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AC मोटर का आविष्कार कब और कब किया ?

 
ac-motar

मानव को उन्नत बनाने में और उसे समृद्ध करने में जितना योगदान विधुत ऊर्जा का है उतना योगदान शायद ही किसी और आविष्कार का हो । क्योकि यही एक ऐसी ऊर्जा है जिससे आज सम्पूर्ण विश्व चलायमान गई । बिना बिजली के सब कुछ खत्म हो जाएगा । जैसे जिंदा रहने के लिए पानी की बहुत ज्यादा जरूरत होती है वैसे ही जीवन मे आगे बढ़ने के लिए और किसी देश की उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए बिजली बहुत ही आवश्यक है ।

आज बिजली से चलने वाले  हजारों उपकरण है । जिन्हें हम अपने दैनिक जीवन में काम लेते है । इन्ही उपकरणों में से एक उपकरण ए सी मोटर भी है जिसकी बात आज हम अपने इस आर्टिकल में करने वाले है ।

ए सी मोटर क्या है?

मोटर एक ऐसी युक्ति होती है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदल देती है । अगर मोटर को किसी विद्युत स्रोत से जोड़ा जाता है तो यह घूर्णन करने लगती है । इसकी सहायता से अनेक प्रकार की मशीनों को चलाया जाता है । यह विद्युत जनित्र से एक दम विपरीत काम करती है । जहाँ जनित्र विद्युत धारा का उत्पादन करता है , वही विद्युत मोटर विद्युत धारा को काम लेकर यांत्रिक ऊर्जा में रूपांतरित करती है ।

कुछ विशेष परिस्थितियों में कुछ मोटर मोटर और जनित्र दोनों का काम भी करती हैं । विद्युत् मोटर औद्योगिक प्रगति का महत्वपूर्ण सूचक है। यह एक बड़ी सरल तथा बड़ी उपयोगी मशीन है। उद्योगों में शायद ही कोई ऐसा प्रयोजन हो जिसके लिए उपयुक्त विद्युत मोटर का चयन न किया जा सके।

धारा के प्रवाह यानी धारा के काम लेने के आधार पर दो प्रकार की होती है । एसी मोटर और डीसी मोटर । ए सी मोटर वे होती है जो ए सी यानी कि प्रत्यावर्ती धारा की सहायता से चलती हैं । धारा दो प्रकार की होती है । डीसी करंट यानी दिष्ट धारा और प्रत्यावर्ती धारा जो डीसी करंट के नाम से जानी जाती है ।

डीसी और एसी करंट में अंतर निम्न होता है?

  • ए सी मोटर में स्टेटर को प्रतायवर्ती धारा से जोड़ा जाता है और डीसी मोटर में स्टेटर और आर्मेचर को दिष्ट धारा से जोड़ा जाता है ।
  • एसी मोटर का स्टार्टिंग टार्क कम होता है वही दिष्ट धारा में यह मान काफी ज्यादा होता हैं ।
  • एसी मोटर का आकार कम होता है वही डीसी मोटर आकर में काफी बड़ी होती हैं ।
  • एसी मोटर को सीधे बैटरी की सहायता से नही चलाया जा सकता है क्योकि बैटरी में प्रवाहित होने वाली धारा डीसी होती है । जबकि डीसी मोटर को बैटरी की सहायता से आसानी से चलाया जा सकता है ।

एसी मोटर का आविष्कार कब और किसने किया ?

जहाँ एसी धारा की खोज महान वैज्ञानिक निकोल टेस्ला की वही 1842 में फ्रांस के एक वैज्ञानिक फ्रांस्वा एर्गो ने चुम्बकीय घूर्णन के क्षेत्र की खोज की । पहला विद्युत मोटर 1740 के दशक में एंड्रयू गॉर्डन द्वारा उत्पन्न एक साधारण इलेक्ट्रोस्टैटिक मोटर के रूप में जाना जाता है। बाद में 1820 में, आंद्रे-मैरी एम्पीयर ने एम्पीयर के बल कानून की खोज की – सिद्धांत है कि चुंबकीय क्षेत्र और विद्युत प्रवाह के संपर्क से यांत्रिक बल उत्पादन को समझाया । यह विचार ब्रिटिश रसायनज्ञ और भौतिक, माइकल फैराडे द्वारा एक वास्तविकता में आगे आ गया था । आदमी अपने विद्युत चुम्बकीय प्रेरण खोजों के लिए जाना जाता है और यह निश्चित रूप से विद्युत विज्ञान के क्षेत्र में प्रमुख सफलताओं में से एक था।

1827 में एनोस जेडलिक ने विद्युत चुम्बकीय कोयल्स के साथ प्रयोग करना शुरू किया और कम्यूटेटर को चलाने ने कामयाबी हासिल की । इसके अलावा उसने अनेक समस्याओं का पता लगाकर उनका समाधान भी किया । उसने अपने इस प्रयोग को आत्म चक्रीय नाम दिया ।

कुछ सालों के बाद 1832 में विलियम स्टर्जन ने पहली बार डीसी मोटर का निर्माण किया और थॉमस देवनपोर्ट ने व्यसायिक उत्पादन शुरू किया । उनकी यह मोटर अनेक मशीनो को शक्ति प्रदान कर सकती थी लेकिन बैटरी कोस्ट ज्यादा होने के कारण वे जल्द ही दिवालिया हो गए ।

1824 में एर्गो द्वारा किये गए इस प्रयास के बाद बीबी अनेक वैज्ञानिकों ने इस पर काम करना जारी रखा । 1880 के दशक में पहली बार एसी मोटर को तैयार करने का पहला प्रयास निकोलस टेस्ला ने प्रारम्भ किया । पहली बार टेस्ला के द्वारा ही एसी मोटर का निर्माण किया गया था और उन्हें जल्द ही इसका पेटेंट भी मिल गया ।

मोटर का सिद्धांत-
मोटर बल और बलाघूर्ण के सिद्धांत पर कार्य करती है । जब विधुत मोटर में कॉपर के तार के द्वारा जब उसने विधुत धारा प्रवाहित किं जाती है तब उसमें चुम्बकीय क्षेत्र उटप्पन होता है । इस चुम्बकीय क्षेत्र के कारण मोटर में एक दिशा में बलाघूर्ण उतपन्न होता है । जिसके कारण मोटर घूमने लगती है ।

मोटर की उपयोगिता –
आज उद्योगों में शायद ही कोई ऐसी मशीन होगी जो मोटर के द्वारा नही चलाई जाती है । आज मोटर औद्योगिक विकास का एक बहुत बड़ा हिस्सा है । अगर मोटर को उद्योगों से बाहर कर दिया जाए तो मुश्किल से ही कुछ चल सकता है । विद्युत मोटर का उपयोग कृषि क्षेत्र में भी किया जाता है । खेतो में पानी देने का काम हो या फिर फसलों की कटाई मशीनों के द्वारा की जाती है तो उसमें भी मोटर का ही उपयोज किया जाता है ।हमारे घरों में काम आने वाले अनेक उपकरण भी मोटर के सिद्धान्त पंर ही काम करते है । जैसे कि पंखे , वाशिंग मशीन को चलाने के लिए भी मोटर का प्रयोग किया जाता है ।

आज के समय मे विद्युत मोटर की उपयोगिता इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि छोटी से छोटी मशीन से लेकर हजारों हॉर्स पावर की मशीनों तक को।चलाने के लिए मोटर को ही काम लिया जाता है ।

लगातार बढ़ती आबादी और घटते जैविक ईंधन की कमी को पूरा करने के लिए आज कल विद्युत वाहन भी चलने लगे है ।

विद्युत स्कूटर में भी मोटर 
का उपयोग किया जाता है । आज कल तक कार भी मोटर की सहायता से चलाई जाने लगी है । लगातार बढ़ती।आवश्यकता की पूर्ति को देखते हुए विधुत ट्रेन भी विद्युत मोटर की सहायता से ही चलाई जाती है ।

इसका कारण यह है कि इसका संचालन दूसरे किसी भी अन्य प्रकार के साधन की अपेक्षा ज्यादा आसान होता है । इसे दूर बैठकर भी नियंत्रित किया जा सकता हैं और काम को पूरा किया जा सकता है । इसके रखरखाव में इतना ज्यादा खर्च भी नही किया जाता और यह काफी कम कीमत के बहुत ज्यादा ऊर्जा की आपूर्ति करने में सहायक है ।

यूनिवर्सल मोटर –
आज कल बाजार में अनेक प्रकार की मोटर उपलब्ध है । जिन्हें डीसी और एसी दोनों धाराओं से आसानी से चलाया जा सकता है । इन मोटर्स को यूनिवर्सल मोटर कहते है । रेलगाड़ी का इंजन खेचने के लिए भी इस मोटर का उपयोग किया जाता है । यह मोटर बहुत ही कम चाल पर बहुत ज्यादा बलाघूर्ण उतपन्न करती है और चाल बढ़ने पर बहुत ही कम मात्रा में बलाघूर्ण को उतपन्न करती है ।

सिन्क्रोनस मोटर –
यह एक तीन फेस की मोटर होती है । इसे चालने के लिए एक अलग प्रकार की व्यवस्था करनी पड़ती है । इस प्रकार की मोटर भी बहुत ज्यादा उपयोगी और प्रसिद्ध है । क्योकि सिंक्रोसिस जनरेटर और अल्टरनेटर का बहुत ज्यादा उपयोज होता है क्योकि दुनिया की अधिकतर ऊर्जा की पूर्ति सिंक्रोसिस अल्टरनेटर के द्वारा ही पूरी की जाती है।

रैखिक मोटर –
इसका उपयोग तेज गति को रेलगाड़ियों में बहुत ज्यादा किया जाता है ।

स्टेपर मोटर –
इन मोटर का उपयोग बहुत ही ज्यादा काम लिया जाने लगा है क्योकि इन मोटर की सहायता से स्तिथि को नियन्त्रिक किया जा सकता है । स्पीड बढ़ाया ओर घटाया भी जा सकता है ।



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