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ब्रेस्ट (स्तनों) में दर्द के लक्षण, कारण और इलाज

 
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महिलाओं में स्‍तनों से संबंधित सबसे सामान्‍य समस्‍याओं में से एक ब्रेस्‍ट में दर्द होना भी है जिसे मास्टालजिया के नाम से भी जाना जाता है। 70 फीसदी महिलाओं को अपने जीवन में कभी न कभी स्‍तन में दर्द महसूस होता है। मासिक चक्र, संक्रमण, सूजन और स्‍तनपान करवाने की वजह से स्‍तन में दर्द हो सकता है। एक या दोनों स्‍तनों में आपको दर्द महसूस हो सकता है।

आमतौर पर ब्रेस्‍ट में दर्द होना कोई गंभीर समस्‍या नहीं है। कुछ महिलाओं को लगता है कि स्‍तन में दर्द होना ब्रेस्‍ट कैंसर का लक्षण हो सकता है लेकिन आपको बता दें कि ऐसर बहुत ही कम देखा जाता है जब ब्रेस्‍ट कैंसर के कारण स्‍तन में दर्द हो।

हालांकि, अगर आपको स्‍तन में दर्द हो रहा है तो तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें और उचित इलाज लें। कारण के आधार पर उपचार निर्धारित किया जाता है। स्‍तन में हल्‍का दर्द होने पर काउंसलिंग दी जा सकती है लेकिन अगर दर्द ज्‍यादा हो तो ऐसी स्थिति में दवा या स्‍टेरॉइड इंजेक्‍शन दिए जाते हैं। कुछ गंभीर मामलों में जरूरत पड़ने पर सर्जरी भी की जाती है।

तो आइए जानते हैं ब्रेस्ट में होने वाले दर्द के लक्षण, कारण और उपचार -

चक्रीय ब्रेस्ट में दर्द के लक्षण - 
चक्रीय स्तन दर्द में निम्नलिखित लक्षण प्रदर्शित होते हैं :
  • चक्रीय स्तन दर्द पीरियड्स की तरह कभी भी होता है।
  • आपको स्तनों में असहजता महसूस हो सकती है।
  • कुछ महिलाओं को हल्का और कुछ को अत्यधिक दर्द का अनुभव होता है।
  • स्तनों में सूजन या कभी कभी गांठ का अनुभव होता है।
  • दोनों स्तनों से बगलों (underarms) में भी दर्द का प्रसार हो सकता है।
  • रजोनिवृत्ति के दौरान भी इस प्रकार का दर्द महसूस हो सकता है।
गैर चक्रीय स्तन दर्द के लक्षण -
  • गैर चक्रीय स्तन दर्द के लक्षण इस प्रकार हैं :
  • यह दो में से सिर्फ एक स्तन को प्रभावित करता है, उसमें भी केवल उसके एक चौथाई भाग को अधिक प्रभावित करता है और धीरे धीरे पूरे सीने में फ़ैल जाता है।
  • यह रजोनिवृत्ति के बाद आमतौर पर महिलाओं में होता है।
  • यह दर्द माहवारी के कारण नहीं होता है।
  • मैस्टाइटिस (Mastitis) - अगर दर्द स्तनों में संक्रमण के कारण होता है तो आपको बुखार हो सकता है और स्तनों में लालिमा आ सकती है। इस दर्द के कारण जलन भी महसूस हो सकती है। स्तनपान कराने वाली माताओं में, स्तनपान कराते समय यह दर्द अधिक तीव्र होता है।
  • कभी कभी कुछ दर्द होते तो स्तनों में असहजता के कारण ही हैं लेकिन महसूस किसी और भाग में होते हैं। इस प्रकार का दर्द को छाती का दर्द या कॉस्टोकोंड्राइटीस [Costochondritis (पसली में सूजन)] भी कहा जाता है।
हार्मोन असंतुलन के कारण होता है स्तनों में दर्द 
प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन के स्तर में उतार-चढ़ाव के कारण ब्रेस्ट में दर्द होता है। ये दो हार्मोन स्तनों में गांठ, सूजन और कभी-कभी दर्द पैदा कर सकते हैं। कुछ महिलाओं के अनुसार बढ़ती उम्र में होने वाली हार्मोन वृद्धि के कारण ये दर्द और अधिक बढ़ जाता है। कभी-कभी, मासिक धर्म संबंधी ब्रेस्ट में दर्द (चक्रीय मस्‍टालजिया) का अनुभव करने वाली महिलाओं को रजोनिवृत्ति (Menopause) के बाद दर्द नहीं होता है।

अगर स्तन दर्द हार्मोन में उतार-चढ़ाव के कारण होता है, तो आम तौर पर दर्द पीरियड्स से दो-तीन दिन पहले बहुत अधिक बढ़ जाता है। कभी-कभी दर्द मासिक धर्म चक्र के दौरान भी जारी रहता है। यह निर्धारित करने के लिए कि स्तन दर्द मासिक धर्म चक्र के कारण है या नहीं, अपने पीरियड्स पर ध्यान दें और नोट करें कि आप पूरे माह में दर्द का अनुभव कब करती हैं।

विकास के समय पीरियड्स महिला के मासिक धर्म चक्र को प्रभावित करते हैं और स्तनों में दर्द का कारण बनते हैं -
  • युवावस्था
  • रजोनिवृत्ति
ब्रेस्ट सिस्ट है ब्रेस्ट में दर्द होने का कारण - 
महिला की बढ़ती उम्र के साथ ब्रेस्ट में बदलाव होते रहते हैं। जिसके कारण अल्सर और अधिक रेशेदार ऊतकों (fibrous tissues) का विकास हो सकता है। ये फाइब्रोसिस्टिक परिवर्तन या फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट टिश्यू के रूप में जाने जाते हैं। ये परिवर्तन आमतौर पर चिंताजनक नहीं होते हैं।

स्तनों में दर्द (मस्‍टालजिया) का कारण हो सकता है स्तनपान - 
स्तनपान आपके शिशु को पोषण देने का एक स्वाभाविक और पौष्टिक तरीका है, लेकिन यह एक मां के लिए कठिनाइयों से भरा समय होता है। निम्नलिखित कारणों से स्तनपान कराते समय आप स्तनों में दर्द का अनुभव कर सकती हैं :

  • स्तनों में गांठ और स्तनों में सूजन (Mastitis)- यह दुग्ध ग्रंथियों का संक्रमण है। इससे निपल्स में गंभीर और तेज दर्द हो सकता है, साथ ही निपल्स में खुजली और जलन भी हो सकती है। इसमें डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करने की सलाह भी दे सकते हैं। स्‍तनपान करवाने वाली महिलाओं में यह दर्द स्‍तनपान करवाते समय और भी बढ़ सकता है।
  • स्‍तन परिपूर्णता (Breast Engorgement)- स्‍तन परिपूर्णता तब होती है जब मां के स्तनों से दूध आना शुरू होता है। आमतौर पर यह शिशु को जन्म देने के तीन से पांच दिनों के बाद होता है। जब मां के स्तन दूध से भरे हुए होते हैं तब वे सूजे हुए तथा बड़े लग सकते हैं और आपको बहुत अधिक दर्द महसूस हो सकता है। सामान्यतः स्तनों से दूध तब निकलता है, जब शिशु को स्तनपान कराया जाता है या दूध को पंप किया जाता है। 
  • अगर आपका बच्चा आपके निप्पल को स्तनपान कराते समय उचित रूप से नहीं ले रहा है, तो आपको संभवतः स्तन दर्द का अनुभव हो सकता है।
  • व्यायाम- महिलाओं के स्‍तनों में दर्द का एक कारण व्यायाम भी है। ऐसा स्तनों के आकार में बड़े होने के कारण होता है।
  • गलत ब्रा का चयन- अंडरगार्मेंट्स का गलत चयन भी स्‍तनों में दर्द का कारण हो सकता है। अगर आपकी ब्रा बहुत टाइट है और कप बहुत छोटे हैं, तो स्‍तनों पर दबाव पड़ने से उनमें दर्द हो सकता है। 
  • स्तनों की सर्जरी- यदि आप स्तनों की सर्जरी करा चुके हैं, तो भी आपको दर्द का अनुभव हो सकता है। (और पढ़ें - ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी)
  • धूम्रपान और शराब- धूम्रपान और शराब का सेवन स्तन ऊतक में एपिनेफ्रीन (Epinephrine) हार्मोन के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रसिद्ध है। इससे महिला के स्तनों को चोट पहुंच सकती है। 
स्तन दर्द के अन्य कारण - 
स्‍तनों में दर्द के अन्य कारण इस प्रकार हैं :
  • एनजाइना (सीने में दर्द)
  • स्तन कैंसर या ट्यूमर
  • कोरोनरी आर्टरी डिजीज (हृदय रोग)
  • चक्रीय स्तन दर्द
  • अधिक कैफीन का सेवन
  • पसली की हड्डी में फ्रैक्चर
  • रक्त में लाल रक्त कणिकाओं की कमी
  • सीने में चोट
स्तनों में होने वाले दर्द (मस्‍टालजिया) का निदान -
अगर आपको पीरियड्स होते हैं तो चक्रीय स्तन दर्द की पुष्टि के लिए डॉक्टर आपसे कुछ सवाल पूछ सकते हैं जैसे 
  • आपने कैफीन की कितनी मात्रा का सेवन किया है?
  • स्तनों में कहाँ दर्द हो रहा है?
  • क्या दोनों स्तनों में दर्द होता है?
  • आप धूम्रपान करती हैं या नहीं?
  • आप किसी भी दवा या गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं या नहीं?
  • क्या आपको स्तनों में दर्द के साथ गांठ या स्तनों से स्रावण (Discharge) भी महसूस होता है?
डॉक्टर उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तरों की पुष्टि के लिए आपको जांच करने के लिए कह सकते हैं। स्‍तनों में दर्द आमतौर पर स्तन कैंसर से सम्बंधित नहीं है। ब्रेस्ट में दर्द या फाइब्रोसिस्टिक स्तन कैंसर का संकेत नहीं हैं। अगर आपको एक ही जगह काफी समय से लगातार दर्द महसूस हो रहा है तो डॉक्टर आपको निम्न परीक्षण करवाने की सलाह दे सकते हैं :
  • मैमोग्राम (Mammogram): इसे मेमोग्राफी (Mammography) भी कहा जाता है। यह स्तन का एक्स-रे परीक्षण है।
  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): अगर मेमोग्राफी में किसी कारण का पता नहीं भी चला हो तो अल्ट्रासाउंड द्वारा उसका पता लगाया जा सकता है।
  • मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग [Magnetic resonance imaging (MRI)]: इस विधि में आपके हाथ की नसों में एक रंग (dye) डाला जाता है। यह डाई स्तनों की असमानताओं को एक चित्र के रूप में प्रदर्शित कर देती है।
  • बायोप्सी (Biopsy): यदि कोई कारण सामने आया है तो डॉक्टर सर्जरी करके आपके स्तन के ऊतक (tissue) का एक नमूना जांच के लिए भेजते हैं।
डॉक्टर ब्रेस्ट कैंसर सुनिश्चित करने के लिए उपर्युक्त जांच कराने की सलाह देते हैं।

ब्रेस्ट में होने वाले दर्द का इलाज - 
अगर आप निम्नलिखित स्तन परिवर्तनों से गुज़र रही हैं तो डॉक्टर से अवश्य सलाह लें :
  • अगर आपके स्तनों की आकृति और आकार में बदलाव आ रहा है।
  • अगर निपल्स से स्रावण हो रहा है।
  • यदि निपल्स के आस पास रैशेस (Rashes) हो रहे हैं।
  • अगर आपकी बगलों (Armpits) या स्तनों में गाँठ या सूजन आ रही है।
  • यदि बिना मासिक धर्म के आपको स्तनों में दर्द महसूस हो रहा है।
आमतौर पर चक्रीय स्तन दर्द से दर्दनिवारक दवाओं और सही ब्रा के उपयोग द्वारा छुटकारा पाया जा सकता है। गैर चक्रीय स्तन दर्द का उपचार थेरेपी की सहायता से किया जाता है जिसमें एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन भी करना पड़ सकता है।
  • दिन के दौरान सही फिटिंग की ब्रा पहनें और रात में मुलायम ब्रा का उपयोग करें या ब्रा हटा कर सोयें।
  • कई महिलाएं इसके उपचार के लिए प्रिमरोज़ तेल (Evening Primrose Oil) पर भरोसा करती हैं लेकिन ऑब्स्टेट्रिक्स और गायनोकोलॉजी के अमेरिकन जर्नल में एक अध्ययन के अनुसार, प्रिमरोज़ तेल का ब्रेस्ट दर्द पर कोई असर नहीं पड़ता है।
  • गर्भवती महिलाओं को प्रिमरोज़ तेल का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • दर्द को दूर करने के लिए आप पेरासिटामोल, इबुप्रोफेन आदि दवाओं का सेवन कर सकती हैं।


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