आलू विश्व का एकमात्र ऐसा खाद्य पदार्थ है, जिसे शाकाहारी और मांसाहारी हर तरह के व्यंजन में इस्तेमाल किया जा सकता है। खासकर, पश्चिम बंगाल जैसे राज्य में इसका प्रयोग अमूमन हर तरह की सब्जी में किया जाता है। यह सबसे आम सब्जी है, इसलिए लोग इसके गुणों को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन आपको बता दें कि आलू कई सामान्य शारीरिक समस्याओं से लेकर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से रोकथाम कर सकता है। इस लेख में जानिए कि सामान्य-सा आलू आपको किस प्रकार स्वस्थ रखने का काम कर सकता है। उससे पहले हम बात करते हैं आलू के प्रकारों के बारे में।
आलू के प्रकार –
रंग और आकार के आधार पर आलू के कई प्रकार आपको बाजार में दिख जाएंगे, जिनकी चर्चा हम नीचे कर रहे हैं।
- रसेट आलू : आप कहेंगे कि रसेट आलू क्या है? यह आलू का सबसे आम प्रकार है। यह छोटे, मध्यम और बड़े आकार का होता है और इनका रंग भूरा (त्वचा के रंग जैसा) होता है। यह खाने में स्वादिष्ट होता है और अमूमन सब्जी बनाने के लिए सबसे ज्यादा इसी का उपयोग किया जाता है।
- लाल आलू : यह आलू का एक अन्य प्रकार है, जो लाल रंग को होता है। यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है, जिसका इस्तेमाल कर आप सूप और सलाद बनाने के लिए कर सकते हैं। इसके अलावा, आप इन्हें भूनकर भी खा सकते हैं।
- सफेद आलू : यह आलू दिखने में सफदे रंग का होता है और खूबसूरत नजर आता है। खाने में यह भी लाजवाब होता है। आप इसे उबालकर या रोस्ट करके खा सकते हैं।
- पीले आलू : नाम के अनुसार इस आलू का रंग पीला होता है। खासकर, मांसाहारी व्यंजनों में इसका इस्तेमाल ज्यादा होता है। यह उन पकवानों के लिए खास है, जिन्हें ग्रिल या रोस्ट किया जाता है।
- बैंगनी आलू : यह आलू का खास प्रकार है, जो बैंगनी रंग का होता है। आलू का यह प्रकार ग्रिलिंग, बेकिंग और रोस्टिंग के लिए एकदम सही हैं। बैंगनी आलू क्या है, जानने के बाद नीचे जानिए आलू के फायदे के बारे में।
आलू के फायदे –
आलू की गिनती एक स्वादिष्ट और पौष्टिक खाद्य पदार्थ में की जाती है। यह न सिर्फ पेट भरने करने का काम करता है, बल्कि इसमें मौजूद औषधीय गुण शारीरिक तकलीफों को दूर करने का काम भी कर सकते हैं। यह फाइबर और पोटैशियम से भरपूर होता है। कब्ज व मोटापे जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में फाइबर काम करता है और पोटैशियम शरीर में तरल को संतुलित करने का काम करता है। नीचे जानिए कि आलू के गुण किस प्रकार स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
सेहत के लिए आलू के फायदे –
1. हृदय स्वास्थ्य
हृदय स्वास्थ्य के लिए आलू फायदेमंद हो सकता है। यह कोलेस्ट्रॉल से मुक्त होता है इसलिए इसका सेवन हृदय को स्वस्थ रखने के लिए किया जा सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार शरीर में बढ़ता कोलेस्ट्रॉल का स्तर हृदय को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है । इसके अलावा, आलू फाइबर से समृद्ध होता है, जो वजन को नियंत्रित करने का काम करता है । एक रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ता वजन रक्तचाप को बढ़ाने का काम करता है और उच्च रक्तचाप स्ट्रोक का कारण बन सकता है । आलू में पोटैशियम जैसे तत्व भी पाए जाते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने का काम कर सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, पोटैशियम युक्त भोजन का सेवन करने से रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है और रक्तचाप से जुड़े हृदय रोगों के जोखिम से बचा सकता है ।
2. रक्तचाप
रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी आलू अहम भूमिका निभा सकता है। जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि आलू पोटैशियम से समृद्ध होता है और पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने का काम कर सकता है। इसके अलावा, आलू में मौजूद फाइबर रक्तचाप से पीड़ित मरीजों में हाइपरटेंशन के प्रभाव को कम कर सकता है । रक्तचाप का एक कारण कोलेस्ट्रॉल भी है और आलू कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है। इस प्रकार आलू रक्तचाप को नियंत्रित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है । शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित करने में विटामिन-सी की भूमिका भी देखी जा सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, विटामिन-सी युक्त सप्लीमेंट्स एसबीपी और डीबीपी (सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप) को कम करने का काम कर सकते हैं। हालांकि, रक्तचाप पर विटामिन-सी के प्रभाव को बेहतर तरीके से जानने के लिए और शोध की आवश्यकता है ।
3. हड्डी स्वास्थ्य
हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए भी आलू के फायदे देखे जा सकते हैं। आलू मैग्नीशियम से समृद्ध होता है, जिसे हड्डियों के लिए जरूरी पोषक तत्वों में गिना जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, मैग्नीशियम हड्डियों के संरचनात्मक विकास में मदद कर सकता है । आलू में हड्डियों के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्व कैल्शियम भी पाया जाता है। हड्डियों के विकास और मजबूती के लिए कैल्शियम सबसे अहम भूमिका निभाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, शरीर में कैल्शियम की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो सकती है, जिससे हड्डियां कमजोरी और नाजुक हो जाती हैं। इसके अलावा, कैल्शियम की कमी हड्डियों के विकास को रोकने के साथ-साथ फ्रैक्चर का कारण बन सकती हैं। शरीर में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा बनाए रखने के लिए आप आलू को दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस जैसे हड्डी रोग के पीछे एक अहम कारण दुबलापन भी है। दुबलेपन को दूर करने के लिए आलू का सेवन किया जा सकता है, क्योंकि आलू कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट से भी समृद्ध होता है, जो दुबलेपन से आपको मुक्त कर हड्डी स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है ।
4. कैंसर
आपको जानकर हैरानी होगी कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के लिए भी आलू के फायदे देख जा सकते हैं। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि आलू कोलेस्ट्रॉल से मुक्त होता है और एक रिपोर्ट के अनुसार कोलेस्ट्रॉल शरीर में कई प्रकार के कैंसर का कारण बन सकता है । आलू को विटामिन-सी का अहम स्रोत माना गया है, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। इस प्रकार आलू कैंसर के विरुद्ध एक सुरक्षात्मक भूमिका निभा सकता है। वैज्ञानिक रिपोर्ट के अनुसार, विटामिन-सी का उपयोग कैंसर थेरेपी के लिए किया जा सकता है । इसके अलावा, आलू विटामिन, मिनरल्स, फैट, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से समृद्ध होता है, जो कैंसर से लड़ने के लिए शरीर को संपूर्ण पोषण प्रदान करते हैं ।
5. पाचन
आलू के गुण पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए भी देखे जा सकते हैं। जैसा कि हमने पहले बताया कि आलू फाइबर से समृद्ध होता है, जो पेट से जुड़ी समस्याओं पर प्रभावी रूप से काम करता है। फाइबर एक जरूरी पोषक तत्व है, जो पाचन को बढ़ावा देता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने का काम करता है । इसके अलावा, आलू विटामिन-बी समूह के नियासिन (विटामिन बी-3) तत्व से भी समृद्ध होता है। नियासिन पाचन तंत्र को नियंत्रित करने का काम कर सकता है ।
6. किडनी स्टोन
किडनी स्टोन को बाहर निकालने में भी आलू के फायदे देखे जा सकते हैं। आलू पोटैशियम का अच्छा स्रोत है और एक रिपोर्ट के अनुसार पोटैशियम की मदद से पथरी को ठीक किया जा सकता है । इसके अलावा, आलू में मौजूद फाइबर भी किडनी स्टोन को बाहर निकालने में मदद कर सकता है। वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, महिलाओं में मेनोपॉज के बाद फाइबर का सेवन किडनी स्टोन के विरुद्ध सुरक्षात्मक भूमिका अदा कर सकता है ।
7. स्कर्वी
स्कर्वी एक चिकित्सकीय स्थिति है, जो शरीर में विटामिन-सी की कमी के कारण होती है। विटामिन एक जरूरी पोषक तत्व है, जो शरीर में कोलेजन (त्वचा, रक्त धमनियों और कार्टिलेज में पाया जाने वाला एक प्रोटीन) के निर्माण के लिए आवश्यक है। आलू विटामिन-सी से समृद्ध होता है, जो शरीर में विटामिन-सी कमी को पूरा कर स्कर्वी जैसे रोग से बचा सकता है ।
8. डायरिया
डायरिया की स्थिति में भी आलू फायदेमंद हो सकता है। आलू में जिंक जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो डायरिया के रोकथाम में प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, जिंक का ओरल सप्लीमेंट एक्यूट डायरिया (जो तीन से पांच दिनों तक बना सकता है) को रोकने का काम कर सकता है। एक वैज्ञानिक रिसर्च में भी इस बात की पुष्टि की गई है कि एक्यूट डायरिया को रोकने के लिए जिंक ओरल सप्लीमेंट का प्रयोग किया जा सकता है । इसके अलावा, आलू सोडियम और पोटैशियम से भी भूरपूर होता है, जो प्रभावी इलेक्ट्रोलाइट हैं। ये डायरिया के दौरान शरीर में तरल को नियंत्रित करने का काम करते हैं ।
9. करता है सूजन कम
आलू के फायदे यहीं खत्म नहीं होते। सूजन की स्थिति में शरीर को आराम देने के लिए भी आलू का प्रयोग किया जा सकता है। यहां आलू के छिलकों की भूमिका देखी जा सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, आलू और आलू का छिलका एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध होता है, जो सूजन को कम करने का काम कर सकता है ।
10. मस्तिष्क स्वास्थ्य
आलू में अल्फा लिपोइक नामक एसिड मौजूद होता है, जो मस्तिष्क के विकास में योगदान दे सकता है। वैज्ञानिक रिपोर्ट के अनुसार, लिपोइक अल्जाइमर से पीड़ित मरीज में याददाश्त को बढ़ाने का काम कर सकता है । इसके अलावा, आलू विटामिन-सी भी समृद्ध होता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, विटामिन-सी न्यूरोट्रांसमीटर नामक एक खास ब्रेन केमिकल का उत्पादन करने का काम करता है । न्यूरोट्रांसमीटर मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार करने का काम कर सकता है, जैसी मूड व नींद को नियंत्रित करने का काम आदि ।
11. रोग प्रतिरोधक क्षमता
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में भी आलू खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। जैसा कि हमने पहले बताया कि आलू विटामिन-सी से समृद्ध होता है, जिसे कारगर इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में जाना जाता है। विटामिन-सी एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को संचालित करने में एक अहम भूमिका निभाता है। साथ ही शरीर में आयरन जैसे पोषक तत्वों को अवशोषित करने में भी मदद करता है । इसके अलावा, आलू फाइबर से समृद्ध होता है और एक रिपोर्ट के अनुसार फाइबर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा सकता है ।
12. वजन को करता है नियंत्रित
शरीर का वजन नियंत्रित करने में भी आलू अहम भूमिका निभा सकता है। जैसा कि हमने बताया आलू फाइबर से समृद्ध होता है, जो वजन को नियंत्रित करने का काम करता है। फाइबर युक्त फल बिना ज्यादा कैलोरी बढ़ाए पेट को भरा रखने का काम करते हैं। वजन को नियंत्रित करने में विटामिन-सी भी कारगर हो सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, विटामिन सी और बॉडी मास के मध्य विपरीत संबंध है, यानी यह बढ़ते वजन पर काबू पाने में मदद कर सकता है ।
13. कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल रक्त में पाया जाने वाला एक पदार्थ है। यह शरीर में स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है, लेकिन रक्त में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता हृदय रोग और स्ट्रोक का कारण बन सकती है । आलू कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है, यानी इसका सेवन कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की चिंता किए बिना किया जा सकता है ।
14. नींद को बढ़ावा
आलू खाने के फायदे में नींद को बढ़ावा देना भी शामिल है। जैसा कि हमने बताया कि आलू विटामिन-सी से समृद्ध होता है और विटामिन-सी न्यूरोट्रांसमीटर (ब्रेन केमिकल) का उत्पादन करता है । न्यूरोट्रांसमीटर मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार कर मूड और नींद को नियंत्रित करने का काम कर सकता है । इसके अलावा, विटामिन-सी चिंता, तनाव, अवसाद व थकान को दूर करने का काम कर सकता है, जिससे नींद को बढ़ावा मिल सकता है।
15. महावारी के पूर्व लक्षण
प्रीमेन्स्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) कई लक्षणों का एक समूह है, जो किसी भी महिला को पीरियड्स से एक या दो हफ्ते पहले हो सकता है। इसमें पेट में सूजन, सिरदर्द और मूड में बदलाव शामिल हैं । महावारी से पहले नजर आने वाले इन लक्षणों से निजात पाने में आलू आपकी मदद कर सकता है। यह कार्बोहाइड्रेट और फाइबर से समृद्ध होता है और एक रिपोर्ट के अनुसार फाइबर व कार्बोहाइड्रेट महावारी के पूर्व के लक्षणों को कम करने का काम कर सकते हैं ।
त्वचा के लिए आलू के फायदे –
आंतरिक सेहत के साथ-साथ आलू त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद हो सकता है। नीचे जानिए त्वचा के लिए आलू के फायदों के बारे में।
1. झुर्रियों के लिए
बढ़ती उम्र के साथ कई समस्याएं अपने आप ही सामने आ जाती हैं, जिसमें झुर्रियां भी एक है। इन्हें हटाने के लिए आलू आपकी मदद कर सकता है। आलू विटामिन-सी से समृद्ध होता है, जो झुर्रियों को हटाकर एजिंग के प्रभाव को कम कर सकता है । नीचे जानिए झुर्रियों के लिए आप किस प्रकार आलू को प्रयोग में ला सकते हैं :
कैसे करें इस्तेमाल :
- एक आलू लें और उसे छिल लें।
- अब मिक्सर की मदद से उसका पेस्ट बना लें।
- अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर 20 मिनट के लिए लगाएं और बाद में ठंडे पानी से मुंह धो लें।
- यह उपाय आप हफ्ते में तीन से चार बार कर सकते हैं।
2. काले धब्बे
त्वचा पर काले धब्बों के लिए भी आप आलू को इस्तेमाल में ला सकते हैं। आलू विटामिन-सी से भरपूर होता है, जो त्वचा के डार्क स्पॉर्ट को हटाने का काम कर सकता है ।
कैसे करें इस्तेमाल :
- छिलके वाले आलू को ब्लेंडर में ब्लेंड करें।
- पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और हल्के-हल्के हाथों से करीब 5 मिनट तक मालिश करें।
- फिर अपने चेहरे को साफ और ठंडे पानी से धोएं।
- बेहतर परिणाम के लिए आप इसे रोज प्रयोग कर सकते हैं।
3. सनबर्न
सनबर्न जैसी स्थितियों के लिए भी आलू के फायदे देखे जा सकते हैं। जैसा कि हमने बताया कि आलू विटामिन-सी से भरपूर होता है, जो सनबर्न से आराम दिलाने का काम कर सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, विटामिन-सी सूर्य की हानिकारक किरणों से होने वाली एरिथेमा (त्वचा का लाल होना) जैसी समस्या को 52 प्रतिशत तक कम कर सकता है। नीचे जानिए सनबर्न के लिए कैसे करें आलू का प्रयोग –
कैसे करें इस्तेमाल :
- आलू को थोड़ी देर फ्रिज में रखें।
- ठंडा होने पर आलू को काटें और उसकी एक स्लाइस प्रभावित जगह पर 15-20 मिनट के लिए लगाएं।
- आप आलू का ठंडा रस भी सनबर्न से प्रभावित त्वचा पर लगा सकते हैं।
4. डार्क सर्कल और सूजी आंखें
आंखों के नीचे होने वाल डार्क सर्कल को हटाने में आलू आपकी मदद कर सकता है। आलू विटामिन-ई और सी से समृद्ध होता है। ये दोनों कारगर एंटीऑक्टीडेंट की तरह काम करते हैं, जो त्वचा को डार्क सर्कल से निजात दिलाने का काम कर सकते हैं। इसके अलावा, आलू एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भी समृद्ध होता है, जो आंखों की सूजन को कम करने का काम कर सकता है।
कैसे करें इस्तेमाल :
- एक आलू को छीलकर टुकड़ों में काट लें।
- फिर इन टुकड़ों को आंखों के नीचे काले घेरों पर रखें।
- बाद में चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।
- बेहतर परिणाम के लिए आप रोजाना यह उपाय कर सकते हैं।
5. सूखी त्वचा
सूखी त्वचा के लिए आप आलू को प्रयोग में ला सकते हैं। आलू विटामिन-ई से समृद्ध होता है, जो त्वचा को हाइड्रेट करने का काम करता है । नीचे जानिए सूखी त्वचा के लिए कैसे करें आलू का प्रयोग –
कैसे करें इस्तेमाल :
- आधे आलू को कद्दूकस करें और चार चम्मच दही के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं।
- अब पेस्ट को लगभग 20 मिनट के लिए चेहरे पर लगाएं और बाद में हल्के ठंडे पानी से धो लें।
6. चमकती त्वचा के लिए
त्वचा को चमकदार बनाने में आलू के फायदे देखे जा सकते हैं। आलू में विटामिन-सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा को चमकदार बनाने का काम कर सकते हैं । नीचे जानिए त्वचा की चमक के लिए कैसे करें आलू का इस्तेमाल –
कैसे करें इस्तेमाल :
- एक कच्चे आलू को कद्दूकस करें और फेस मास्क की तरह अपने चेहरे पर लगाएं।
- लगभग 30 मिनट बाद चेहरे को ठंडे पानी से धोएं।
- अच्छे परिणाम के लिए आप हफ्ते में चार से पांच बार इस उपाय कर सकते हैं।
7. एक्सफोलिएट
त्वचा से मृत कोशिकाओं को हटाने में भी आलू आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए आप आलू को नीचे दिए तरीके से इस्तेमाल में ला सकते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल :
- एक आलू को कद्दूकस करें और चहरे पर लगाएं।
- लगभग 20 मिनट बाद चेहरे को पानी से धो लें।
- नियमित रूप से किया गया यह उपाय त्वचा से मृत कोशिकाओं को हटाने का काम करेगा।
8. कोलेजन
त्वचा स्वास्थ्य के लिए कोलजन महत्वपूर्ण प्रोटीन है, जिसकी पूर्ति आप आलू के माध्यम से कर सकते हैं। आलू विटामिन-सी से समृद्ध होता है और विटामिन सी कोलेजन को बढ़ाने का काम करता है ।
बालों के लिए आलू के फायदे –
आंतरिक स्वास्थ्य और त्वचा के साथ-साथ आलू बालों के लिए भी फायदेमंद होते हैं। नीचे जानिए बालों के लिए किस प्रकार करें आलू का इस्तेमाल।
1. गिरते बालों के लिए
अगर आप झड़ते बालों से परेशान हैं, तो आलू को प्रयोग में ला सकते हैं। आलू विटामिन-सी से समृद्ध होता है, जो झड़ते बालों की समस्या से निजात दिलाने का काम कर सकता हैं। नीचे जानिए बालों के लिए किस प्रकार करें आलू का प्रयोग।
कैसे करें इस्तेमाल :
- आलू को छीलकर उसका रस निकाल लें।
- फिर 2 बड़े चम्मच आलू के रस को 2 बड़े चम्मच एलोवेरा और 2 बड़े चम्मच शहद के साथ मिलाएं।
- इस मिश्रण को बालों की जड़ों पर लगाएं और अपने स्कैल्प पर हल्के-हल्के हाथों से मालिश करें।
- फिर बालों को शॉवर कैप से ढक लें और कुछ घंटों के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
- अब अंत में बालों को शैंपू से धो लें।
2. सफेद बालों के लिए
असमय सफेद बालों के लिए भी आलू की भूमिका देखी जा सकती। आलू विटामिन बी-12, फोलेट और आयरन से समृद्ध होता है, जो असमय बालों की सफेदी को रोकने का काम कर सकता है। इन सबसे बना सप्लीमेंट भी बालों को मजबूत करने में मदद कर सकता है। नीचे जानिए कि सफेद बालों के लिए किस प्रकार करें आलू का प्रयोग।
कैसे करें इस्तेमाल :
- आलू के छिलकों को पानी के एक पैन में उबाल लें।
- उबलने के बाद पानी को एक गिलास में छान लें।
- बालों को शैंपू करने के बाद आप आलू के पानी से बालों को धो सकते हैं।
आलू का उपयोग –
आलू की खासियत यह है कि इसका इस्तेमाल विभिन्न रूपों में किया जा सकता है। नीचे जानिए आलू की कुछ बेहतरीन रेसिपी, जिसे आप अपने घर में ट्राई कर सकते हैं।
1. रोस्टेड रेनबो पोटेटो
सामग्री :
- चार-पांच मध्यम आकार के आलू
- दो लहसुन की कलियां कुचली हुईं
- चो बड़े चम्मच जैतून का तेल
- एक नींबू का रस
- एक चम्मच बारीक कटा हुआ हरा धनिया
- नमक स्वादानुसार
बनाने की विधि :
- 425 डिग्री फारेनहाइट पर ओवन को प्रीहीट करें।
- एल्यूमिनियम फॉइल का इस्तेमाल कर बेकिंग शीट लगाएं।
- आलू को साफ करें और आधा करके एक कटोरे में रखें।
- इन आलुओं पर नींबू का रस, जैतून का तेल, कुचल हुआ लहसुन व नमक डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- अब आप आलुओं को बेकिंग शीट पर एक-एक कर लगाएं और 15 मिनट के लिए बेक करें।
- 15 मिनट के बाद आलुओं को पलट दें और 10 मिनट के लिए फिर से बेक करें।
- अब बेक किए हुए आलुओं को निकालें, प्लेट में सर्व करें और गार्निशिंग के लिए ऊपर से हरे धनिए का छिड़काव करें।
2. आलू मटर
सामग्री :
- तीन बड़े चम्मच वनस्पति तेल
- दो प्याज कटे हुए
- तीन लहसुन की कलियां बारीक कटी हुईं
- एक चम्मच ताजा अदरक बारीक कटा हुआ
- एक तेज पत्ता
- चार बड़े आलू (साफ, छीले और कटे हुए)
- एक कप ताजे या फ्रोजन मटर
- दो बड़े चम्मच पानी
- आधा चम्मच गरम मसाला
- चुकटी भर हल्दी
- आधा चम्मच धनिया पाउडर
- आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- दो चम्मच हरा धनिया कटा हुआ
- नमक और काली मिर्च स्वादानुसार
बनाने की विधि :
- कड़ाही में तेल गर्म करें और प्याज, लहसुन, अदरक व तेज पत्ता डालें और तीन से पांच मिनट तक चलाएं, जब तक कि प्याज नरम न हो जाएं।
- अब कटे हुए टमाटर को डालें और तीन-चार मिनट के लिए पकाएं।
- अब आलू और मटर डालें और अच्छी तरह चम्मच चलाएं।
- ऊपर से गरम मसाला, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी व धनिया पाउडर डालें और चार से पांच मिनट के लिए अच्छी तरह चम्मच चलाएं। ध्यान रखें कि सामग्री जले नहीं।
- अब दो कप पानी डालें और लगभग 15 मिनट के लिए पकाएं, जब तक कि आलू नरम न हो जाएं।
- स्वाद के लिए नमक और काली मिर्च पाउडर डालें।
- आलू और मटर पक चुके हैं, यह सुनिश्चित करने के बाद कढ़ाई को उतार लें और गार्निशिंग के लिए ऊपर से हरे धनिए का छिड़काव करें।
आलू के शारीरिक फायदे और उपयोग के तरीकों के बाद अब जान लीजिए इसका चयन और स्टोर किस प्रकार किया जाए।
आलू का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?
चयन : सब्जियों की दुकान पर प्लास्टिक की थैलियों में बिकने वाले आलू लेने की जगह आप थोक पर बिकने वाले आलुओं का चयन कर सकते हैं। आप यहां अपनी मर्जी से अच्छे आलुओं को चुन सकते हैं। आलू खरीदते वक्त नीचे बताए जा रहे सुझावों का जरूर पालन करें।
- चिकनी और मुलायम त्वचा वाले आलुओं का चयन करें।
- धब्बेदार, काले दाग व ज्यादा नरम आलुओं से बचें।
- हरे धब्बे वाले आलुओं से बचे।
- अंकुरित आलुओं का चयन न करें।
- अगर आप ज्यादा मात्रा में आलू खरीद रहे हैं, तो यह जरूर सुनिश्चत कर लें कि इसमें कोई आलू सड़ा न हो, क्योंकि इससे दूसरे आलू भी खराब हो सकते हैं।
स्टोर
- आलू को ठीक से स्टोर करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
- आलूओं को 40 डिग्री फारेनहाइट से 45 डिग्री फारेनहाइट के तापमान पर अंधेरे, सूखे और हवादार स्थान पर स्टोर किया जाना चाहिए। कमरे का उच्च तापमान आलुओं की पूरी नमी सोख सकता है।
- आलूओं को सूरज की रोशनी से बचा कर रखें।
- आलूओं को प्याज के साथ न रखें इससे दोनों सब्जियों खराब हो सकती है।
- आलू को पेपर बैग में स्टोर कर सकते हैं।
- नमी से बचाकर कमरे के सामान्य तापमान पर आलुओं को एक-दो हफ्ते तक स्टोर किया जा सकता है।
- आलू के फायदे, नुकसान, चयन और स्टोर के बार में जानने के बाद जानिए आलू के नुकसान।
आलू के नुकसान –
इसमें कोई शक नहीं है कि आलू गुणकारी खाद्य पदार्थ है, लेकिन इसका अधिक सेवन निम्नलिखित समस्याओं का कारण बन सकता है :
- आलू कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है और कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा कैलोरी बढ़ा सकती है, जिससे मोटापे का सामना करना पड़ सकता है ।
- आलू पोटैशियम से भी समृद्ध होता है और अधिक पोटैशियम का सेवन हाइपरकलेमिया (शरीर में उच्च पोटैशियम) का कारण बन सकता है। इससे उल्टी, छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और मतली जैसी समस्याएं हो सकती हैं ।
- आलू का अत्यधिक सेवन टाइप 2 डायबिटीज का कारण भी बन सकता है ।
ये थे शरीर के लिए आलू के सबसे चमत्कारी फायदे। अगर आप लेख में बताई किसी भी शारीरिक समस्या से परेशान हैं, तो आलू को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं। साथ ही ध्यान रहे कि इसका अत्यधिक सेवन बताए गए दुष्प्रभावों का कारण बन सकता है। खासकर, मधुमेह के मरीज डॉक्टरी परामर्श पर ही आलू का सेवन करें।
No comments:
Post a Comment
कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।
अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।