गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

पहाड़, किसका ? श्याम सिंह बिष्ट

Image SEO Friendly

अमीरों की टोली व जो लोग सक्षम थे अपना परिवार अपने साथ शहर में साथ रख सकें वे लोग अब गांव से पलायन कर चुके थे ।
अब सिर्फ पहाड़ो के गांव गरीब और जिनकी कुछ मजबूरी या जिनका कुछ काम धंधा है वही लोग पहाड़ों में रह गए थे ।
फिर क्यों हमारे पहाड़ों के लोग वक़्त से पीछे रहते, मेरे देखते ही देखते पच्चीस - तीस सालों में पहाड़ों के गांव खाली और पलायन के दर्द को झेल रहे थे ।
अपना परिवार अपने माता-पिता, बीवी-बच्चे, साथ रखने की चाहत किसको नहीं होती ।

और हर कोई माता-पिता चाहता है उसकै बच्चे अच्छा पढा, लिखें एक अच्छी जॉब व एक अच्छा अफसर बनै तभी तो जीने में मजा व आनंद आए ।
जो कि पहाड़ों में रहकर संभव नहीं था । पहाड़ों में रहते तो शायद उनको भी अपने माता-पिता की तरह दिन-भर खेती करनी पड़ती या हल जोतना पड़ता, फिर कोई क्यों इन पहाड़ों में रहे ।
इन पहाड़ों ने वहां के लोगों को दिया ही क्या था वही बेरोजगारी, अशिक्षा, असुविधा, पढ़ने के लिए ढंग का स्कूल नहीं,दिखाने के लिए उचित स्वास्थ्य -व्यवस्था नहीं खेलने के लिए मैदान नहीं,कमाने के लिए कोई काम धंधा नहीं ।
पहाड़ों में रहकर कब तक ठंडी- हवा और ठंडा -पानी पीते कब तक इन हरे- भरे चीड़- देवदार रंग-बिरंगे -फूलों हिमालय कि सफेद बर्फौ,को छूती ऊंची -ऊंची पर्वतमालाऔ, खेत- खलियान को निहारतै, रात में कब तक इन जादुई खुले हुए आसमान के तारों को निहारते , जहां सिर्फ सुकून है और कुछ नहीं ।
आखिरकार इंसान को पेट भरने के लिए दो वक्त की रोजी -रोटी चाहिए होती है, जो कि पहाड़ों में रहकर संभव नहीं था ।
और तो और दुनिया के लोग जहां 21वी शताब्दी में जी रहे थे, और एक वह लोग थे जो अभी भी कीपैड- फोन चला कर काम चला रहे थे । जबकि वक्त आ गया था Android टच - फोन चलाने का, फिर हम लोग क्यों वक्त से पीछे रहते हैं, और कर दिया पहाड़ों के गांव का पलायन ।

आज यही सोच हमारे पड़ोस में रहने वाले जोशी जी, और उनके परिवार की भी थी । वह भी अपना गांव से सब कुछ छोड़कर नजदीकी एक शहर में जाकर बस गए, जहां सारी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध थी ।
दुख इस बात का नहीं था कि वह लोग गांव छोड़कर जा रहे हैं, दुख इस बात का था कि अब पड़ोस में राम -राम,दादी- भुला, काकी -काका, अम्मा -बुबू जी कहने वाला कोई नहीं बचा । धीरे-धीरे सभी लोग गांव छोड़कर जा चुके थे ।।

काश वक्त रहते लोगों की मानसिकता और सोच में फर्क पड़े नहीं तो न जाने कितने बिष्ट, मेहरा, जोशी, शाही, नेगी, रावत, जाने कितने परिवार पहाड़ों से पलायन कर चुके होंगे ।
आज के समय की यही सच्चाई है -पहाड़ों के त्योहार -ठंडा- पानी,ठंडी- हवा, घूमना-फिरना पहाड़ी- गानों में नाचना, हर कोई चाहता है।
पर विडंबना यही है - पहाड़ों में जाना हर कोई चाहता है, पर रहना कोई नहीं चाहता ।।

No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"