मित्रो आज हम आप लोगो को ब्लागर ब्लाग में मेटा टैग कोड कैसे एड करे के बारे जानकारी देने जा रहे है। जबकि मैने अपने अन्य पोस्ट में ब्लाग स्पोट के सभी पोस्ट में सर्च डिस्क्रिप्शन कैसे इनेबल करे ? के बारे में जानकारी उपलब्ध कराये थे। मित्रो मानव अपने जीवन काल में हमेशा कुछ न कुछ सीखता ही रहता है। जब कोई नया ब्लागर होता है तो उसे शुरू में जानकारी के अभाव में आर्गेनिक ट्रैफिक का कम होना आम बात होता है। आर्गेनिक ट्रैफिक कम होने की सिर्फ ब्लाग एसईओ होता है जिसे बहुत कम न्या ब्लागर समझ पाते है। जिस तरह से आप अपने ब्लाग का एसईओ करते है,वैसे ही आपको ब्लाग के होम पेज को सर्च इंजन में आप्टिमाइजेशन करना जरूरी होता है।
मेटा टैग में क्या है ?
किसी भी ब्लाग में मेटा टैग एड करना बहुत ही आवश्यक होता है। क्योकि उसकी सहायता से हम सर्च इंजन को यह बता सकते है कि हमारा ब्लाग किस विषय के बारे में बना हुआ है और हमारे ब्लाग में क्या-क्या उपलब्ध है। इस कोड को सर्च इंजन बूट्स आसानी से स्कैन करके अपने सर्च रिजल्ट में विजिटर के लिए जानकारी उपलब्ध कराते है। जिसकी सहायता से विजिटर अपने मनपसन्द रिजल्ट पर क्लिक करके उस पेज पर पहुच जाता है। परन्तु यदि किसी ब्लाग में मेटा टैग कोड एड नही होगा तो सर्च इंजन को सही से जानकारी नही होता है कि उस ब्लाग के बारे में क्या-क्या जानकारी मौजूद है। यदि किसी ब्लाग में गूगल के गाइड लाइन के अनुसार मेटा टैग कोड एड नही होता है तो उस ब्लाग की सर्च इंजन की प्राथमिकता भी कम होता है। जिसके वजह से ऐसे ब्लाग का ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न होता है। क्योकि गूगल गाइड लाइन के अनुसार यदि किसी ब्लाग का एसईओ तब तक आधा-अधूरा रहता है जब तक उस ब्लाग में जरूरी मेटा टैग कोड एड न हो जाए।
मेटा टैग विवरण कोड में क्या-क्या जरूरी होता है?
मित्रो जैसा कि हम आप लोगो को पहले ही बता चुका हू कि यह एक कोड होता है। जिसमें कुछ विशेष जानकारी समाहित होता है जिनके बारे में हम आपको नीचे एक-एक करके जानकारी उपलब्ध करा रहे है।
डिस्क्रिप्शन-Description:
मेटा टैग डिस्क्रिप्शन कोड ब्लागर के मुख्य पेज के सेटिंग में सिर्फ एक बार एड करना चाहिए ना कि ब्लागर के एचटएमएल थीम HTML Theme में । यदि आप पहले ही ब्लागर के सेटिंग में मेटा टैग डिस्क्रिप्शन कोड एड कर दिया है तो ऐसे में अब आपको दोबारा ब्लागर के एचटीएमएल थीम में एड करने की आवश्यकता नही है। क्योकि गूगल गाइड लाइन के अनुसार आप ब्लागर में मेटा टैग डिस्क्रिप्शन कोड सिर्फ एक बार ही सबमिट करना चहिए,वह भी ब्लाग के मुख्य सेटिंग में। कुछ लोग जाने या अनजाने में ब्लाग स्पोट में मेटा टैग डिस्क्रिप्शन कोड को दोबारा एड कर देते है जो कि गूगल गाइड लाइन के विपरीत है। इस लिए आप मेटा टैग कोड को एड करते समय यह ध्यान दे कि आपको दोबारा मेटा टैग डिस्क्रिप्शन कोड एड नही करना है। यदि आप चाहे तो गूगल सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (SEO) शुरू करने के लिए गाइड को पढ़ कर समझ सकते है
कीवर्ड-Keywords:
मेटा टैग कोड में कीवर्ड का कोई महत्व नही है इसके बारे में गूगल ने अपने ब्लाग में लिखा है कि किसी ब्लाग के होम पेज के लिए कीवर्ड का प्रयोग करना बिलकुल बेकार है। इन कीवर्ड को सर्च इंजन बूट्स इग्नोर कर देते है। कुछ लोग आज के समय में भी मेटा टैग कोड में कीवर्ड को एड कर देते है। जो कि गूगल के अनुसार मौजूदा समय मे ब्लाग एसईओ के लिए नुकसान दायक होता है। कीवर्ड को एड करना एक पुरानी प्रथा थी जो मौजूदा समय में महत्वपूर्ण गूगल खोज एल्गोरिदम अपडेट होने की वजह से बेकार साबित हो गया। इस लिए मेटा टैग कोड को एड करते समय ध्यान दे कि आपको एक भी कीवर्ड को एड नही करना है। इसका उदाहरण आप किसी भी प्रोफेशनल वेबसाइट में स्पष्ट रूप से देख सकते है।
लेखक-Author:
मेटा टैग कोड में ब्लाग लेखक का नाम एड करना कोई जरूरी नही है,यह वैकल्पिक विकल्प होता है। यह आपके मर्जी के ऊपर है कि आप इसे एड करे या एड ना करे इससे ब्लाग की सर्च प्रापर्टी में कोई प्रभाव नही पडता है। इस लिए मै आप लोगो को यह सलाह दूगां कि आप लोग इसे अपने मेटा टैग कोड में एड ना करे।
01-भाषा-Language:
मेटा टैग कोड में यह एक अच्छा आप्शन होता है,जिसे एड करके आप अपने ब्लाग की भाषा के बारे में सर्च इंजन बूट्स को बता सकते है। इससे सर्च इंजन को यह मालूम हो जाता है कि यह ब्लाग कि भाषा में उपलब्ध है। इससे हमारे ब्लाग की सर्च इंजन में दृश्यता में वृद्धि होता है जिससे आपके ब्लाग पर आर्गेनिक ट्रैफिक बढता है। इस लिए मै आपको यही सलाह दूगां कि आप अपने ब्लाग के मेटा टैग कोड में अपने ब्लाग की भाषा को जरूर ण्ड करे।
02-देश-Country:
मेटा टैग कोड में अपने देश का नाम एड कर सकते है परन्तु यह भी वैकल्पिक आप्शन होता है। परन्तु यदि आपका ब्लाग हिन्दी भाषा में है तो यह आपके लिए फायदे मंद सकता है। क्योकि हिन्दी भाषा के जानकार अधिकतर भारतीय होते है। इससे भी आप अपने देश का नाम टैग कर सकते है। इसे एड करने से आपके ब्लाग की भारत में दृश्यता बढ जाता है। जिससे आपके ब्लाग पर भारतीय ट्रैफिक में बृद्धि होता है।
03-रोबोट-Robot:
रोबोट यानि कि आपके ब्लाग की कौन सी जानकारी सर्च इंजन में दिखाना है और कौन सी जानकारी सर्च इंजन में छुपाना है। मेरे अनुसार इस पर आल की रहने दे क्योकि हम ब्लाग की सभी जानकारी गूगल की सर्च इंजन में लेना चाहते है।
ब्लागर ब्लाग में मेटा टैग कोड कैसे एड करे ?
यदि आपने अपने ब्लागस्पोट ब्लाग में अभी तक मेटा टैग कोड नही लगाया है तो आप नीचे दिये गये स्टेप को फालो करके अपने ब्लाग में मेटा टैग कोड एड कर सकते है।
दिशा-निर्देश संख्या 01
01- सबसे पहले आप नीचे दिये गये मेटा टैग कोड को कापी पेस्ट कर ले ।
स्टेप-संख्या-01
इसके लिए आप सबसे पहले अपने ब्लागर के डेशबोर्ड में लागिंन करे।
01- टेम्प्लेट Theme पर क्लिक करे ।
02-इसके बाद आप customize क्लिक करे।
03-इसके बाद आप Edit HTML क्लिक करे।
स्टेप-संख्या-02
01- अब आपके सामने template का code open हो जायेगा, जिसमें CTRL+F दबाकर <head> को search कीजिये। इसके बाद <head> के बाद नीचे दिए गए code को paste कर दीजिए।
02-Customization: अब आप Meta tags code में अपने ब्लॉग के हिसाब से Author, language और Country को सबमिट कर दीजिये।
03- जब आपका मेटा टैग कोड अच्छे से सबमिट हो जाए तो Save Template बटन पर क्लिक करके template save कर दीजिए।
तो मित्रो अब आपके ब्लॉग में meta tags code successfully सबमिट हो चुका है। तो इस तरह से आप समझ गए होंगे कि ब्लॉगर ब्लॉग में मेटा टैग कोड कैसे एड करे यदि फिर भी आप meta tags code से सम्बंधित किसी प्रकार की कोई समस्या हो तो आप हमसे कमेन्ट के माध्यम से हमसे पूछ सकते हैं। यदि चाहे तो हमसे E-mail-gondalivenews@gmail.com पर या 8303799009 मोबाईल नम्बर पर भी संपर्क कर सकते है ।
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