गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

जीवाणु की खोज किसने और कब किया ?

 
jeevaanu

आप जानते है जीवाणु की खोज किसने किया या खोजकर्ता का नाम नहीं तो आइए जाने जीवाणु की खोज किसने किया खोजकर्ता के बारे मे. यहा क्लिक से पढे विषाणु की खोज किसने किया। जीवाणु जीवन का सबसे सरल रूप है। जीवाणु एक कोशिकीय जीव होते है। जिन्हें हम बैक्टीरिया(Bacteria) भी कहते है।” इनके कोई अंग नहीं होते है। बैक्टीरिया लगभग सभी आकारों में पाए जाते है। बैक्टीरिया अक्सर जानवरों के शरीर में भी पाए जाते है। इनमें से कुछ तो इनके शरीर के लिए उपयोगी होते है, तो कुछ शरीर के लिए हानिकारक भी हो सकते है। उदाहरण के लिए गाय के पेट मे ऐसा बैक्टीरिया पाया जाता है जो घास को पचा सकता है। लेकिन मनुष्य के शरीर में ऐसा बैक्टीरिया नहीं पाया जाता है। यही कारण है कि जानवर घास को पचा पाते है और मनुष्य घास को नहीं पचा सकता है। बैक्टीरिया मनुष्य शरीर को हानि पहुँचा सकतें है इसलिए इनसे बचने के लिए हमें जिंक और विटामिन सी से भरपूर पोषक तत्वों को ग्रहण करना चाहिए।

जीवाणु की खोज किसने किया खोजकर्ता नाम

जीवाणु की खोज 1683 ई. मे हालैंड के एंटोनिवान ल्यूवेनहाक ने किया था साथ ही जीवाणु विज्ञान का पिता ल्यूवेनहाक को कहा जाता है। 
एहरेबर्ग ने सन 1829 ई. मे इन्हे जीवाणु नाम दिया था
1843 - 1910 ई. मे रॉबर्ट कोच ने कालरा तथा तपेदिक के जीवाणुओ की खोज की रोग का जर्म सिद्धान्त बताया था 
1812 - 1892 ई . लुई पाश्चर ने रेबीज का टीका, दूध के पाश्चुराइजेशन की खोज किया था

जीवाणु के प्रकार - 

आकृति के आधार पर जीवाणु कई प्रकार के होते है -
छड़ाकार या बेसिलम - यह छड़नुमा या बेलनाकर होता है
गोलाकार या कोकस - यह गोलाकर एंव सबसे छोटे जीवाणु होते है
कोमा - आकार या विब्रियो - अँग्रेजी के चिन्ह कोमा [ , ] के आकार के उदाहरण विब्रियो आदि
सर्पीलाकर - यह स्प्रिंग या स्क्रू के आकार मे होते है 

जीवाणु एंव तथ्य -

चर्म उधोग मे चमड़े से बालो और वसा को हटाने का कार्य जीवाणुओ के द्वारा होता है इसे चमड़ा कमाना कहते है
आचार मुरब्बे शर्बत को शक्कर चासनी मे या अधिक नमक मे रखते है ताकि जीवाणुओ का संक्रमण होते ही जीवाणुओ का जीव द्रवकुंचन हो जाता है साथ ही जीवाणु नष्ट हो जाते है इसलिए आचार, मुरब्बे बहुत अधिक दिनो तक खराब नहीं होते


No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"