हिमाचल के चंबा के पास एक नगर है- भरमौर। भरमौर का पुराना नाम ब्रह्मपुर रहा है। यह पीर पंजाल और धौलाधार पर्वत शृंखलाओं से घिरा तथा रावी और चेनाब की धारा से जुड़ा वह हिस्सा है, जो शिव की भूमि माना जाता है, परंतु इसके संस्थापक राजा जयस्तंभ ने इसका नाम ब्रह्मपुर संभवतः इसलिए रखा था कि उनके पूर्वजों के समय व शासन में कभी इसी नाम का नगर उत्तराखंड में भी था।
पुराने समय में जब भरमौर नगर न होकर गाँव भर था, तब वहाँ में भेड़ों का एक चरवाहा रहता था, भूंकू। हिमाचल के पहाड़ों में भेड़ों के चरवाहे समुदाय गद्दी कहलाते हैं। भुंकू भी इस गद्दी समुदाय से ही था।
गद्दी का सारा जीवन यायावर जीवन है। भेड़ों के साथ शिखर, नगर, ग्राम, नदी, जंगल सब जगह घूमते ही रहते हैं। भुंकू भी यायावर था, उस पर से युवा, मस्तमौला, अपनी ही धुन में मस्त।
एक बार भुंकू भेड़ें चराने लाहुल निकल गया, कोई सौ मील दूर, वहाँ जहाँ सर्दियों में पूरा हिस्सा बाहरी दुनिया से कट सा जाता है।
वहाँ वह अनाज लेने के लिए गाँव में गया, जहाँ उसकी मुलाकात सुन्नी से से हुई। वह भी भुंकू सी अल्हड़ थी, शोख और चंचल।
दोनों एक ही वृत्ति के तो न थे, पर एक ही प्रवृत्ति के थे। कुछ तकरार, इकरार, मनुहार से गुजरते हुए दोनों में प्रेम हो गया, जन्मांतर तक जाने वाला।
भुंकू प्यार में सब कुछ भूल गया, गाँव-देस, भेड़ें, सब कुछ। और छ: माह बीत गए। भुंकू के विदा होने का समय आया। सुन्नी से फिर जल्द ही लौट आने का वचन देकर वह चला गया, पर वह गया, तो फिर लौट कर नहीं आया। शायद उसे कुछ हो गया।
और फिर भुंकू के साथ मानो सुन्नी भी कहीं चली गई, वह जाने कहाँ खोई रहती और उसने एक दिन दरिया में कूद कर जान दे दी।
फिर भुंकू भी न रहा, रह गई बस भुंकू और सुन्नी की अमरगाथा।
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।