गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

C Language क्या है ?

Image SEO Friendly


C एक कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जो General Purpose के लिए उपयोग में लाई जाती है। आसान भाषा में यह एक कंप्यूटर की भाषा है जो कंप्यूटर को यह निर्देश देती है कि उसे किस तरह का काम करना है।आप तो जानते ही होंगे कि कंप्यूटर सिर्फ बाइनरी लैंग्वेज समझता है जिसे मशीनी भाषा कहा जाता है। हर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का एक compiler होता है जो कंप्यूटर स्क्रीन पर लिखे गए कोड को बाइनरी में बदल देता है और कंप्यूटर उसी कोड के अनुसार काम करता है।

किसी भी सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन को बनाने के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का ही यूज़ किया जाता है. C Language एक बहुत पुरानी लैंग्वेज है जिसे 1972 के आसपास बनाया गया था. C बहुत ही Simple और Easy Language है। अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं की तुलना में. इसी लैंग्वेज के ऊपर कई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बनाएं गए है जैसे C++ , Java , JavaScript , PHP आदि।

इसलिए अगर हम C Language को सीख ले तो बाकी लैंग्वेज को सीखना काफी आसान हो जाता है। आज भी कई स्कूल में कंप्यूटर साइंस की फ़ील्ड में सबसे पहले C भाषा को ही पढ़ाया जाता है क्योंकि इसे आप आसानी से सीख और समझ सकते है. इसके Syntax और Grammar काफी आसान है. आपको शायद नहीं होगा कि माइक्रोसॉफ्ट की विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम C Language में ही बनी है।और अभी भी माइक्रोसॉफ्ट के कई प्लेटफॉर्म पर इसका इस्तेमाल होता है।

सी लैंग्वेज सिखने से पहले ये जानना जरुरी है की आखिर ये सी लैंग्वेज है क्या इसका क्या यूज़ है ये कब कब काम आता है और इसका कहा इस्तेमाल किया जाता है और C Programming Language सिखने के क्या क्या फायदे है (Advantages of c language in hindi) अडवानटेजस ऑफ़ सी लैंग्वेज।

सी लैंग्वेज एक कंप्यूटर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है आसान भाषा में कहे तो ये कंप्यूटर की भाषा है या फिर कहलो कोडिंग (Coding) है जिसका इस्तेमाल करके कंप्यूटर समझ पता है की हम उसे क्या कमांड यानि निर्देश दे रहे है इसके इस्तेमाल से आप फर्मवेयर (Firmware) या फिर एप्लीकेशन (Application) या फिर सॉफ्टवेर (Software) बना सकते है अगर इसे किताबी भाषा में कहे तो ये एक हाई लेवल (High Level) स्ट्रक्चर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (Structured Programming Language) है।

C Language का इतिहास (history of c)

C Language की शुरुआत 1960 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हो गई थी और उस समय इसे B Language के नाम से जाना जाता था। इसके बाद 1972 में Bell Labs के एक कंप्यूटर वैज्ञानिक ने इसमें सुधार करके इसे C Language का नाम दिया. उनका नाम डेनिस रिची था और इन्हीं को C Language का Inventor भी माना जाता है. उस समय ये Unix और Dos के लिए उपलब्ध था। और इन दोनों के लिए Compiler भी अलग अलग थे।

Feature Of C Language 

  • C भाषा की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित है जिसके कारण यह एक पॉपुलर लैंग्वेज बनी और इतनी पुरानी होने के बाद भी इसका यूज़ हो रहा है। तो देखते हैं कि वो मुख्य विशषताएं कौन सी है –

  • C को  एक Middle Level Language माना जाता है क्योंकि इसमें उच्चस्तरीय और निम्नस्तरीय दोनों भाषाओं के गुण पाए जाते है।
  • इस लैंग्वेज का ज्यादा use System Programming के लिए होता है।
  • C एक Structured Programming Language होता है मतलब इसके प्रोग्राम को कई भागों में तोड़ा जा सकता है जिससे कि प्रोग्राम को समझने में काफी सहायता मिलती है।
  • C में बने हुए प्रोग्राम काफी Fast होते हैं और अन्य लैंग्वेज के मुकाबले इनका Execution बहुत तेज होता है।
  • इस लैंग्वेज का अपना खुद का Grammer है इसलिए इसमें Specific Syntax होते है जो इसे सरल और आसान बनाता है।
  • कुल मिलाकर C Language बहुत ही Easy और Powerful Language है जो कई तरह के प्रोग्रामिंग के लिए उपयोग में लाई जाती है।

C Language का उपयोग कहां कहां पर होता है ( Use of C Language )

C एक बहुत Powerful Language है क्योंकि इसका उपयोग बहुत ही High Level की चीज़ो में होता है।

In System Programming – C का सबसे ज्यादा इस्तेमाल System Programming यानि System Application बनाने में किया जाता है. जैसे Operating System , Compiler ,BIOS Etc. कई बड़े Operating System जैसे Windows , Linux और Unix को C Language में ही बनाया गया है।

In Database Software – विभिन्न प्रकार के Database के Software को C की ही मदद से बनाया जाता है. Database की मदद से किसी भी Application के Data को व्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से रखा जाता है. C भाषा से ही कई Popular Database Management Software जैसेMySQL और Oracle को बनाया गया है।

In Graphical Application – कई तरह के GUI ( Graphical User Interface ) वाले Application और Game C भाषा से ही बनते है. प्रसिद्ध Graphic Designer Adobe के सॉफ्टवेयर Photoshop को भी बनाने में सी का इस्तेमाल किया गया था।

In Networking Device – C भाषा का use Network Driver और Networking Device बनाने में किया जाता है. किसी भी Network वाले device में एक सॉफ्टवेयर होता है ताकि उस device से चलने वाले Network को मैनेज किया जा सके. इसके अलावा कंप्यूटर सर्वर को भी मैनेज करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

C Programming में इस्तेमाल होने वाले कुछ Steps

इस लेख C Language in hindi में हम समझेंगे कि एक C Program को बनाने के लिए कितने Steps से होकर गुजरना पड़ता है –
  • Program Writing : यह पहला Stage होता है किसी भी C Program की Life Cycle का. इसमें C के Code Editor में C Language की Grammar और Syntax के Rule के हिसाब से Program को लिखा जाता है. इस लिखे गए Program को Source Program या Source Code कहा जाता है।
  • Program Compiling : Program Writing के Complete होने के बाद Program को Compile किया जाता है. मतलब Compiler उस Source Program को computer acceptable means machine language में ट्रांसलेट कर देता है ताकि कंप्यूटर उसे एक्जीक्यूट कर सके।
  • Program Execution : C Programming की यह Last Stage है जिसमें Program को Run होने लायक बनाया जाता है. मतलब Source Program में दिए गए Instructions को एक्जीक्यूट किया जाता है और Finally उस Program का Output आ जाता है।

सी लैंग्वेज ( C Programming Language ) कैसे सीखे

कंप्यूटर की पढाई में आज कल विद्यार्थियों काफी तेजी से रूचि यानि की इंटरेस्ट बढ़ रहा है कोई कंप्यूटर में सॉफ्टवेर इंजिनियर (Software Engineer) बनना चाहता है तो कोई कंप्यूटर हार्डवेयर इंजिनियर (Computer Hardware Engineer) तो कोई हैकर बनना चाहता है आपको इस कंप्यूटर की फिल्ड में कई सारे कोर्स मिल जायेगे जिसमे से एक कोर्स बहोत पोपुलर है। जो   की कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (Computer Programming Language) है जिसे हम आम भाषा में कोडिंग करना भी कहते है लेकिन अब सवाल उठता है की आखिर कैसे सीखे कोडिंग (Coding) है प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कैसे सीखे ? अब प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कई सारे होते है जैसे की सी लैंग्वेज (C Language) , जावा लैंग्वेज (Java Language) , सी प्लस प्लस (C++) इत्यादि तो यहाँ पर आपको एक लैंग्वेज सबसे पहले आना जरुरी है सी लैंग्वेज (C Language) एक सबसे इजी और आसान लैंग्वेज है अगर आपको सी लैंग्वेज सिख लेते हो तो इसके बाद आप बाकी लैंग्वेज आसानी सिख सकते है।

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (Computer Programming Languages) में C लैंग्वेज बहोत ही पोपुलर है और इसका प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल अभी भी कई सॉफ्टवेर बनाने में किया जाता है ये एक बेसिक्स और बहोत ही इजी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज माना जाता है अगर आपने सी लैंग्वेज सिख लिया तो बाकी कंप्यूटर लैंग्वेज भी आसानी से सिख सकते है जावा लैंग्वेज (Java Language) , सी प्लस प्लस (C++) इत्यादि तो चलिए सीखते है C प्रोगाम्मिंग लैंग्वेज (C Programming Language) हिंदी में यानि की कोडिंग कैसे करे (How to code information in hindi) और कैसे एक छोटा सा सी लैंग्वेज में प्रोग्राम बनाये।

सी लैंग्वेज को पूरा सीखना कोई एक दिन का काम नहीं है इसके लिए आपको महीनो लग सकते है साथ में या पर अपने कोडिंग को सुधारने के लिए आपको रोजाना प्रैक्टिस करना भी जरुरी है कोडिंग में तो यहाँ पर में आपको कुछ बेसिक्स बताने वाला है सी लैंग्वेज में जैसे की सिंटेक्स (Syntax) क्या होता है , डेटा टाइप्स (Data Types) क्या होते है और किस सॉफ्टवेर में सी लैंग्वेज सिखा जाता है साथ में एक छोटा सा प्रोग्राम बनाना भी बताऊंगा जिसे आपको सी लैंग्वेज का बेसिक्स (Basics) आजायेग यानि अगर आप बिगिनर (Beginner) हो तो आपके लिए ये जानना जरुरी है।

सी लैंग्वेज सिखने के लिए यानि कोडिंग की प्रैक्टिस करने के लिए आपको एक सॉफ्टवेर की जरुरत होगी वैसे आपको इन्टरनेट में कई सरे सॉफ्टवेर मिल जायेंगे लेकिन सी लैंग्वेज के लिए Turbo C/C++ काफी पोपुलर सॉफ्टवेर है जहा पे आप सी लैंग्वेज के कोडिंग की प्रैक्टिस कर सकते है।

 स्टेप 1 :  सॉफ्टवेर डाउनलोड करे  
अगर आपको कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में सी लैंग्वेज (C Language) सीखना तो इसके लिए आपको प्रैक्टिस करने की काफी जरुरत होगी की प्रैक्टिस से ही आप अपने कोडिंग स्किल को और बेहतर बना सकते है और इसके लिए आपको एक सॉफ्टवेर की जरुरत होगी जहा पर आपको सी लैंग्वेज (C Language) के प्रोग्राम बनाने होंगे जहा पर आप प्रैक्टिस कर सकते है इस सॉफ्टवेर का नाम है टर्बो सी (Turbo C/C++) ये सॉफ्टवेर फ्री है इसे आपको यहाँ डाउनलोड पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते है।⇒ TURBO C/C++ Downlode here..

स्टेप 2 :  C Language के बेसिक्स चीजों को समझे
जैसे ही आप इस सॉफ्टवेर को डाउनलोड कर लेते है इसके बाद अब आपको सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (C Programming Language)के कुछ बेसिक्स समझने होंगे जैसे की सिंटेक्स क्या है इसका क्या क्या काम है हैडर फाइल्स (Header Files) क्या होते है इसके लिए आप एक छोटा सा  सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (C Programming Language) का हेल्लो वर्ल्ड (Hello World) प्रोग्राम देख सकते है और उसमे आपको समझ आजायेगा की हैडर फाइल्स क्या है । main() क्या होता है इत्यादि ये सब चीज़ बेसिक्स समझे पहले।

स्टेप 3 :  अब Data Types और variable का कांसेप्ट समझे
जैसे ही आप सी लैंग्वेज का बेसिक्स पता चल जाता की सिंटेक्स (Syntax) क्या होता है ? हैडर फाइल्स (Header Files) क्या होता है इसके बाद आपको समझना होगा की आखिर ये डेटा टाइप्स (Data Types) क्या होते है वेरिएबल नेम (Variables name) क्या होते है क्यों कंप्यूटर के मेमोरी (Memory) में आप किसी भी डाटा को ऐसे ही स्टोर नहीं कर सकते उसका नाम और डाटा टाइप डिक्लेअर करना जरुरी है। ये चीज़े बेसिक्स में आती है जो आपको पता होना चाहिए तभी आप एक प्रोग्राम बना सकते है सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (C Programming Language) में।

स्टेप 4 :  अब function और keywords का यूज़ समझे
ये सभी चीज़े समझने के बाद अब आपको समझना होगा की ये फंक्शन क्या है ? सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (C Programming Language) , कीवर्ड्स (Keywords) क्या होते है जैसे की printf या scanf क्या है इसका क्या यूज़ है %d , %f , %s क्या है कब लगाया जाता है ये सब चीज़े समझना बहुत जरुर है वरना बहोत कांफुसिंग हो जाता बाद में प्रोग्राम बनाने में तो इन सभी चीजों का कांसेप्ट पहले क्लियर हो तो ज्यादा बेहतर रहता है ताकि प्रोग्राम में दिक्कत न हो।

स्टेप 5 :  अब एक छोटा सा प्रोग्राम बनाये
C -Language -क्या -है


ये सभी चीज़े सिखने के बाद अब आप आसानी से छोटा मोटा प्रोग्राम सी लैंग्वेज में बना सकते है चाहे वो हेल्लो वर्ल्ड का प्रोग्राम हो या दो नंबर को जोड़ने वाला प्रोग्राम हो आप इन्टरनेट में सर्च कर सकते है C Language simple Program आपको कई सारे प्रोग्राम मिल जायेंगे जिन्हें आप खुद से प्रैक्टिस करके समझ सकते है।

स्टेप 6 :  अब एक C language की बुक ख़रीदे
जैसे ही आप सब कुछ बेसिक्स समझ जाते है एक छोटा मोटा प्रोग्राम बना लेते है इसके बाद अब आपको एक बुक (Book) यानि किताब लेना बहोत जरुरी है सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (C Programming Language) आप सी भी बुक ले सकते जिससे आपको टॉपिक वाइज समझने में आसानी होगी क्यों की अगर आप ऐसे इन्टरनेट में सर्च करेंगे तो आपको थोडा मुस्किल हो जायेगा की कोनसा टॉपिक पहले समझे तो कोसिस करे एक बुक लेले हेल्प क लिए बाकी आप इन्टरनेट का इस्तेमाल भी कर सकते है।

तो इस तरह से आप आसानी से सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (C Programming Language) सिख सकते घर पर ही अगर आप सीखना चाहते है लेकिन लिए आपको अच्छे से और मन लगाके सीखना होगा आप एक अच्छे कोडर या प्रोग्रामर (Programmer) बन सकते है।

No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"