क्या आप भी हर महीने पीरियड्स के शुरू होते ही परेशान हो जाती हैं? क्या आप भी इस दौरान जब घर से बाहर निकलती हैं तो आपको यही चिंता लगी रहती है कि कहीं आपके कपड़ों पर दाग तो नहीं लग गया है? क्या आप भी बार बार पीछे पलटकर अपने कपड़ों को चेक करती रहती हैं? आप अकेली नहीं हैं क्योंकि यह परेशानी अक्सर कई महिलाओं को होती है। लेकिन इसका भी हल है और वो है एक सुरक्षित सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल।
सेनेटरी पैड क्या है और इसे कैसे लगाये -
एक "सैनिटरी नैपकिन" या "सेनेटरी पैड" का अर्थ केवल एक सोखने वाला पैड है जिसे आप मासिक धर्म के रक्त को अवशोषित करने के लिए अपने पीरियड्स के दौरान अपनी पैंटी के अंदर पहनते हैं। आपको आपके मासिक धर्म प्रवाह के आधार पर एक उचित मोटाई, लंबाई और सोखने की क्षमता वाले पैड को चुनना चाहिए।
एक सैनिटरी नैपकिन का प्रयोग करना आसान है। तो आइये जानते हैं कि इसका उपयोग कैसे करें -
- पैड के बैकसाइड पर से कागज को निकालें और इसे अपने पैंटी पर रखें।
- विंग्स से रिलीज पेपर निकालें। विंग्स को पैंटी के दोनों ओर लपेटें और ज़ोर से दबाएं।
- इस्तेमाल के बाद कूड़ेदान में पैड को डालने से पहले इसे कागज में अच्छे से लपेटें।
- शौचालय में पैड को डिस्पोज़ न करें क्योंकि यह शौचालय को रोक सकता है।
- याद रखें, आराम और गंध से बचने के लिए आपको हर कुछ घंटों में पैड को बदलने की ज़रूरत है।
कैसे करें सैनेटरी पैड का चुनाव -
सबसे पहले ये जानें कि पीरियड्स की देखरेख करने का कोई सही या गलत तरीका नहीं होता है। यही कारण है कि यहाँ चुनने के लिए बहुत सारे पैड होते हैं। यहां आपकी शुरुआत के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं। आपका चुनाव इस पर निर्भर करता है कि आपकी व्यक्तिगत पसंद क्या है और आपके शरीर और आपके मासिक धर्म के लिए क्या सबसे उपयुक्त है।
- जब आपको पहली बार पीरियड्स आते हैं तो आप नियमित आकार के नैपकिन (पैड) या टैम्पन का उपयोग कर सकते हैं।
- यदि नियमित आकार का पैड मासिक धर्म रक्त से बहुत जल्दी भरने लगता है, तो एक लंबे आकार वाले पैड का उपयोग करें।
- अगर कुछ घंटों के बाद ऐसा लगता है कि ज्यादा रक्त नहीं है, तो आप नियमित पैड या कम अवशोषण वाले टैम्पन पर स्विच कर सकते हैं।
कुछ लड़कियां दो अलग-अलग प्रकार के पैड का उपयोग करती हैं-एक अपने भारी दिनों के लिए और एक उनके हल्के दिनों के लिए। रात्रि के लिए विशेष पैड भी उपलब्ध हैं। ये पीछे की ओर से अधिक लंबे और चौड़े होते हैं, इसलिए जब आप अपनी नींद में इधर से उधर होते हैं तो ये आपकी पूरी तरह से रक्षा कर सकते हैं। (और पढ़ें - अगर आप भी हैं मासिक धर्म से जुड़ी कुछ जरूरी बातों से अनजान तो ये हाइजीन टिप्स आएँगे आपके काम)
कितनी बार बदलें सैनिटरी नैपकिन -
सभी चीजों की तरह, यह कई चीजों पर निर्भर करता है। आपको ऐसा लगता है कि मासिक धर्म के दौरान बहुत अधिक रक्तस्राव होता है, लेकिन पीरियड्स के दौरान अधिकांश लड़कियों का आमतौर पर 4 से 12 चम्मच रक्त प्रवाहित होता है, जो वास्तव में बहुत ज़्यादा नहीं होता है।
आप अपने पैड को प्रत्येक 4 घंटों में बदल सकते हैं। हालांकि पीरियड्स की शुरूआत में आपको अधिक भारी रक्तस्राव हो सकता है और आपको प्रत्येक 2 से 3 घंटे में पैड बदलना पड़ सकता है। (और पढ़ें - आपके मासिक धर्म यानी पीरियड्स इन स्वास्थ्य समस्याओं का करते हैं संकेत)
रात को क्यों होती है अलग तरह के नैपकिन की जरूरत -
सोते समय हम करवट बदलते रहते हैं। इसलिए रात के समय इस्तेमाल किए जाने वाले नैपकिन अधिक लंबे और चौड़े होने चाहिए ताकि आपकी नींद ख़राब ना हो और आपको दाग की भी कोई चिंता ना रहें। (और पढ़ें - पीरियड्स मे क्या खाएं और क्या
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।