(वर्तिका श्रीवास्तव )
रबड़ी और खुरचन उत्तर भारत में अधिक पसंद की जाती हैं. खुर्जा की खुरचन और आगरा मथुरा की रबड़ी का स्वाद लाजबाव होता है. रात को खाना खाने के बाद रबड़ी खाने का मज़ा और ही है। आइये आज हम रबड़ी बनाये।
रबड़ी बनाने की आवश्यक सामग्री-
क्रम संख्या | नाम आवश्यक सामग्री | सामग्री मात्रा |
---|---|---|
01 | दूध | 1 लीटर (फुलक्रीम, 5 कप) |
02 | चीनी | 50 ग्राम ( एक चौथाई कप) |
03 | पिस्ते | 4-5 (बारीक कतर लीजिये) |
04 | बादाम | 2 (बारीक कतर लीजिये) |
05 | छोटी इलाइची | 2-3 (छील कर कूट लीजिये) |
रबड़ी बनाने की विधि -
- रबड़ी के लिये कढ़ाई ऊपर से अधिक चौड़ी होती है लेकिन आप अपनी सामान्य कढ़ाही में भी इसे बना सकते हैं, मैंने भी इसे सामान्य कढ़ाही में ही बनाया है। कढ़ाही भारे तले की होनी चाहिये. दूध को कढ़ाही में डालकर गरम करने रखिये, दूध में उबाल आने पर गैस धीमी कर दीजिये।
- दूध पर मलाई की हल्की परत जैसे ही आये कलछी से उठाकर, कढ़ाही के किनारे लगा दीजिये. थोड़ी देर बाद फिर से दूध के ऊपरी सतह पर मलाई आये, इसे भी उठाइये और किनारे कर दीजिये। दूध को धीमी गैस पर उबलने दीजिये और इसमें मलाई की परत को कढ़ाही के किनारे लगाते रहिये। किसी पंखे या अखबार से इसे झलने से मलाई की परत जल्दी पड़ती रहतीं है।
- इसी तरह मलाई की परत जमाते जाईये. कढ़ाही के किनारे जमी मलाई की परत सूख कर खुश्क होती रहेगी, बार बार यही करना है, जब मलाई कढ़ाही के चारों ओर इकठ्ठी हो जाय और कढाई में दूध गाड़ा होकर एक तिहाई ही बचे तो बचे दूध में चीनी और कतरे हुये पिस्ते बादाम और इलाइची मिलाइये और गैस बन्द कर दीजिये और बचे दूध में चीनी डाल दीजिये। कलछी से कढ़ाही के किनारों से मलाई खुरचकर निकालिये और उस गाड़े दूध में ही मिला दीजिये. खुरची हुई मलाई की परत (खुरचन) को दूध में मिलाते समय अधिक मत चलाईये ताकि रबड़ी में खुरचन की गांठे पड़ी रहें।
- रबड़ी का असली स्वाद तभी रहता है कि दूध की खुरचन के गुठले अन्दर से फीके ही रहें। लीजिये रबड़ी हो गई तैयार, रबड़ी को प्याले में निकालिये और फ्रिज में रख कर ठंडा कीजिये, खाना खाने के बाद ठंडी ठंडी रबड़ी (Rabri) फ्रिज से निकालिये, परोसिये और खाइये।
साबधानियां-
रबड़ी बनाते समय ध्यान रहे कि चमचे से मलाई निकालने के बाद चमचे दूध को भी तले तक ले जाते हुये चला दीजिये, दूध कढ़ाई के तले में नहीं लगना चाहिये, गैस को तेल न रखे, नहीं तो जो मलाई किनारे पर लगा कर रखी है वह जल जायेगी।
आवश्यक सुझाव-
यदि आप रबड़ी बनाने के लिए दिए गये तकनीकों को सीखते हैं, तो कृपया नीचे टिप्पणी करें, या दूसरों की मदद करने के लिए इस लेख को साझा करें।
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।