महिलाओं को हमेशा से ही इस बात को जानने की उत्सुकता रहती है कि उनके लिए शारीरिक संबंध बनाने के लिए मासिक धर्म के बाद कौन सा समय प्रेग्नेंट न होने के लिए सुरक्षित होता है। यहां पर हमारा सेफ पीरियड से मतलब है जिस समय महिला के प्रेग्नेंट होने की संभावनाएं कम होती है। महिलाओं के शरीर में हर माह कई बदलाव होते हैं। इन बदलावों का कारण मासिक धर्म होता है।
मासिक धर्म दो चरण से जाना जाता है।
प्रजनन चरण (Proliferating phase) : यह अवधि मासिक धर्म के पहले दिन से शुरू होता है।
स्रावी चरण (Secretory phase) : यह 14 दिनों की एक निरंतर अवधि होती है, जो मासिक धर्म होने से 14 दिनों पहले से गिनी जाती है।
सेफ पीरियड आपको गर्भवस्था से बचाता नहीं हैं, इस दौरान भी आप संभोग करने से प्रेग्नेंसी की प्रक्रिया को शुरू कर सकती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि पुरुष का स्पर्म महिला के अंदर सात दिनों तक रह सकता है।
मासिक धर्म के बाद का समय सुरक्षित (गर्भ न ठहरने का) होता है क्या है? -
आपको पता होना चाहिए कि मासिक धर्म के तुरंत बाद के समय में भी गर्भधारण हो सकता है। हालांकि, ऐसा होने की सम्भावना कम होती है। अगर आप किसी भी गर्भवती न होने के तरीके का इस्तेमाल नहीं कर रहीं है तो आप अपने मासिक चक्र के दौरान कभी भी गर्भवती हो सकती हैं - यहाँ तक कि मासिक चक्र के दौरान, या उसके तुरंत बाद।
ध्यान रही कि अगर आपको कभी पहले पीरियड नहीं हुआ है, या आपका पहला पीरियड चल रहा हो, या आपने पहली बार सेक्स किया है, तब भी आप गर्भवती हो सकती हैं।
वैज्ञानिक रूप से कोई भी "सुरक्षित अवघि" या "सेफ पीरियड" नहीं है। यानी, आप चाहे कभी भी असुरक्षित संभोग करें, प्रेग्नेंट होने की सम्भावना होती ही है। मूल रूप से, अगर आप अनचाहे गर्भ से बचना चाहते हैं, तो सुरक्षित संभोग ही करें।
हालांकि, ऐसा जरूर है कि आपके मासिक चक्र के दौरान ऐसी अवधि होती है जब आपकी प्रजनन क्षमता ज्यादा होती है, और इस दौरान प्रेग्नेंट होने की सम्भावना अधिक होती है। यह समय होता है ओवुलेशन का। ओवुलेशन के समय संभोग करने से महिला के गर्भवती होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसलिए ओव्यूलेशन के समय को 'गर्भधारण न करने' के दृष्टिकोण से संभोग करने के लिए असुरक्षित माना जाता है।
आइये आपको और बताएं ओवुलेशन के बारे में -
पीरियड्स के बाद सुरक्षित समय से जुडी गलत धारणा -
अपनी ओवुलेशन की अवधि का हिसाब आप कुछ इस तरह से लगा सकती हैं (यदि आपको इस बारे में समझ न आए तो आपको अपने डॉक्टर से इस बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए) -
- यदि किसी महिला का मासिक धर्म चक्र 30 दिनों का है तो ओवुलेशन का समय बीच के दस दिन होते हैं।
- इस अवधि की दौरान असुरक्षित यौन संबंध बनाने से प्रेग्नेंट होने की सम्भावना अधिक हो जाती है।
- मासिक धर्म शुरू होने से अगले 10 दिन और अगले मासिक धर्म आने से 10 दिन पहले की अवधि को सामान्य रूप से "सुरक्षित समय" माना जाता है। लेकिन जैसा कि ऊपर बताया गया है, इस समय असुरक्षित संभोग करने से प्रेग्नेंसी की संभावनाएं कुछ कम होती है, बिलकुल ख़त्म नहीं होती हैं। इस समय में गर्भधारण का नामुमकिन होना (यानी इसका सुरक्षित अवधि होना) एक गलत धारणा है। जैसे कि ऊपर समझाया गया था, ऐसा इसलिए है कि अगर आप इस अवधि में असुरक्षित सम्भोग करती हैं, तो चूंकि पुरुष का स्पर्म महिला के अंदर सात दिनों तक रह सकता है, ओवुलेशन शुरू होते ही यह स्पर्म महिला के अण्डों से निषेचित हो सकता है।
- चेतावनी: ऊपर बताया मासिक चक्र और ओवुलेशन का हिसाब उन महिलाओं को ही लागू होता है जिनका मासिक धर्म चक्र नार्मल या नियमित है। अगर आपको मासिक चक्र की अनियमितता की आशंका है या पुष्टि है तो एक डॉक्टर से मिलकर उन्हें आपके ओवुलेशन के सही समय को समझाने को कहें।
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