माका एक प्रकार का पौधा है, जिसका वैज्ञानिक नाम लेपिडियम मेइन्नी है। इसे पेरुवियन जिन्सेंग के नाम से भी जाना जाता है। यह पौधा पेरू नामक देश के एंडीज पर्वत श्रृखला के लगभग 4000 मीटर के ऊंचाई में पाया जाता है। यह ब्रोकली, गोभी और पत्ता गोभी जैसी ही एक प्रकार की सब्जी है। दक्षिणी अमरीका के देश पेरू में इसका इस्तेमाल सदियों से दवाई के रूप में किया जाता है।
माका की जड़ का इस्तेमाल खाने के लिए किया जाता है। हालांकि यह कई रंग का होता है, अधिकांश रूप से लाल और काले रंग का होता है। माका की जड़ मुख्य रूप से सूखी होता है और इसे पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसका कैप्सूल भी बाजार में मिलता है और यह तरल रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
माका की जड़ के पाउडर का स्वाद कुछ लोगों को बुरा लग सकता है। बहुत से लोग इसको स्मूदी, ओटमील या किसी मीठी चीज में मिलाकर खाते हैं। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि माका के बारे में ज्यादा शोध अभी पूरा नहीं हुआ है।
माका रूट क्या है? –
माका एक पौधा है, जिसकी जड़ को खाद्य के रूप में उपयोग किया जाता है। यह ब्रैसिकेसी परिवार से संबंधित है। इसका वैज्ञानिक नाम लेपिडियम मेयेनी है और इसकी खेती 2 हजार से भी ज्यादा वर्षों से की जा रही है। माका रूट का उपयोग खाद्य पदार्थों में सप्लीमेंट्स के रूप में किया जाता है। साथ ही औषधीय गुणों की वजह से इसका उपयोग कई रोगों के उपचार में भी किया जाता रहा है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, वैज्ञानिक तथ्यों से पता चला है कि माका में पोषण, स्फूर्ति और प्रजनन-क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं । यह यौन रोग और ऑस्टियोपोरोसिस पर लाभदायक प्रभाव दिखा सकता है। यह मस्तिष्क से जुड़ी कई समस्याओं जैसे कि स्मृति और सीखने की क्षमता के साथ ही प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया (मूत्राशय से जुड़े हुए विकार) को ठीक करने में कारगर हो सकता है। इसके अलावा, सूजर की पराबैंगनी किरणों से त्वचा की रक्षा कर सकता है। इन तमाम फायदों के बारे में आगे विस्तार से बताया गया है।
माका रूट के फायदे –
यहां हम इसके प्रमुख फायदों के बारे में बता रहे हैं, जो सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी लाभदायक हैं।
1. यौन इच्छा को बढ़ाने के लिए माका रूट के फायदे
एनसीबीआई की साइट पर प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि माका रूट में शुक्राणुओं की गुणवत्ता व उत्पादन को बढ़ाने की क्षमता होती है। साथ ही माका रूट का सेवन करने पर पुरुषों की यौन इच्छा में सुधार हो सकता है। एक अन्य शोध से यह भी पता चलता है कि माका रूट का अर्क कामेच्छा को बढ़ा सकता है ।
2. रक्तचाप में सुधार के लिए माका के फायदे
ऑस्ट्रेलिया के एक शोध संस्थान ने माका रूट पर शोध किया है। इनके अध्ययन से पता चला है कि माका रूट से बना पाउडर रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं में रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। चीनी महिलाओं पर किए एक शोध के अनुसार, माका की 3.3 ग्राम मात्रा उपचार के रूप में 12 सप्ताह तक प्रतिदिन महिलाओं को दी गई, जिससे उनके डायस्टोलिक (diastolic) रक्तचाप में कमी पाई गई। हालांकि, रक्तचाप को सुधारने के लिए माका रूट का कौन-सा गुण फायदेमंद रहा, यह अभी शोध का विषय है।
3. हार्मोन के स्तर में सुधार के लिए माका रूट के फायदे
माका रूट किस प्रकार हार्मोन को प्रभावित करता है, यह जानने के लिए कई संस्थाओं ने इस पर शोध किया। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित इन रिसर्च पेपर के अनुसार, अगर माका रूट को औषधि के रूप में खाया जाए, तो यह हार्मोनल असंतुलन के इलाज में फायदेमंद हो सकता है। अन्य अध्ययन से यह भी पता चला है कि अगर महिलाएं रजोनिवृत्ति के शुरुआती समय से माका को दवा के रूप में लें, तो यह हार्मोनल प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने के साथ ही संतुलित करने में भी मदद कर सकता है । ध्यान रहे कि इसका सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
4. चिंता को दूर करे माका रूट पाउडर
माका रूट चिंता को भी कुछ हद तक दूर करने में फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, माका रूट के अर्क में एंजिओलाइटिक और एंटीडिप्रेसेंट गुण पाए जाते हैं। ये गुण चिंता और अवसाद जैसे मनोवैज्ञानिक लक्षणों को कम करने में कारगर हो सकते हैं। शोध में पाया गया कि माका रूट के अर्क का उपयोग करने से मस्तिष्क के ऊतकों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट स्तर में सुधार हुआ। इस प्रमाण के आधार पर कहा जा सकता है कि अवसादग्रस्त रोगियों के लिए माका का उपयोग औषधि के रूप में किया जा सकता है। फिलहाल, चिंता व अवसाद जैसी समस्याओं में माका रूट के उपयोग के संबंध में और शोध की जरूरत है ।
5. रजोनिवृत्ति के लक्षण में फायदेमंद
रजोनिवृत्ति के लक्षणों की शुरुआत आमतौर पर महिला हार्मोन से जुड़ी होती है। रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में बहुत से लक्षण प्रकट होते हैं, जिनमें मूड में बदलाव, यौन इच्छा में कमी, जीवन की खराब गुणवत्ता और बोन डेंसिटी में कमी होना शामिल है। वहीं, वैज्ञानिकों ने शोध में पाया कि माका में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जाे सीरम हार्मोन के स्तर को बदले बिना रजोनिवृत्ति के इन लक्षणों को कम कर सकते हैं ।
6. ऊर्जा के लिए माका रूट के फायदे
माका का उपयोग ऊर्जा, सहनशक्ति और लंबे समय तक काम करने की क्षमता प्रदान करने वाले गुणों के कारण आयुर्वेदिक औषधि में किया जाता है। 40 चूहों पर किए एक शोध में पाया गया है कि माका रूट में एंटीफटीग गुण पाए जाते हैं, जो लंबे समय तक थकान को दूर रखने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह शरीर की सहनशक्ति को बढ़ाने और ऊर्जा प्रदान करने में फायदेमंद हो सकते हैं (8)। डॉक्टरी सलाह से किया गया इसका सेवन लंबे समय तक कार्य करने की क्षमता को बढ़ाने के साथ ही ऊर्जा प्रदान करने में कारगर हो सकता है।
7. मस्तिष्क के लिए माका के फायदे
औषधीय गुणों से भरपूर माका रूट मस्तिष्क संबंधी कार्य में भी लाभदायक हो सकता है। चूहों पर किए गए शोध में पाया गया कि माका रूट में न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जाे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। पांच सप्ताह तक चूहों पर किए गए शोध में पाया गया कि माका रूट का उपयोग कॉग्निटिव फंक्शन (cognitive function) को सुधारने में मदद कर सकता है। कॉग्निटिव फंक्शन में सीखने, सोचने, तर्क करने, याद करने, समस्या को हल करने, निर्णय लेने और ध्यान देने सहित कई मानसिक क्षमताएं शामिल हैं ।
8. मेटाबॉलिक सिंड्रोम में माका रूट के फायदे
मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर के प्रमुख लक्षण हो सकते हैं। कुल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड और कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (हानिकारक कोलेस्ट्रॉल) इस समस्या को और बिगाड़ सकते हैं। इस संबंध में 20 सप्ताह तक चूहों पर शाेध किया गया। फिर इसी शोध को एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया। शोध के अनुसार, काले माका रूट से बने अर्क के प्रयोग से चुहों में एंटीऑक्सीडेंट का स्तर बेहतर हुआ। साथ ही कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड व कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन के स्तर में कम देखी गई, जिससे मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर की समस्या कुछ कम हो सकती है। इसके अलावा, शोध में पाया गया कि माका रूट का अर्क हाइपरलिपिडेमिया (रक्त में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता) के स्तर को कम कर सकता है। इस प्रकार की समस्याएं कम होने पर मेटाबॉलिज्म का स्तर सुधर सकता है और मेटाबॉलिक सिंड्रोम की समस्या कुछ हद तक ठीक हो सकती है ।
9. ऑस्टियोअर्थराइटिस के उपचार के लिए माका के फायदे
ऑस्टियोअर्थराइटिस को गठिया का ही एक प्रकार माना गया है। इसमें कूल्हों, घुटनों, गर्दन, पीठ के निचले हिस्से या हाथों के जोड़ों में दर्द होता है। इस गंभीर समस्या के उपचार में माका रूट फायदेमंद हो सकता है। इसकी पुष्टि करने के लिए 95 रोगियों पर शोध किया गया। शोध में पाया गया कि लाल और काले माका के इथेनॉल अर्क में एस्ट्रोजेनिक गुण पाया गया। यह गुण एस्ट्रोजन की कमी वाले हड्डियों की समस्या जैसे कि ऑस्टियोअर्थराइटिस की रोकथाम में प्रभावी हो सकता है। फिर भी इस विषय पर और शोध की आवश्यकता है । साथ ही इसमें कैल्शियम की मात्रा भी पाई जाती है , जाे हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में फायदेमंद हो सकता है। इसलिए, यह कैल्शियम की कमी से होने वाली ऑस्टियोअर्थराइटिस की समस्या को दूर करने में कारगर हो सकता है ।
10. त्वचा के लिए माका की जड़ के फायदे
माका रूट सेहत के साथ ही त्वचा के लिए भी फायदेमंद हाे सकता है। पेरू में किए गए एक शोध में पाया गया कि इसके अर्क में बेंजिल ग्लूकोसिनोलेट्स (benzyl glucosinolates) और पॉलीफेनोल (polyphenols) नामक घटक पाए जाते हैं। माका रूट के अर्क में पाए जाने वाले ये घटक त्वचा को सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से बचाने में मदद कर सकते हैं । इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने पाया कि माका रूट में कई प्रकार की बायोएक्टिविटीज पाई जाती हैं, जाे त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार कर सकती हैं ।
11. बालों के लिए
माका रूट झड़ते हुए बालों की रोकथाम में फायदेमंद हो सकता है। रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं में बालों के झड़ने की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा, हार्मोन का बिगड़ा हुआ स्तर भी बालों के झड़ने का एक कारण हाे सकता है । जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि माका रूट में रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोन के स्तर को संतुलित बनाए रखने के गुण होते हैं । हार्मोन का स्तर संतुलित रहने से बालों का झड़ना रुक सकता है।
वहीं, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट को बालों को झड़ने से रोकने और उनके विकास के लिए भी जाना जाता है जबकि माका रूट में इन दोनों पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है । इस प्रकार माका रूट बालों के विकास और उन्हें झड़ने से रोकने में फायदेमंद हो सकते हैं। बालों के संबंध में माका रूट पर शोध अभी कम ही हुआ है।
माका रूट के फायदे के बाद हम माका रूट पाउडर के पौष्टिक तत्वों के बारे में बता रहे हैं।
माका रूट पाउडर के पौष्टिक तत्व –
माका के उपयोग –
माका रूट को कई प्रकार से उपयोग में लाया जा सकता है। इसके उपयोग के कुछ प्रमुख तरीके हम यहां बता रहे हैं।
- इसे बादाम और दालचीनी के साथ मिलाकर स्मूदी की तरह कर खा सकते हैं।
- माक रूट पाउडर को कच्चे चॉकलेट के साथ मिलाकर माका सैंडविच कुकीज बना सकते हैं।
- माका रूट का उपयोग आइसक्रीम बनाने के लिए भी कर सकते हैं।
- अपने दिन की शुरुआत एनर्जी को बूस्ट करने वाली माका लैट कॉफी के साथ कर सकते हैं।
- माका और नारियल का आटा मिलाकर सुबह के नाश्ते के लिए पैनकेक बना सकते हैं।
मात्रा : एक शोध के अनुसार, पेरू के लोग माका की जड़ को सुखाकर प्रतिदिन करीब 20 ग्राम तक सेवन करते हैं। इसके सेवन से उनकी सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव देखने को नहीं मिला है । इस शोध के बावजूद हम यही सलाह देंगे कि इसका सेवन करने से पहले आहार विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
माका रूट के उपयोग और मात्रा के बाद यहां हम माका रूट के नुकसान के बारे में बता रहे हैं।
माका रूट के नुकसान –
सभी खाद्य पदार्थों की तरह माका रूट को भी अधिक मात्रा में खाने से नुकसान हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में शोध कम ही हुए हैं। इसलिए, वैज्ञानिक आधार पर यह बताना मुश्किल है कि माका रूट के क्या-क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इस संबंध में जितनी जानकारी उपलब्ध है, उसी के आधार पर हम माका रूट के नुकसान बता रहे हैं:
पशुओं पर किए गए शोध के अनुसार, कुछ मामलों में माका रूट लीवर एंजाइम और उच्च रक्तचाप की समस्या का कारण हो सकता है ।
दोस्तों, आपने इस आर्टिकल में जाना कि माका रूट किस प्रकार सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। इस आर्टिकल में माका रूट के संबंध में दी गई जानकारी को पढ़ने के बाद अगर आप भी इसका सेवन करना चाहते हैं या फिर इसे औषधि के रूप में उपयोग करना चाहते हैं, तो पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। साथ ही नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताना न भूलें कि माका रूट की जानकारी देता यह आर्टिकल आपके लिए किस प्रकार से फायदेमंद रहा।
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