एक माँ के जीवन में बच्चे की वजह से बहुत सारी खुशियां आती हैं और जुड़वां बच्चे इन खुशियों को दोगुना कर देते हैं। पर सभी पेरेंट्स की सोच एक जैसी नहीं होती है। कई लोग एक बार में जुड़वां या अधिक बच्चे होने से भयभीत होते हैं वहीं दूसरी ओर कई पेरेंट्स को जुड़वां बच्चों की बहुत ज्यादा चाहत होती है। क्या आप और आपके पति चाहते हैं कि आपके भी जुड़वां बच्चे हों? तो यह आर्टिकल सिर्फ आपके लिए ही है! यह सिर्फ आपके जीन्स की वजह से ही नहीं बल्कि आपके खानपान की वजह से भी होता है। इस आर्टिकल में कई खाद्य पदार्थों की लिस्ट दी हुई है जिनकी मदद से जुड़वां बच्चे कंसीव करने की संभावना बढ़ती है, आइए जानें;
जुड़वां बच्चों के साथ गर्भवती होने के लिए खाद्य पदार्थ
नेचुरल तरीकों का उपयोग करना सबसे सही माना जाता है और यदि आप जुड़वां बच्चों के लिए योजना बना रही हैं तो आपको अपनी डायट में कुछ बदलाव करने होंगे। यदि आप हमेशा से जुड़वां बच्चे चाहती हैं तो नीचे दिए हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आपको मदद मिल सकती है। यहाँ कुछ खाद्य पदार्थों की लिस्ट दी हुई है जिनसे जुड़वां बच्चे कंसीव करने की संभावनाएं बढ़ती हैं, आइए जानें;
जुड़वां बच्चों के साथ गर्भवती होने के लिए खाद्य पदार्थ
नेचुरल तरीकों का उपयोग करना सबसे सही माना जाता है और यदि आप जुड़वां बच्चों के लिए योजना बना रही हैं तो आपको अपनी डायट में कुछ बदलाव करने होंगे। यदि आप हमेशा से जुड़वां बच्चे चाहती हैं तो नीचे दिए हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आपको मदद मिल सकती है। यहाँ कुछ खाद्य पदार्थों की लिस्ट दी हुई है जिनसे जुड़वां बच्चे कंसीव करने की संभावनाएं बढ़ती हैं, आइए जानें;
1. रतालू (यैम)
एक स्टडी में यह देखा गया कि नाइजीरिया में योरूबा ट्राइब की महिलाओं को जुड़वां बच्चे बहुत ज्यादा होते हैं। ऐसा कहा गया कि यह डायट में रतालू का सेवन करने से होता है। रतालू में प्रोजेस्ट्रोन और फायटोएस्ट्रोजन्स बहुत ज्यादा होते हैं और इससे हाइपर ओवुलेशन होता है। इसलिए डायट में रतालू की मात्रा ज्यादा खाने से दो या दो से अधिक बच्चे होने की संभावना होती है।
2. टैपिओका
ओवुलेशन के दौरान ज्यादातर महिलाएं एक अंडा रिलीज करती हैं। जुड़वां तब होते हैं जब एक अंडा फर्टिलाइज होने के बाद विभाजित हो जाता है या दो अलग-अलग अंडे फर्टिलाइज हो जाते हैं। कुछ रिसर्च में यह प्रमाणित हुआ है कि टैपिओका खाने से महिलाओं में ओवुलेशन के समय एक से अधिक अंडे रिलीज होने की संभावना होती है। एक से अधिक अंडा रिलीज होने से जुड़वां बच्चों की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि इन मामलों में होने वाले जुड़वां बच्चे आइडेंटिकल नहीं होते हैं पर दो अंडे फर्टिलाइज होने से फ्रैटर्नल ट्विन्स हो सकते हैं।
3. फोलिक एसिड
बढ़ते बच्चे के लिए फोलिक एसिड बहुत जरूरी है और गर्भावस्था के दौरान अन्य विटामिन्स के साथ डॉक्टर आपको फोलिक एसिड के सप्लीमेंट्स लेने की सलाह भी देते हैं। अवोकाडो, पालक, ब्रोकोली और शतावरी में भरपूर फोलिक एसिड होता है है। इसके अलावा यह सलाह दी जाती है कि महिलाओं को गर्भवती होने के लिए नियमित रूप से फोलिक एसिड-युक्त आहार खाना चाहिए। रिसर्च के अनुसार बहुत ज्यादा फोलिक एसिड खाने से महिलाओं में जुड़वां बच्चे होने की संभावना बढ़ती है। यदि आप जुड़वां बच्चे कंसीव करना चाहती हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह के अनुसार दिन में दो बार फोलिक एसिड युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। हालांकि, ऐसा करने से पहले आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
4. डेयरी प्रोडक्ट्स
एक स्टडी में ऐसा भी कहा गया है कि कम दूध व डेयरी प्रोडक्ट खाने वाली महिलाओं की तुलना में जो महिलाएं दिन भर में ज्यादा से ज्यादा डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करती हैं उनमें जुड़वां बच्चे होने की संभावनाएं अधिक है। ऐसा देखा गया है कि दूध व अन्य डेयरी प्रोडक्ट से शरीर में एक विशेष प्रकार का प्रोटीन बढ़ता है जिसे इन्सुलिन ग्रोथ फैक्टर कहा जाता है। इस प्रकार का प्रोटीन गाय के दूध में होता है और अन्य जानवरों के दूध में भी हो सकता है। यदि आप ज्यादा से ज्यादा दूध लेती हैं तो आपकी ओवरी ज्यादा से ज्यादा अंडों को रिलीज करती है जिससे जुड़वां बच्चे होने की संभावनाs बढ़ती है।
5. माका की जड़
महिलाओं और पुरुषों में फर्टिलिटी की समस्याएं कम करने के लिए माका की जड़ बहुत प्रभावी होती है। इसके अलावा महिलाओं को जुड़वां बच्चों के लिए माका की जड़ का सेवन करने की सलाह दी जाती है। यद्यपि इसके लिए कोई ठोस प्रमाण नहीं है पर इसका सेवन किया जा सकता है। इसे आप कच्चा, सूखा और पाउडर के रूप में भी खा सकती हैं।
6. कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट
यदि आप जुड़वां बच्चों की योजना बना रही हैं तो आपके लिए कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट सबसे सही विकल्प है। कार्बोहाइड्रेट शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है और डायट में कार्बोहाइड्रेट शामिल करने के बजाय कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट शामिल करना सबसे अच्छा है। कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट में खाद्य पदार्थ जैसे, बीन्स, ग्रेन्स और सब्जियां शामिल हैं। इस डायट से आपके ट्विन्स होने की संभावना ही नहीं बढ़ती है बल्कि कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट बच्चों के जन्म के दौरान न्यूरल से संबंधित विकारों को भी कम करता है।
7. अनानास
जुड़वां बच्चे होने की संभावना बढ़ाने के लिए अनानास खाना एक बेहतरीन तरीका है। आप अपनी डायट में अनानास के बीच का भाग शामिल कर सकती हैं। इसमें मौजूद ब्रोमेलेन जो प्रोटीन का एक प्रकार होता है, ओवुलेशन और फर्टिलाइजेशन में मदद करता है।
ऊपर दिए हुए खाद्य पदार्थों को डायट में शामिल करने से आपको जुड़वां बच्चे कंसीव करने में मदद मिल सकती है। हालांकि गर्भवती होने का प्रयास करते समय इन सभी चीजों का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। डायट में बदलाव करने के साथ लाइफस्टाइल में भी बदलाव करने की सलाह दी जाती है। यदि आपका वजन बहुत कम है तो आपको वजन बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि स्टडीज के अनुसार ओवरवेट महिलाओं को जुड़वां बच्चे होने की संभावना अधिक होती है। ऐसा भी माना जाता है कि छोटी हाइट या एवरेज हाइट की महिलाओं की तुलना में लंबी महिलाओं को भी जुड़वां बच्चे होने की संभावना अधिक है। यदि आप बच्चे को दूध पिलाती हैं और जुड़वां बच्चों के लिए प्लान कर रही हैं तो आपको बच्चे को दूध पिलाना जारी रखना चाहिए। ब्रेस्टफीडिंग से ट्विन्स बच्चे होने की संभावनाएं 9 बार तक बढ़ जाती है। परिवार में किसी और महिला को जुड़वां बच्चे होने से भी इसकी संभावनाएं होती हैं। कई मामलों में कॉकेशियन की तुलना में अफ्रीकन महिलाओं को जुड़वां बच्चे होने की संभावना बहुत ज्यादा होती हैं। वहीं दूसरी ओर हिस्पैनिक या एशियाई महिलाओं में जुड़वां बच्चे होने की संभावना कम होती हैं।
जुड़वां बच्चे होने की संभावना बढ़ाने के अन्य तरीके
यहाँ कुछ मेडिकल तरीके दिए हुए हैं जिनकी मदद से जुड़वां बच्चे कंसीव करने की संभावनाएं बढ़ जाती है। हालांकि इन तरीकों का उपयोग करने से पहले आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें। वे तरीके कौन से हैं आइए जानते हैं;
1. आईवीएफ (इनविट्रो फर्टिलाइजेशन)
आईवीएफ के दौरान लैब में महिला के अंडों को स्पर्म से फर्टिलाइज किया जाता है। एक या एक से अधिक भ्रूण के निर्मित होने के बाद इसे महिला के गर्भाशय में ट्रांसफर कर दिया जाता है और गर्भावस्था के सकारात्मक परिणामों की उम्मीद होती है। हालांकि ऐसा देखा गया है कि दो या दो से अधिक भ्रूण को ट्रांसफर करने से इसके परिणामस्वरूप मल्टीपल प्रेगनेंसी या ट्विन्स होने की संभावना होती है। इसलिए जुड़वां बच्चे होने की संभावना बढ़ाने के लिए आप आईवीएफ ट्रीटमेंट भी ले सकती हैं।
2. फर्टिलिटी की दवाएं
फर्टिलिटी ड्रग ओवरी से रिलीज होनेवाले अंडों की संख्या बढ़ा देता है जिससे गर्भधारण की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। हालांकि यह एक से अधिक अंडे फर्टिलाइज होने की संभावना को भी बढ़ाता है जिसके परिणामस्वरूप जुड़वां बच्चे होते हैं। जुड़वां बच्चों के लिए इस तरीके का उपयोग करने से पहले इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लें और यह भी ध्यान रखें कि आपको अपने मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के अनुसार इन दवाओं का संयमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।
इसमें कोई शक नहीं है कि जुड़वां बच्चे होने की संभावनाएं कई कारणों से प्रभावित होती हैं पर फिर भी आप ऊपर दी हुई सलाह के अनुसार ट्विन्स बच्चे कंसीव करने का प्रयास कर सकती हैं। यदि आप जुड़वां बच्चों से गर्भवती होने के बारे में और ज्यादा जानकारी लेना चाहती हैं तो इस बारे में डॉक्टर से चर्चा जरूर करें।
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।