इलेक्ट्रिक बल्ब की खोज से पूर्व लोग रौशनी के लिए मोमबत्ती तथा तेल से जलने वाली बत्तीयों का इस्तेमाल किया करते थे। ये बत्तीयां ज्यादा समय तक उपयोग नहीं कि जा सकती थी और इनका रखरखाव भी करना पड़ता था लेकिन, बल्ब की खोज ने मानव जीवन को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया। परन्तु क्या आपको मालूम है अंधेरे को दूर करने वाले इस महत्वपूर्ण उपकरण Bulb ka avishkar kisne kiya tha और कब? तो हम बता दे, इसे बनाने का प्रयास अनेक वैज्ञानिकों ने किया लेकिन पूर्ण रूप से सफलता सन् 1879 में अमेरिकी वैज्ञानिक एवं व्यवसायी थॉमस ऐल्वा एडिसन (Thomas Alva Edison) को मिली।
एडिसन ने सिर्फ बल्ब का ही आविष्कार नहीं किया बल्कि उन्होंने 1000 से भी ज्यादा छोटे-बड़े उपकरणों की खोज कि हैं, जिसमें – ग्रामोफोन, मोशन पिक्चर कैमरा, कार्बन टेलीफोन ट्रांसमीटर, एल्कलाइन स्टोरेज बैटरी आदि शामिल हैं। दुनिया में ‘वृहद उत्पादन’ (mass production) की शुरूआत करने वाले वे पहले व्यक्ति थे। अमेरिका में उनके नाम पर 1093 यंत्रों के आविष्कार के पेटेन्ट हैं!
बल्ब का आविष्कार एवं एडिसन के जीवन की रोचक बातें
- आश्चर्यजनक रूप से, एडिसन 4 वर्ष की उम्र तक बोलना नहीं सीख पाए थे तथा उनका सिर औसत आकार से बड़ा और उसके आगे का भाग असामान्य रूप से काफी चौड़ा था।
- वर्ष 1954 में सात वर्ष की उम्र से एडिसन ने स्कूल जाना प्रारम्भ किया और मात्र 12 हफ्तों में ही स्कूल छोड़ दिया! जिसका मुख्य कारण था उनकी अतिसक्रियता एवं ध्यान का स्थिर न होना, जिससे अध्यापक भी उन्हें सम्भाल नहीं पाते थे। अंत में उनकी मां ने उनका स्कूल जाना बंद करवा दिया और स्वयं उन्हें 11 वर्ष कि उम्र तक घर पर ही पढ़ाया।
- एडिसन विलियम शेक्सपीयर के नाटकों को बहुत पसंद करते थे और एक अभिनेता बनना चाहते थे। हालांकि, अपनी बहुत तेज आवाज और दर्शकों के सामने शर्मीले स्वभाव के कारण उन्हें यह विचार बहुत जल्द त्यागना पड़ा!
- एडिसन दुनिया के एक मात्र ऐसे वैज्ञानिक है जिन्होंने लगातार 65 वर्षों तक (1868-1933) प्रत्येक वर्ष किसी न किसी नये आविष्कार के लिए पेटेंट प्राप्त किया था।
- थॉमस ऐल्वा एडिसन ने यह निश्चय किया था वह किसी भी ऐसे उपकरण का आविष्कार नहीं करेंगे जिसकी बाजार में मांग न हो और वो बिके नहीं!
- एडिसन का जो पहला आविष्कार था वह एक Universal Stock Printer था जिसे वे अपने अन्य नये आविष्कारों के साथ गोल्ड व स्टाॅक टेलीग्राफ कंपनी के मालिक जनरल लेफट्र्स को बेचने में सफल हुए थे। इससे जुड़ी एक रोचक बात इस प्रकार है-
एडिसन को ऐसा लगा कि उनके आविष्कार की कीमत 5 हजार अमेरिकी डॉलर है और वह उसे 3 हजार डॉलर पर बेचने को तैयार हो गए। लेकिन लेफट्र्स ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि 40,000 डॉलर में सौदा कैसा रहेगा?
बाद के सालों में उन्होंने बताया कि जनरल लेफट्र्स का प्रस्ताव सुनकर वह तो एक तरह से बेहोश ही हो गए थे, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने आप को किसी तरह संभाला और उस प्रस्ताव को उचित समझ कर स्वीकार कर लिया।
7.) जीवन के शुरूआती दिनों में एडिसन एक टेलीग्राफ ऑपरेटर का काम करते थे। इसी कार्य ने उन्हें आगे चल दूरसंचार के क्षेत्र में अनेक नये उपकरणों को बनाने की प्रेरणा दी थी।
8.) 13 साल की उम्र में कुछ समय तक समाचार-पत्र बेचने के बाद एडिसन ने स्वयं का समाचार-पत्र शुरू करने का निर्णय लिया। और एक न्यूज़पेपर शुरू किया जिसका नाम था- ‘ग्रांड ट्रंक हेराल्ड’। यह समाचार-पत्र उन्होंने अपने पुराने ग्राहकों को ही बेचा, जिसे उन्होंने बहुत पसंद किया और वे इस छोटे से व्यवसाय में सफल भी रहे।
9.) सन् 1876 में उन्होंने कैलोफोर्निया के मेनलो पार्क में अपनी पहली प्रयोगशाला स्थापित कि जो आगे चलकर दुनिया की पहली औद्योगिक अनुसंधान प्रयोगशाला भी बनी।
10.) मेनलो पार्क में स्थापित प्रयोगशाला से एडिसन ने दुनिया को बदलने वाले इतने आविष्कार किए कि लोग उन्हें – ‘मिलान पार्क का जादूगर’ (The Wizard of Menlo Park) कहने लगे थे।
11.) एडिसन को विश्व का पहला बिजली का Bulb बनाने में डेढ़ साल का वक्त लग गया था। इसको जब जलाया गया तब यह 13 घंटे से ज्यादा समय तक जला था। इसके फिलामेंट को कार्बनीकृत धागे से बनाया गया था।
12.) 31 दिसंबर, 1879 को मेनलो पार्क में स्थित प्रयोगशाला के काम्प्लेक्स को एडिसन द्वारा बनाए गए बिजली के बल्बों से रौशन किया गया था। जिसे पहली बार देखने के लिए हजारों कि संख्या में लोग इक्ट्ठे हुए थे। दिलचस्प रूप से, अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म भी उसी वर्ष हुआ था।
13.) मेनलो पार्क की प्रयोगशाला में थॉमस ऐल्वा एडिसन का पहला आविष्कार एक टीन की पतली परत से बना फोनोग्राफ था। उन्हें इस आविष्कार को अमेरिकी राष्ट्रपति – रदरफोर्ड बर्कर्ड हेयस (Rutherford Birchard Hayes) के समक्ष प्रदर्शित करने के लिए व्हाइट हाउस की तरफ से आमंत्रित भी किया गया था।
14.) एडिसन के बारे में एक मजेदार बात यह है कि उन्होंने तिलचट्टे तक को मारने के एक उपकरण बनाया था! जिसमें बिजली का उपयोग कर उन्हें आसानी से मारा जा सकता था।
15.) थॉमस एडिसन दुनिया के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने 23 अप्रैल, 1896 को पर्दे पर मोशन पिक्चर प्रोजेक्टर की मदद से चलचित्र (motion picture) चला कर दिखाया था।
16.) एडिसन एक बार पत्थरों से अयस्क अलग करने कि विधि विकसित करने पर प्रयोग कर रहे थे लेकिन वे इसमें विफल रहे और उन्हें लाखों डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था। वे इसे अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी विफलता मानते थे।
17.) सन् 1870 तक थॉमस एडिसन अमेरिका के अमीर लोगों में गिने जाने लगे थे। उसी वर्ष उन्होंने अपनी ही फैक्ट्री में कार्य करने वाली 16 वर्ष की ‘मैरी’ से शादी कर ली। इस शादी से उन्हें दो बच्चे हुए। उन्होंने दोनों बच्चों का नाम अपने पुराने टेलीग्राफ के दिनों के सम्मान में ‘डाॅट’ और ‘डैश’ रख दिया था।
18.) दुर्भाग्यवश, उनकी पहली पत्नी ‘मैरी’ की मृत्यु सन् 1884 में ही हो गई और उन्होंने दूसरी शादी सन् 1886 में ‘मीना मिलर’ से कर ली।
19.) अपनी दूसरी शादी के बाद एडिसन न्यू जर्सी राज्य के शहर वेस्ट ऑरेंज चले गये। यहां उन्होंने अपने प्रयोगों के लिए एक और प्रयोगशाला का निर्माण किया। प्रयोगशाला की कॉम्प्लेक्स में पांच इमारतें थी। बाद के वर्षों में उन्होंने उत्पादन के लिए काम्प्लेक्स के चारों ओर फैक्ट्रियों की स्थापना कि। यह प्रयोगशाला एवं फैक्ट्रियां लगभग 25 एकड़ भूमि पर फैली हुई थी जो लगभग 8000-10000 लोगों को रोजगार प्रदान किया करती थी।
20.) अपने सबसे उत्पादक वर्षों में एडिसन प्रतिदिन 18 घंटों तक काम किया करते थे।
21.) 9 दिसंबर, 1914 के एक भयानक अग्निकांड ने एडिसन की ज्यादातर फैक्ट्रियों को बर्बाद कर दिया। लेकिन फिर भी एडिसन इससे घबराये नहीं और एक नये संकल्प के साथ उन्हें पुनः खड़ा करने का निर्णय लिया। कुछ ही महीनों में अपनी टीम के साथ मिलकर उन्होंने उन फैक्ट्रियों का पुनर्निर्माण कर दिया था।
LED Bulb का आविष्कार किसने किया था?
विश्व के पहले एल. ई. डी. बल्ब का आविष्कार अमेरिका की बहुराष्ट्रीय कंपनी ‘जनरल इलेक्ट्रिक’ में काम करने वाले इंजीनियर निक होलोनाइक (Nick Holonyak) द्वारा 1962 में किया गया था। इस वर्ष इस बल्ब के आविष्कार के 57 वर्ष हो चुके हैं। आज इसका प्रयोग पूरी दुनिया में एडिसन द्वारा आविष्कृत इन्कैंडिसेंट बल्ब के स्थान पर किया जा रहा है।
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