गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

सूरजमुखी के फायदे और नुकसान

Image SEO Friendly


सूरजमुखी एक वार्षिक पौधा है और इसकी ऊँचाई एक से तीन मीटर के बीच हो सकती है। इनका तना सीधा होता है। पत्ते खुरदरे और रोयेंदार होते हैं। इसके फूल बड़े बड़े पीले रंग के होते हैं। सूरजमुखी का वैज्ञानिक नाम हेलिएन्थस एनस (Helianthus annuus) है और यह कंपोजिटी परिवार का पौधा है। सूरजमुखी के बीज मैग्नीशियम, पोटेशियम, सेलेनियम, जस्ता और लोहे में समृद्ध है। सूरजमुखी एक औषधीय वनस्पति है। इसके पत्ते, बीज, फूल सभी का औषधी के रूप में प्रयोग किया जाता है। सूरजमुखी के तेल में लिनोलिक एसिड, ओलिक एसिड और पामिटिक एसिड पाए जाते हैं। इसमें उच्च मात्रा में विटामिन E, A और D भी होते हैं। इसके बीजों का सेवन स्नैक्स की तरह किया जाता है लेकिन इन्हें मुख्य रूप से तेल निकालने के लिए ही प्रयोग करते हैं। सूरजमुखी का तेल भोजन बनाने में कुकिंग आयल की तरह और सौंदर्य तेल, साबुन आदि में भी किया जाता है।

सूरजमुखी का पौधा मध्य - दक्षिणी अमेरिका का मूल निवासी है। माना जाता है कि सूरजमुखी का पौधा मेक्सिको और पेरू में उत्पन्न हुआ है। अमेरिकी 5000 वर्षों से अधिक समय से पहले सूरजमुखी का उपयोग करते आ रहे हैं। आज सूरजमुखी तेल दुनिया के सबसे लोकप्रिय तेलों में से एक है। भारत में महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक सूरजमुखी की खेती की जाती है।

सूरजमुखी के बीज के लाभ बचाएँ हृदय रोगों से - 

सूरजमुखी के बीज विटामिन ई में समृद्ध होते हैं। ये बीज एंटीऑक्सिडेंट हैं जो मानव शरीर के भीतर मुक्त कणों को फैलने से रोकते हैं। ये मुक्त कण सेलुलर नुकसान और रोगों को बढ़ावा दे सकते हैं। सूरजमुखी के बीज विटामिन ई का प्राकृतिक स्रोत होते हैं। सूरजमुखी के बीज हृदय रोगों और मधुमेह के जोखिम को कम करने में भी मदद करते हैं। साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल को खून की धमनियों में जमने से रोक कर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा टालता है। सूरजमुखी के बीज में उच्च मात्रा में बीटाइन होता है जो प्रभावी रूप से हाई ब्लड प्रेशर जैसे हृदय रोगों से बचाता है। इसके अलावा इन बीजों में आर्गिनिन की उपस्थिति स्वस्थ हृदय के लिए भी जिम्मेदार है। एक चौथाई कप सूरजमुखी के बीज 90 प्रतिशत तक का दैनिक विटामिन ई प्रदान करते हैं। 

सूरजमुखी बीज के फायदे पाचन समस्याओं के लिए - 

सूरजमुखी के बीज में बड़ी मात्रा में आहार फाइबर है। यदि आपका शरीर में इसकी कमी है तो आपको कब्ज, बवासीर, पेट के कैंसर और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का अनुभव हो सकता है। गंभीर पाचन समस्याएं आपकी आंतों में विषाक्तता को भी बढ़ा सकती है। एक वयस्क के लिए प्रति दिन लगभग 30 ग्राम फाइबर की मात्रा ज़रूरी होती है। हालांकि, सर्वेक्षण में यह उल्लेख किया गया है कि ज्यादातर लोग प्रति दिन 15 ग्राम फाइबर का सेवन करने में भी विफल रहते हैं। अपने आहार में सूरजमुखी के बीजों को शामिल करके, आप आसानी से आहार फाइबर की आपूर्ति और पाचन संबंधी समस्याओं की संभावना भी कम कर सकते हैं। बवासीर के इलाज में इसके बीजों के चूर्ण को 3 से 6 ग्राम की मात्रा में शक्कर मिलाकर लिया जाता है। इसके अलावा कब्ज़ और अपच के लिए सूरजमुखी के तेल की कुछ बूँदें दूध में डाल कर सेवन करें।

सूरजमुखी के बीज बढ़ाएँ ऊर्जा का स्तर - 

अधिकांश एथलीट्स सूरजमुखी के बीज खाते हैं, क्योंकि इन बीजों में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। ये बीज रक्त के प्रवाह में लिवर के ग्लाइकोजन का निर्वहन (Discharge) करते हैं। इसके पत्तों का लेप लिवर और फेफड़ों की सूजन में प्रयोग किया जाता है।

सूरजमुखी के बीज के गुण हैं हड्डियों और मांसपेशियों के लिए - 

सूरजमुखी के बीज में मौजूद आयरन आपकी मांसपेशियों को ऑक्सीजन भेजता है, जबकि ज़िंक आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करके आपको खांसी और ठंड से बचने में मदद करता है। इसमें मैग्नीशियम की भी अधिक मात्रा होती है, जिससे हड्डियों में मजबूती आती है। इसके साथ ही यह हड्डियों के जोड़ों में लचीलापन तथा मजबूती लाता है। मानव शरीर में लगभग 2/3 मैग्नीशियम हड्डियों में संग्रहित होता है। मैग्नीशियम हड्डियों की शारीरिक संरचना और ताकत में सहायता करता है, जबकि शेष मैग्नीशियम हड्डियों की सतह पर पाया जाता है, जो शरीर द्वारा आवश्यकतानुसार उपयोग किया जाता है।

सूरजमुखी के बीज का उपयोग करे मस्तिष्क को शांत - 

यह कई अध्ययनों में साबित हुआ है कि सूरजमुखी के बीजों में में मौजूद ट्रिप्टोफैन की उच्च सामग्री के कारण इसका आपके मस्तिष्क पर एक शांत प्रभाव पड़ता है और यह आपके मूड को ठीक करने में भी मदद करता है। जब आप ट्रिप्टोफैन वाले भोजन का सेवन करते हैं तो यह आपके मस्तिष्क के सेरोटोनिन के निर्माण को बढ़ाता है, जो एक न्यूरोट्रांसमीटर है। सेरोटोनिन भी प्रभावी ढंग से तनाव को कम करता है। इन बीजों में मौजूद कोलाइन मेमोरी और दृष्टि कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम दिमाग की नसों को शांत करता है तथा स्ट्रेस और माइग्रेन से छुटकारा दिलाता है। सूरजमुखी के पत्तों का रस और बीजों का लेप माथे पर माइग्रेन को दूर करने के लिए किया जाता है।

सूरजमुखी के बीज के फायदे हैं गर्भावस्था में उपयोगी - 

सूरजमुखी के बीज में मौजूद फोलेट सामग्री को फोलेट एसिड के रूप में जाना जाता है जो कि विटामिन बी का एक प्रकार है। फोलेट गर्भावस्था के लिए बहुत अच्छा है, क्योंकि यह शरीर में नए कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है। इससे डीएनए और आरएनए की प्रतिकृति (Replication) को बढ़ावा मिलता है जो भ्रूण के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन बनाने के लिए विटामिन बी -12 के सहयोग से काम करता है।

सूरजमुखी के तेल के फायदे - 
जब भी हम फ्राइंग या खाना पकाने पर चर्चा करते हैं तो सूरजमुखी तेल के बारे में शायद सबसे अधिक सुना जाता है। यह सूरजमुखी के बीज से उत्पन्न एक गैर-वाष्पशील तेल है। सूरजमुखी तेल का सबसे अधिक उपयोग फ्राइंग तेल के रूप में होता है साथ ही कॉस्मेटिक जैसे लिप बाम और त्वचा क्रीम में सुखदायक एजेंट के रूप में होता है। फ्राइड फूड्स लेने के बाद भी सूरजमुखी तेल आपके स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा विकल्प है।

सूरजमुखी के तेल के स्वास्थ्य लाभ सूरजमुखी के बीज के समान हैं, क्योंकि सूरजमुखी का तेल बीजों से ही तैयार किया जाता है। सूरजमुखी तेल में मौजूद मोनोअनस्यूटेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा ऊर्जा प्रदान करते हैं और हृदय रोगों के जोखिम को भी कम करते हैं। बीज की तरह सूरजमुखी के तेल में भी कोलीन और फीनॉलिक एसिड होता है जो हृदय रोगों को रोकता है।

सूरजमुखी तेल के फायदे हैं त्वचा के लिए - 
त्वचा की देखभाल में सूरजमुखी का तेल भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सूरजमुखी के तेल में फैटी एसिड होता है जो कि त्वचा को बैक्टीरिया से बचा कर मुहाँसे होने से रोकता है। यह भी माना जाता है कि सूरजमुखी तेल एक्जिमा में भी लाभदायक होता है। सूरजमुखी का तेल त्वचा की नमी बनाए रखने के लिए अच्छी तरह से बैक्टीरिया के खिलाफ की रक्षा में मदद करता है। 

सूरजमुखी के तेल का उपयोग बनाएँ बालों को मजबूत - 
त्वचा की तरह, सूरजमुखी का तेल अच्छी तरह से आपके बालों पर मॉइस्चराइजिंग प्रभाव छोड़ता है। आवश्यक फैटी एसिड के साथ पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट आपके बालों के लिए बेहद लाभकारी होते हैं। यह बहुमुखी तेल आपके बालों की चमक और बनावट को बनाए रखता है और इसे प्राकृतिक कंडीशनर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। सूरजमुखी के तेल को सप्ताह में एक बार स्नान करने से पहले सिर पर मालिश के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यह बालों को पोषण देता है और उनको टूटने से रोकता है।

सनफ्लावर तेल के फायदे दिलाएँ अस्थमा से राहत - 
सूरजमुखी के तेल में किसी अन्य खाना पकाने के तेल की तुलना में अधिक विटामिन ई होता है। इसलिए आप अपने आहार में इस तेल को शामिल कर के अस्थमा जैसी बीमारी से बचा जा सकता है।

सूरजमुखी तेल के गुण करें कोलेस्ट्रॉल को कम -
सूरजमुखी तेल में मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो कि एक अच्छे फैट माने जाते हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं। सूरजमुखी के बीज को पीसें और इसे नियमित रूप से रोगी को दें। यह कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करता है। 

सूरजमुखी के अन्य फायदे - 
सूरजमुखी में बहुत से औषधीय गुण मौजूद हैं।
  • इसके बीजों का दस ग्राम की मात्रा तक सेवन करने से जहर उतर जाता है।
  • इसके फूल कामोद्दीपक, पौष्टिक होते हैं और सूजन को दूर करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  • घेंघा (Goiter) रोग में इसके पत्ते और लहसुन को पीस कर बाहरी रूप से लगाया जाता है। 
  • यदि कान में कोई कीड़ा घुस जाए तो सूरजमुखी के तेल में लहसुन की कुछ कलियाँ डाल कर गर्म करें। जब यह तेल ठंडा हो जाएं, तो कान में इसकी कुछ बूँदें डाल लें। 
  • सूरजमुखी की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीने से शरीर की कमजोरी दूर होती है। सूरजमुखी की 5-6 पत्तियां लेकर एक कप पानी में उबालें। जब पानी आधा कप रह जाए तो इसे छान लें और इसका सेवन करें।
  • मलेरिया के बुखार में आधा कप पत्तों को दो कप पानी में उबालें। इसे छान कर दिन में कई बार पिएं। इसके पत्तों का रस शरीर पर बाहरी रूप से लगाया जा सकता है। 
  • बिच्छू के काटने पर सूरजमुखी के पत्तों को पीस कर प्रभावित स्थान पर लगाना और पत्तों की कुछ बूँदें नाक में टपकानी चाहिए।
  • फोड़े में सूजन के मामले में इसकी पत्तियां को बाँधना चाहिए। इससे सूजन कम हो जाती है।
  • इसके पत्तों का काढ़ा बनाओ और गंभीर और संक्रामक अल्सर में इसका सेवन करें। यह सूजन को कम करके इसका इलाज करता है।
  • कान के दर्द के मामले में लुगदी और सूरजमुखी के रस के साथ औषधीय तेल तैयार करें। कान में इस तेल की कुछ बूंदें डालें। कान का दर्द ठीक करने के लिए आप इसके पत्तों के रस का भी उपयोग कर सकते हैं।

सूरजमुखी के नुकसान - 
बाज़ार में मिलने वाले नमकीन सूरजमुखी जे बीज खाने से शरीर में ज़रूरत से ज्यादा नमक का सेवन हो सकता है।
  • कुछ लोगों को सूरजमुखी परिवार के पौधों से एलर्जी होती है इसलिए वे इसका इस्तेमाल सावधानी से करें।
  • इसके पुराने बीजों का सेवन पेट में जलन, गैस, दस्त का कारण बन सकता है। 
  • बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन नुकसान कर सकता है। यह वज़न और कोलेस्ट्रोल के स्तर को बढ़ा सकता है।
  • अगर आप इनका अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो शरीर में ज़रूरत से अधिक सेलेनियम, फॉस्फोरस आदि लाभ की बजाए नुकसान अधिक करता है।
  • इसके बीजों में फाइबर होता है इसलिए अधिक मात्रा में सेवन गैस, पेट में दर्द कर सकता है।


No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"