योग, एक्सरसाइज का एक प्राचीन रूप है, जो शारीरिक और मानसिक स्थिति को बेहतर करता है। यह शरीर में ताकत, लचीलापन लाने के साथ-साथ ध्यान केंद्रित करने में भी मदद करता है। योग स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, लेकिन कई लोग योगाभ्यास के दौरान कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिनसे फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। तो आइए जानते हैं कि योग करने के दौरान किस तरह की गलतियां करने से बचना चाहिए।
अत्यधिक स्ट्रेचिंग से बचें
किसी भी योगासन के दौरान ज्यादा स्ट्रेचिंग या बार-बार एक ही हिस्से पर ज्यादा दबाव डालने से चोट लग सकती है। अन्य व्यायामों की तरह ही योग में भी नियमों का ध्यान रखना पड़ता है। किसी अनुभवी व्यक्ति से योग सीखना सुरक्षित रहता है। ऐसे में आप योगासन को अच्छी तरह से समझ पाते हैं।
सांस न रोके
ज्यादातर योग क्रियाओं में सांस पर ध्यान देना जरूरी है। योगासन के दौरान सांस को रोके रहना खतरनाक हो सकता है, खासकर किसी हृदय रोगी को योग का अभ्यास करते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। अक्सर कोई आसन करते समय सही पोज में आने और संतुलन बनाने के लिए हम सांस रोक लेते हैं जिससे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह रूकने लगता है और तनाव पैदा होता है।
आप योगाभ्यास के दौरान चाहे लेटे हों, उल्टे खड़े हों या एक पैर पर खड़े हों, निरंतर सांस लेते रहना जरूरी है। यदि लगातार योग करते हुए सांस फूलने लगे तो बेहतर होगा कि आप ब्रेक लें और जब सांस की गति सामान्य हो जाए तब फिर से अभ्यास शुरू कर दें।
प्रॉप्स का इस्तेमाल
योग अभ्यास के दौरान, सपोर्ट के लिए अक्सर कुछ प्रॉप्स का इस्तेमाल किया जाता है जैसे: चादर, स्ट्रेचिंग के लिए पट्टियां, ब्लॉक्स, बड़े आकार की बॉल इत्यादि। हालांकि कुछ लोग इन प्रॉप्स के बगैर ही योग करते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जो लोग प्रॉप्स का इस्तेमाल करते हैं वे अन्य लोगों के मुकाबले कमजोर होते हैं। अपनी जरूरत के अनुसार प्रॉप्स का उपयोग करना चाहिए।
प्रॉप्स से सही पोज बनाने और शरीर के किसी विशेष हिस्से को टारगेट करने में मदद मिल सकती है। ये चोट लगने से भी बचाते हैं। प्रॉप्स हमें योग मुद्रा को सही तरीके से करने में मदद करते हैं, जिससे हम चोटिल होने से बच जाते हैं। अगर आप इन प्रॉप्स का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं तो आपकी कलाई, कंधे और कमर के निचले हिस्से में चोट लग सकती है।
आपके लिए कौन-सा योगासन है बेहतर
योग के कई अलग-अलग तरह के स्टाईल होते हैं जैसे कि अष्टांग, अयंगर और शिवानंद। इनमें से कुछ योग स्टाईल बहुत कठोर होते हैं और कुछ शरीर के किसी विशेष हिस्से पर ज्यादा दबाव डालते हैं। जैसे कि किसी में सांस लेने पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है तो किसी में पोस्चर पर। आपको कोई भी योगासन करने से पहले ये समझ लेना चाहिए कि आपके शरीर और जरूरत के अनुसार कौन-सा योगासन बेहतर है।
योग शरीर में ताकत, लचीलापन और संतुलन में सुधार लाने के साथ-साथ तनाव को दूर और दिमाग को रिलैक्स करता है।
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।