेक्स करने से यह हिस्सा कमजोर हो जाता है और आप मल को त्यागने के बाद भी रोक नहीं पाते हैं। इसके लिए आपको कीगल एक्सरसाइज करनी चाहिए। यह इस हिस्से को मजबूत बनाने का काम करती है।
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एनल में कई बैक्टीरिया होते हैं -
बेशक आप और आपकी साथी को किसी तरह की यौन समस्या या संक्रमण न हो, लेकिन फिर भी यदि आप एनल सेक्स करते हैं तो आपको संक्रमण होने का खतरा होता है, क्योंकि आपके एनल में कई तरह के बैक्टीरिया होते हैं। जो एनल सेक्स के बाद सामान्य सेक्स करते समय महिलाओं की योनि में पहुंचकर मूत्र संबंधी कई तरह के संक्रमणों का कारण बन सकते हैं।
इसको करने के बाद आप ओरल सेक्स न करें। इससे आप और आपका साथी हेपेटाइटिस, हर्पीस, एचपीवी (HPV), और अन्य तरह के संक्रमण हो सकते हैं। इसके अलावा एनल सेक्स से किसी तरह की कोई गंभीर चोट नहीं पहुंचती है, लेकिन फिर भी आपको सावधानी जरूर बरतनी चाहिए। इसको करते समय कई बार एनल से खून भी आने लगता है। इस तरह की स्थिति होने पर आप तुरंत किसी डॉक्टर से सलाह लें और इसका इलाज कराएं।
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