संभोग के दौरान दोनों पुरुषों और महिलाओं को दर्द हो सकता है, लेकिन महिलाओं को इसका अनुभव अधिक होता है और दर्द, मध्यम से काफी गंभीर भी हो सकता है।
सेक्स के दौरान अक्सर होने वाले दर्द को मेडिकल भाषा में डिस्परेयूनिया (Dyspareunia) कहते हैं। इसके कारण व्यापक रूप से भिन्न भिन्न होते हैं। इससे कठिनाई और आपके रिश्ते में भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके कारण शारीरिक या मनोवैज्ञानिक हो सकते हैं या वे रजोनिवृत्ति से भी संबंधित हो सकते हैं।
इस समस्या का समाधान एस्ट्रोजेन थेरेपी, मौजूदा दवाएं बदल कर या काउंसलिंग द्वारा हो सकता है।
संभोग के दौरान दर्द के लक्षण -
डिस्परेयूनिया का सीधा सा लक्षण संभोग करते समय दर्द होना है जो योनि के मुख या श्रोणि की गहरायी में हो सकता है। इन जगहों पर दर्द, जलन, धमक या तेज सनसनाहट हो सकती है। सेक्स में असंतोष या उदासीनता इसके परिणाम हो सकते हैं।
इसे भी पढ़े - सेक्स थेरेपी के फायदे
इसे भी पढ़े - फोरप्ले क्या है, कैसे करें और फायदे
इसे भी पढ़े - क्या सेक्स का मतलब प्यार है?
सेक्स के दौरान होने वाले दर्द के कारण -
डिस्परेयूनिया के अलग अलग कारण हैं और इसके शारीरिक, मनोवैज्ञानिक या दोनों कारक हो सकते हैं। दर्द की जगह खासतौर से शारीरिक कारणों की पहचान करने में मदद कर सकती है।
शारीरिक कारण: शुरुआती दर्द
योनि में लिंग के प्रवेश करते समय दर्द, योनि के सूखेपन, योनि में दर्दनाक ऐंठन (Vaginismus), जननांग में चोट और अन्य कारणों से हो सकता है। (और पढ़ें - पहली बार सेक्स और सेक्स पोजीशन)
योनि का सूखापन:
यौन उत्तेजना के दौरान, योनि के मुख पर उपस्थित ग्रंथियां संभोग को आसान बनाने के लिए तरल पदार्थ स्रावित करती हैं। इस तरल का बहुत कम स्रावण दर्दनाक संभोग का कारण बन सकता है।
- अपर्याप्त लुब्रिकेशन निम्न की वजह से उत्पन्न हो सकता है:
- फोरप्ले की कमी।
- विशेष रूप से रजोनिवृत्ति या प्रसव के बाद, एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी।
- दवाइयां, जिनमें कुछ अवसादरोधी, एंटीहिस्टामिन (Antihistamines) और गर्भनिरोधक गोलियां आदि।
योनि का संकुचन (Vaginismus):
पैल्विक फ्लोर की मांसपेशियों के अनैच्छिक (Involuntary) संकुचन से यह स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे संभोग के समय दर्द होता है।
जननांगों में चोट (Genital injury):
जननांग क्षेत्र में किसी भी प्रकार की चोट डिस्परेयूनिया का कारण हो सकती है। उदाहरण के लिए, महिला जननांग विकृति (Female genital mutilation), श्रोणि की सर्जरी या दुर्घटना से उत्पन्न होने वाली चोटें आदि। प्रसव के बाद दर्दनाक संभोग होना भी आम बात है। कुछ शोधों से पता चलता है कि 45 प्रतिशत प्रतिभागियों ने प्रसवोत्तर डिस्परेयूनिया का अनुभव किया है।
सूजन या संक्रमण (Inflammation or infection):
योनि मुख के आसपास सूजन को वल्वर वेस्टिब्युलिटिस (Vulvar vestibulitis) कहा जाता है। इससे डिस्परेयूनिया हो सकता है। योनि में यीस्ट संक्रमण, मूत्र पथ संक्रमण या यौन संचारित रोग (एसटीआई) भी दर्दनाक संभोग का कारण बन सकते हैं।
त्वचा रोग (Skin disorders):
जननांग क्षेत्र में एक्जिमा, लाइकेन प्लेनस (Lichen planus), लाइकेन स्केलेरोसस (Lichen sclerosus) या अन्य त्वचा रोगों से भी डिस्परेयूनिया की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। कपड़ों, कपड़े धोने वाले पाउडर या निजी सफाई के लिए उपयोग किये जाने वाले उत्पादों से जलन या एलर्जी होने पर भी दर्द हो सकता है।
जन्म से असामान्यताएं होना:
डिस्परेयूनिया के कम प्रमुख कारणों में योनि का अधूरापन (Vaginal agenesis) शामिल है। इसमें योनि पूरी तरह से विकसित नहीं होती है, या हेमैन (Hymen) में छिद्र नहीं होता है अर्थात हेमैन, योनी के मुख को बंद रखता है।
शारीरिक कारण: थोड़ी देर बाद होने वाला दर्द
यदि योनि गहरायी में लिंग के प्रवेश करने पर दर्द होता है या किसी विशेष स्थिति में अधिक तेज़ होता है, तो हो सकता है ये स्थिति किसी मेडिकल इलाज के परिणामस्वरूप उत्पन्न हुयी हो।
मेडिकल उपचार जो दर्द उत्पन्न कर सकते हैं उनमें, पेल्विक सर्जरी, हिस्टेरेक्टॉमी (Hysterectomy) और कुछ कैंसर के इलाज आते हैं।
ये स्थितियां निम्नलिखित हो सकती हैं:
सिस्टाईटिस (cystitis):
यह मूत्राशय के भीतर होने वाला बैक्टीरियल संक्रमण है। इसमें मूत्राशय की दीवार पर सूजन आ जाती है।
एंडोमेट्रिओसिस (Endometriosis): इसमें गर्भाशय के अंदर पाया जाने वाला एक ऊतक बढ़कर गर्भाशय के बाहर फैलने लगता है।
गर्भाशय फाइब्रॉएड (Uterine Fibroids):
गर्भाशय फाइब्रॉएड एक प्रकार के मांसल ट्यूमर होते हैं जो गर्भाशय (गर्भ) की दीवार में बनते हैं।
अंदरूनी सिस्टाईटिस (Interstitial cystitis):
मूत्राशय की दर्दनाक क्रोनिक स्थिति।
अनियमित मलत्याग (Irritable bowel syndrome):
पाचन तंत्र की गड़बड़ी।
ओवेरियन सिस्ट (Ovarian cysts):
अंडाशय के भीतर तरल पदार्थ भर जाना।
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID- Pelvic inflammatory disease):
आमतौर पर संक्रमण के कारण महिला प्रजनन अंगों में होने वाली सूजन।
गर्भाशय आगे बढ़ना (Uterine prolapse):
एक या अधिक श्रोणि अंगों का योनि तक बढ़ जाना।
मनोवैज्ञानिक कारण
सेक्स के दौरान होने वाले दर्द में आम भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक कारक अहम भूमिका निभा सकते हैं।
- चिंता, डर और डिप्रेशन, यौन उत्तेजना में कमी ला सकते हैं और योनि के सूखेपन या योनि के संकुचन का कारण हो सकते हैं।
- तनाव, पैल्विक क्षेत्र की मांसपेशियों को कसने के कारण दर्द पैदा कर सकता है।
- पहले कभी यौन दुर्व्यवहार या यौन हिंसा भी डिस्परेयूनिया का कारण हो सकते हैं।
सेक्स के दौरान होने वाले दर्द का निदान -
डॉक्टर आपसे आपका मेडिकल इतिहास पूछेंगे और दर्द के कारणों की पहचान करने के लिए पेल्विक जांच करेंगे।आपको दर्द होने वाली सही जगह, दर्द का समय और कितनी देर दर्द होता है ये पता होना चाहिए। इसके साथ ही डॉक्टर से पिछले यौन अनुभवों और प्रजनन इतिहास के बारे में खुलकर बात कीजियेगा। कुछ भी छुपाने की ज़रूरत नहीं है।
इसे भी पढ़े - सेक्स से जुड़े मर्दों के डर
इसे भी पढ़े - डिलीवरी के बाद सेक्स (संभोग)
इसे भी पढ़े - बेहतर सेक्स लाइफ के लिए योग
पैल्विक जांच
पैल्विक जांच के दौरान डॉक्टर, संक्रमण या संरचनात्मक असामान्यताओं की जांच करते हैं।
वो इस जांच के लिए स्पेक्युलम (Speculum- एक उपकरण) का उपयोग करेंगे जो योनि में अंदर डाला जाता है। ये डिस्परेयूनिया से ग्रस्त महिलाओं में थोड़ी असुविधा या दर्द पैदा कर सकता है।
इस जांच के दौरान कब और कहाँ दर्द होता है, ये डॉक्टर को ज़रूर बताएं, ऐसा करने से इसके कारणों की पहचान करने में मदद मिल सकती है।
दर्द की सही जगह पता करने के लिए डॉक्टर आपके जननांगों और पैल्विक मांसपेशियों को धीरे से दबा कर चेक करेंगे।
पैल्विक अल्ट्रासाउंड द्वारा संरचनात्मक असामान्यताओं, एंडोमेट्रिओसिस (Endometriosis), गर्भाशय फाइब्रॉएड या ओवेरियन सिस्ट का पता लगाया जा सकता है।
संभोग के दौरान होने वाले दर्द का इलाज -
इस समस्या का इलाज दवाओं या काउंसलिंग द्वारा इसके कारण को दूर करने से होता है।
दवाएं
दवाओं द्वारा संक्रमण या उन स्थितियों का ही इलाज किया जा सकता है जो इलाज करने योग्य होती हैं।
यदि इन दवाओं से योनि में सूखापन हो रहा हो तो डॉक्टर कोई अन्य विकल्प सुझा सकते हैं।
एस्ट्रोजन हार्मोन, उन महिलाओं को योनि का सूखापन दूर करने के लिए दिया जाता है जिनमें एस्ट्रोजन का स्तर कम होता है।
प्रतिकूल प्रभावों में कम से थोड़े ज्यादा हॉट फ्लैशेस (Hot flashes) का अनुभव होता है:
डिसेंसिटाईजेशन थेरेपी (Desensitization therapy)
इस उपचार के दौरान, आप योनि को आराम पहुंचने वाली एक्सरसाइज सीखेंगी जो दर्द कम कर सकती हैं। डॉक्टर आपको सेक्स के समय दर्द कम करने के लिए पेल्विक फ्लोर के व्यायाम जैसे कीगल एक्सरसाइज या उसके अन्य तरीकों की सलाह दे सकते हैं।
काउंसलिंग या सेक्स थेरेपी (Counseling or sex therapy)
यदि लंबे समय तक सेक्स करने में दर्द हो रहा हो, तो उपचार के बाद भी आप कम यौन उत्तेजना अनुभव कर सकती हैं। यदि आप और आपके पति दर्दनाक संभोग के कारण अंतरंगता (Intimacy) से परहेज करने लगें, तो आपको उनसे बात करके अंतरंगता बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए। डॉक्टर, काउंसलर या सेक्स थेरेपिस्ट से बात करने से इन मुद्दों को सुलझाने में मदद मिल सकती है। मनोचिकित्सा द्वारा भी नकारात्मक विचारों और व्यवहारों को बदलने में सहायता मिल सकती है।
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।