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कील-मुंहासों के दाग से छुटकारा पाने के उपाय

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कोई युवती नहीं चाहती कि उसके चेहरे पर कील-मुंहासे नजर आएं। पिंपल न केवल दर्दनाक होते हैं, बल्कि पिंपल्स के दाग पर वक्त रहते ध्यान नहीं दिया जाए, तो ये उम्र भर चेहरे पर बने रहते हैं। पिंपल किसी भी तरह की त्वचा पर हो सकतें हैं, लेकिन ऑयली यानी तैलीय त्वचा वाले लोगों को इसकी परेशानी सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में पिंपल्स के दाग होने की आशंका भी बढ़ जाती है। इस लेख में हम इसे मुद्दे पर चर्चा करेंगे और बताएंगे कि किसी तरह से कील-मुंहासों के दाग से छुटकारा पाया जा सकता है

कील-मुंहासों के दाग होने के कारण –
यहां हम इसी बारे में आपको थोड़ी जानकारी दे रहे हैं। मुंहासे दो प्रकार के होते हैं – नॉन-इंफ्लेमेटरी और इंफ्लेमेटरी।

वाइटहेड और ब्लैकहेड नॉन-इंफ्लेमेटरी मुंहासे होते हैं, वहीं इंफ्लेमेटरी में पैप्युल्स, पस्ट्यूल, नोड्यूल और सिस्ट जैसे मुंहासे आते हैं। इनमें से इंफ्लेमेटरी यानी सूजन वाले मुहांसों से दाग होने का डर होता है। सूजन वाले मुंहासे तब होते हैं, जब आपकी त्वचा के रोम छिद्र अत्यधिक तेल, मृत कोशिकाओं और गंदगी से बंद होने लगते हैं। इससे त्वचा के रोम छिद्र सूजने लगते हैं। यही कारण होता है, जब फॉलिकल वॉल फैलकर टूट जाती है और छिद्रों में सूजन का कारण बनती है।

अगर यह क्षति आपकी त्वचा की सतह के करीब होती है, तो यह जल्दी ठीक हो जाती है, लेकिन अगर यही घाव गहरा हुआ, तो अधिक गंभीर हो सकता है। इस कारण संक्रमण होकर यह डर्मिस (त्वचा की दूसरी सतह) तक पहुंच सकता है और त्वचा की स्वस्थ कोशिकाओं को क्षति पहुंचा सकता है।

मुंहासों के दाग के प्रकार –
अब वक्त है मुंहासों के दाग के प्रकार जानने का। अगर आपको अपने पिंपल्स के दाग हटाने हैं, तो उसके प्रकार जानना भी जरूरी है। मुंहासे के दाग कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से कुछ के नाम हम नीचे आपको बता रहे हैं।

आइस-पिक स्कार्स – यह छोटे, गहरे और गाढ़े या धब्बेदार निशान होते हैं।

रोलिंग स्कार्स – यह दाग गड्ढे जैसे होते हैं।

बॉक्सकार स्कार्स – यह सूजन वाले मुंहासों के बाद होते हैं। ये छोटे होते हैं, लेकिन दिखने में ऐसे लगते हैं, जैसे आपकी त्वचा पर किसी ने नाखून गढ़ा दिए हों।

एट्रोफिक स्कार्स – यह बहुत सामान्य है। यह दाग समतल, पतले और गड्डे वाले होते हैं। यह निशान ज्यादातर गंभीर मुंहासे या चिकनपॉक्स के बाद हो सकते हैं।

हाइपरट्रोफिक स्कार्स – यह त्वचा की सतह से निकलता है और गांठ जैसा मोटा होता है।
मुंहासे के दाग के प्रकार जानने के बाद अब बारी है मुंहासे के दाग हटाने के उपाय के बारे में जानने की। नीचे हम कुछ घरेलू उपाय आपको बता रहे हैं, जिसे अपनाकर आप काफी हद तक पिंपल्स के दाग से छुटकारा पा सकते हैं।

पिंपल्स के दाग को मिटाने के घरेलू उपाय – 
अब जब कील-मुंहासों के बारे में इतना कुछ आप जान ही गए हैं, तो अब सवाल उठता है कि पिंपल के दाग कैसे मिटाएं? इसके लिए हम यहां कुछ घरेलू उपायों के बारे में बता रहे हैं। एक बात का ध्यान रखें कि ये घरेलू इलाज मुंहासों के दाग की गहराई और गंभीरता पर निर्भर करते हैं। अगर दाग गंभीर, पुराने और गहरे हैं, तो उन्हें हटाने के लिए किसी विशेषज्ञ की सलाह की जरूरत होगी।

1. संतरे के छिल्के का पाउडर
सामग्री
  • एक चम्मच संतरे के छिल्के का पाउडर (आप चाहें तो संतरे के छिल्कों को धूप में सुखाकर उसका पाउडर बना सकते हैं या बाजार से भी खरीद सकते हैं )
  • एक चम्मच शहद
बनाने और लगाने की विधि
  • एक कटोरी में संतरे के छिल्के का पाउडर और शहद मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट को पिंपल के दाग पर लगाएं।
  • इसे लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें फिर पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर एक दिन छोड़कर लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
संतरे की तरह ही संतरे के छिल्के में भी कई गुण होते हैं। संतरे के छिल्के में रंग को हल्का करने के गुण होते हैं, जिस कारण यह मुंहासों के दाग और पिगमेंटेशन को कम कर सकता है ।

2. नारियल तेल
सामग्री
  • एक चम्मच नारियल तेल
उपयोग करने की विधि
  • एक चम्मच नारियल तेल को अपने हथेलियों पर लगा लें।
  • अब इस तेल को अपने चेहरे पर लगाएं, खासकर मुंहासों के कारण हुए दाग पर।
  • इसे रात को लगाएं और रातभर लगा रहने दें।
  • फिर अगली सुबह पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर रोज लगा सकते हैं या फिर हर एक दिन छोड़कर।
कैसे फायदेमंद है?
जब बात त्वचा की हो तो नारियल तेल के कई फायदे हैं। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-ई होता है, जो आपकी त्वचा में स्वस्थ टिश्यू को बनने में मदद करता है। साथ ही त्वचा में एक नई जान डालकर उसे निखारता है। नारियल तेल के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-मायक्रोबियल गुण नए कील-मुंहासों से भी त्वचा को क्षति पहुंचाने से बचाते हैं । हालांकि, कुछ लोगों को इसे लगाने से व्हाइट हेड हो सकते हैं, क्योंकि यह आपके छिद्रों को बंद कर सकता है। इसलिए, बेहतर होगा कि आप पहले पैच टेस्ट या त्वचा के थोड़े से हिस्से में लगाकर एक बार परीक्षण कर लें कि आपकी त्वचा में इससे कोई एलर्जी या रिएक्शन तो नहीं हो रहा है।

3. बेसन
सामग्री
  • एक चम्मच बेसन
  • गुलाब जल या नींबू का रस (आवश्यकतानुसार)
बनाने और लगाने की विधि
  • एक चम्मच या अपनी आवश्यकतानुसार बेसन लें और उसमें गुलाब जल मिलाकर थोड़ा गाढ़ा पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट को अपने चेहरे, गर्दन और मुंहासे के दाग पर लगाएं।
  • फिर इसे थोड़ी देर सूखने दें और जब सूख जाए, तो पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं
  • आप इसे एक दिन छोड़कर लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए बेसन का वर्षों से उपयोग किया जाता आ रहा है। बेसन त्वचा की परेशानियों जैसे मुंहासे और मुंहासे के दाग को कम करने का एक अच्छा उपाय है। इसमें मौजूद, एक्सफोलिएटिंग (मृत त्वचा को हटाना) और रंगत को निखारने के गुण त्वचा के दाग-धब्बों को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

4. टी ट्री ऑइल
सामग्री
  • तीन से चार बूंद टी ट्री ऑइल
  • एक चम्मच नारियल तेल
बनाने और लगाने की विधि
  • नारियल तेल में तीन से चार बूंद टी ट्री ऑइल मिलाएं।
  • तेल के इस मिश्रण को दाग पर रातभर लगा रहने दें या फिर सुबह नहाने से एक या दो घंटे पहले लगाएं।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर रोज लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
टी ट्री ऑइल कील-मुंहासों वाली त्वचा के लिए फायदेमंद है। यह न सिर्फ मुंहासों को कम करता है, बल्कि इसमें मौजूद एंटी-मायक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दाग को भी कम कर सकते हैं । यह बिल्कुल बेंजॉल पेरोक्साइड की तरह काम करता है, लेकिन इसका असर होने में थोड़ा वक्त लगता है।

5. सेब का सिरका
सामग्री
  • एक चम्मच सेब का सिरका
  • दो चम्मच शहद
  • पानी
बनाने और लगाने की विधि
  • एक चम्मच सेब के सिरके को दो चम्मच शहद के साथ मिलाएं।
  • इस मिश्रण में थोड़ा पानी मिला लें, ताकि ये अच्छे से घुल जाए।
  • अब इस मिश्रण को रूई की मदद से अपने चेहरे और मुंहासे के दाग पर लगाएं।
  • उसके बाद 10 से 15 मिनट के लिए इसे लगा रहने दें और फिर बाद में पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर रोज या हर दूसरे दिन लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
सेब के सिरके में एंटी-माइक्रोबियल गुण है, जो मुंहासों को दूर करता है । वहीं, इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण न सिर्फ मुंहासों की सूजन को कम करते हैं, बल्कि उसके लालपन को कम करके दाग को भी हल्का करते हैं। हालांकि, इससे आपकी त्वचा रूखी हो सकती है, इसलिए इसके इस्तेमाल के बाद मॉइश्चराइजर जरूर लगाएं।

6. एलोवेरा
सामग्री
  • एलोवेरा जेल
कैसे लगाएं?
  • एलोवेरा के पत्ते से एलोवेरा जेल निकाल लें (आप एलोवेरा जेल बाजार से भी खरीद सकते हैं)।
  • रात को सोने से पहले जेल को अपने दाग पर लगाएं।
  • रातभर के लिए लगा रहने दें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर रोज लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
एलोवेरा में पॉलीसैकराइड और जिबरेलिंस  मौजूद हैं, जो त्वचा के दाग को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा को स्वस्थ बनाते हैं। साथ ही धूल-मिट्टी, प्रदूषण, सूरज की हानिकारक किरणों और अन्य कारणों से त्वचा को हुए नुकसान को कम कर सकते हैं ।

7. बेकिंग सोडा
सामग्री
  • दो चम्मच बेकिंग सोडा
  • एक चम्मच पानी
बनाने और लगाने की विधि
  • दो चम्मच बेकिंग सोडा को एक चम्मच पानी में मिलाएं।
  • अब इस मिश्रण को पिंपल्स के दाग पर लगाएं।
  • फिर सूखने के बाद इसे धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर रोज या एक दिन छोड़कर लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
बेकिंग सोडा में एक्सफोलिएटिंग गुण है, जो त्वचा की मृत कोशिकाओं को निकालता है। बेकिंग सोडे में थोड़ा खारापन होता है, जो त्वचा के पीएच स्तर को संतुलित करता है। इससे मुंहासे और मुंहासे के निशान से छुटकारा पाया जा सकता है ।

8. नींबू का रस
सामग्री
  • आधा नींबू
  • रूई
कैसे उपयोग करें?
  • एक कटोरी में आधे नींबू का रस निकाल लें।
  • अब इसमें रूई डुबोकर रस को अपने दाग पर लगाएं।
  • 10 मिनट तक लगा रहने दें धो लें।
हफ्ते में कितने बार लगाएं?
  • आप इसे हर एक दिन छोड़कर लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
नींबू में मौजूद विटामिन-सी के वजह से नींबू में त्वचा के रंग को साफ करने और निखारने के गुण होते हैं। इसलिए, यह मुंहासोंं के दाग-धब्बों को कम कर सकता है।

9. अरंडी का तेल
सामग्री
  • अरंडी का तेल (आवश्यकतानुसार)
लगाने की विधि
  • रात को अपने अंगुलियों पर अरंडी के तेल की कुछ बूंदें लेकर उसे अपने दाग पर लगा लें।
  • इसे सोने से पहले लगाएं और रातभर लगा रहने दें।
  • अगली सुबह पानी से धो लें। आप फेसवॉश या साबुन से भी चेहरे को साफ कर सकते हैं।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर रोज लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
अरंडी के तेल में विटामिन-ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो दाग-धब्बों और क्षतिग्रस्त टिशू को ठीक करता है। इसके अलावा, यह पिगमेंटेशन और दाग को कम भी कर सकता है।

10. हल्दी
सामग्री
  • एक या दो चम्मच हल्दी पाउडर
  • आधा नींबू
बनाने और लगाने की विधि
  • नींबू के रस में एक या दो चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं।
  • अब इस पेस्ट को अपने पूरे चेहरे पर लगाएं।
  • फिर इसे 30 मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं
  • आप इसे हर दूसरे दिन लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
हल्दी के कई फायदे हैं और जब बात आए त्वचा की, तो हल्दी को वर्षों से त्वचा पर निखार लाने के लिए उपयोग किया जा रहा है। यह दाग-धब्बों को हल्का कर त्वचा की रंगत को निखारता है। इसमें मौजूद, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की गुणवत्ता को बढ़ाकर त्वचा को स्वस्थ बनाते हैं।

11. विटामिन
विटामिन-सी, ई, और ए आपकी त्वचा के लिए बहुत अच्छे हैं। सूरज की हानिकारक किरणें आपकी त्वचा से विटामिन-ए को खत्म कर सकती हैं, जिस कारण आपको झुर्रियों और दाग-धब्बों की शिकायत हो सकती है । वहीं, विटामिन-ई आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाता है  । विटामिन-सी की एंटी-ऑक्सीडेंट क्षमता आपकी त्वचा के उत्तकों  को रिपेयर करती है। साथ ही कोलेजन के निर्माण में सहयोग करती है, ताकि दाग-धब्बे कम हो सकें। आप हर रोज सिट्रस फल, पत्तेदार सब्जियां, गाजर, मछली, पनीर और पालक का सेवन करके इन विटामिंस को प्राप्त कर सकते हैं।

12. आलू
सामग्री
  • कुचला हुआ कच्चा आलू
  • रूई
बनाने और लगाने की विधि
  • कच्चे आलू को कुचलकर उसका रस निकाल लें।
  • फिर इस रस में रूई डुबाकर अपने पूरे चेहरे या सिर्फ पिंपल्स से हुए गाद पर लगाएं।
  • इसे 20 से 30 मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर रोज एक बार लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
आलू को त्वचा में निखार लाने और दाग-धब्बों को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका श्रेय आलू के खारेपन और बनावट को जाता है।

13. कोको बटर
सामग्री
  • कोको बटर (आवश्यकतानुसार, यह बाजार में आसानी से उपलब्ध है)
लगाने की विधि
  • रात को सोने से पहले थोड़ा सा कोको बटर लेकर अपने चेहरे पर लगा लें।
  • आप चाहें तो इसे सिर्फ अपने पिंपल्स के दाग पर भी लगा सकते हैं।
  • इसे रातभर चेहरे पर लगा रहने दें और अगली सुबह पानी से चेहरा धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • इसे आप हर रोज लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
कोको बटर त्वचा को मॉश्चराइजिंग प्रदान करता है और दाग वाले टिशू को मुलायम या हल्का कर सकता है । यह आपकी त्वचा की रंगत को भी निखारता है और दाग-धब्बों को कम भी करता है।

14. शहद का मास्क
सामग्री
  • एक चम्मच शहद
  • आधा नींबू (यह ऑप्शनल है)
बनाने और लगाने की विधि
  • एक चम्मच शहद को आधे नींबू के रस के साथ मिलाएं।
  • अब इस मिश्रण को अपने चेहरे पर लगाकर 20 से 30 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • फिर पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • यह आप हर रोज या हर दूसरे दिन लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
नींबू और शहद के सेवन से वजन कम होता है, यह तो आपको पता ही है, लेकिन यह आपके दाग-धब्बों को भी मिटाता है। शहद में एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो क्षतिग्रस्त त्वचा को भरते हैं और मुंहासों को निकलने से रोकते हैं। इसके अलावा, शहद में मौजूद मॉइश्चराइजिंग गुण दाग-धब्बों के टिशू को नर्म कर त्वचा को रिपेयर करता है।

15. गुलाब जल
सामग्री
  • गुलाब जल
  • रूई
लगाने की विधि
  • रूई को गुलाबजल में डुबोकर उससे पूरे चेहरे को साफ करें।
  • उसके बाद चेहरे को धोए नहीं।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप हर रोज इससे चेहरा साफ कर सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
गुलाब जल त्वचा को मॉइश्चराइज करता है और दाग के टिशू को मुलायम करता है। इसके अलावा, मुंहासों के दाग को कम करता है और त्वचा की नई कोशिकाओं को बनने में मदद करता है ।

16. लहसुन
सामग्री
  • एक या दो लहसुन की कलियां
लगाने की विधि
  • लहसुन छिली हुईं एक या दो कलियां लें।
  • कली को तोड़कर अपने दाग पर रगड़ें, ताकि उसका रस आपके दाग पर लग जाए।
  • यह आप रात को सोने से पहले लगाएं और रातभर लगा रहने दें।
  • अगली सुबह पानी या फेसवॉश से चेहरा धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप हर दूसरे दिन इसे लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
जब लहसुन की कली को पीसा या तोड़ा जाता है, तो इसमें से एलिसिन नामक एक यौगिक निकलता है, जिसमें बहुत ही शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-माइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट के गुण मौजूद हैं । लहसुन के ये गुण मुंहासे के निशान से छुटकारा पाने और आगे मुंहासों को होने से रोकने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, आपको थोड़ी सावधानी भी बरतनी हैं, क्योंकि लहसुन कभी-कभी त्वचा पर एलर्जी, खुजली या जलन का कारण बन सकता है। इसलिए, आप इसका पहले पैच टेस्ट कर लें और अगर आपको जलन या खुजली महसूस हो, तो उपयोग न करें, क्योंकि जरूरी नहीं कि लहसुन सभी की त्वचा को सूट करे।

17. बादाम तेल
सामग्री
  • कुछ बूंद बादाम तेल
लगाने की विधि
  • रात को सोने से पहले अपने हाथ में थोड़ा बादाम तेल लेकर अपने चेहरे पर लगा लें।
  • उसे रातभर लगा रहने दें।
  • अगले दिन चेहरा धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप हर रोज रात को बादाम तेल लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
त्वचा के लिए बादाम तेल के कई फायदे हैं। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन-ई और फैटी एसिड मौजूद होता है, जो दाग-धब्बों को हल्का करता है और त्वचा को नर्म व मुलायम बनाकर निखार लाता है। बादाम तेल लगाने से सनबर्न, एलर्जी, मुंहासे और अन्य कई त्वचा संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है ।

18. दलिया का मास्क
सामग्री
  • दो चम्मच दलिया
  • एक चम्मच शहद
  • एक चम्मच नींबू का रस
बनाने और लगाने की विधि
  • दो चम्मच दलिया को एक चम्मच नींबू के रस और एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं।
  • इस मिश्रण को अपने चेहरे, गर्दन और मुंहासों के दाग पर लगाएं।
  • इसे 30 मिनट तक लगा रहने दें फिर पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप हफ्ते में दो से तीन बार इस पैक को लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
जिन्हें बार-बार कील-मुंहासों की परेशानी होती है, उनके लिए दलिया का फेस पैक बहुत फायदेमंद है। यह त्वचा से अधिक तेल को सोख लेता है और इसका एक्सफोलिएटिंग गुण त्वचा के क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को ठीक करता है साथ ही यह त्वचा के रोम छिद्रों को बिना बंद किए ही त्वचा को हाइड्रेट रखता है।

19. अदरक
सामग्री
  • कुचला हुआ अदरक
लगाने की विधि
  • थोड़ा-सा अदरक लेकर, उसे अच्छे से कुचल लें।
  • फिर इसे दाग पर लगाएं और 30 मिनट तक ऐसे ही रहने दें।
  • इसके बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर रोज लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
अदरक में ऐसे यौगिक होते हैं, जिनमें प्रचुर मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं । यह न सिर्फ मुंहासों के घाव को कम कर सकता है, बल्कि मुंहासों के दाग को भी कम कर सकता है।

20. अंडे का सफेद हिस्सा
सामग्री
  • एक या दो अंडे
  • एक चम्मच नींबू का रस
बनाने और लगाने की विधि
  • एक या दो कच्चे अंडे लेकर, उसके सफेद हिस्से को अलग कटोरी में निकाल लें।
  • अब इसमें एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर अच्छे से फेंट लें।
  • फिर इस मिश्रण को अपने चेहरे और दाग पर लगाएं।
  • इसे 30 मिनट तक लगाकर रखें और फिर पानी से धो लें। आप फेसवॉश या साबुन भी चेहरे को धो सकती हैं।
हफ्ते में कितनी लगाएं?
  • आप हर दूसरे दिन इस मिश्रण का प्रयोग कर सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
अंडे की सफेदी में त्वचा को कसने और त्वचा को स्वस्थ रखने के गुण मौजूद होते हैं। अगर आप इस पैक का नियमित रूप से उपयोग करेंगे, तो आपके मुंहासों के दाग हल्के होने लगेंगे ।

21. ग्रीन-टी
सामग्री
  • उपयोग किया हुआ ग्रीन-टी बैग
लगाने की विधि
  • ग्रीन-टी पीने के बाद, जो ग्रीन-टी बैग बच जाता है उसे अपने दाग पर लगाएं।
  • आप ग्रीन-टी के पत्तों को निकालकर उसका फेस पैक बना सकते हैं।
  • इसके साथ ही आप हर रोज ग्रीन-टी का सेवन भी करें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हर रोज एक बार लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
ग्रीन-टी का सेवन स्वास्थ्य के लिए तो अच्छा है ही, साथ ही त्वचा के लिए भी बहुत अच्छा है। ग्रीन-टी में कैटेकिन होता है, जो न सिर्फ मुंहासे के सूजन को कम करता है, बल्कि मुंहासे के दाग को भी कम करता है । यह उपाय तब और फायदेमंद होगा, जब ग्रीन-टी का रोज सेवन करेंगे और दिन में एक बार मुंहासे के दाग पर इसे नियमित रूप से लगाएंगे।

22. सेंधा नमक
सामग्री
  • आधा कप सेंधा नमक
  • पानी (आवश्यकतानुसार)
बनाने और लगाने की विधि
  • आधा कप सेंधा नमक को थोड़े पानी में मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब इस मिश्रण को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाकर थोड़ी देर मालिश करें।
  • फिर 15 से 20 मिनट के लिए इसे लगा रहने दें।
  • उसके बाद पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इसे हफ्ते में तीन बार लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
सेंधा नमक में मैग्नीशियम होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है । यह गुण मुंहासे के दाग को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।

23. नीम
सामग्री
  • नीम के पत्ते (आवश्यकतानुसार)
  • पानी (आवश्यकतानुसार)
बनाने और लगाने की विधि
  • अपनी जरूरत के अनुसार नीम के पत्ते लें और थोड़ा पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट को चेहरे के दाग-धब्बों पर लगाएं।
  • फिर इसे 20 से 30 मिनट तक लगा रहने दें और उसके बाद पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप चाहें तो इसे हर रोज लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
नीम को कई सालों से औषधि के रूप में उपयोग किया जाता आ रहा है। आजकल तो बाजार में कई साबुन, क्रीम और फेसवॉश में भी नीम के गुण मौजूद होते हैं। नीम के पत्तों में एंटीसेप्टिक, घाव को भरने और ठंडक प्रदान करने के गुण मौजूद हैं, जो पिंपल्स को ठीक करते हैं और दाग को कम कर सकते हैं ।

24. एवोकाडो फेस मास्क
सामग्री
  • एक पका हुआ एवोकाडो
  • एक चम्मच शहद
  • आधा नींबू
बनाने और लगाने की विधि
  • एक पके हुए एवोकाडो को अच्छे से कुचल लें।
  • अब इसमें एक चम्मच शहद और आधा नींबू का रस मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
  • आप इस मिश्रण को अपने पिंपल्स के दाग पर या पूरे चेहरे पर भी लगा सकते हैं।
  • इसे 20 से 30 मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर पानी से धो लें।
हफ्ते में कितनी बार लगाएं?
  • आप इस मास्क को हर दूसरे दिन लगा सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
यह मुंहासों के दाग के लिए बहुत ही लाभकारी घरेलू नुस्खा है। एवोकाडो आपके त्वचा के रोम छिद्रों को साफ रखकर आपको मुंहासों से बचाता है । इसमें मौजूद, विटामिन पिम्पल्स के दाग-धब्बों को भी कम करता है।

नोट: ऊपर दी गई किसी भी सामग्री से अगर आपको एलर्जी है, तो उसे उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह करें। इसके अलावा, जो भी घरेलू उपाय करें, उससे पहले उसका पैच टेस्ट कर लें। अगर पैच टेस्ट के दौरान आपको खुजली या जलन जैसी समस्या होती है, तो तुरंत उसे धो लें।

भले ही यह घरेलू उपाय मुंहासों के दाग पर जादू की तरह काम करें, लेकिन इसी के साथ आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि आगे चलकर आपको मुंहासे न निकले। इसके लिए आपको कुछ सावधानियां भी बरतनी होगी जिसके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं।

पिंपल के दाग से बचाव के कुछ उपाय – 
  • हर रोज कम से कम दो बार अपना चेहरा धोएं।
  • सोने से पहले अपना मेकअप हटाएं।
  • अगर पिंपल निकले, तो उसे दबाएं या हाथ न लगाएं।
  • सूरज की हानिकारक किरणों से बचे और जब भी बाहर जाएं, तो न सिर्फ सनस्क्रीन लगाएं, बल्कि चेहरे को स्कार्फ से ढकें।
  • स्वस्थ आहार लें, फल, हरी सब्जियों व ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें।
  • खूब पानी पिएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
मुंहासे के दाग से बचाव के लिए कौन सा तेल सबसे अच्छा है?

नारियल तेल, जैतून का तेल और अरंडी का तेल आपकी त्वचा को रिपेयर करेगा और आपके मुंहासे के दाग को भी कुछ हद तक कम कर सकता है।

मुंहासों के मार्क और स्कार्स में क्या अंतर है?
मुंहासोंं के स्कार्स गहरे व गड्ढे जैसे और कभी पूरी तरह से ठीक नहीं होने वाले होते हैं। वहीं, मुंहासों के मार्क शुरू में काले होते हैं, लेकिन कुछ दिन और हफ्तों में हल्के होने लगते हैं।

इन घरेलू नुस्खों से कुछ हद तक पिंपल्स के दाग कम हो सकते हैं, लेकिन जैसा कि ऊपर इस लेख में हमने लिखा है कि यह पिंपल के दाग की गहराई पर निर्भर करता है कि उसका घरेलू इलाज होगा या आपको किसी विशेषज्ञ की जरूरत है। कई बार कुछ मुंहासों के दाग के लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है। यह जरूरी है कि आप पिंपल्स के दाग पर वक्त रहते ध्यान देकर उसका इलाज शुरू करवाएं और जरूरत पड़े तो त्वचा विशेषज्ञ की सलाह लें। इस लेख में दिए गए घरेलू उपाय को अपनाने के बाद अपना अनुभव नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर शेयर करें।




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