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चर्बी की गांठ (लिपोमा) के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार

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कई बार हमारे शरीर में किसी भी जगह गांठ बन जाती है। इसे आम भाषा में चर्बी की गांठ या फिर लिपोमा भी बोला जाता है। हालांकि, इसमें ज्यादा दर्द तो नहीं होता, लेकिन दिखने में अजीब लगती है। अगर यह गांठ ऐसी जगह हो, जो सभी को नजर आए, तो और बुरा लगता है। ऐसे में कुछ लोग तो घर से बाहर निकलना तक बंद कर देते हैं। अगर आप भी कुछ ऐसी समस्या से गुजर रहे हैं, तो हमारा यह लेख काफी हद तक आपकी मदद कर सकता है। इस लेख में हम चर्बी की गांठ के लक्षण और चर्बी की गांठ के कारण के साथ-साथ चर्बी की गांठ का इलाज करने की जानकारी देंगे।

चर्बी की गांठ होने के कारण – 
चर्बी में गांठ उत्पन्न होने का कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारणों के बारे में हम यहां बता रहे हैं :
  • जन्मजात (आनुवंशिक)
  • घाव के कारण
  • मोटापा
  • अधिक शराब का सेवन
  • लीवर संबंधी रोग

चर्बी की गांठ के लक्षण – 
चर्बी में गांठ उत्पन्न होने से पहले उसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। समय रहते उपचार करने पर इस समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है। लिपोमा के मुख्य लक्षण निम्न प्रकार से हैं :
  • यह गांठ गर्दन, कंधे, हाथ, कमर, पेट व जांघ पर नजर आती है।
  • छूने पर गांठ महसूस होती है और दबाने पर अपनी जगह से हिल सकती है।
  • अगर गांठ के कारण किसी नस पर दबाव पड़ता है, तो दर्द हो सकता है।
  • इसके कारण कुछ लोगों को कब्ज की समस्या भी हो सकती है।
  • अगर आप घर बैठे-बैठे चर्बी की गांठ का इलाज करना चाहते हैं, तो इस लेख का अगला भाग जरूर पढ़ें।
चर्बी की गांठ कम करने के लिए घरेलू उपाय – 
लिपोमा का इलाज करवाने के लिए लोग पानी की तरह पैसा बहाते हैं, जबकि इसे कुछ आसान नुस्खों से ठीक किया जा सकता है। यहां हम चर्बी के गांठ का इलाज घरेलू तरीके से करने के बारे में बताएंगे, जो इस प्रकार हैं :

1. नींबू पानी
सामग्री:
  • नींबू का रस
  • पानी
  • रूई
कैसे करें इस्तेमाल:
  • नींबू के रस और पानी को बराबर मात्रा में मिलाएं।
  • इस रस में रूई को भीगोकर गांठ पर लगाएं।
  • फिर इसे सूखने दें।
  • आप रोज सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पी भी सकते हैं।
कितनी बार करें:
  • दिन में 3 से 4 बार उपयोग करें।

कैसे है फायदेमंद:
गांठ होने और इसे बढ़ावा देने के लिए शरीर की सूजन जिम्मेदार हो सकती है। वहीं, नींबू में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं , जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे चर्बी की गांठ को दूर किया जा सकता है। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि नींबू के उपयोग से सूजन को कम कर चर्बी की गांठ की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है ।

2. सेब का सिरका
सामग्री:
  • सेब का सिरका
  • पानी
  • सूती कपड़ा

कैसे करें इस्तेमाल:
  • एप्पल साइडर विनेगर और पानी को समान मात्रा में मिलाएं।
  • इस मिश्रण में सूती के कपड़े को भिगोकर प्रभावित क्षेत्र पर 5 मिनट तक रखें।
  • कपड़े को हटाने के बाद उस जगह को गुनगुने पानी से धो लें।

कितनी बार करें:
  • ऐसा दिन में दो से तीन बार करें।

कैसे है फायदेमंद:
लिपोमा का इलाज सेब के सिरके से भी किया जा सकता है। दरअसल, सेब के सिरके का इस्तेमाल करने से शरीर को डिटॉक्सीफाई किया जा सकता है। साथ ही इम्यून सिस्टम बेहतर होता है और रक्त संचार भी ठीक हो सकता है। इससे गांठ से राहत मिल सकती है । यहां हम स्पष्ट कर दें कि इस विषय में सेब के सिरके पर ज्यादा वैज्ञानिक अध्ययन नहीं हुआ है।

3. हल्दी
सामग्री:
  • एक चम्मच हल्दी पाउडर
  • पानी आवश्यकतानुसार

कैसे करें इस्तेमाल:
  • हल्दी पाउडर में पानी मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • इसे प्रभावित जगह पर लगा लें।
  • करीब 10-15 मिनट तक सूखने दें।
  • फिर पानी से धो लें।
  • आप दूध को हल्का गर्म करके उसमें हल्दी पाउडर मिलाकर भी पी सकते हैं।

कितनी बार करें:
  • इसे दिन में दो बार उपयोग कर सकते हैं। साथ ही दिन में 1 गिलास दूध में हल्दी मिलाकर भी पी सकते हैं।

कैसे है फायदेमंद:
चर्बी के गांठ का इलाज हल्दी से भी किया जा सकता है। हल्दी में कई तरह के औषधि गुण होते हैं। इनमें से एंटीसेप्टिक, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल मुख्य होते हैं। ये गुण सूजन को कम करने और बैक्टीरिया को दूर करने का काम करते हैं। इससे गांठ की समस्या से छुटकारा मिल सकता है ।

4. तरबूज
सामग्री:
  • एक गिलास तरबूज का रस

कैसे करें इस्तेमाल:
  • तरबूज के ताजा रस का सेवन करें।

कितनी बार करें:
  • इसे प्रतिदिन सुबह एक गिलास पिएं।

कैसे है फायदेमंद:
गांठ को दूर करने के कई घरेलू उपचार हैं। उनमें से एक तरबूज को भी माना जा सकता है। तरबूज में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो रक्त से विषैले पदार्थ को साफ करने में मददगार साबित हो सकते हैं। इससे गांठ को कम किया जा सकता है   ।

5. लहसुन
सामग्री:
  • दो-तीन लहसुन की कलियां
  • एक गिलास गुनगुना पानी

कैसे करें इस्तेमाल:
  • लहसुन को बारीक कुचल लें।
  • सुबह इसे एक गिलास पानी में डालकर पी लें।
  • लहसुन को अपने आहार में भी शामिल कर सकते हैं।

कितनी बार करें:
  • प्रतिदिन सुबह इसका सेवन करें ।

कैसे है फायदेमंद:
लहसुन हर किसी के घर में आसानी से मिल जाता है। इसे चर्बी की गांठ का इलाज करने में उपयोग किया जा सकता है। लहसुन में एंटीमाइक्रोबियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। लहसुन के ये सभी गुण चर्बी की गांठ को कम करने के साथ-साथ बैक्टीरिया से बचाए रखने में भी मदद करते हैं 

6. जायफल
सामग्री:
  • आधा चम्मच जायफल पाउडर
  • एक चम्मच शहद
  • एक कप पानी

कैसे करें इस्तेमाल:
  • पानी को हल्का गर्म कर लें और फिर उसमें शहद व जायफल पाउडर मिक्स कर दें।
  • फिर इस मिश्रण को गुनगुना ही पिएं।

कितनी बार करें:
  • दिन में एक बार इसका सेवन करें।

कैसे है फायदेमंद:
एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण चर्बी की गांठ को कम करने में सहायक हो सकते हैं। एंटी इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने का काम कर सकता है और एंटी-ऑक्सीडेंट रक्त प्रवाह को ठीक रखने में मदद कर सकता है । इससे गांठ की समस्या को ठीक करने में मदद मिल सकती है। जायफल में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट दोनों गुण पाए जाते हैं। इसलिए, इसे गांठ के घरेलू उपचार के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है।

7. गर्म पानी
सामग्री:
  • पानी
  • तौलिया

कैसे करें इस्तेमाल:
  • गुनगुने पानी में तौलिये को भिगो लें।
  • इसे प्रभावित जगह पर 10 से 15 मिनट तक रखें।

कितनी बार करें:
  • दिन में दो से तीन बार तक इस उपाय को करें।

कैसे है फायदेमंद:
लिपोमा का घरेलू इलाज के लिए गर्म पानी से सिकाई का भी सहारा लिया जा सकता है। गर्म पानी से सिकाई करने पर सूजन को कम किया जा सकता है। इससे गांठ की समस्या से निजात पाई जा सकती है (12)।

8. मालिश
सामग्री:
  • नारियल का तेल

कैसे करें इस्तेमाल:
  • नारियल के तेल की कुछ बूंदें हाथों पर लेकर गांठ वाली जगह पर कुछ मिनट तक मालिश करें।

कितनी बार करें:
  • आप दिन में दो बार मालिश कर सकते हैं।

कैसे है फायदेमंद:
मालिश के जरिए भी लिपोमा का इलाज किया जा सकता है। मसाज करने से रक्त प्रवाह में वृद्धि हो सकती है, जिससे चर्बी की गांठ से निजात मिल सकती है । साथ ही नारियल तेल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं ।

9. विटामिन-ई
सामग्री:
  • विटामिन-ई कैप्सूल

कैसे करें इस्तेमाल:
  • विटामिन-ई कैप्सूल को पानी के साथ सेवन करें।

कितनी बार करें:
  • प्रतिदिन एक कैप्सूल लें।

कैसे है फायदेमंद:
विटामिन-ई महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो शरीर के लिए जरूरी होता है। विटामिन-ई का इस्तेमाल करने पर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करने में सहायता मिलती है। यह शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया और वायरस को दूर रखता है। इससे गांठ की समस्या को भी दूर रखा जा सकता है और सूजन को कम करने में भी मदद मिलती है। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि विटामिन-ई के उपयोग से चर्बी की गांठ को दूर किया जा सकता है 

10. विटामिन-ए
सामग्री:
  • विटामिन-ए कैप्सूल

कैसे करें इस्तेमाल:
पानी के साथ विटामिन-ए कैप्सूल का सेवन किया जा सकता है।
  • कितनी बार करें:
  • प्रतिदिन एक कैप्सूल लें।

कैसे है फायदेमंद:
शरीर में विटामिन-ए की कमी से प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है, जिससे अन्य समस्याएं होने के साथ-साथ चर्बी की गांठ जैसी समस्या भी हो सकती है। वहीं, विटामिन-ए का सेवन करने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर हो सकती है। इसलिए, कह सकते है कि चर्बी की गांठ की रोकथाम के लिए विटामिन-ए अहम भूमिका निभा सकता है।

11. प्याज
सामग्री:
  • एक या दो प्याज

कैसे करें इस्तेमाल:
  • प्याज का रस निकालकर उसे पी लें।
  • आप अपने आहार में भी प्याज को शामिल कर सकते हैं।

कितनी बार करें:
  • दिन में एक गिलास ताजा प्याज का जूस पी सकते हैं।

कैसे है फायदेमंद:
गांठ का मुख्य कारण सूजन हो सकता है। प्याज में फ्लेवोनोइड्स (फाइटोकेमिकल्स के समूह) पाए जाते हैं, जो मोटापे को कम करने का काम कर सकते हैं, ताकि चर्बी की गांठ से निजात मिल सके (1। इसलिए, चर्बी की गांठ के इलाज में प्याज को उपयोगी माना जा सकता है।

12. चारकोल कंप्रेस
सामग्री:
  • एक चम्मच चारकोल पाउडर
  • आधा चम्मच अलसी पाउडर
  • पानी
  • मोटा पेपर

कैसे करें इस्तेमाल:
  • चारकोल और अलसी पाउडर को मिला लें और पेस्ट बनाने के लिए उसमें आवश्यकतानुसार पानी डालकर मिक्स करें।
  • इस पेस्ट को पेपर पर रखें और प्रभावित जगह पर लगाएं।
  • फिर 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • उसके बाद पानी से धो लें।

कितनी बार करें:
  • आप इस प्रक्रिया को दिन में 2 से 3 बार दोहराएं, जब तक कि चर्बी की गांठ ठीक न हो जाए।

कैसे है फायदेमंद:
चर्बी की गांठ से निजात पाने के लिए चारकोल का उपयोग किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि इसके उपयोग से सूजन और दर्द को कम किया जा सकता है। इससे चर्बी कि गांठ को कम किया जा सकता है। फिलहाल, इस बात की पुष्टि के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसलिए, आप इस घरेलू उपचार को डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

13. कंट्रास्ट बाथ
सामग्री:
  • गरम पानी
  • ठंडा पानी

कैसे करें इस्तेमाल:
  • गांठ वाले हिस्से को तीन से चार मिनट के लिए गर्म पानी में डुबोएं।
  • फिर कुछ देर बाद उस हिस्से को दो मिनट के लिए ठंडे पानी में डुबोएं।
  • इसे चार से पांच बार दोहराएं।

कितनी बार करें:
  • दिन में दो बार इस थेरेपी को करें।

कैसे है फायदेमंद:
कंट्रास्ट बाथ थेरेपी के जरिए गांठ के लिए गर्म और ठंडे पानी के उपचार का उपयोग किया जा सकता है। ठंडा पानी दर्द को कम करने में मदद कर सकता है, जबकि गर्म पानी रक्त संचार को बेहतर करने में मदद कर सकता है। जिससे सूजन को कम कर चर्बी की गांठ का उपचार किया जा सकता है ।

चर्बी की गांठ कम करने के लिए कुछ और टिप्स – 
घरेलू उपचार के अलावा कुछ और तरीकों को अपना कर चर्बी की गांठ को कम किया जा सकता है। यहां हम कुछ टिप्स दे रहे हैं, जिनकी मदद से आप इस समस्या को कुछ हद तक कम कर सकते हैं।

हाइड्रेटेड रहना : कुछ समस्याएं शरीर में तरल पदार्थ और रक्त प्रवाह के असंतुलित होने के कारण होती हैं। इसलिए, शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीना जरूरी है। आपके पूरी तरह से हाइड्रेटेड रहने से गांठ को कम करने में मदद मिल सकती है।

कैफीन के सेवन से बचें : कॉफी और चाय में कैफीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो गांठ के बढ़ने का कारण बन सकता हैं। इनकी जगह आप फलों के जूस का सेवन कर सकते हैं।

तैलीय व मसाला युक्त खाने का परहेज : ऐसा माना जाता है कि तैलीय व मसाले वाले भोजन का सेवन करने से पसीना ज्यादा आता है और शरीर में बैक्टीरिया बढ़ते हैं। इससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें चर्बी की गांठ भी शामिल है। इसलिए, ऐसे खाद्य पदार्थ खाने से बचें।

साफ-सफाई : खुद को और अपने आसपास की जगह को साफ-सुथरा रखें। इससे न सिर्फ लिपोमा, बल्कि अन्य बीमारियां भी आपसे दूर रहेंगी।

चर्बी की गांठ का इलाज – 
चर्बी की गांठ को दूर करने के लिए कुछ इलाज का सहारा भी लिया जा सकता है, जो इस प्रकार हैं :

सर्जरी के द्वारा – अधिकांश लिपोमा को सर्जरी के माध्यम से काटकर निकाला जा सकता है। सर्जरी के बाद कई मामलो में इसके दुष्प्रभाव भी देखे गए हैं।

इंजेक्शन का उपयोग – इंजेक्शन के इस्तेमाल से लिपोमा को सिकोड़ा या छोटा किया जा सकता है, लेकिन इसे पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है।

लिपोसक्शन – यह लिपोमा को हटाने के लिए एक तरह का उपचार है। इसमें चर्बी वाली गांठ को हटाने के लिए सिरिंज का इस्तेमाल किया जाता है।

चर्बी की गांठ के लिए डॉक्टर को कब दिखाएं? – 
अगर घरेलू उपचार के बाद भी चर्बी के गांठ ठीक न हो और दर्द के साथ गांठ बढ़ती जाए, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉक्टर आपको गांठ के इलाज के लिए दवाई और उचित उपचार की सलाह दे सकते हैं।

चर्बी की गांठ (लिपोमा) में आहार –
चर्बी के गांठ को कम करने के लिए आहार की भी अहम भूमिका होती है। ऐसी स्थिति में क्या खाना चाहिए और किस तरह के खाने से बचना चाहिए, यहां हम इसी बारे में बता रहे हैं :
  • क्या खाएं :
  • तरबूज
  • पनीर
  • अंडे
  • मछली
  • गाजर
  • क्या न खाएं :
  • तेल व मसाले वाले खाद्य पदार्थ
  • नारियल
  • रेड मीट

चर्बी की गांठ से बचाव – 
कई बीमारियों को होने से रोकने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखने की जरूरत होती है। वैसे ही गांठ की समस्या न हो, उसके लिए ये उपाय काम आ सकते हैं:
  • प्रतिदिन मॉर्निंग वॉक जरूर करें।
  • नियमित व्यायाम का ध्यान रखें, ताकि शरीर में मोटापा न बढ़ पाएं।
  • अगर आप मधुमेह के रोगी हैं, तो अपनी शुगर को नियंत्रित रखें।
  • ध्यान रखें कि आपको किसी प्रकार की चोट न लगे।

इस लेख को पढ़ने के बाद आप समझ ही गए होंगे कि लिपोमा जिसे हम छोटी समस्या मानते हैं, वो आगे चलकर गंभीर रूप ले सकती है। इसलिए, आप समय रहते ही ऊपर दिए घरेलू उपचार को इस्तेमाल में ला सकते हैं। साथ ही कुछ जरूरी बातों को भी ध्यान में रखें। कोई समस्या बड़ी नहीं होती, बस हमारी थोड़ी-सी लापरवाही उसे बड़ा बना देती है। अपने शरीर में होने वाले बदलावों के प्रति हमेशा सजग रहें।

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