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क्या आपको पता है स्तन के कैंसर के बारे में ?

 
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बाकि और सभी कैंसर की तरह ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) भी शरीर में ख़राब टिश्यू उत्पन्न होने की वजह से होता है। ख़राब टिश्यू होने के कारण शरीर की कोशिकायें बढ़ जाती है और फिर स्तन कैंसर के रूप में ये कैंसर बनकर आपके सामने आता है। स्तन कैंसर आपके दूसरे हिस्सों में भी कैंसर की बिमारी पैदा कर सकता है और धीरे-धीरे ये पूरे शरीर में फैल सकता है। 

एक शोध में पाया गया है कि 8 में से एक महिला को स्तन कैंसर हो सकता है। भारतीय शहरों में महिलाओं को होने वाले सभी कैंसर में ब्रेस्ट कैंसर सबसे आम प्रकार का कैंसर है और ग्रामीण क्षेत्रों में तो यह दूसरा सबसे आम किस्म का कैंसर है। बताया जाता है कि, महिलाओं को होने वाले कैंसरों में 25% से 32% केस ब्रेस्ट कैंसर के ही होते हैं।

तो हर महिला को इसके बारे में कुछ आवश्यक तथ्य मालूम होने चाहिए, जो हम यहाँ दे रहे हैं -

महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने की उम्र - 
आमतौर पर युवा महिलायें ब्रेस्ट कैंसर के बारे में नहीं सोचती है। यह ज़रूर सच है कि ब्रेस्ट कैंसर के सभी मामलों में से सिर्फ 7% मामले 40 से कम उम्र की महिलाओं में पाए गए हैं लेकिन ये किसी भी उम्र में हो सकता है और यह ज़रूरी है कि आप इस बिमारी के बारे में अच्छे ढंग से जान लें। जबकि 15-34 साल की उम्र की महिलाओ में ब्रेस्ट कैंसर मौत का प्रमुख कारण है। आपको अपने स्तनों के बारे में जानना ज़रूरी है जैसे की छूते समय दर्द कितना होता है, किस जगह ज़्यादा या कम दर्द होता है। अपने चिकित्सक से जब आप बात करते है तो वो आपको कई बातो की सालाह देता है और सिखाया भी जाता है कि किस तरह आप अपने स्तन का ध्यान रखे। कुछ अलग प्रकार का अगर आपको बदलाव दिखता है तो आपको डॉक्टरों द्वारा जांच करवाने की आवश्यकता है।

ब्रेस्ट कैंसर के संकेत -
अगर आपके शरीर में निम्न में से कोई भी परिवर्तन होता है तो अपने चिकित्सक को दिखाए
  • ब्रैस्ट के अंदर, आसपास या नीचे गांठ बनना। 
  • अपने स्तन के आकार में परिवर्तन दिखना।
  • गाँठ का बढ़ना, उस जगह फूला हुआ या सिकुड़ा हुआ दिखना।
  • त्वचा लालिमा भरी, दर्द, और चकत्तों के साथ दिखने लगती है।
  • सूजन। 
निपल लीक करना  में परिवर्तन (पानी निकलना, दूधिया रंग, या पीला तरल पदार्थ, या रक्त निकल सकता है)।
सामान्य स्तन के टिश्यू ढेलेदार (lumpy) हो सकते है, तो आपको अपने स्तन के बारे में पता लगाना ज़रूरी है। ज़्यादातर गांठे जो पड़ती है वो हमेशा कैंसर का संकेत नहीं देती। अगर ज़्यादातर महिलायें इसके बारे में जानना चाहती है तो वो पहले खुद से जांच ले कि गाँठ किस जगह और कितनी बढ़ी बन रही है। हालांकि, स्तन को खुद से जांच करना ठीक नहीं है। अगर ऐसा कुछ भी महसूस होता है तो डॉक्टर की सलाह ज़रूर ले

स्तन कैंसर होने का जोखिम बढ़ाने वाले कारक - 
नीचे दिए गए कारणों से महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का ख़तरा बढ़ सकता है -
  • ब्रेस्ट कैंसर की वजह जेनेटिक (आनुवांशिक) भी हो सकती है।
  • 40 वर्ष से पहले स्तन कैंसर होने का एक व्यक्तिगत इतिहास रहा है।
  • माँ, बहन या बेटी को अगर कम उम्र में स्तन कैंसर हो जाए तो ये कैंसर आगे भी बढ़ सकता है।
  • ज्यादा मात्रा में अगर रेडिएशन थेरेपी करवाई हो।
  • मासिक धर्म की शुरुआत जल्दी हो जाए तो (12 वर्ष की आयु से पहले)।
  • अगर पहली बार 30 साल की उम्र के बाद गर्भवती हुई हों। 
  • ज़्यादा शराब पीना।
  • मोटापा।
  • लाल मांस (रेड मीट) और खराब आहार का ज़्यादा सेवन करना।
अपने वंशानुगत चिकित्सा इतिहास को जानें - 
अगर आपके परिवार में पहले भी किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है तो इस बारे में आपको डॉक्टर से बात करना ज़रूरी है। ब्रेस्ट कैंसर की एक पीड़ी से दूसरी पीड़ी में जाने की संभावना अधिक होती है क्यूंकि ये अनुवांशिक रोग है। जिन महिलाओं की किसी रिश्तेदार (मां, बहन, बेटी) को स्तन कैंसर हो तो उन्हें स्तन कैंसर होने का जोखिम लगभग दो गुना है उन महिलाओं के बनिस्पत जिनका कोई पारिवारिक इतिहास नहीं है। अपने डॉक्टर को बताये कि आपके परिवार में किन किन लोगो को स्तन कैंसर था और जब उनको कैंसर पता चला तो उनकी क्या उम्र थी।

ब्रेस्ट कैंसर के लिए लें डॉक्टर से सलाह - 
अगर आपको स्तन से जुडी कोई भी परेशानी महसूस होती है तो खुद जांच करे। खुद जांच करने से आप डॉक्टर को अपनी परेशानी सही ढंग से बता पाएंगे। अक्सर कम उम्र की महिलायें अगर ब्रेस्ट कॅन्सर के बारे में डॉक्टर से बात करती हैं तो डॉक्टर उनकी बात को नज़रअंदाज़ कर देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह बिमारी छोटी उम्र में नहीं होती है। अगर आपको स्तन से सम्बंधित कोई भी बदलाव नज़र आता है तो घबराये नहीं और डॉक्टर के पूछने पर बिलकुल साफ़-साफ़ बात करें।

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए चुने सही डॉक्टर - 
अगर आपको ब्रेस्ट कैंसर का निदान करना है तो अपने साथ काम करने वाली सही डॉक्टर की टीम को ढूँढना पड़ेगा। डॉक्टर के साथ अपनी सभी परेशानी को बताये और सुनिश्चित कर लें कि आप अपने कैंसर के निदान के लिए सही विशेषज्ञों को देख रहे हैं या नहीं। आप कई तरह के कैंसर चिकित्सीय डॉक्टरों से बात कर सकते हैं जैसे मेडिकल, सर्जिकल, रेडिएशन ओंकोलॉजिस्ट। आप देख लें कि जिस चिकित्सक से आप बात कर रहे हैं उसे सर्जरी से पहले कीमोथेरेपी सहित हर तरह के उपचार आने चाहिए। 

स्तन कैंसर में एक अच्छे विशेषज्ञ की तलाश करना महत्वपूर्ण है जो सटीक उपचार आपको बता सके और सही निर्णेय लेने में आपकी सहायता भी करे। आप दूसरे रोग के चिकित्सको के साथ चर्चा कर सकते हैं जो आपको स्तन के टीशूज़ के बारे में, उसके निदान के बारे, सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट से जुडी जानकारी आपको दे सके।

अपने डॉक्टर से स्तन कैंसर के बारे में पूछें ये प्रश्न - 
आप अपने डॉक्टर से कई तरह के सवाल पूछिए, यह आप ही के लिए लाभकारी होगा। उदाहरण के लिए - किस तरह से उपचार लें, कैसे दुष्प्रभाव पढ़ सकते हैं और क्या अपेक्षित परिणाम निकलेगा। ये सभी बाते अगर समझना मुश्किल हो तो आपके डॉक्टर आपको सभी मेडिकल जांच अच्छे ढंग से बताएँगे। अगर आपको अपने ब्रेस्ट कैंसर के बारे में और जानकारी लेनी है तो आप किसी दूसरे जानकार विशेषज्ञ से भी पूछ सकते हैं। आपके ब्रेस्ट कैंसर का इलाज अभी तक अगर नहीं हुआ है और काफी बदत्तर स्तिथि हो गयी है तो आप अपने डॉक्टर से किसी जांच या जल्द निवारण के बारे में पूछ सकते हैं।

साथ ही अपने परिवार और दोस्तों से सलाह या मदद के लिए पूछने पर डरे नहीं। ऐसे लोगो से भी बात करे जिन्हे स्तन कैंसर पहले भी हो चूका है। अपने करीबी दोस्तों या परिवार वालो से इस बारे में परामर्श ले और जो न समझ आये उसे दुबारा पूछने पर हिचकिचाए नहीं। अपनी भावनाओं और चिंताओं को उनके सामने व्यक्त करें।

ब्रेस्ट कैंसर के बारे में अन्य महिलाओं से बात करें - 
छोटी उम्र में स्तन कैंसर होने से आप अकेला महसूस कर सकते हैं इसलिए जिन महिलाओ ने स्तन कैंसर को हराया है उनसे आप मदद लें। ऑनलाइन आप ऐसे समूह को ढूंढ सकती हैं जो कैंसर के दौर से गुज़र चुकी हो, उनके साथ मिलकर आप डॉक्टर से कई और तरह की सहायता ले सकती हैं।


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