अगर आप दुनिया के इतिहास को देखे तो आपको बहुत कम ही जगह ऐसी मिलेगी जो शताब्दियों तक मुस्लिम शासन के अधीन रहे और उसके बाद उन्होंने अपने देश को फिर से जीता और आज वहां बहुत कम मुस्लिम रहते है।
स्पेन एकमात्र ऐसा देश है जिसने अपने देश के इस्लामीकरण को पूरी तरह से उलट दिया। इन्होने मुस्लिम शासन को उखाड़ फेंका और बचे शेष सभी मुसलमानों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कर दिया। भारत से भी इस्लामिक राज्य आगे पूर्व की तरफ नहीं बढ़ सका लेकिन आज प्राचीन भारत के लगभग 35 से 40 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है और तीन मुस्लिम बहुल देश है (अफ़ग़ानिस्तान , पाकिस्तान , बंगलदेश)।
इस्लाम की सेनाओं ने सातवें और आठवें शताब्दी में बहुत तेजी से आगे बढ़ी। पहले उन्हीने अरब प्रायद्वीप को जीता और कुछ दशकों में इस्लमिक सेना ने महँ ईरानी साम्रज्य , मिश्र , सीरिया , मध्य एशिया , तुर्की , लीबिया , ट्यूनीशिया, सीरिया , फिलिस्तीन, अल्जेरिया , मोररोको को जीत लिया। उसके बाद उन्होंने दो सभ्यताओं पर हमला किया - 711 में स्पेन पर और 712 में भारत पर। 7 सालों में खलीफा की फौज ने पुरे स्पेन और पुर्तगाल पर कब्ज़ा किया लेकिन वो भारत में अगले दो - तीन शताब्दियों में सिंध और पंजाब के कुछ हिस्सों से आगे नहीं बढ़ सके।
ईसाई धर्म के लिए स्पेन और पुर्तगाल (इबेरियन प्रायद्वीप) के पुनर्ग्रहण को "रिकोनक्विस्टा" के नाम से जाना जाता है। यह लड़ाई स्पेन पर इस्लामी विजय के सात साल बाद, 718 से ही शुरू हुआ जब उत्तरी स्पेन में अस्टुरियस नामक एक स्वतंत्र ईसाई राज्य का निर्माण हुआ। यह लड़ाई अगले 781 सालों तक चलती रही और 1492 में स्पेन से पूरी तरह इस्लामी राज्य खत्म किया गया। आज भी स्पेन के लोग इस बात पर बहुत गर्व करते है कि उन्होंने आठ शताब्दियों में धीरे धीरे अपने देश को वापस जीत लिया। इस दौरान ईसाई और मुस्लिम सेनाओं में बहुत सी भयंकर लड़ाई हुई और धीरे धीरे बारहवीं और तेरहवीं शताब्दियों से ईसाई सेनाओं को बढ़त मिलने लगी। स्पेन के मुल्सिम राजाओं को उत्तर अफ्रीका के अरबो से मदद मिलती थी और इसलिए ये लोग लगभग 800 साल तक स्पेन में टिके रहे। अगर आप स्पेन पुर्तगाल को देखे तो पाएंगे कि इसका क्षेत्रफल मध्य प्रदेश और महारष्ट्र के बराबर है। स्पेन को यह जीत उस समय मिला जान इस्लामी सेनाओं का यूरोप और मध्य पूर्व में डंका बजता था। अगर आप दुनिया में देखते तो पंद्रहवीं सदी में पुराने यूरोप का सबसे एतिहासिक शहर कांस्टेंटिनोपल पर इस्लामी सेनाओं का कब्ज़ा हो गया था और पूर्वी और दक्षिणी यूरोप के बड़े हिस्से पर पर उस्मानी साम्रज्य का कब्ज़ा हो गया था और उसकी सेना वियना तक पहुंच गयी थी। लगभग इसी समय इस्लामी सेना तुग़लक वंश के समय दक्षिण भारत तक पहुंच गयी थी और दक्षिणी रूस तक तातारों की सेना पहुंच गयी थी और ये लोग बहुत बार मास्को को लूट लेते थे। इस लिय स्पेन के रिकोनक्विस्टा का बहुत महत्व है।
यह नक्सा यह दिखाता है कि कब और कैसे स्पेन से सेना आगे बढ़ती रही।
स्पेन तो ईसाइयों के कब्जे में आ गया था लेकिन बहुत से मुस्लिम वहां रहते थे। स्पेन में सभी मुसलमानों को दो विकल्प दिए गए थे - अगर स्पेन में रहना है तो ईसाई धर्म में वापस आ जाओ या स्पेन छोड़कर किसी इस्लामिक राज्य में चले जाएं। लगभग सभी सभी मस्जिदों को गिरजाघरों में बदल दिया गया। इस तरह से स्पेन फिर से एक बार फिर पूर्ण ईसाई राष्ट्र हो गया। भारत ने भी इस्लामी सेनाओं को रोक दिया लेकिन भारत (का एक बड़ा भूभाग) शताब्दियों तक इस्लामी कब्जे में रहा। हमेशा कोई न कोई स्थानीय राजा अपने धर्म और राज्य के लिए लड़ाई करते रहे लेकिन कभी किसी ने पुरे राष्ट्र को आज़ाद नहीं करवाया और कभी सभी राजा एक साथ नहीं आये। 18 वी सदी में मराठाओं ने भारत के बड़े हिस्से में अपना राज्य कायम किया लेकिन आंतरिक विरोध के चले वो भी बहुत सफल नहीं हो सके।
इसी के बाद स्पेन दुनिया का एक महाशक्ति बना और अगले 200 साल तक दुनिया के समुद्री मार्गो पर स्पेन और पुर्तगाल का राज कायम हुआ और इन दोनों देशों ने उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका , अफ्रीका और एशिया में बड़े बड़े उपनिवेश बनाये।
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