गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

वीरभद्रासन 1 करने का तरीका और फायदे

Image SEO Friendly


वीरभद्रासन — जिसको वॉरईयर पोज़ (Warrior Pose) के नाम से भी जाना जाता है — के तीन प्रकार हैं। उनमें से जिस आसन की हम आज बात करेंगे उसे वीरभद्रासन 1 कहा जाता है। वीरभद्र, एक वीर योद्धा, भगवान शिव का अवतार था। इस आसन का नाम उस योद्धा के नाम पर रखा गया है। तो यह सुन कर आश्चर्य होता है कि एक योद्धा के नाम पर इस आसन का नाम रखा गया क्योंकि आख़िर योग में युध और हिंसा का कोई स्थान नहीं है! वास्तव में “वीरभद्रासन” नाम रखने का उदेश्य है कि हर योगी को “आध्यात्मिक योद्धा” बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

वीरभद्रासन 1 के फायदे -
हर आसन की तरह वीरभद्रासन 1 के भी कई लाभ होते हैं। उनमें से कुछ हैं यह:
  • छाती और फेफड़ों, कंधे और गर्दन, पेट, ग्राय्न में खिचाव लाता है।
  • कंधों, बाज़ुओं और पीठ की मांसपेशियों को मज़बूत करता है।
  • जांघों, पिंदलियो और टखनों को मज़बूत करता है और उनमें खिचाव लाता है।
  • वीरभाद्रासन साइटिका से राहत दिलाता है।
वीरभद्रासन 1 करने से पहले यह आसन करें - 
वीरभद्रासन 1 करने से पहले आप यह आसन कर सकते हैं इनसे आपकी हॅम्स्ट्रिंग, कूल्हे, जांघे और कंधे पर्याप्त मात्रा में खुल जाएँगे।
  • प्रसारित पादोत्तासन
  • पर्श्वोत्तनासन 
  • उत्थित हस्त पादंगुष्ठासन 
  • अर्ध बद्ध पद्मोत्तासन 
  • उत्कटासन
वीरभद्रासन 1 करने का तरीका - 
वीरभद्रासन 1 करने की विधि हम यहाँ विस्तार से दे रहे हैं, इसे ध्यानपूर्वक पढ़ें।
  • ताड़ासन में खड़े हो जायें। श्वास अंदर लें और 3.5 से 4 फीट पैर खोल लें।
  • अपने बायें पैर को 45 से 60 दर्जे अंदर को मोड़ें, और दाहिने पैर को 90 दर्जे बहार को मोड़ें। बाईं एड़ी के साथ दाहिनी एड़ी संरेखित करें। साँस छोड़ते हुए अपने धड़ को दाहिनी ओर 90 दर्जे तक घुमाने की कोशिश करें। आप शायद पूरी तरह धड़ ना घुमा पायें। अगर ऐसा हो तो जितना बन सके, उतना करें।
  • धीरे से अपने हाथ उठाएँ जब तक हाथ सीधा आपके धड़ की सीध में ना आ जायें। हथेलियों को जोड़ लें और छत की ओर उंगलियों को पॉइंट करें।
  • ध्यान रखें की आपकी पीठ सीधी रहे। अगर पीठ मुडी होगी तो पीठ के निचले हिस्से में समय के साथ दर्द बैठ सकता है। अपने बाईं एड़ी को मज़बूती से ज़मीन पर टिकाए रखें और दाहिने घुटने को मोड़ें जब तक की घुटना सीधा टखने की ऊपर ना आ जाए। अगर आप में इतना लचीलापन हो तो अपनी जाँघ को ज़मीन से समांतर कर लें।
  • अपने सिर को उठायें और दृष्टि को उंगलियों पर रखें। कुल मिला कर पाँच बार साँस अंदर लें और बाहर छोड़ें ताकि आप आसन में 30 से 60 सेकेंड तक रह सकें। धीरे धीरे जैसे आपके शरीर में ताक़त और लचीलापन बढ़ने लगे, आप समय बढ़ा सकते हैं — 90 सेकेंड से ज़्यादा ना करें।
  • जब 5 बार साँस लेने के बाद आप आसान से बाहर आ सकते हैं। आसन से बाहर निकलने के लिए सिर नीचे कर लें, फिर दाहिनी जाँघ को उठायें, हाथ नीचे कर लें, धड़ को वापिस सीधा कर लें और पैरों को वापिस अंदर ले आयें ख़तम ताड़ासन में करें।
  • दाहिनी ओर करने के बाद यह सारे स्टेप बाईं ओर भी करें ।
वीरभद्रासन 1 का आसान तरीका - 
शुरुआत में कई लोगों को अपनी पिछली एडी नीचे टीकाने में दिक्कत आती है। अगर आपके साथ ऐसा हो तो ज़बरदस्ती ना करें इसके बजाए एडी के नीचे तौलिया या कोई और चीज़ लगा लें जिस पे एडी टिकाई जा सके।

वीरभद्रासन 1 करने में क्या सावधानी बरती जाए - 
  • जिन्हे हाई बीपी या हृदय की समस्या हो, वह वीरभाद्रासन 1 ना करें।
  • अगर आपको कंधे की समस्या हो तो हथेलियों को ना जोड़ें, बल्कि हाथों को समान्तर रखें। अगर हाथ कंधे से ऊपर उठाने में सिककत हो तो हाथ उतने ही उठायें जितना बिना दर्द हुए मुमकिन हो।
  • अगर आपके गर्दन में समस्या हो तो सिर को सीधा ही रखें — उंगलियों की तरफ देखने के लिए सिर को ना उठायें।
  •  अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक जोर न लगायें।
वीरभद्रासन 1 करने के बाद आसन - 
वीरभद्रासन 2 
दंडासन 
पश्चिमोत्तानासन 
पूर्वोतानासन 

वीरभद्रासन 1 का वीडियो - 

वीरभद्रासन 1 को ठीक से करने के लिए यह वीडियो ध्यान से देखें

No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"