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मूंग दाल के उपयोग,फायदे और नुकसान

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स्वाद और सेहत के हिसाब से दालें महत्वपूर्ण हैं। इन्हीं दालों में से एक है मूंग की दाल। इसे हरी दाल के नाम से भी जाना जाता है। जहां एक ओर मूल रूप से इसका सेवन एशिया, यूरोप और अमेरिका में किया जाता है, वहीं भारत में मूंग दाल मुख्य भोजन का हिस्सा होने के साथ-साथ हमें स्वस्थ रखने में भी अहम भूमिका निभाती है। इस आर्टिकल में हम मूंग दाल के फायदे के बारे में बताएंगे। साथ ही जानेंगे कि मूंग दाल का उपयोग किस प्रकार से कर सकते हैं और इससे क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं। आर्टिकल में दी गई जानकारी कई प्रकार के शोधों पर आधारित है, जिनमें से कुछ शोध जानवरों पर किए गए हैं, तो कुछ इंसानों पर। इसलिए, मूंग दाल का उपयोग औषधि के रूप में करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

मूंग दाल आपकी सेहत के लिए क्यों अच्छी है?
कई लोग नाश्ते में स्प्राउट्स के तौर पर मूंग की दाल खाते हैं। वहीं, डॉक्टर भी इसके सेवन की सलाह देते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण है, इस दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, मूंगदाल में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। इसमें सेहत के लिए जरूरी फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड, कार्बनिक एसिड, अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड जैसे पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा, मूंग दाल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीडायबिटिक, एंटीहाइपरटेंसिव और एंटीट्यूमर गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों को दूर करने में मददगार हो सकते हैं ।

मूंग दाल के फायदे –
1. एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर
यह तो हम ऊपर बता ही चुके हैं कि मूंग दाल में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा, मूंग की दाल में कुछ फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते हैं। ये गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर करने में मदद कर सकते हैं । ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण कारण, डायबिटीज, हृदय रोग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। एक अन्य शोध में पाया गया है कि मूंग के सूप में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण गर्मी के कारण होने वाले तनाव को भी दूर करने में कारगर हो सकता है।

2. हीट स्ट्रोक को दूर करने में मददगार
अधिक गर्मी, डिहाइड्रेशन के कारण हीटस्ट्रोक की समस्या हो सकती है। यह समस्या आमतौर पर गर्मियों के मौसम में होती है। अधिक गर्मी के कारण और द्रव्य पदार्थों के कम सेवन से शरीर में पानी की कमी हो जाती है और इससे हीटस्ट्रोक का खतरा हो सकता है। चूहों पर किए गए शोध में पाया गया कि मूंग दाल में विटेक्सिन ) और आइसोविटेक्स  नामक घटक पाए जाते हैं, जिनमें एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव मौजूद होता है। इस गुण के कारण हीटस्ट्रोक के खतरे को दूर करने में मदद मिल सकती है। इसलिए, गर्मी के मौसम में मूंग दाल का सूप पीना फायदेमंद हो सकता है ।

3. कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फायदेमंद
मूंग की दाल में हाइपोकोलेस्ट्रोलेमिया यानी कोलेस्ट्रॉल को कम करने का प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण मूंग की दाल रक्त में माैजूद कुल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकती हैं। इस आधार पर यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकने के साथ ही इसके स्तर काे कम करने में फायदेमंद हो सकते हैं ।

4. रक्तचाप को नियंत्रित करे
मूंग दाल रक्तचाप को भी नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों के ऊपर किए गए शोध में पाया गया कि इसमें एंटीहाइपरटेंसिव गुण पाया जाता है। मूंग दाल में पाया जाने वाला यह गुण रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ-साथ उसे बढ़ने से रोकने और उससे होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है ।

5. गर्भावस्था में फायदेमंद
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को भरपूर मात्रा में फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है। वहीं, भूण के विकास के लिए भी फोलेट जरूरी है। गर्भावस्था के समय फोलेट की कमी होने से मां और शिशु दोनों को समस्या हो सकती है । वहीं, शोध में पाया गया है कि 100 ग्राम मूंगदाल में 625 माइक्रोग्राम फाेलेट की मात्रा पाई जाती है, जो गर्भावस्था के दौरान जन्म दोष को दूर करने के साथ ही पोषण में फायदेमंद हो सकती है । वहीं, अगर मूंग दाल से बने कच्चे स्प्राउड्स का सेवन किया जाता है, तो इससे पेट खराब होने की आशंका पैदा हो सकती है ।

6. पाचन में सुधार करने के लिए
मूंग में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है, जो पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए जरूरी है। इसके अलावा, इसमें पाए जाने वाले अन्य घटक जैसे कि ट्रिप्सिन इन्हिबिटर्स , हीमगलगुटिनिन, टैनिन  और फाइटिक एसिड  भी पाचन तंत्र काे ठीक करने के साथ ही शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में फायदेमंद हो सकते हैं ।

7. मधुमेह काे नियंत्रित करने के लिए
मधुमेह की समस्या रक्त में मौजूद शुगर का स्तर बढ़ने के कारण हो सकती है। इस समस्या से बचने के लिए मूंग दाल का सेवन किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों पर किए गए शोध में पाया गया कि काली मूंग की दाल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं। यह गुण रक्त में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को कम करने में फायेदमंद हो सकते हैं । वहीं, अगर कोई डायबिटीज से ग्रस्त है, तो उसे डॉक्टर की ओर से दी गई दवा का सेवन जरूर करना चाहिए।

8. एंटीमाइक्रोबियल गुण से भरपूर मूंग दाल
मूंग में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स में एंटीमाइक्रोबियल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। मूंग बीज में पाए जाने वाले ये गुण कई प्रकार के फंगस को दूर करने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के संक्रमण को भी दूर करने में मदद कर सकते हैं। मूंग में मौजूद उपरोक्त गुणों के कारण विभिन्न तरह के फंगस को दूर किया जा सकता है।

9. एंटीइंफ्लेमेटरी गुण
मूंग दाल के लाभ इसमें मौजूद गुणों और पोषक तत्वों के कारण ही होते हैं। उन्हीं में से एक है इसका एंटीइंफ्लेमेटरी गुण। यह गुण कई प्रकार की सूजन को दूर करने में मददगार हो सकता है। पशुओं पर किए गए एक शोध के मुताबिक, मूंग दाल में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल्स, जैसे कि विटेक्सिन, गैलिक एसिड, और आइसोविटेक्सिन में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है। यह गुण सूजन वाले क्षेत्र में दर्द और सूजन के इलाज में मदद कर सकते हैं ।

मूंग दाल का उपयोग – 
मूंग दाल का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है। यहां हम इसके कुछ आसान उपयोगों के बारे में बता रहे हैं।
  • मूंग दाल का उपयोग आमतौर पर स्प्राउट बनाने के लिए किया जाता है।
  • मूंग दाल से जायकेदार दाल बनाई जा सकती है।
  • मूंग दाल का उपयोग फेस मास्क बनाने के लिए कर सकते हैं।
  • बालों के लिए भी मूंग दाल के फायदे देखे गए हैं। इसका उपयोग हेयर मास्क के रूप में भी किया जा सकता है।
  • दक्षिण भारत में इसका उपयोग सांभर और चटनी बनाने के लिए किया जाता है।
  • मूंग दाल का उपयोग करके स्वादिष्ट हलवा व अन्य मिठाई बनाई जा सकती हैं।

मात्रा: प्रतिदिन 100 ग्राम तक मूंग दाल का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, एक कटोरी मूंग दाल स्प्राउट का सेवन कर सकते हैं। बेहतर होगा कि आप एक बार डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से जरूर पूछ लें कि आपके स्वास्थ्य के अनुसार दिनभर में कितनी मूंग की दाल खाई जा सकती है।

मूंग दाल के नुकसान – 
मूंग दाल के लाभ के साथ-साथ मूंग दाल के नुकसान भी देखे गए हैं। यहां हम इससे होने वाले नुकसान के बारे में बता रहे हैं।
  • मूंग दाल का उपयोग लो शुगर की समस्या वालों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसमें मौजूद एंटीडायबिटिक गुण रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर सकता है। इससे यह हानिकारक प्रभाव दिखा सकता है ।
  • जिन लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है या फिर जिन्हें एलर्जी की समस्या होती उनके लिए मूंग दाल से बना फेस मास्क हानिकारक हो सकता है।
  • इसमें एंटीहाइपरटेंसिव गुण होता है। इसलिए, अगर किसी का रक्तचाप पहले से कम है, तो इस अवस्था में मूंग दाल के सेवन से समस्या और बढ़ सकती है ।

आर्टिकल में आपने मूंग दाल और मूंग दाल खाने के फायदे के साथ ही इसके उपयोग के बारे में जाना। हर भारतीय रसोई में पाई जाने वाली यह दाल कई प्रकार के व्यंजन बनाने में उपयोग होने के साथ-साथ औषधि जगत में भी विभिन्न समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। हालांकि, मूंग दाल के लाभ गर्भावस्था में भी हो सकते हैं, लेकिन फिर भी इसका उपयोग करने के पहले चिकित्सक की सलाह लेना फायदेमंद होगा।

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