गर्मी के मौसम में नींबू के रस से बनी शिकंजी लगभग सभी ने पी होगी। इसके अलावा, इसके रस का इस्तेमाल कई व्यंजनों का जायका बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा, नींबू का उपयोग के कई औषधीय गुणों के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। जैसे नींबू और नींबू पानी के फायदे देखे जाते हैं, ठीक वैसे ही नींबू के छिलके के फायदे भी होते हैं। इस आर्टिकल में हम बताने जा रहे हैं नींबू के छिलके के फायदे, उपयोग और इसके नुकसान। आर्टिकल में दी गई जानकरी कई प्रकार के शोधों पर आधारित है, जिन्हें जानवरों और मनुष्यों पर किया गया है। नींबू के छिलके सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी कई प्रकार से फायेदमंद हो सकते हैं। नींबू के छिलके के फायदे के बारे में जाने के लिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
नींबू के छिलके के फायदे –
कई शोध में पाया गया है कि नींबू में कई प्रकार के पोषक तत्व और गुण पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं को दूर करने में लाभदायक हो सकते हैं। यहां हम बता रहे हैं नींबू के छिलके के फायदे के बारे में।
1. वजन कम करने के लिए
माेटापा और बढ़ता हुआ वजन एक गंभीर समस्या है, इसके कारण कई प्रकार की शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। मोटापे की समस्या को कम करने में नींबू के छिलके मदद कर सकते हैं। इस विषय पर एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित कई शोध संस्थाओं ने चूहों पर शोध कार्य किया है। शोध में पाया गया कि नींबू के छिलके में पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं, जो शरीर का वजन कम करने में कारगर हो सकते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि पॉलीफेनोल्स युक्त आहार खाने से चूहाें के शरीर का वजन कम हो गया । इसके अलावा, एक अन्य शोध में 60 रोगियों पर नींबू के छिलके के अर्क का उपयोग किया गया। इस शोध में पाया गया कि नींबू के छिलके के अर्क का सेवन बचपन के मोटापे के लिए कुछ हद तक लाभकारी प्रभाव डाल सकता है ।
2. ओरल हेल्थ के लिए
नींबू का छिलका ओरल हेल्थ के लिए भी लाभकारी हो सकता है। इस विषय पर जापान में शोध किया गया। इस शोध के अनुसार, नींबू के छिलके में कई जरूरी कंपाउंड पाए जाते हैं, जैसे 8-गेरानियोक्लिप्सोलारेन -,5 गेरानियोक्लिप्सोलारेन 5-गेरानायलोक्सी, 7-मेथोक्साइकॉमरिन और फ्लोरिन । ये सभी तत्व संयुक्त रूप से मुंह के बैक्टीरिया को मारने के साथ-साथ उन्हें दोबारा पनपने से रोकने में मदद कर सकते हैं ।
3. मजबूत हड्डियों के लिए
कैल्शियम युक्त खाद्य सामग्री का सेवन हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है। ईरान की एक शोध संस्था के अनुसार, नींबू के छिलके में कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है और कैल्शियम हड्डियों के निर्माण के साथ ही उन्हें मजबूती प्रदान करने और उनके विकास में मदद कर सकता है
4. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का इलाज करें और शरीर को डिटॉक्सीफाई करें
सेहत के लिए विटामिन-सी के फायदे बहुत हैं और नींबू का छिलका विटामिन-सी से भरपूर होता है । कई शोध संस्थाओं के अनुसार, विटामिन-सी में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के साथ ही विषाक्त पदार्थों को दूर कर शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद कर सकते हैं । वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित, चूहों पर किए गए एक रिसर्च में पाया गया है कि लाइमोनीन (जो नींबू के छिलके में पाया जाता है), ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकता है । वहीं, मिस्र में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि नींबू के छिलके में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है । इस आधार पर कहा जा सकता है कि नींबू का छिलका ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने के साथ ही शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में सहयोग कर सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
5. एंटीकैंसर गुण
नींबू के छिलके कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं। कई शोधकर्ताओं ने इस विषय पर शोध किया और उस शोध को एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया। चूहे पर किए गए शोध के अनुसार नींबू के छिलके में एंटीकैंसर गुण मौजूद होते हैं, जो कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं (8)। पाठक ध्यान दें कि नींबू का छिलका किसी भी तरीके से कैंसर का इलाज नहीं है। अगर कोई इस बीमारी से पीड़ित है, तो उसे जल्द से जल्द डॉक्टरी उपचार करवाना चाहिए।
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करे
शरीर को स्वस्थ रखने और रोगों से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत रहना जरूरी है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करने में नींबू के छिलके का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, नींबू के छिलके में विटामिन-सी पाया जाता है। विटामिन-सी प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य में सुधार कर सकता है। इससे रोग प्रतिरोधक प्रणाली को बूस्ट किया जा सकता है।
7. कोलेस्ट्रॉल और हृदय की समस्या को कम करता है
कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम करने और हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए नींबू का छिलका लाभदायक हो सकता है। एक शोध के अनुसार, नींबू के छिलके में पाए जाने वाले पेक्टिन में हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक प्रभाव पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में कुछ हद तक मदद कर सकता है। यह शोध एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध है । कोलेस्ट्रॉल को कम कर नींबू का छिलका हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम भी कर सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की जरूरत है।
8. बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन को दूर करें
नींबू के छिलके का उपयोग कई प्रकार के संक्रमण को दूर करने में मदद कर सकता है। इनमें बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन के कारण होने वाली समस्याएं भी शामिल हैं। एक शोध के अनुसार, नींबू के छिलके से निकले अर्क का उपयोग डर्मेटोफाइट्स (Dermatophytes) के खिलाफ किया जा सकता है (10)। डर्मेटोफाइट्स एक प्रकार कर फंगल इंफेक्शन हाेता है, जो त्वचा, बाल, नाखून और शरीर के अन्य भागों में होता है। इसके पीछे डर्माटोफाइट नामक फंगस जिम्मेदार होता है
9. पित्ताशय पथरी (Gallstones) को दूर कर पाचन में सुधार करे
नींबू के छिलके का उपयोग पेट की समस्या को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। नींबू के छिलके से पित्ताशय की पथरी की समस्या को दूर करने के साथ ही पाचन तंत्र को सुधारा जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध पत्र के अनुसार, नींबू के छिलके से निकले तेल में डी-लाइमोनीन नामक घटक पाया जाता है। डी-लाइमोनीन का उपयोग पित्ताशय पथरी से आराम दिलाने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह कैसे असर करता है, यह अभी शोध का विषय है । वहीं, नींबू के छिलके में फाइबर भी मौजूद होता है और फाइबर पाचन संबंधी कई समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद हो सकता है।
10. त्वचा के लिए
सेहत के साथ साथ त्वचा की देखभाल के लिए भी नींबू के छिलके के फायदे हो सकते हैं। कई शोध संस्थाओं ने इस पर रिसर्च कार्य किया और उन्होंने पाया कि नींबू के छिलके में पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं, जिनमें एंटी-एजिंग (एंजिंग को कम करने वाला) और एंटीऑक्सीडेंट गुण (फ्री रेडिकल्स को दूर रखने वाला) पाए जाते हैं । इसके अलावा, इसमें विटामिन-सी भी पाया जाता है और विटामिन-सी त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने में मदद कर सकता है और साथ ही त्वचा में कोलेजन के निर्माण को बढ़ावा दे सकता है। इसके अलावा, विटामिन-सी घाव को जल्द भरने में भी मदद कर सकता है।
नींबू के छिलके का उपयोग –
नींबू के छिलके के कई उपयोग हो सकते हैं। यहां हम इसके कुछ खास उपयोग के बारे में बता रहे हैं।
मात्रा: नींबू के छिलके की एक कप चाय पीना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। फिलहाल, इसके सेवन की सही मात्रा से जुड़ा कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। अच्छा होगा इस विषय पर डॉक्टरी परामर्श लिया जाए।
नींबू के छिलके से नुकसान –
फायदे और उपयोग के बाद आगे जानिए नींबू के छिलके से नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं।
आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना कि कचरे के रूप में फेंक दिया जाने वाला नींबू का छिलका किस प्रकार लाभदायक हो सकता है। लेख के माध्यम आपको विस्तार से नींबू के छिलके के फायदे बताने की पूरी कोशिश की गई है। अगर आप किसी शारीरिक समस्या के लिए इसका सेवन करना चाहते हैं, तो एक बार डॉक्टरी परामर्श जरूर लें, क्योंकि कई मामलों में यह बताए गए दुष्प्रभावों का कारण बन सकता है। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा।
4. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का इलाज करें और शरीर को डिटॉक्सीफाई करें
सेहत के लिए विटामिन-सी के फायदे बहुत हैं और नींबू का छिलका विटामिन-सी से भरपूर होता है । कई शोध संस्थाओं के अनुसार, विटामिन-सी में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के साथ ही विषाक्त पदार्थों को दूर कर शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद कर सकते हैं । वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित, चूहों पर किए गए एक रिसर्च में पाया गया है कि लाइमोनीन (जो नींबू के छिलके में पाया जाता है), ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकता है । वहीं, मिस्र में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि नींबू के छिलके में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है । इस आधार पर कहा जा सकता है कि नींबू का छिलका ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने के साथ ही शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में सहयोग कर सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
5. एंटीकैंसर गुण
नींबू के छिलके कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं। कई शोधकर्ताओं ने इस विषय पर शोध किया और उस शोध को एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया। चूहे पर किए गए शोध के अनुसार नींबू के छिलके में एंटीकैंसर गुण मौजूद होते हैं, जो कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं (8)। पाठक ध्यान दें कि नींबू का छिलका किसी भी तरीके से कैंसर का इलाज नहीं है। अगर कोई इस बीमारी से पीड़ित है, तो उसे जल्द से जल्द डॉक्टरी उपचार करवाना चाहिए।
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करे
शरीर को स्वस्थ रखने और रोगों से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत रहना जरूरी है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करने में नींबू के छिलके का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, नींबू के छिलके में विटामिन-सी पाया जाता है। विटामिन-सी प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य में सुधार कर सकता है। इससे रोग प्रतिरोधक प्रणाली को बूस्ट किया जा सकता है।
7. कोलेस्ट्रॉल और हृदय की समस्या को कम करता है
कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम करने और हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए नींबू का छिलका लाभदायक हो सकता है। एक शोध के अनुसार, नींबू के छिलके में पाए जाने वाले पेक्टिन में हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक प्रभाव पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में कुछ हद तक मदद कर सकता है। यह शोध एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध है । कोलेस्ट्रॉल को कम कर नींबू का छिलका हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम भी कर सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की जरूरत है।
8. बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन को दूर करें
नींबू के छिलके का उपयोग कई प्रकार के संक्रमण को दूर करने में मदद कर सकता है। इनमें बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन के कारण होने वाली समस्याएं भी शामिल हैं। एक शोध के अनुसार, नींबू के छिलके से निकले अर्क का उपयोग डर्मेटोफाइट्स (Dermatophytes) के खिलाफ किया जा सकता है (10)। डर्मेटोफाइट्स एक प्रकार कर फंगल इंफेक्शन हाेता है, जो त्वचा, बाल, नाखून और शरीर के अन्य भागों में होता है। इसके पीछे डर्माटोफाइट नामक फंगस जिम्मेदार होता है
9. पित्ताशय पथरी (Gallstones) को दूर कर पाचन में सुधार करे
नींबू के छिलके का उपयोग पेट की समस्या को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। नींबू के छिलके से पित्ताशय की पथरी की समस्या को दूर करने के साथ ही पाचन तंत्र को सुधारा जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध पत्र के अनुसार, नींबू के छिलके से निकले तेल में डी-लाइमोनीन नामक घटक पाया जाता है। डी-लाइमोनीन का उपयोग पित्ताशय पथरी से आराम दिलाने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह कैसे असर करता है, यह अभी शोध का विषय है । वहीं, नींबू के छिलके में फाइबर भी मौजूद होता है और फाइबर पाचन संबंधी कई समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद हो सकता है।
10. त्वचा के लिए
सेहत के साथ साथ त्वचा की देखभाल के लिए भी नींबू के छिलके के फायदे हो सकते हैं। कई शोध संस्थाओं ने इस पर रिसर्च कार्य किया और उन्होंने पाया कि नींबू के छिलके में पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं, जिनमें एंटी-एजिंग (एंजिंग को कम करने वाला) और एंटीऑक्सीडेंट गुण (फ्री रेडिकल्स को दूर रखने वाला) पाए जाते हैं । इसके अलावा, इसमें विटामिन-सी भी पाया जाता है और विटामिन-सी त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने में मदद कर सकता है और साथ ही त्वचा में कोलेजन के निर्माण को बढ़ावा दे सकता है। इसके अलावा, विटामिन-सी घाव को जल्द भरने में भी मदद कर सकता है।
नींबू के छिलके का उपयोग –
नींबू के छिलके के कई उपयोग हो सकते हैं। यहां हम इसके कुछ खास उपयोग के बारे में बता रहे हैं।
- मुट्ठी भर नींबू के छिलके, चीनी और जैतून के तेल का उपयोग करके बॉडी स्क्रब बनाया जा सकता है।
- नींबू के छिलके, चीनी या बेकिंग सोडा का उपयोग सूखी त्वचा को नरम करने के लिए स्क्रब के रूप में किया जा सकता है।
- नींबू के छिलके का पाउडर, चावल का आटा और दूध के पेस्ट का उपयोग घरेलू फेस मास्क बनाने के लिए किया जा सकता है।
- ताजा नींबू के छिलकों को पीसकर इसमें पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इस पेस्ट का इस्तेमाल त्वचा पर दाग-धब्बों को दूर करने के लिए किया जा सकता है।
- इसके अलावा, नींबू के छिलके की चाय का सेवन पाचन संबंधी समस्या को दूर करने के लिए किया जा सकता है।
मात्रा: नींबू के छिलके की एक कप चाय पीना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। फिलहाल, इसके सेवन की सही मात्रा से जुड़ा कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। अच्छा होगा इस विषय पर डॉक्टरी परामर्श लिया जाए।
नींबू के छिलके से नुकसान –
फायदे और उपयोग के बाद आगे जानिए नींबू के छिलके से नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं।
- जिन्हें लो शुगर की समस्या है, वो नींबू के छिलके का सेवन न करें। दरअसल, इसमें शुगर को कम करने वाला गुण पाया जाता है। यह गुण रक्त में शुगर के स्तर को और कम कर सकता है ।
- नींबू का छिलका रक्तचाप को कम कर सकता है । ऐसे में जिन्हें निम्न रक्तचाप की समस्या है, वो इसका सेवन न करें।
- कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती हैं, उनके लिए नींबू के छिलके का उपयोग एलर्जी का कारण बन सकता है।
आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना कि कचरे के रूप में फेंक दिया जाने वाला नींबू का छिलका किस प्रकार लाभदायक हो सकता है। लेख के माध्यम आपको विस्तार से नींबू के छिलके के फायदे बताने की पूरी कोशिश की गई है। अगर आप किसी शारीरिक समस्या के लिए इसका सेवन करना चाहते हैं, तो एक बार डॉक्टरी परामर्श जरूर लें, क्योंकि कई मामलों में यह बताए गए दुष्प्रभावों का कारण बन सकता है। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा।
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