मोमीन अंसारी ,मोमिन अंसार या अंसारी; Momin Ansari ,सौदागर,अंसारी अराबी ,या अंसारी शेख Urdu: مومن أنصاري ) or Ansari, विश्व की एक मुस्लिम प्रमुख जाति है । जो पूरे विश्व अलावा भारत पाकिस्तान सिंध नेपाल में भी निवास करती है लेकिन भारत के लगभग सभी भागो में पाई जाती है । उत्तर प्रदेश, विहार, झारखंण्ड आदि प्रदेशो में मूख्य रूप से निवास करती है। वैसे तो इस्लाम मे अंसारियो का इतिहास बहुत पुराना है। लेकिन ये पैगम्बर मोहम्मद के समय मे अल अंसार कहलाये और इन्होंने पैगम्बर मोहम्मद की बहुत मदद की है। और इस्लाम के खातिर जिहाद किया है। मानो के एक जिहादी का दूसरा नाम ही अंसार था। अंसार है अंसार का मानी हुआ। है मदद करने वाला और इस्लाम के लिए जिहाद करने वाला ज्यादा तर इस्लाम के लिए लड़ायां अंसारो ने ही लड़ी है। और ये लोग ये लोग सौदागर और व्यापारी या तिजारती होते है।जब अरब में खलीफा चुना जाता था तो अंसारो की राय जरूर ली जाती थी और इन का फैसला आखरी फैसला होता था। अनगिनत मुस्लिम किताबो में इन का उल्लेख है।
भारत मे अंसार। बादशाह मोहम्मद बिन कासिम की अगुबाई में आये थे।और गजवाये हिन्द करके कुछ बापस चले गए और कुछ यही राह गए व्यापार करने के लिए रुक गए।जो भारत के सभी भागों में फैल गए है भारत मे आने वाले सबसे पसिद्ध अंसारी 712ईसवी में ख्वाजा तमीम अल-अंसार थे उनके साथ हजारो मुसलमान व्यापार करने और धर्म प्रचार करने,के लिए भारत आये।और यही पर हमेशा के लिए वस गए।और उसके बाद अंसारियो में एक से बढ़ कर एक स्कालर और पीर हुए। ख्वाजा अब्दुल,ख्वाजा रौशन पीर ,ख्वाजा लतीफ आदि हुए।मौलाना अबुल कलाम आजाद जो के अफगान अंसार मौलानाओ के खानदान से ताल्लुक रखते थे। मूल स्रोत -विकिपीडिया से
इस्लाम के प्रवन्धक हज़रत मोहम्मद जब मक्का से हिज़रत करके मदीना शरीफ आये थे।तो हज़रत अय्यूब अल अंसार ने अपने घर रखा था। और हज़रत मोहम्मद के साथ जितने भी उनके हमराह थे। उन को भी अंसारो ने अपने घरों में रखा और खूब मेहमान नवाजी की थी। और अंसार हज़रत मोहम्मद से बहुत मोहब्बत करते थे।मदीना में सबसे ज्यादा तादाद अंसरो की थी।
अंसार (अरबी में अल़ अंसार) का मतलब है सच्चा "सहायक" और मदीना के उन नागरिकों को 'अंसार' कहा जाता है जिन्होने मदीना में प्रवास के दौरान इस्लामी पैगम्बर मुहम्मद और मुहाजिरों ( प्रवासियों) की मदद की और इस्लाम के पक्ष में लड़ाईयाँ लड़ी है , अल़ अंसार शब्द मदीना नागरिकों को दर्शाता एक अरबी इस्लामी शब्द है।
अल़ अंसार (الاوس و الخزرج) कबीलाई अरबी, ईरानी लोग, 'ख़ाजराज़' और 'बनू अस्स़' नाम की मुख्य जनजातियों के थे, कबीला (कबीले को अरबी में बनू या बानू अथवा बनो कहते हैं) अज़्द और घ़मद कबीला और ज़ाहरान कबीला भी अल़ अंसार के हैं, एक ही कबीलाई जाति में है।
अंसार-ए-हिजबुल्लाह (शाब्दिक अर्थ 'अल्लाह की पार्टी के समर्थक') ईरान में एक उग्रवादी रूढ़िवादी इस्लामी समूह है।
अपनी विचारधारा, वैचारिक क्रांति के अलावा "विलायत - ऐ - फकीह अर्थात हूकूमत - ऐ - इस्लामी / Islamic Government" में ही विशेष रूप से अपने विश्वास के सिद्धांतों को कायम रखने के लिए जाने जाते हैं, विलायत ऐ फकीह वास्तविकता में अयातुल्लाह रूहोल्लाह खौमेनी की लिखी किताब है जो पहली बार 1970 में प्रकाशित हुई थी,, किताब के अनुसार सरकार को परंपरागत इस्लामी कानून (शरीयत) के अनुसार चलाया जाना चाहिए और प्रमुख इस्लामी विधिवेत्ता (फकीह) होने के लिए लोगों को देश भर में राजनीतिक संरक्षकता (विलायत या velayat) प्रदान करनी चाहिए इसी बात को प्रमुखता से कहती है , इसी सिद्धांत का एक संशोधित रूप ईरान के 1979 के संविधान में इस्लामी गणराज्य के रूप में भी शामिल किया गया था,सिद्धांत के लेखक, अयातुल्ला रूहोल्लाह खोमैनी को पहले फकीह के रूप में "द गार्जियन / संरक्षक" या ईरान के सर्वोच्च नेता के रूप में ईरानी क्रांति के बाद इसी सिद्धांत के तहत स्वीकृत किया गया था!
अंसार अल-शरिया या अंसार अल- शरियत कम से कम सात देशों में कट्टरपंथी आतंकवादी इस्लामी समूहों या लड़ाका संगठनों द्वारा इस्तेमाल किया जाता एक नाम है, वे लडाके परस्पर नाम और विचारधारा को साझा करते हैं, किंतु उन सभी में एक एकीकृत कमान संरचना की कमी है।
प्रमुख अंसार संगठनों की सूची -
1. Harkat ul-Ansar (HuA) Pakistan - India
(आतंकवादी मौलाना मसूद अजहर के नेतृत्व वाला संगठन)
2. Ansar al-Sharia (Yemen)
3. Ansar al-Sharia (Libya)
4. Ansar al-Sharia (Derna, Libya)
5. Ansar al-Sharia (Tunisia)
6. Ansar al-Sharia (Mali)
7. Ansar al-Sharia (Egypt)
8. Ansar al-Sharia (Mauritania)
9. Ansar al-Sharia (Morocco)
10. Ansar al-Sharia (Yarmouk Area)
11. Ansar al-Sharia (Syria)
य़ानि कुल मिला कर लब्बोलुबाब यह है कि अंसारी (अरबी: انصاری) मध्य पूर्व और दक्षिण एशिया में इस्तेमाल एक Nesbat / उपनाम है यह मूलतः अंसार से निकलता है यानि जो अंसार उर्फ अल़ अंसार थे वो पहचान कायम रख कर अंसार को दर्शाते अंसारी बन गये यानि लडाका - सैनिक कबीले जो पैगंबर मुहम्मद की सेना थे, मुख्य लडाके रहे इस्लाम के, और आज भी अंसार यानि शरियत - इस्लाम कायम करने वाले इस्लामिक लडाका ( आतंकवादी - उग्रवादी ) गुट के साथ फख्र / गर्व के साथ लिखा जाता है क्योंकि अंसार का शाब्दिक अर्थ "समर्थक" है, यानि इस्लाम - शरियत के ही समर्थक!
किंतु पता नहीं किन दस्तावेजों के अनुसार मूढमते - बेवकूफों के मुल्क India that is भारत के शासन प्रशासन ने अंसार व उनके वंशज अंसारीयों को ओबीसी / OBC मान लिया है और बुनकर - तेली - जुलाहे बता रहे हैं, जबकि उनके ही इस्लाम के इतिहास से ले कर अरब तक का इतिहास उनको इस्लामी ल़डाका सैनिक दल और "शाही वंशज" यानि राजकीय खानदान ही होने के बारे में कहता है यानि कि अशराफ मुसलमान, सीधा कहें तो, भारत पर आक्रमणकारी लोगों व हत्यारों के शाही वंशज ना कि तथाकथित इस्लामिक वोट बैंकी ओबीसी - पिछडा वर्ग, हालफिलहाल में ...मोमिन अंसारी या अंसारी, पश्चिमी और उत्तर भारत में मुख्य रूप से पाया जाने वाला एक मुस्लिम समुदाय है और साथ ही ये लोग पाकिस्तान में सिंध प्रांत में भी बहुतायत से हैं, अंसारी उपनाम परिवार के लोग बहुतायत से भारत व नेपाल के तराई क्षेत्र में भी पाए जाते हैं जबकि महाराष्ट्र में समुदाय मोमिन के रूप में जाना जाता है,किंतु उत्तर भारत में, समुदाय, अंसारी के रूप में जाना जाता है, वास्तविकता में अंसारी उपनाम मदीना के अंसार वंश से या अंसार से पैतृक संबंध को दिखाने के लिए, पाकिस्तान, उत्तरी भारत और बांग्लादेश में जानबूझकर प्रयोग किया जाता है।
तो फिर से साबित हुआ कि हिंदू बहुसंख्यक भारत मूढमते - साँपों - मदारियों - गद्दारों से लबालब भरा देश है, मानो या मत मानो सच बदलेगा थोडे ही ?
Note - OBC में शामिल अंसारी जाति की भारतीय पिछडा वर्गीय प्रमाणिकता भारत सरकार के विभाग NCBC की साईट पर जा कर जांची जा सकती है और कोई भी व्यक्ति कंप्यूटर या मोबाईल से साईट खोल कर सत्यता जांच सकता है राज्यवार .. ।।


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