गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

गोण्डा-करनैलगंज की सरयू नदी कछुओं के संरक्षण के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण नदियों में शामिल हो गई

mein-shaamil-ho-gaee

कर्नलगंज-गोण्डा। इंसान ही नही बल्कि जलजीवों व पशुओं के लिए जीवनदायनी बनकर सरयू नदी अब नए परिवेश को धारण करेगी। करनैलगंज की सरयू नदी कछुओं के संरक्षण के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण नदियों में शामिल हो गई है। सरयू नदी विचित्र प्रजाति के नौ अलग अलग प्रजातियों के कछुओं का संरक्षण देने वाली पहली नदी है। भारत की सभी नदियों में सरयू नदी में मिले इन प्रजातियों के कछुओं को संरक्षित करने के लिए प्रशासन ने बीड़ा उठाया है। इस नदी में एक साथ 9 प्रजातियों के कछुए पाए जा रहे हैं। यह कछुए  बेहद कीमती व पर्यावरण के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं इस लिए इनको सुरक्षित व संरक्षित करने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं। इस नदी को कछुआ संरक्षण के साथ साथ उनके प्रजनन का हब बनाने का काम प्राथमिकता से कराने के लिए डीएम ने पहल शुरू की है। सरयू नदी में सरंक्षित विभिन्न प्रजाति के कछुओं पर टीएसए संस्था के भास्कर दीक्षित व अरुणिमा सहित अन्य सदस्यों द्वारा शोध किया जा रहा है। भास्कर भाष्कर दीक्षित ने बताया कि पूरे भारत में किसी नदी में नौ प्रजातियों के कछुए एक साथ नही पाए जाते हैं। यह सरयू नदी उन कछुओं के लिए मुफीद साबित हो रही है। तभी कछुओं की संख्या नदी में बढ़ रही है। अब उस नदी को संरक्षित करने की आवश्यकता है। जहाँ गन्दगी व नदी में मिलों का गंदा पानी छोड़े जाने उनको खतरा हो सकता है जिसके लिए बहराइच व गोंडा के जिलाधिकारी से बात रखी गई है। पारले मिल बहराइच से बरसात के बाद गन्दा पानी छोड़ने के कारण नदी का पानी दूषित हो रहा है जिसके लिए मिल को बहराइच के डीएम व डीएफओ की तरफ से नोटिस भी जारी की जा चुकी है। उधर बीते शनिवार को गोंडा के जिलाधिकारी डॉ.उज्ज्वल कुमार को बताया गया है कि सरयू नदी में संरक्षित कछुओं की माह के पहले सप्ताह में ऑस्कर प्रगति देखी जा रही है। उन्होंने एक कछुआ को नदी से निकालकर डीएम को उसकी प्रगति के बारे में विस्तार से बताया भी, जिस पर जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को कछुआ प्रजनन केंद्र विकसित करने के लिये प्रोजेक्ट बनाकर शासन को भेजने का निर्देश भी दिया है। अब प्रशासन सरयू नदी में मत्स्य आखेट को बंद कराने की तैयारी में है। डीएम ने भविष्य में सरयू नदी से मत्स्य आखेट बंद कराने के भी निर्देश दिए हैं जिससे कछुओं को सुरक्षित संरक्षण मिल सके। जिसके लिए कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। उपजिलाधिकारी हीरालाल का कहना है सरयू नदी जलजीवों के लिए बेहद कारगर व मुफीद साबित हो रही है। जिससे इस नदी को संरक्षित करना पहली प्राथमिकता मानी जा रही है। भविष्य में मत्स्य आखेट का ठेका न दिया जाय इसपर पहल शुरू की जा रही है। प्रभागीय वन अधिकारी आरके त्रिपाठी का कहना है कि कछुओं को सुरक्षा मिलेगी तभी उनका विकास भी होगा। उनकी प्रजनन क्षमता भी बढ़ेगी। जिसके लिए जिलाधिकारी से पहल की गई है। उनका आश्वासन मिला है। अब शासन स्तर पर नदी की सुरक्षा का खाका तैयार कराने का प्रयास किया जाएगा।


No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"