गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

गोण्डा- होली का पर्व निकट आते ही शहर से लेकर देहात तक मिलावटी दूध की नदियां बहनी शुरू हो गई

Image SEO Friendly

गोण्डा। होली का पर्व निकट आते ही शहर से लेकर देहात तक दूध की नदियां बहनी शुरू हो गई हैं। दरअसल, मांग बढ़ते ही मिलावटखोरों ने सिंथेटिक दूध का निर्माण व बिक्री शुरू कर दी है। बड़े पैमाने पर नकली खोवा से गुझिया व अन्य मिठाइयां तैयार होने लगी हैं। इससे सेहत पर खतरा मंडरा रहा है। खाद्य विभाग की टीमें भी ऐसी जगह नहीं पहुंच पा रहीं। ऐसे में नागरिकों को खुद सावधान रहने की जरूरत है।
            
मिलावटी दूध तैयार करने के लिए धंधेबाज पहले रिफाइंड, मोबिल ऑयल, तरल जैल आदि में डिटर्जेंट मिलाकर गाड़ा घोल किया जाता है। इसे स्किम्ड मिल्क पाउडर व दूसरे पदार्थों से बनाए सफेद घोल में मिला दिया जाता है। डिटर्जेंट से चिकनाई पानी के उपर नहीं तैरती। इसी दूध से खोवा तैयार होता है। इसमें रसायन, आलू, शकरकंदी आदि का प्रयोग भी किया जाता है। इसी खोवे की गुझिया व अन्य दुग्ध पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से होती है। खाद्य विभाग के अधिकारी पूर्व में खुद ही शहर से सटे इलाकों व गांवों में ऐसी दर्जनों फैक्ट्रियां सीज कर चुके हैं।

ऐसे करें मिलावटी दूध की पहचान 
हालांकि, इस बार टीम मिलावटखोरों तक नहीं पहुंच पा रहीं। कई बार यूरिया के घोल में पाउडर व मोबिल डालकर भी सिंथेटिक दूध तैयार किया जाता है। इसमें थोड़ा असली दूध मिलाकर सोखता कागज डाला जाता है। फिर इसी से नकली मावा व पनीर भी तैयार किया जाता है। मिलावटी दूध को जीभ पर रखने से मुंह का स्वाद कसैला हो जाता है। दूध में हल्दी मिलाने पर लाल रंग छोड़े तो समझिए मिलावट है। खोवा के रूप में सफेद या हल्के पीले रंग का खोवा मिलावटी हो सकता है। उसमें स्टार्च व अरारोट आदि मिला हो तो आयोडीन सेल्यूशन डालने पर काला अथवा गहरा नीला हो जाएगा। असली खोवा रगड़ने पर घी छोड़ता है। सूंघने पर सुगंध आती है। नकली खोवा को रगड़ने के बाद थोड़ी देर में सुगंध गायब हो जाएगी।

किडनी व लिवर हो सकते हैं खराब 
बाल रोग विशेषज्ञ का कहना है कि सिंथेटिक दूध व खोवा से कडनी व लिवर खराब हो सकते हैं। इसके सेवन से सिर दर्द, चक्कर व पेट दर्द की शिकायत, पेट खराब व आंतों में संक्रमण हो सकता है। बच्चों के लिए यह घातक हो सकता है। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि टीमें लगातार दुकानों पर जाकर नमूने ले रही हैं। सिंथेटिक दूध व खोवा से संबंधित शिकायत मिलते ही तुरंत कार्रवाई होगी। 

No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"