गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

सर्कस कमलेश्वर

Image SEO Friendly

सर्कस तो आपने जरूर देखा होगा। उसमें तरह-तरह के ख़तरनाक और दिल दहलाने वाले करतब दिखाए जाते हैं। शायद आपने वह बेमिसाल खेल भी देखा हो, जिसमें लकड़ी का एक बड़ा चक्‍का घूमता हुआ आता है। उसी के साथ एक छरहरे बदन की बेहद खूबसूरत लड़की आती है। फिर एक कलाकार अपने हाथों में तेज-चमकदार छप्पन छुरियाँ लेकर आता है! दिखाता है। फिर छुरियाँ पास रखी मेज पर रख देता है और लाउडस्पीकर पर आवाज़ आती है-साहिबानो! इस दिलकश ख़तरनाक खेल का नाम है-छप्पन छुरी! दर्शकों में से भी आवाज आ ही जाती है-वाह! क्‍या नाम है...लड़की भी तो छप्पन छुरी है!

तभी म्यूजिक बजने लगता है।-दर्शकों में से किसी मनचले को बुलाया जाता है। उस मनचले से पुरुष कलाकार की आँखों पर पट्टी बँधवाई जाती है ताकि वह कुछ देख न सके। फिर म्यूजिक तेज़ होता है। लकड़ी का गोलाकार चक्‍का घूमने लगता है। वह छरहरी खूबसूरत लड़की उस चक्‍के पर गड़ी दो खूटियों का सहारा लेकर, बल खाकर चिपक जाती है। असली खेल शुरू हो जाता है। म्यूजिक और तेज़ हो जाता है। आँखों पर बँधी पट्टी वाला वह पुरुष कलाकार मेज पर रखी आठ-दस छुरियाँ टटोलकर उठाता है। उन्हें माथे से लगाकर इबादत के अन्दाज में चूमता है। गोलाकार चक्‍का घूमना शुरू करता है। चकके पर चिपकी वह ख़मदार कमर वाली लड़की भी साथ-साथ घूमती है।

पुरुष कलाकार पहली छुरी फेंकता है। वह लड़की के जिस्म के पास चक्‍के में धँस जाती है। चक्‍का चलता रहता है। और फिर म्यूजिक के बैंग के साथ एक छुरी आती है और उस खूबसूरत लड़की के बदन के ख़मों के मुताबिक धँसती जाती है। चक्‍के की रफ्तार के साथ चमचमाती छुरियों के आने और धँसने की रफ्तार भी बढ़ती जाती है। दर्शकों की साँस रुकी-सी रह जाती है।

फिर छप्पन छुरियों का यह खतरनाक खेल समाप्त होता है। और सर्कस का तम्बू तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठता है। वह लड़की चक्के से बेदाग उतरती है। पुरुष कलाकार अपनी पट्टी खोलकर उसे आगोश में लेता है। फिर वे दोनों सर झुका कर दर्शकों को धन्यवाद देते हैं और तालियों के संगीत पर वहाँ से दौड़ते हुए नेपथ्य में चले जाते हैं।

दूसरा करतब शुरू हो जाता है। पर यहाँ कुछ दूसरा ही हुआ। वह छरहरी खूबसूरत लड़की उस पुरुष कलाकार की बीवी थी। वह दिलोजान से अपनी बीवी को प्यार करता था। पर कुछ ऐसा हुआ कि उसकी बीवी बेवफा हो गई। कलाकार ने अपने प्यार की दुहाई दी। बड़ी मिन्‍नतें कीं। लेकिन वह नहीं मानी...वो रास्ता बदलकर चलती रही। कलाकार उदास-निराश और आधा पागल हो गया। पर सर्कस का छप्पन छुरी वाला खेल बदस्तूर चलता रहा!

आख़िर एक रोज़ एक दोस्त ने कलाकार को राय दी कि बीवी की बेवफ़ाई बर्दाश्त करने के बजाय वह एक छुरी गलत फेंक कर बेवफाई का यह खेल खत्म क्‍यों नहीं कर देता?

कलाकार सोचता रहा। खेल तो बदस्तूर जारी था। कई दिन उसने दोस्त की बात पर अमल करने के इरादे से छुरी गलत तरीके से फेंकने की कोशिश की, लेकिन नहीं फेंक पाया। और जिन्दगी के साथ-साथ सर्कस का यह ख़तरनाक खेल भी चलता रहा।
आखिर दोस्त ने एक दिन कह ही दिया-तू बुजदिल है! गलत छुरी फेंक कर बेवफाई का बदला नहीं ले सका!

तो कलाकार ने सोचते हुए कहा-क्या करूँ दोस्त! मैं अपनी उँगलियों को जुम्बिश देकर किसी भी दिन उसके कलेजे को चीर कर बदला ले सकता था, लेकिन इन उँगलियों ने जो हुनर सीखा है...उसने ऐसा नहीं करने दिया!

(‘महफ़िल’ से)

No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"