कुछ फल ऐसे होते हैं, जो फल के रूप में तो स्वादिष्ट लगते ही हैं, लेकिन सूखने के बाद सेहत के लिए और गुणकारी साबित होते हैं। अंजीर भी उन्हीं फलों में से एक है। इसे फल और ड्राईफ्रूट दोनों प्रकार से खाया जाता है। यह फल जितना स्वादिष्ट है, उतना ही गुणकारी भी हैं। इसलिए, इस आर्टिकल में अंजीर के संबंध में विस्तार से बताया गया है। इस लेख में न सिर्फ सेहत के लिए अंजीर के फायदे बताए गए हैं, बल्कि यह भी बताया गया है कि इसका सेवन कैसे किया जाए। लेख के अंत में इसके सेवन से जुड़े नकारात्मक पहलु पर भी प्रकाश डाला गया है।
अंजीर क्या है? –
अंग्रेजी में इसे फिग कहा जाता है, जबकि इसका वैज्ञानिक नाम फिकस कैरिका है। वैज्ञानिक तौर पर माना जाता है कि यह पेड़ फिकस प्रजाति से संबंधित है और शहतूत परिवार का सदस्य है। इसके फल का रंग हल्का पीला होता है, जबकि पकने के बाद गहरा सुनहरा या बैंगनी हो सकता है।
अंजीर के पेड़ की छाल चिकनी और सफेद रंग की होती है। इसका पेड़ मुख्य रूप से सूखे और धूप वाली जगह पर तेजी से उगता है और जड़ बेहद गहरी होती हैं। साथ ही यह पहाड़ी क्षेत्र में भी आसानी से पनप सकता है। इसके पेड़ की ऊंचाई 7-10 मीटर तक हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि अंजीर के एक पेड़ की उम्र करीब 100 वर्ष होती है। हिमालय और शिवालिक एरिया में यह बहुतायत पाए जाते हैं। ईरान, भारत और मध्य-पूर्व के देशों में रहने वाले इसका सेवन अधिक मात्रा में करते हैं।
अंजीर के प्रकार –
अंजीर की दुनिया भर में कई प्रजाति पाई जाती है और लगभग 700 अलग-अलग नामों से जाना जाता हैं। हर प्रकार का अपना अलग स्वाद व मिठास है। अंजीर खाने के लाभ लगभग एक जैसे हो सकते हैं। अंजीर के सबसे ज्यादा प्रचलित प्रकार इस तरह हैं।
- ब्लैक मिशन : बाहर से इसका रंग काला या हल्का बैंगनी होता है, जबकि अंदर से गुलाबी होता है। यह अंजीर न सिर्फ खाने में मीठा होता है, बल्कि इसमें रस भी होता है। इसे केक या खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
- कडोटा : यह अंजीर हरे रंग का होता है और इसमें बैंगनी रंग का गूदा होता है। यह अंजीर के सभी किस्मों में सबसे कम मीठा होता है। इसे कच्चा खाया जा सकता है, लेकिन इसे गर्म करके और ऊपर हल्का नमक डालकर भी खाया जा सकता है।
- कैलीमिरना : यह बाहर से हरे-पीले रंग का होता है। इसका आकार अन्य किस्मों के मुकाबले सबसे बड़ा होता है और इसका स्वाद भी सबसे अलग होता है।
- ब्राउन तुर्की : इस अंजीर का बाहरी रंग बैंगनी और गूदा लाल होता है। इसका स्वाद हल्का और कम मीठा होता है। इसका प्रयोग सलाद का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।
- एड्रियाटिक : इसकी बाहरी परत हल्की हरी और अंदर से गुलाबी होती है। इसका रंग हल्का होने के कारण इसे सफेद अंजीर भी कहा जाता है। यह सबसे मीठा होती है और इसे फल के तौर पर खाया जा सकता है।
अंजीर के फायदे –
अंजीर के सेवन से स्वास्थ्य को ठीक रखा जा सकता है। साथ ही अगर कोई बीमारी है, तो लक्षणों को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। हां, अगर कोई गंभीर रूप से बीमार है, तो इस अवस्था में डॉक्टर से इलाज करवाना ही सही होगा। यहां हम वैज्ञानिक प्रमाण के सहित बता रहे हैं कि अंजीर किस प्रकार फायदेमंद है। इनमें से कुछ शोध जानवरों पर किए गए हैं।
1. पाचन और कब्ज के लिए अंजीर के फायदे
अंजीर का सेवन करने से पाचन तंत्र अच्छी तरह काम कर सकता है और कब्ज की समस्या से बचा जा सकता है। पाचन तंत्र को बेहतर करने के लिए दो-तीन अंजीर को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें और अगली सुबह ऐसे ही या फिर शहद के साथ खाएं।
पाचन तंत्र को बेहतर करने और कब्ज से राहत पाने लिए फाइबर की जरूरत होती है। वहीं, अंजीर में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इसलिए, जब अंजीर का सेवन किया जाता है, तो इसमें मौजूद फाइबर, मल को इकट्ठा करके बाहर निकालने में मदद कर सकता है। पेट को साफ करने में सक्षम होने की वजह से पेट के लिए अंजीर फायदेमंद हो सकता है। इसकी पुष्टि एनसीबीआई (नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित रिसर्च पेपर से होती है ।
2. हृदय के लिए अंजीर के फायदे
चूहों पर किए गए एक परीक्षण से पता लगा है कि अंजीर का सेवन करने से लिपिड प्रोफाइल में सुधार आ सकता है। इस रिसर्च में यह देखा गया है कि अंजीर का सेवन करने से हृदय के लिए लाभदायक उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (HDL-C) में इजाफा होता है। अंजीर का यह गुण हृदय के लिए वसा कोशिकाओं से पैदा होने वाले जोखिम (adipogenic risk) को कम कर सकता है ।
3. कम वजन के लिए अंजीर के फायदे
अगर कोई वजन कम करने के बारे में सोच रहा है, तो अंजीर की मदद ले सकता है। अंजीर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और कैलोरी कम होती है। साथ ही सूखे अंजीर के फल में फैट बहुत कम (0.56%) होता है। इसलिए, यह वजन घटाने में सहायक हो सकता है। यही कारण है कि अंजीर खाने के लाभ में वजन का घटना भी शामिल है।
4. कोलेस्ट्रॉल के लिए अंजीर के फायदे
अंजीर की पत्तियों में हाइपोलिपिडेमिक प्रभाव पाया जाता है, जिसके चलते यह ट्राइग्लिसराइड नामक लिपिड सीरम के स्तर कम कर सकता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) में बढ़ोत्तरी कर सकता है। वहीं, एक अन्य रिसर्च इस बात की पुष्टि करता है कि अंजीर का सेवन करने से हानिकारक कोलेस्ट्रॉल (LDL), ट्राइग्लिसराइड और कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कोई बदलाव नहीं होता । इन दोनों अध्ययनों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि कोलेस्ट्रॉल के लिए अंजीर के क्या फायदे हैं, यह जानने के लिए अभी और शोध की जरूरत है।
5. लिवर के लिए अंजीर के फायदे
अंजीर फल के साथ-साथ उसके पत्ते भी सेहत के लिए अच्छे हो सकते हैं, क्योंकि लिवर को स्वस्थ रखने में अंजीर के पेड़ की पत्तियों को कारगर पाया गया है। इसकी पुष्टि एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च पेपर से होती है। इस रिसर्च के अनुसार, अंजीर की पत्तियों में हेप्टोप्रोटेक्टिव (लिवर सरंक्षण) गुण पाया जाता है, जो हानिकारक तत्वों से लिवर की रक्षा कर सकता है। स्वस्थ लिवर के लिए अंजीर की पत्तियों के पाउडर का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, अंजीर की पत्तियों की चाय बनाकर इसके लाभ लिए जा सकते हैं ।
6. डायबिटीज के लिए अंजीर के फायदे
अंजीर के पत्तों में ऐसे कई गुणकारी तत्व मौजूद हैं, जो मधुमेह के रोगियों के लिए लाभकारी है। चूहों पर की गई एक रिसर्च से यह पता चलता है कि अंजीर की पत्तियों में एथिल एसीटेट अर्क पाया जाता है। यह अग्नाशय की बीटा कोशिकाओं के जरिए इन्सुलिन उत्पादन को उत्तेजित करके एंटीडायबिटिक प्रभाव दिखा सकता है। इसलिए, अंजीर खाने के फायदे में डायबिटीज से बचाव भी शामिल है ।
डायबिटीज के प्रभाव को कम करने के लिए अंजीर के पत्तों की चाय बनाकर सेवन कर सकते हैं। अंजीर की चार-पांच पत्तियों को गर्म पानी में उबाल लें और उसे उबालकर पिएं। इसके अलावा, अंजीर के पत्तों को पहले सुखा लें और फिर पीसकर पाउडर बना लें। अब इस पाउडर की चाय बनाकर पिएं।
7. कैंसर से बचाव में अंजीर के फायदे
कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और इसके इलाज के लिए व्यापक चिकित्सा प्रक्रिया से गुजरने की जरूरत होती है, लेकिन खान-पान और दिनचर्या का ध्यान रखकर इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। अंजीर का सेवन कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है। अंजीर का फल पेट और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकता है ।
एक अन्य शोध के अनुसार, अंजीर के लेटेक्स में प्रोटीयोलाइटिक एंजाइम पाया जाता है, जिसमें एंटीकैंसर प्रभाव होता है। इसलिए, इसके प्रति कैंसर कोशिका लाइन संवेदनशील हो सकती है। इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि अंजीर का सेवन पेट में मौजूद कैंसर कोशिकाओं के विकास में बाधा पैदा कर सकता है । चूहों पर किए गए एक रिसर्च के अनुसार, अंजीर का लेटेक्स ट्यूमर के विकास को बाधित कर सकता है। इसलिए, नियमित रूप से अंजीर का सेवन करने से कैंसर से बचा जा सकता है ।
8. हड्डियों के लिए अंजीर के फायदे
अंजीर को कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत माना जा सकता है। शरीर की हड्डियों को मजबूत करने के लिए ये सभी गुण जरूरी हैं। अंजीर के गुणकारी तत्व हड्डियों पर प्रभावी तरीके से काम कर सकते हैं, जिससे उनकी मजबूती बढ़ सकती है। इसमें कोई दो राय नहीं कि हड्डियों के लिए कैल्शियम जरूरी है। यही कारण है कि हड्डियों की सेहत के लिए अंजीर खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि अंजीर में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
9. रक्तचाप के लिए अंजीर के फायदे
कई वैज्ञानिक शोधों में इस बात की पुष्टि की गई है कि अगर नियमित रूप से अंजीर का सेवन किया जाए, तो रक्तचाप को संतुलित रखा जा सकता है। अंजीर में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स, फिनोल और पोटैशियम मिलकर उच्च रक्तचाप की आशंका को कम कर उसे संतुलित बनाए रख सकते हैं। रक्तचाप को संतुलित रखकर अंजीर के यौगिक कोरोनरी हार्ट डिसीज यानी हृदय संबंधी पुरानी बीमारियों से रक्षा में भी कारगर साबित हो सकते हैं। हालांकि, इसके कौन से यौगिक रक्तचाप को किस तरह सामान्य रख सकते हैं, यह जानने के लिए और शोध किए जाने की जरूरत है ।
10. ऊर्जा का स्रोत
दिनभर की भागदौड़ के लिए शरीर को ऊर्जा की जरूरत होती है। इस ऊर्जा को कायम रखने के लिए भोजन के साथ अपनी डायट में अंजीर को भी शामिल करना बेहतर हो सकता है। सूखे अंजीर में 249 कैलोरी पाई जाती है, जिससे शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिल सकती है । इसलिए, अंजीर खाने के फायदे में ऊर्जा का स्तर बेहतर रखना भी शामिल है।
11. अंजीर के एंटीऑक्सीडेंट गुण
गुणों की खान अंजीर को एंटीऑक्सीडेंट का प्रमुख स्रोत माना गया है। एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव के कारण ही अंजीर शरीर में फ्री रेडिकल्स को खत्म कर कई तरह की बीमारियों से बचा सकता है। अंजीर का सेवन करने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की क्षमता बढ़ जाती है। इससे एंटीऑक्सीडेंट शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के प्रभाव को कम कर सकता है। इस प्रकार कह सकते हैं कि अंजीर का यह गुण शरीर के लिए हितकारी हो सकता है। एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध रिसर्च में भी कहा गया है कि अपनी डायट में अंजीर को जरूर शामिल करना चाहिए ।
12. यौन शक्ति के लिए अंजीर खाने के फायदे
जहां अंजीर के सेवन से तमाम तरह की बीमारियों से बचाव हो सकता है, वहीं यह प्रजनन क्षमता और यौन शक्ति को बढ़ा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, अंजीर की पत्तियों का अर्क शुक्राणुओं की गुणवत्ता व संख्या में वृद्धि कर सकता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण शुक्राणुओं को किसी भी प्रकार की क्षति से बचा सकते हैं । वहीं, सूखे अंजीर के सेवन से महिलाओं की प्रजनन क्षमता भी बेहतर हो सकती है। हां, अगर किसी की समस्या गंभीर है, तो उसे डॉक्टर से इलाज जरूर करवाना चाहिए।
13. प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के लिए अंजीर खाने के फायदे
अगर हमारी प्रतिरोधक क्षमता अच्छी नहीं होगी, तो कई बीमारियां हमारे शरीर को घेर लेती हैं। इसलिए, प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करना है, तो उसके लिए अंजीर का सेवन फायदेमंद हो सकता है। अंजीर में पॉलीसेकेराइड नामक कंपाउंड पाया जाता है, जिसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटर प्रभाव होता है। इम्यूनोमॉड्यूलेटर प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने का काम करता है। इसलिए, प्रतिदिन अंजीर का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है ।
14. झुर्रियों को रोकने में अंजीर के गुण
चेहरे पर असमय पड़ने वाली झुर्रियां खूबसूरती पर दाग साबित होती हैं। इससे बचने के लिए अंजीर का प्रयोग किया जा सकता है। अंजीर के फल का रस स्किन मेलेनिन और सीबम (शरीर से निकलने वाला एक प्रकार का तेल) के स्तर को कम कर सकता है। साथ ही यह स्किन को हाइड्रेट रख सकता है। इसलिए, अंजीर को हाइपर पिगमेंटेशन, कील-मुंहासों और झुर्रियों के इलाज के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
15. बालों के लिए अंजीर के फायदे
अक्सर पोषक तत्वों की कमी के कारण बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं। चूहों पर की गई एक रिसर्च के अनुसार नारियल का तेल और सोयाबीन जैसे प्राकृतिक तत्वों के साथ अंजीर को मिलाकर तैयार किया गया फॉर्मूला बीटा कैरेटीन के उत्पादन को बढ़ा कर बालों के विकास को प्रेरित कर सकता है । वहीं, एक में रिसर्च पाया गया है कि अंजीर की पत्तियों का अर्क एंड्रोजेनिक एलोपिशिया (एक प्रकार का गंजापन) जैसी समस्या से बचाव में फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद एंटीइन्फ्लामेट्री और एंटी-एंड्रोजन गुण बालों को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं ।
कैसे करें प्रयोग : दो चम्मच दही में दो चम्मच बेसन मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इसी पेस्ट में 10 बूंद अंजीर के तेल की मिक्स कर लें। अब इस पेस्ट को अपने पूरे बालों पर लगाकर एक घंटे के लिए छोड़ दें। इसके बाद अच्छे शैंपू से बालों को धो लें। इससे बाल लंबे, घने और मजबूत होंगे।
अंजीर के पौष्टिक तत्व –
मानव स्वास्थ्य के लिहाज से अंजीर में पाए जाने वाले जो तत्व महत्वपूर्ण हैं उन्हें हम टेबल के माध्यम से नीचे बता रहे हैं।
अंजीर का उपयोग –
जैसा कि इस आर्टिकल के शुरुआत में बताया था कि अंजीर को फल के तौर पर या फिर सुखाकर दोनों प्रकार से खाया जा सकता है। अंजीर के औषधीय गुण लेने के लिए इसे यहां बताए जा रहे विभिन्न तरीकों से खाया जा सकता है।
- अंजीर खाने का सही तरीका यह है कि इसे या तो ऐसे ही खाएं या फिर छिलका उतार कर खा सकते हैं।
- सूखी अंजीर को अपने साथ कहीं भी ले जाना आसान है। इसलिए, अगर आप किसी यात्रा पर जा रहे हैं, तो अंजीर को अपने साथ ले जा सकते हैं।
- इसे सैंडविच या फिर सलाद में डालकर भी खाया जा सकता है। इससे सैंडविच और सलाद का स्वाद तो बढ़ेगा ही, साथ ही जरूरी पोषक तत्व भी मिलेंगे।
- ताजे अंजीर के फल को केक या फिर आइसक्रीम के ऊपर सजाकर भी खाया जा सकता है।
- ताजे के मुकाबले में सूखे अंजीर में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए, अगर आप घर में कोई मीठा व्यंजन बनाते हैं, तो चीनी की जगह इसका प्रयोग कर सकते हैं। इससे न सिर्फ मीठे व्यंजन का स्वाद बढ़ेगा, बल्कि उसे खाने से जरूरी पोषक तत्व भी मिलेंगे।
- अंजीर का इस्तेमाल केक, पुडिंग व जैम आदि बनाते समय भी कर सकते हैं।
- मुसली बार और दलिया बनाते समय भी सूखे अंजीर का इस्तेमाल किया जाता है। यह अंजीर खाने के तरीके में शामिल है।
- सूखी अंजीर को सूप में भी डाल सकते हैं।
- विभिन्न जगहों पर शुगर की जगह अंजीर के पेस्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है।
अंजीर को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें? –
ताजे अंजीर नाजुक होते हैं, इसलिए ज्यादातर सूखे अंजीर की प्रयोग में लाया जाता है। चलिए, जानते हैं कि दोनों तरह के अंजीर को सुरक्षित कैसे रखा जा सकता है।
- ताजे अंजीर की शैल्फ लाइफ (यानी एक्सपायरी डेट) ज्यादा लंबी नहीं होती। इसलिए, जब आप इन्हें बाजार से खरीदकर लाएं, तो तुरंत जिप वाले पाउच या प्लास्टिक बैग में अच्छी तरह ढककर फ्रिज में रख दें।
- थोड़े से पके हुए अंजीर के फल को कमरे के तापमान पर रखा जा सकता है। बस ध्यान रहे कि ये पूरी तरह पकने तक सूरज की किरणों के संपर्क में न आएं।
- एक बात का ध्यान रखें कि ताजे अंजीर के फल जल्दी खराब हो जाते हैं, इसलिए प्रयास करें कि इन्हें दो-तीन दिन में खत्म कर दें।
- सूखे अंजीर को लंबे समय तक स्टोर करके रखा जा सकता है। फिर चाहे आप इसे फ्रिज में रखें या फिर सूखी और ड्राई जगह पर रखें।
- अंजीर को तीन महीने से ज्यादा समय के लिए सीलबंद कंटेनर में संभाल कर रखा जा सकता है।
- अंजीर सीलबंद कैन में भी आते हैं, जिनकी शेल्फ लाइफ करीब 6 महीने की होती है, लेकिन एक बार कैन खुल जाने के बाद इन्हें एक हफ्ते में खत्म कर देना चाहिए।
- अंजीर खाने का सही तरीका यह है कि इन्हें हमेशा धो कर खाएं।
अंजीर कहां से खरीदें?
अंजीर किसी भी सुपरमार्केट में आसानी से मिल जाते हैं। बेहतर होगा कि अंजीर को खरीदने से पहले जांच लें कि कहीं ये फल खराब न हों। साथ ही अगर सूखे अंजीर खरीद रहे हैं, तो उनकी एक्सपायरी डेट जांच लें। मिलावट और नकली प्रोडक्ट से बचने के लिए हमेशा ब्रांडेड और विश्वसनीय कंपनी के अंजीर का सेवन करें।
अंजीर के नुकसान –
अधिक मात्रा में अंजीर का सेवन नुकसान भी कर सकता है जो इस प्रकार है :
- अंजीर का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए, नहीं तो इसमें मौजूद शुगर मोटापे का कारण बन सकती है।
- उच्च रक्तचाप वालों को अंजीर खाने की सलाह दी जाती है, ताकि ब्लड ग्लूकोज व इंसुलिन की मात्रा संतुलित रह सके। इसलिए, कम रक्तचाप वालों को इसका सेवन डॉक्टर से पूछकर करना चाहिए, वरना उनका रक्तचाप और कम हो सकता है ।
- संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्तियों को अंजीर के पत्तों से कभी-कभी जलन और खुजली की समस्या हो सकती है। इसमें मौजूद फ्यूरोकोमोरिंस नामक तत्व त्वचा समस्याओं का कारण बन सकता है।
- किसी-किसी को अंजीर खाने से एलर्जी भी हो सकती है, इसलिए यह खाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें ।
इस लेख में बताया गया है कि अंजीर प्राकृतिक रूप से स्वास्थ्य के लिए कितना लाभकारी हो सकता है। अंजीर का सेवन कैसे करें ये भी इस लेख में शामिल है। अंजीर के बारे में इस लेख में तथ्यों के साथ दी गई जानकारी जरूर पाठकों के काम आएगी। इस जानकारी से यह निष्कर्ष निकलता है कि अंजीर से शरीर को कई पोषक तत्व मिल सकते हैं। साथ ही अंजीर के फायदे के साथ-साथ अंजीर के नुकसान भी हैं।
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।