गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद सिर में दर्द होना

Image SEO Friendly

यद्यपि अक्सर महिलाएं नॉर्मल डिलीवरी से ही बच्चे को जन्म देना चाहती हैं पर कुछ कॉम्प्लीकेशंस या समस्याओं की वजह से सिजेरियन करवाना जरूरी हो जाता है। इसमें महिला के पेट पर एक छोटा सा चीरा लगाया जाता है जिससे बच्चे को बाहर निकालने के लिए गर्भाशय खुल जाता है। यद्यपि बच्चे की डिलीवरी में लगभग 20 मिनट लगते हैं पर सिजेरियन की पूरी प्रक्रिया को खत्म होने में लगभग 45 मिनट से 1 घंटा लगता है। सर्जरी करते समय डॉक्टर सबसे पहले महिला को एपिडुरल के माध्यम से या रीढ़ में इंजेक्शन लगाकर एनेस्थीसिया देते हैं। शरीर के निचले हिस्से को सुन्न करने में एनेस्थीसिया एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ताकि डॉक्टर सी-सेक्शन की प्रक्रिया को शुरू कर सकें। यही प्रमुख कारण है कि कई महिलाओं को सी-सेक्शन के बाद सिर में गंभीर दर्द होता है।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद सिर में दर्द होने के कारण 
Image SEO Friendly
सर्जरी के दौरान महिला को उसकी पीठ के निचले हिस्से में एनेस्थीसिया का इंजेक्शन देने की वजह उसे वहाँ पर दर्द होता है पर इसके साथ ही महिला के सिर व गर्दन में भी दर्द होना शुरू हो जाता है। यह दर्द महिला को सी-सेक्शन के दौरान एनेस्थीसिया देने की वजह से होता है। यह दर्द सभी महिलाओं को नहीं होता पर सिजेरियन डिलीवरी करवाने वाली लगभग 1% महिलाओं को यह समस्या होती है। चूंकि महिला की रीढ़ में एपिडुरल लगाया जाता है इसलिए इंजेक्शन की सुई ज्यादा नुकीली होती है और त्वचा की सभी लेयर के अंदर तक जाकर लगती है। इस प्रक्रिया के दौरान इंजेक्शन बहुत गहराई में लगाया जाता है जिससे यह त्वचा के अंदर जाकर रीढ़ की हड्डी में लगता है। इससे रीढ़ में मौजूद फ्लूइड बाहर निकलकर कॉर्ड की खाली जगह पर भर जाता है। यह फ्लूइड अन्य जगहों पर फैलने की वजह से महिलाओं के सिर में गंभीर दर्द होता है।

सी-सेक्शन सर्जरी के बाद सिर में दर्द होने के लक्षण 
एक गर्भवती महिला के लिए सिर में दर्द की समस्या को समझ पाना कठिन नहीं है क्योंकि इसके शुरू होते ही महिला को दर्द महसूस होने लगता है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद यह दर्द अचानक से तेज होने के बजाय धीरे-धीरे शुरू होता है और फिर गंभीर रूप ले लेता है। महिला को सिर में गंभीर दर्द होने की वजह से बेहद बेचैनी होती है और उसके लिए बच्चे को फीडिंग कराना और संभालना भी कठिन हो जाता है। इसकी वजह से अक्सर महिलाओं को कुछ साइड इफेक्ट्स होते हैं जिसकी वजह से उन्हें उल्टी या पेट की समस्याएं हो सकती हैं। यदि यह दर्द बहुत ज्यादा गंभीर होता है तो यह कॉर्ड में क्षति का संकेत भी हो सकता है जिसकी वजह से बाद में अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। यदि आपको यह समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

सी-सेक्शन के बाद सिर में दर्द के उपचार 
कई महिलाओं का मानना है कि लेटने व आराम करने से सिर का दर्द कम हो जाता है और इसकी गंभीरता में बहुत अंतर पड़ता है। दर्द से आराम पाने के लिए आपको आवश्यक दवाएं, समय और आराम करने की जरूरत है। चूंकि इस दौरान आपका शरीर रिकवर कर रहा है और आप बच्चे को दूध भी पिलाती हैं इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी पेनकिलर या सिर दर्द की दवाई नहीं लेनी चाहिए। कभी-कभी यदि आपको इंजेक्शन लगाए गए जगह पर गंभीर दर्द व जख्म हो जाता है तो डॉक्टर उसे भरने के लिए ब्लड पैच नामक तकनीक का उपयोग करते हैं। इसमें डॉक्टर आपका थोड़ा सा खून लेकर इंजेक्शन के माध्यम से वहाँ पर खून इंजेक्ट करते हैं जहाँ पर पहले एनेस्थीसिया दिया गया था। यह प्रक्रिया अजीब लग सकती है पर रीढ़ की हड्डी के पास जमे हुए खून को हटाने के लिए वहाँ पर खून की आपूर्ति से फ्लूइड निकलना बंद हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप महिलाओं को जल्दी ही आराम मिलता है। 

सी-सेक्शन के बाद महिलाओं को सिर में गंभीर दर्द की समस्या होना कोई अजीब बात नहीं है। यद्यपि इससे काफी परेशानी होती है पर यह एक सप्ताह से ज्यादा दिनों तक नहीं रहती है और सिर्फ आराम करने से ही ठीक हो जाती है। इस समय आप अपने नन्हे से बच्चे को पूरा समय और अटेंशन दें जिससे आपका ध्यान दर्द की ओर नहीं जाएगा और इसे जल्दी ठीक होने में मदद मिलेगी। 

No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"