जंगल जलेबी का स्वाद हल्का सा मीठा होता है। इस फल को अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग नाम से जानते हैं। कई लोग इसे विलायती इमली, मीठी इमली और गंगा जलेबी के नाम से भी जानते हैं। चलिए जानते हैं जंगल जलेबी खाने के फायदे-
जंगल जलेबी का नाम क्या आपने कभी सुना है? कहीं आप ये तो नहीं सोच रहे हैं कि यह कोई मिठाई है, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यह कोई मिठाई नहीं, बल्कि एक तरह का फल है। यह देखने में बिल्कुल जलेबी की तरह होता है। जंगल जलेबी आमतौर पर जंगलों में पाया जाता है, लेकिन कुछ गांवों में भी इसका पेड़ होता है। जंगल जलेबी में बहुत सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। गांव में लोग इसे बहुत चाव से खाते हैं। हालांकि, कुछ ऐसे भी इलाके हैं, जहां इस फल के बारे में किसी को कुछ पता नहीं, इसलिए इस फल के औषधीय गुणों का लाभ नहीं उठा पाते। यह फल आमतौर पर अप्रैल से जून के महीने में होता है।
जंगल जलेबी अंदर से सफेद होता है। वहीं, इसका आकार इमली की तरह होता है। कच्ची जलेबी हरे रंग की होती है और पकने पर ये लाल रंग की हो जाती है। इसका स्वाद हल्का सा मीठा होता है। इस फल को अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। कई लोग इसे विलायती इमली, मीठी इमली और गंगा जलेबी के नाम से भी जानते हैं।
इम्यूनिटी करता है बूस्ट
कोरोनावायरस की वजह से आज के समय में इम्यूनिटी बूस्ट की काफी चर्चा हो रही है। इस बीमारी से बचने के लिए इम्यूनिटी बूस्ट होना बहुत ही जरूरी है। ऐसे में अगर आप अभी गांव में रह रहे हैं और आपके यहां जंगल जलेबी होती है, तो इस फल को नियमित रूप से खाएं। जंगल जलेबी में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है। विटामिन सी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, इसलिए अगर आप जंगल जलेबी का सेवन करते हैं, तो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी।
डायबिटीज मरीजों के लिए है फायदेमंद
डायबिटीज रोगियों के लिए जंगल जलेबी काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं, जो हमारे लिए काफी फायदेमंद है। जंगल जलेबी, टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी अच्छा माना जाता है। कई आयुर्वेदिक दवाइयों में भी जंगल जलेबी का इस्तेमाल किया जाता है। बहुत से ऐसे वैद्य हैं, जो डायबिटीज के मरीजों को एक महीने तक नियमित रूप से जंगल जलेबी खाने की सलाद देते हैं।
कैंसर से बचाता है जंगल जलेबी
Journal of Pharmacognosy and Phytochemistry में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, जंगल जलेबी में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं। अगर इसका नियमित रूप से सेवन किया जाए, तो ये शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। इसके साथ ही अगर व्यक्ति को कैंसर नहीं है, तो कैंसर की संभावनाओं को भी कम करता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि जंगल जलेबी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कैंसर कोशिकाओं को विकसित होने से रोक देता है।
बढ़ती है पाचन शक्ति
पाचन शक्ति को बढ़ाने में जंगल जलेबी काफी मददगार है। इसके सेवन से पेट की सेहत अच्छी बनी रहती है। यह फल एक नहीं, बल्कि 100 से भी अधिक बीमारियों के लिए फायदेमंद होता है।
जंगल जलेबी के अन्य फायदे -
- जंगली जलेबी हमारे लिए किसी चमत्कारी दवा से कम नहीं है.अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज की समस्या है तो उसे जंगली जलेबी का उपयोग करना चाहिए क्योंकि जंगली जलेबी डायबिटीज के लिए किसी चमत्कारी औषधि से कम नहीं है.जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है वो लोग लगभग 1 महीने तक जंगली जलेबी का सेवन करें, ऐसा करने से डायबिटीज की समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है.
- यदि किसी व्यक्ति हो गुर्दे के इन्फेक्शन की समस्या है तो उसे जंगली जलेबी का उपयोग करना चाहिए इसके सेवन से यदि किसी व्यक्ति का शराब पिने के कारण गुर्दा ख़राब हो गए है उस व्यक्ति को लाभ मिलता है.
- चर्म रोग में जंगली जलेबी का उपयोग किया जाता है त्वचा के अनेक प्रकार के रोग में या एलर्जी में जंगली जलेबी की छाल को घिसकर स्किन पर लगाने से आराम मिलता है.
- जंगली जलेबी के एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-डायबिटिक, कैंसर-रोधीगुणों पर कई अध्ययन किए गए हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, जंगल जलेबी के पत्तों में ऐसे तत्व हैं जो कैंसर सेल्स को और अल्सर को खत्म कर सकते हैं। इतना ही नहीं, यह फल दर्द, एक्जिमा, बुखार, सर्दी, गले में खराश, पिग्मेंटेशन, मुँहासे और फुंसियों को खत्म कर सकता है।
- 5पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे कब्ज, दस्त और गैस से बचने और पाचन क्रिया को दुरुस्त करने के लिए आपको इस फल का सेवन करना चाहिए। इसमें पाए जाने वाले तत्व डायरिया को जड़ से खत्म करने में सहायक हैं।
- अगर किसी को पथरी की समस्या है तो जंगली जलेबी को लगभग १० दिन खाने से हमेसा के लिए यह रोग ठीक हो जाता है।
- अगर किसी को हमेशा उलझन होती है दिमाग में टेंशन बना रहता है तो आप जंगली जलेबी का प्रयोग करे तो आपका दिमाग ठंडा रहेगा और आप खुश रहेंगे।
- अगर आप ग्रामीण क्षेत्र से ताल्लुक रखते है तो इस फल का प्रयोग जरूर करे। जो आपको मुफ्त मिल जायेगा। और साथ ही अपने दोस्तों को इस लेख को Share करके इसके फायदों को बताये ताकि अधिक से अधिक लोग इसका फायदा उठा सके। और ऊपर दिए हुए पीले बटन को दबाकर हमे फॉलो जरूर कर लो क्यों की हम ऐसे ही जानकारी को लेकर आते ही रहते है।
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।