लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले (LCD एल. सी.डी) को हिन्दी में द्रव्य क्रिस्टल पारदर्शी कहते हैं। आज के तेज गति से बढ़ते इलैक्ट्रॉनिक युग में एल.सी.डी. आधारित ढेरों चीजें मार्केट में उपलब्ध हैं और दिनों-दिन नवीन रूप लेकर सामने आ रही हैं।
जर्मनी के वैज्ञानिक फ्रेडिक रेनित्जर (1858-1927 ई०) ने क्रिस्टलीय प्रकृति का पता लगाया था। सन् 1904 ई० में आटो लेहमान (Otto Lehmann) वैज्ञानिक ने द्रव्य क्रिस्टल का, 1927 ई० में वी. फ्रेडिक्स (V. Fredericks) ने एल.सी.डी. प्रौद्योगिकी का सिद्धान्त तथा 1962 ई० में रिचर्डस् विलियम्स ने द्रव्य क्रिस्टलों में विद्युत प्रकाशीय गुण के सिद्धान्त दिये। उपरोक्त चारों वैज्ञानिकों के योगदान से इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों का संसार तेजी से दौड़ पड़ा।
लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले स्वयं कोई प्रकाश उत्पन्न नहीं करता बल्कि किसी दूसरे स्रोत से उसके ऊपर पड़ने वाले प्रकाश को मॉडुलेट करता है।
द्रव क्रिस्टल पारदर्शी, द्रव क्रिस्टलों के विभिन्न आकृति वाले मूल अवयवों (एलिमेन्ट्स) से बना होता है। बाह्य विद्युत क्षेत्र के प्रभाव में ये द्रव क्रिस्टल अपना झुकाव (ओरिएन्टेशन) बदल देते हैं। इन क्रिस्टलों का ओरिएण्टेशन बदलने से इन पर पड़ने वाले प्रकाश का ध्रुवण भी बदलता है। जो उस क्रिस्टल-एलिमेन्ट की दृश्यता/अदृश्यता का निर्धारण करता है।
इसी से ही कम्प्यूटर के मॉनिटर, टीवी, उपकरणों के पैनल तथा सामान्यत जनजीवन में प्रयुक्त उपभोक्ता वस्तुओं (जैसे-कैलकुलेटर, कलाई की घड़ियां आदि) के डिस्प्ले में बनते हैं। हल्का होना, पोर्टेबल होना, कम बिजली से चलना, बड़ी आकृति में भी निर्माण में आसानी आदि इसकी प्रमुख विशेषताएं हैं।
वस्तुतः यह एक ‘इलैक्ट्रॉनिक रीति से परिवर्तनीय प्रकाशीय युक्ति' (electronically-modulated optical device) है जो अनेकानेक एलिमेन्ट्स/पिक्सलों (pixels) से बनी होती है जिनमें द्रव क्रिस्टल से भरे होते हैं।
द्रव क्रिस्टल पारदर्शी टेलीविजन (अंग्रेजी : LCD TV) टेलीविजन सेट होते हैं, जो द्रव क्रिस्टल पारदर्शी तकनीक के प्रयोग से चित्र प्रदर्शित करते हैं। ये टीवी सीआरटी टीवी से अपेक्षाकृत पतले और हल्के होते हैं। ये अत्याधिक बड़े आकार में भी उपलब्ध होते हैं। इनके इन्हीं और कई अन्य गुणों के कारण ये सीआरटी टीवी से कहीं बेहतर कहलाते हैं। आरंभ में इनकी कीमत अधिक हुआ करती थी किन्तु नयी तकनीक और स्पर्धा के चलते आज इनका मूल्य भी काफी कम हुआ है।
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।