गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

मखाना के उपयोग,फायदे और नुकसान

Image SEO Friendly

सूखे मेवे में शामिल होने वाले मखाना को, भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में इस्तेमाल में किया जाता है। बहुत से लोग इसे भून कर खाना पसंद करते हैं। वहीं, कई लोग इसे फ्राई कर इस्तेमाल में लाते हैं। कुछ ऐसे भी हैं, जो इसकी खीर बनाकर इसका सेवन करते हैं। इन तीनों ही तरीकों से, इसके भिन्न-भिन्न स्वाद का लुत्फ उठाया जा सकता है। लेकिन, आपको यह जानकर हैरानी होगी, कि स्वाद के साथ ही यह आपकी सेहत के लिए भी अत्यधिक लाभकारी है। इसमें कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको मोटापा, डायबिटीज और हाई बीपी जैसी कई गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं।

मखाने के फायदे – 
1. वजन घटाने में मददगार
वजन घटाने में मखाने के फायदे की बात करें, तो इसका उपयोग मोटापे की समस्या से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, मखाना (कमल के बीज) में एक खास तत्व एथेनोल पाया जाता है। एक शोध में पाया गया, कि कमल के बीज से निकाले गए एथेनोल के प्रयोग से मोटापा संबंधी कारकों को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफलता मिल सकती है। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है, कि इसका उपयोग वजन को कम करने में सहायक साबित हो सकता है ।

2. ब्लड प्रेशर में लाभदायक 
बात करें, ब्लड प्रेशर में मखाने के फायदे की, तो माना जाता है, कि मखाने के नियमित इस्तेमाल से इस गंभीर समस्या से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है। कारण यह है, कि इसमें पाया जाने वाला एक विशेष एल्केलाइड हाइपरटेंशन की समस्या को नियंत्रित करने का काम करता है। हाइपरटेंशन के कारण ही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या जन्म लेती है। इसलिए माना जा सकता है, कि इसका उपयोग बीपी की समस्या को नियंत्रित करने में सहायक साबित हो सकता है ।

3. डायबिटीज में मखाने के फायदे
डायबिटीज की समस्या से राहत पाने के लिए भी मखाने का उपयोग किया जा सकता है। एक शोध के आधार पर इस बात की पुष्टि की गई है, कि मखाने में पाए जाने वाले रेजिस्टेंस स्टार्च में हाइपोग्लाइसेमिक (ब्लड शुगर को कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। साथ ही शोध में यह भी पाया गया, कि इसका नियमित उपयोग शरीर में इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रित करने के साथ-साथ उसे बढ़ाने का भी काम करता है ।

4. दिल का रखे ख्याल 
माना जाता है, कि मखाना खाने के फायदों में हृदय स्वास्थ्य भी शामिल है। कारण यह है, कि इसमें पाए जाने वाले एल्केलाइड और कुछ खास पोषक तत्व दिल संबंधित जोखिम को कम करने का काम करते हैं। इस संबंध में किए गए शोध में इस बात की पुष्टि की गई है, कि मखाने का उपयोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित होता है, जो हृदय स्वास्थ्य से सीधे तौर पर संबंधित है । वहीं, एक अन्य शोध में इस बात का जिक्र किया गया है, कि कमल के कई भागों जैसे:- पत्ती, फल, फूल और बीज आदि का उपयोग हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकता है ।

5. प्रोटीन का अच्छा स्रोत 
विशेषज्ञों के मुताबिक, मखाने में प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसलिए ऐसा कहा जा सकता है, कि मखाना खाने के फायदों में प्रोटीन की कमी को पूरा करना भी शामिल है। बता दें, इसके नियमित उपयोग से शरीर में प्रोटीन की आवश्यक मात्रा की पूर्ति के साथ, उसकी कमी से होने वाली कई समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है।

6. कब्ज में मखाना खाने के फायदे 
मखाने का उपयोग कब्ज की शिकायत को दूर करने में भी सहायक माना जाता है। कारण यह है, कि मखाने में कई उपयोगी पौष्टिक तत्वों के साथ प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, फाइबर कब्ज की शिकायत को दूर करने में सहायक साबित होता है । इसलिए ऐसा कहा जा सकता है, कि मखाने का उपयोग कब्ज की शिकायत से छुटकारा पाने का एक उत्तम उपाय है।

7. गर्भावस्था में मखाना खाने के फायदे
फोलिक एसिड, आयरन, जिंक और कैल्शियम जैसे कई ऐसे पोषक तत्व हैं, जिनकी गर्भावस्था के दौरान एक महिला को बहुत आवश्यकता होती है । विशेषज्ञों के मुताबिक, यह सभी पोषक तत्व मखाने में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं । इस कारण ऐसा माना जा सकता है, कि मखाना खाने के फायदे में गर्भावस्था के दौरान पोषक तत्वों की कमी को पूरा करना भी शामिल है।

8. अनिद्रा में मखाने के लाभ 
अनिद्रा यानी नींद न आने की समस्या में मखाना खाने के लाभ की बात करें, तो ऐसा माना जाता है कि इसमें कुछ खास एल्केलाइड पाए जाते हैं। इनकी मौजूदगी के कारण मखाना खून को साफ करने, शरीर को ठंडा करने, तंत्रिका संबंधी विकारों को दूर करने के साथ-साथ अनिद्रा और बेचैनी जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सहायक माना जाता है ।

9. डायरिया और लूज मोशन में मखाने के लाभ 
विशेषज्ञों के मुताबिक मखाने में एंटी-डायरियल प्रभाव पाए जाते हैं । इस कारण ऐसा कहा जा सकता है, कि इसका इस्तेमाल डायरिया अथवा लूज मोशन की समस्या से निजात दिलाने में लाभकारी साबित हो सकता है।

10. मसूड़ों को करता है मजबूत 
विशेषज्ञों के मुताबिक, मखाने में कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक के साथ-साथ विटामिन-ए पाया जाता है । यह सभी तत्व मसूड़ों के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माने जाते हैं। वहीं मखाने में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल प्रभाव पाए जाते हैं। मखाने में पाए जाने वाले यह दोनों गुण मसूड़े संबंधित सूजन और बैक्टीरियल प्रभाव के कारण होने वाली सड़न को रोकने में मददगार साबित हो सकते हैं। दूसरी ओर, मखाने के फूल में पाए जाने एल्केलाइड और नेल्यूम्बिन, ब्लीडिंग गम्स की समस्या से निजात दिलाने में सहायक हो सकते हैं। इस कारण माना जा सकता है, कि मखाने के फूल में पाए जाने वाले इन तत्वों की थोड़ी-बहुत मात्रा मखाने में भी पाई जाती है।

11. किडनी के लिए फायदेमंद
विशेषज्ञों के मुताबिक मखाने में एल्कलॉइड, लियेंसिनिन, आइसोलीएन्सिन, और नेफेरिन जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये सभी तत्व लिवर से जुड़े जोखिम कारकों को कम करने में मदद करते हैं। इससे लिवर बेहतर तरीके से काम करता है। यहां हम बता दें कि लिवर ही है, जो खून को रिफाइन करने का काम करता है और बाद में खून किडनी तक पहुंचता है। इस प्रकार इन तत्वों का प्रभाव लिवर के साथ-साथ किडनी से संबंधित जोखिमों को कम करने में भी देखा जा सकता है। इस लिहाज से कहा जा सकता है कि मखाने का नियमित उपयोग किडनी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है ।

12. झुर्रियों को करता है कम 
विशेषज्ञों के मुताबिक मखाने में कई एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। वहीं त्वचा से संबंधित समस्याओं में मखाने के उपयोग पर किए गए एक शोध में इस बात की पुष्टि कि गई है, कि मखाने में पाए जाने वाले सभी एंटीऑक्सीडेंट त्वचा के लिए सिनेर्जेटिक इफेक्ट (मिश्रित प्रभाव) प्रदर्शित करते हैं। यही प्रभाव त्वचा पर आने वाली झुर्रियों को दूर करने में मददगार साबित होता है ।

13. एंटी-एजिंग प्रभाव
विशेषज्ञों के मुताबिक मखाने में स्किन को सुरक्षित रखने और अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने वाले गुण पाए जाते हैं। वहीं शोध में इस बात की भी पुष्टि की गई है, कि मखाने की चाय त्वचा संबंधित समस्याओं जैसे :- फोटोएजिंग (अल्ट्रा वायलेट इफेक्ट) और रेगुलर एजिंग (उम्र से संबंधित विकार) से त्वचा की रक्षा करने में सहायक सिद्ध हो सकती है ।

मखाने के पौष्टिक तत्व –  
आइए चार्ट के माध्यम से जानते हैं, मखाने में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में।
पोषक तत्वयूनिटमात्रा प्रति 100 ग्राम
पानीg14.16
एनर्जीKcal332
प्रोटीनg15.41
टोटल लिपिड (फैट)g1.97
कार्बोहाइड्रेटg64.47
मिनरल्स
कैल्शियमmg163
आयरनmg3.53
मैग्नीशियमmg210
फोस्फोरसmg626
सोडियमmg5
जिंकmg1.05
विटामिन
थियामिनmg0.640
राइबोफ्लेविनmg0.150
नियासिनmg1.600
विटामिन बी-6mg0.629
फोलेटµg104
विटामिन ए (आरएई)µg3
विटामिन ए (आईयू)IU50
लिपिड्स
फैटी एसिड (सैचुरेटेड)g0.330
फैटी एसिड (मोनोसैचुरेटेड)g0.388
फैटी एसिड (पॉलीसैचुरेटेड)g1.166
मखाना का उपयोग – 
मखाने के उपयोग की बात की जाए, तो इसे कई तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिन्हें हम कुछ बिन्दुओं की सहायता से जानेंगे।
  • मखाने को फ्राई कर स्नैक्स के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • कई लोग मखाने की खीर बनाकर इसे खाने में इस्तेमाल करते हैं।
  • कुछ लोग ऐसे भी है, जो सब्जी बनाते वक्त इसे मटर और पनीर के साथ शामिल करते हैं।
  • वहीं, सूखे मेवे को चीनी की चाशनी के साथ मिक्स कर, लंबे समय तक इस्तेमाल करने का भी चलन है। 
  • समय- इसे नाश्ते के रूप में सुबह या शाम को खाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।

मात्रा- मात्रा की बात की जाए, तो सामान्य तौर पर एक बार में 20 से 30 ग्राम मखाने का उपयोग किसी भी रूप में किया जा सकता है। फिलहाल, इस संबंध में कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है।

मखाना के नुकसान – 
बता दें, कि मखाना के नुकसान के बारे में कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। फिर भी कुछ बिन्दुओं के माध्यम से हम इससे संबंधित आम पहलुओं को जानेंगे। 
  • हालांकि, मखाना कब्ज में फायदेमंद होता है, जोकि लेख में बताया जा चुका है। लेकिन इस समस्या के दौरान मखाने का अधिक उपयोग नहीं करना चाहिए, अन्यथा, इसके दुष्परिणाम जैसे:- गैस, पेट दर्द और कुछ पोषक तत्वों की कमी जा सकती है।
  • कुछ लोगों को मखाना खाने से एलर्जी हो सकती है। कारण है, इसमें पाई जाने वाली पोटेशियम की अधिक मात्रा। ऐसी स्थिति में चिकित्सक से तुरंत परामर्श लें ।
  • उन लोगों को मखाना के सेवन से बचना चाहिए, जो डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का उपयोग कर रहे हैं।
  • मखाने में स्टेरॉयड भी पाया जाता है, इसलिए इसके अत्यधिक सेवन से मुंह में जलन के साथ मुंह से संबंधित कुछ समस्याएं पैदा होने का खतरा हो सकता है ।

अब तो आप मखाना के बारे में अच्छे से जान गए होंगे। लेख में आपको मखाना के गुण, उपयोग और फायदों के बारे विस्तार से बताया जा चुका है। साथ ही आपको लेख के माध्यम से इस बात की भी जानकारी दी गई है, कि इसका उपयोग किन-किन बीमारियों में लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इसलिए अगर आप भी मखाने को अपने नियमित आहार में शामिल करने की सोच रहे हैं, तो पहले लेख में दी गई इससे संबंधित पूरी जानकारी को अच्छे से पढ़ें। उसके बाद बताए गए तरीकों को अमल में लाएं। 

No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"