गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

शहद के उपयोग,फायदे और नुकसान

Image SEO Friendly

शहद का मीठा स्वाद तो आप सभी ने चखा ही होगा, लेकिन क्या आप इसके चमत्कारी फायदों के बारे में जानते हैं? शहद को मधु भी कहा जाता है, जो लाजवाब स्वाद के साथ-साथ औषधीय गुणों से परिपूर्ण है। एक गुणकारी आयुर्वेदिक औषधि के रूप में इस स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। इसके जीवाणुरोधी तत्व मानवीय शरीर को शुद्ध करने का काम करते हैं। इस लेख में हम आपको शहद के फायदों और शहद के नुकसानों के बारे में बताने जा रहे हैं, ताकि आप इसके विभिन्न गुणों से परिचित हो सकें। सबसे पहले जानिए शहद के विभिन्न प्रकारों के बारे में।

शहद के प्रकार –
शहद के विभिन्न प्रकार आपको बाजार में मिल जाएंगे, जिन्हें निम्नलिखित रूपों में वर्गीकृति किया जा सकता है।
  • मनुका शहद
  • क्लॉवर शहद
  • लेदर वुड हनी
  • बकवीट हनी
  • अल्फाल्फा हनी
  • रोजमेरी हनी
  • ब्लूबेरी हनी
  • लैवेंडर हनी
  • वाइल्ड फ्लावर हनी आदि

आयुर्वेद में भी शहद के विभिन्न रूपों का उल्लेख किया गया है – माक्षिक, भ्रामर, क्षौद्र, पौतिक, छात्र, आर्ध्य, औद्दालिक और दाल।

शहद के फायदे –
शहद के रोग निवारण गुणों पर निरंतर शोधकार्य चल रहे हैं। यह एक गुणकारी पदार्थ है, जो इंसान के लिए प्राकृतिक उपहार से कम नहीं है। शहद में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनमें ग्लूकोज, विटामिन, अमीनो अल्म, खजिन व शर्करा आदि शामिल हैं। ये तत्व मिलकर शहद को एक औषधीय रूप प्रदान करते हैं।

सेहत के लिए शहद के फायदे – 
शहद एक खाद्य पदार्थ के साथ-साथ असरदार आयुर्वेदिक दवा भी है, जिसका इस्तेमाल कर आप कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं। यहां जानिए शहद के फायदों और शहद खाने के तरीकों के बारे में।

1. वजन घटाने में मददगार
शरीर का बढ़ता वजन एक गंभीर शारीरिक समस्या बनकर सामने आया है, जिसके के लिए लोग कुछ भी उपाय करने के लिए तैयार हो जाते हैं। बढ़ता वजन आपके शरीर को जल्दी थका देता है और शरीर की संरचना भी बिगाड़ देता है। अनियंत्रित खान-पान इसका सबसे बडा़ कारण हैं। यहां हम बता रहे हैं कि वजन घटाने के लिए हनी का इस्तेमाल किस प्रकार करें।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • एक गिलास गरम पानी में आधा नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर रोज़ सुबह उठने के बाद और सोने से पहले लें।
  • इस प्रक्रिया को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। इससे वजन घटने के साथ-साथ पाचन तंत्र भी ठीक होगा।

कैसे है लाभदायक :
शहद में विटामिन-ए और बी पाया जाता है। इसमें फैट नहीं होता, इसलिए यह वजन घटाने में मदद करता है। हनी शरीर की अतिरिक्त चर्बी को खत्म करता है। इसलिए, वजन घटाने के लिए आप शहद का प्रयोग कर सकते हैं (1)।

2 . सर्दी और जुकाम में फायदेमंद
यह माना गया है कि सर्दी-जुकाम की आधुनिक दवाइयों से ज्यादा कारगर शहद होता है। आगे जानिए सर्दी-जुकाम को कम करने के लिए किस प्रकार करें हनी का इस्तेमाल।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • सर्दी-जुकाम होने पर आप सुबह उठने के बाद और रात सोने से पहले शहद ले सकते हैं।
  • आप या तो दो चम्मच शहद का ऐसे ही सेवन कर सकते हैं या फिर एक गिलास गर्म में मिलाकर ले सकते हैं।
  • ध्यान रहे सर्दी-जुकाम की स्थिति में 1 साल से कम उम्र के बच्चों को इसका सेवन न कराएं ।

कैसे है लाभदायक :
हनी में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो गले के संक्रमण को दूर कर देते हैं। गले की खराश और तेज खांसी से होने वाले दर्द के लिए भी हनी काफी फायदेमंद है। खासकर बच्चों के लिए यह एक प्राकृतिक इलाज है ।

3. मधुमेह के दौरान शहद
क्या मधुमेह के मरीजों के लिए शहद फायदेमंद है? यह सवाल आपको थोडे़ समय के लिए भ्रमित कर सकता है, लेकिन हम आपको बता दें कि डायबिटीज के मरीज इसका सेवन कर सकते हैं। मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए आप कई प्रकार से शहद का सेवन कर सकते हैं।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • एक चम्मच शहद के साथ तीन चम्मच तुलसी, नीम और हल्दी पाउडर को अच्छी तरह मिला लें।
  • रोज सुबह एक चम्मच खाली पेट लें।
  • इस प्रक्रिया को एक महीने तक दोहराएं।
  • इसके अलावा आप आधा चम्मच शहद एक चम्मच दही के साथ ले सकते हैं।

कैसे है लाभदायक :
हनी में काफी मात्रा में माइक्रो न्यूट्रिएंट पाए जाते है, जो मधुमेह के पीड़ित लोगों के लिए काफी फायदेमंद माने गए हैं। नियमित रूप से इसका सेवन हाइपरग्लेसेमिया (उच्च रक्त शर्करा) को कम कर देता है। हाइपरग्लेसेमिया वो स्थिति होती है, जिसमें शरीर इंसुलिन बनाना बंद कर देता है। इस स्थित में शरीर में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है।

4. कटने, जलने और घाव के लिए शहद
कटने, जलने या घाव के लिए शहद का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। नीचे जानिए, धाव व चोट के लिए शहद के इस्तेमाल करने का तरीका।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • सबसे पहले चोट या घाव की जगह को साफ पानी से धो लें और कपड़े से अच्छी तरह पोंछ लें।
  • अब शहद को घाव पर अच्छी तरह लगाएं और पट्टी बांध लें।
  • शहद का प्रयोग उतना करें, जिससे कि घाव या चोट सही से ढक जाए।
  • पांच-छह घंटे बाद शहद लगाने की प्रक्रिया फिर से दोहराएं। अगर चोट गंभीर है, तो आप डॉक्टर के पास जरूर जाएं।

कैसे है लाभदायक :
यह प्राकृतिक पदार्थ घाव और चोट को भरने के लिए एक प्रभावशाली औषधि के रूप में कार्य करता है। शहद का इस्तेमाल शरीर के किसी भाग के जल (बर्न्स) जाने पर भी किया जाता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और हिलिंग तत्व संक्रमण को रोकने का काम करते हैं ।

5. उच्च रक्तचाप के दौरान शहद
उच्च रक्तचाप एक गंभीर समस्या है, जिसमें धमनियां प्रभावित होती है और रक्त दबाव बढ़ जाता है। जानिए, इस अवस्था में शहद का किस तरीके से करें सेवन।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • उच्च रक्तचाप की स्थित में अजवाइन के पत्तों का रस और शहद को समान मात्रा (करीब 226 ग्राम) में मिलाकर दिनभर में तीन बार लें ।
  • यह प्रक्रिया आप एक हफ्ते तक दोहराएं।

कैसे है लाभदायक :
अजवाइन के पत्ते उच्च रक्तचाप के लिए प्रभावी है, क्योंकि यह जिगर (लिवर) को ठीक करने का काम करते हैं। अजवाइन के पत्तों का रस शहद में मिलाकर लेने से उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

6. कोलेस्ट्रॉल को करता है कम
कोलेस्ट्रॉल एक वसा जैसा पदार्थ है, जो शरीर की सभी कोशिकाओं में पाया जाता है। यह शरीर में हार्मोंस को विकसित करने और कोशिकाओं को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा शरीर के लिए घातक साबित हो सकती है। कोलेस्ट्रॉल के बढ़ जाने के कारण खून गाढ़ा हो जाता है और हार्ट अटैक व अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है । यहां हम बता रहे हैं कि कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए किस प्रकार करें शहद का इस्तेमाल।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • आप ग्राइंडर की मदद से एक प्याज का रस निकाल लें और उसमें शहद (आवश्यकता अनुसार) घोल लें। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए इस मिश्रण को रोज सुबह-शाम लें।
  • आप प्याज की जगह दालचीनी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। दालचीनी पाउडर (तीन चम्मच) को गर्म पानी (एक गिलास) के साथ शहद (तीन चम्मच) मिलाकर पीने से बढ़ते कोलेस्ट्रॉल पर काबू पाया जा सकता है।
  • यह प्रक्रिया आप 15 दिनों तक दोहराएं।

कैसे है लाभकारी :
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के लिए शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है। हनी में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नहीं होती और इसका दैनिक सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काफी कम कर देता है। शहद में पोटेशियम और सोडियम जैसे महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए लाभदायक होते हैं ।

7. शरीर को मिलती है एनर्जी
प्राकृतिक शहद विभिन्न रोगों से मुक्ति दिलाने के साथ-साथ शरीर में ऊर्जा को भी बढ़ाता है। जानिए, अत्यधिक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए किस प्रकार करें शहद का सेवन।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • आप दो चम्मच हनी सुबह और रात सोने से पहले ले सकते हैं।
  • या फिर आप एक चम्मच शहद तीन चम्मच दही के साथ भी ले सकते हैं।

कैसे है लाभकारी :
शहद का इस प्रकार सेवन आपके शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने का काम करेगा । शहद विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है, जो शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं। शारीरिक कमजोरी दूर भगाने के लिए आप शहद का सेवन उपरोक्त तरीकों से करें।

8. हड्डियों को करता है मजबूत
हनी का इस्तेमाल आंतरिक और बाहरी दोनों रूपों में किया जा सकता है। औषधीय गुणों से परिपूर्ण शहद महिलाओं को होने वाली हड्डियों की समस्याओं में खासकर कारगर है।
  • आप दो चम्मच हनी सुबह और रात में सोने से पहले ले सकते हैं।
  • या फिर आप हनी (दो चम्मच) एक गिलास गर्म पानी के साथ ले सकते हैं।
  • शहद (एक चम्मच) को आप दूध (एक गिलास) के साथ भी ले सकते हैं। दूध में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों के लिए जरूरी है। आप रात को सोने से पहले यह मिश्रण ले सकते हैं।

ट्यूलैंग शहद को रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं को होनी वाली ऑस्टियोपोरोसिस तकलीफ का उपचार करने में कारगर माना गया है। शहद में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व हड्डियों के लिए काफी लाभदायक होते हैं (10)। ऑस्टियोपोरोसिस ऐसी स्थिति होती है, जिसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।

9. बढ़ाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता
रोग प्रतिरोधक क्षमता सुधारने और उसे बढ़ाने के लिए शहद का सेवन किया जा सकता है। जानिए, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए शहद का सेवन कैसे करें ?

कैसे करें इस्तेमाल :
एक कप गर्म पानी में एक चम्मच हनी और आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर सुबह खाली पेट पिएं।

कैसे है लाभदायक :
हनी के एंटीऑक्सीडेंट और जीवाणुरोधी गुण पाचन तंत्र में सुधार करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट का एक बड़ा स्रोत है, जो शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने में मदद करता है ।

10. हृदय संबंधी रोग
हृदय संबंधी रोगों के उपचार में भी शहद कारगर है। इसका नियमित सेवन हृदय को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • एक बड़ा चम्मच शहद रोज सुबह एक गिलास गर्म पानी के साथ।
  • या एक चम्मच शहद रोज सुबह और रात को सोने से पहले।

कैसे है लाभदायक :
शहद फेनोलिक यौगिक घटकों से समृद्ध होता है, जो प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। शहद में मौजूद फेनोलिक घटकों की कड़ी में क्वार्सेटिन, कैफीक एसिड फेनेथिल एस्टर, एसीसेटिन, कैम्फेरोल व गैलांगिन आदि शामिल होते हैं, जो हृदयवाहिका रोगों के इलाज में फायदा पहुंचाते हैं ।

11. नाखून बनते हैं खूबसूरत
शहद का इस्तेमाल शारीरिक सौंदर्यता बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। इस तथ्य से बहुत कम लोग अंजान होंगे कि हनी नाखूनों को मजबूत और खूबसूरत बनाता है।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • पहले आप दूध (कप का एक चौथाई ) और जैतून (एक चम्मच) के तेल को हल्का गरम करे लें।
  • फिर उसमें शहद (एक चम्मच) और नींबू का रस (एक चम्मच) अच्छी तरह मिला लें।
  • इस मिश्रण में अपने हाथ को 30 सेकंड तक डुबोकर रखें।
  • फिर अंगुलियों को बाहर निकालकर धीरे-धीरे नाखूनों की मसाज करें।
  • लगभग 5 मिनट तक मसाज के बाद किसी हैंड मॉइश्चराइजर से हाथ धो लें।

कैसे है लाभदायक :
शहद एक कारगर मॉइश्चराइजर की तरह काम करता है। इसमें हीलिंग व न्यूट्रिएंट के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो जीवाणुओं से लड़ने मदद करते हैं। शहद में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंजाइम बालों, चेहरे और नाखूनों की खूबसूरती बढ़ाने का काम करते हैं ।

12. अस्थमा के लिए उपयोगी
खांसी व बुखार जैसी शारीरिक तकलीफों के लिए शहद का उपयोग व्यापक तौर पर किया जाता है। यहां, जानिए शहद किस आपको अस्थमा के मरीजों के लिए उपयोगी है।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • दो चम्मच सोने से पहले या फिर दो चम्मच एक गिलास हल्के गर्म पानी के साथ। यह प्रक्रिया दिन में दो बार दोहराएं।
  • आप इसमें चम्मच का एक चौथाई नींबू का रस या दालचीनी का पाउडर भी मिला सकते हैं।

कैसे है लाभदायक :
खांसी, बुखार, संक्रमण के अलावा शहद अस्थमा के लिए भी काफी कारगर माना गया है। हनी के एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इम्यूनो मॉड्यूलेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण शरीर में अस्थमा के प्रभाव को काफी कम कर देते हैं ।

13. ओरल हेल्‍थ के लिए फायदेमंद
अनियंत्रित खान-पान और शरीर में पोषण के अभाव का नकारात्मक प्रभाव दांतों पर भी देखा गया है। कैल्शियम और अन्य जरूरी न्यूट्रिएंट की कमी के कारण दांतों के टूटने और कमजोर होने जैसी समस्या खड़ी हो जाती है। इस स्थिति में शहद आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
  • गर्म पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर गरारे करें।
  • नींबू और शहद की कुछ मात्रा को मसूड़ों पर लगाएं और फिर हल्के गर्म पानी से कुल्ला कर लें।
  • मसूड़ों के बैक्टीरिया से छुटकारा पाने के लिए कुछ दिनों तक इसका पालन करें।

कैसे है लाभदायक :
दांतों से संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है। शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो ओरल बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करते हैं ।

14. कैंसर के लिए
शहद का इस्तेमाल आम शारीरिक समस्याओं से लेकर गंभीर बीमारियों के लिए भी किया जाता है। माना गया है कि हनी में मौजूद घटक कैंसर का इलाज करने में कारगर हैं।

कैसे करें इस्तेमाल :
कैंसर के मरीजों को रॉ हनी की जगह ‘हीट ट्रीटेट हनी’ लेना चाहिए । इस विषय में आप डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।

कैसे है लाभदायक :
शहद में पाए जाने वाले फेनोलिक यौगिकों में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर के कई प्रकारों को रोकने में काफी मदद करते हैं। शहद में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व भी मौजूद होते हैं, जो इसे कैंसर रोकने का सबसे खास खाद्य पदार्थ बनाते हैं। शहद प्रतिरक्षा प्रणाली को भी संशोधित करता है, जिससे कैंसर के उपचार में मदद मिलती है ।

त्वचा के लिए शहद के फायदे – 
शारीरिक बीमारियों के उपचार के अलावा शहद के और भी कई फायदे हैं। इसका इस्तेमाल त्वचा की खूबसूरती बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। कील-मुंहासे, धाग-धब्बे, फटे होंठ चेहरे की खूबसूरती को काफी ज्यादा प्रभावित करते हैं।

1. कील-मुंहासे
आजकल हर कोई अपनी त्वचा की देखभाल को लेकर चिंतित रहता है। सभी चाहते हैं कि उनकी खूबसूरत दिखे, लेकिन चेहरे के कील-मुंहासे और दाग-धब्बे चहरे की सौंदर्यता को बिगाड़ देते हैं। युवावस्था के दौरान यह समस्या आम है। ऐसे में शहद आपकी काफी मदद कर सकता है।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • आप हनी का इस्तेमाल एक फेसपैक की तरह कर सकते हैंं।
  • हनी फेसपैक के लिए आपको हनी की एक पतली परत चेहरे से लेकर गर्दन तक लगानी होगी।
  • 30 मिनट तक शहद को चेहरे पर लगे रहने दें।
  • उसके बाद साफ पानी से मुंह धो लें।

कैसे है लाभदायक :
शहद त्वचा छिद्रों से अशुद्धियों को बाहर निकालता है और एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक की तरह काम भी करता है। इससे चेहरे पर कील-मुंहासे होना बंद हो जाते हैं ।

2. चेहरे की चमक
शहद में एंटीसेप्टिक और मॉइश्चराइज गुण होते हैं, जो चेहरे से कील-मुंहासे और दाग-धब्बे हटाने का काम करते हैं। शहद का इस्तेमाल कर आप अपने चेहरे की चमक भी बढ़ा सकते हैं।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • हनी का इस्तेमाल आप ‘स्किन लाइटनिंग मास्क’ के रूप में कर सकते हैं।
  • मास्क बनाने के लिए आप एक चम्मच शहद के साथ एक चम्मच नींबू का रस, एक चम्मच दूध व आधा चम्मच बादाम का तेल अच्छी तरह मिला लें।
  • मिश्रण को अच्छी तरह चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट के लिए इसी अवस्था में छोड़ दें।
  • 15 मिनट के बाद साफ ठंडे पानी से चेहरे को धो लें।

कैसे है लाभदायक :
इस प्रकार शहद का इस्तेमाल आपके चेहरे को मुलायम और चमकदार बनाने का काम करेगा। शहद में मौजूद एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण कील-मुहांसे और दाग-धब्बों को हटाने का काम करेंगे। एक दमकते चहेरे के लिए आप हनी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

3. झुर्रियों के लिए लाभदायक
झुर्रियां चेहरे से जुड़ी एक आम समस्या है, जो उम्र बढ़ने के साथ-साथ नजर आने लगती हैं। आधुनिक दवाइयों से अलग इस समस्या का इलाज घरेलू नुस्खों की मदद से किया जा सकता है।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • आप शहद का इस्तेमाल एंटी एजिंग मास्क के रूप में कर सकते हैं।
  • मास्क बनाने के लिए आप पहले एक चम्मच शहद के साथ आवश्यकतानुसार पपीता (ग्रांइड किया हुआ), दूध या दही मिला लें।
  • चेहरे पर मिश्रण लगाएं और 30 मिनट तक के लिए छोड़ दें।
  • 30 मिनट के बाद ठंडे पानी से मुंह धो लें।

कैसे है लाभदायक :
शहद एक प्राकृतिक आर्द्रक है, जो त्वचा के शीर्ष परतों को मॉइश्चराइज करता है। यह प्रक्रिया चेहरे की झुर्रियों को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। इसके अलावा, शहद के एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को जवां बनाए रखते हैं ।

4. रूखी त्वचा
कील-मुंहासों के साथ-साथ रूखी त्वचा भी चेहरे की खूबसूरती को काफी हद तक प्रभावित करती है। शहद का इस्तेमाल आप रूखी और बेजान त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाने के लिए कर सकते हैं।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • एक बड़े चम्मच शहद में बराबर मात्रा में दही मिलाएं।
  • फिर इस मिश्रण को चेहरे और गले पर अच्छी तरह लगाएं।
  • 15 मिनट के बाद चेहरे को हल्के गर्म पानी से धो लें।

कैसे है लाभदायक :
शहद और दही में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो रूखी त्वचा के लिए काफी लाभदायक हैं। ये दोनों मिलकर रूखी और बेजान त्वचा को मुलायक और चमकदार बनाने का करते हैं। दमकता हुआ चेहरा पाने के लिए आप इस घरेलू उपाय को अपना सकते हैं।

5. फटे होंठ का इलाज
शहद फटे होंठों के इलाज का एक कारगर घरेलू नुस्खा है।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • रात को सोने से पहले शहद की कुछ मात्रा अपने फटे होंठों पर अच्छी तरह लगा लें।
  • पूरी रात भर शहद को होंठों पर लगा रहने दें।
  • सुबह ठंडे पानी से मुंह धो लें।

कैसे है लाभदायक :
इस प्रक्रिया से शहद होठों में अच्छी तरह समा जाता है और होंठो को मुलायक बनाता है। हनी के गुणकारी तत्व फटे होंठों की समस्या से निजात दिलाने में मदद कर सकते हैं ।

6. चेहरे की सफाई
त्वचा के लिए शहद कई रूपों में फायदा पहुंचाता है। आप इसका इस्तेमाल चेहरे की सफाई के लिए भी कर सकते हैं। यह एक कारगर फेसवॉश है।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • एक चम्मच शहद में कुछ बूंदे पानी की मिला लें।
  • फिर धीरे-धीरे अपनी अंगुलियों की मदद से चेहरे और गले पर लगाएं।
  • 5 मिनट अच्छी तरह मसाज करने करने के बाद हल्के गर्म पानी से मुंह धो लें।

कैसे है लाभदायक :
इस प्रकार हनी का इस्तेमाल चेहरे से गंदगी हटाने के लिए कर सकते हैं। हनी के एंटीबैक्टीरियल गुण चेहरे के लिए काफी फायदेमंद हैं ।

बालों के लिए शहद के फायदे – 
शरीर की खूबसूरती बालों के बिना अधूरी है। खासकर महिलाओं की इच्छा होती है कि उनके बाल घने, मजबूत और खूबसूरत दिखें, लेकिन आधुनिक जीवनशैली के कारण बालों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है, जैसे – रूसी, बाल टूटना, दोमुंहे बाल व रूखापन आदि। अगर आप इनमें से किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं तो शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं। हनी त्वचा के साथ-साथ बालों की कई समस्याओं को दूर करने का कारगर घरेलू नुस्खा है। जानिए, बालों के लिए हनी किस प्रकार फायदेमंद है ।

1. बढ़ाता है बालों को
सही पोषण की कमी और प्रदूषण के कारण बालों के टूटने की समस्या आम है। बाल झड़ने की समस्या महिला और पुरुष दोनों में पाई गई है। अगर आप इस समस्या जूझ रहे हैं, तो इससे निजात पाने के लिए आप शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • स्वस्थ बालों के लिए आप हनी का इस्तेमाल जैतून के तेल के साथ कर सकते हैं।
  • इसके लिए आप जैतून के तेल (आवश्यकता) को गर्म कर लें।
  • फिर उसमें दो चम्मच शहद मिला लें। आप चाहें तो इसमें अंडे का सफेदी (एग व्हाइट) भाग भी मिला सकते हैं।
  • फिर इस मिश्रण को गीले बालों में अच्छी तरह लगाएं।
  • 15 मिनट के बाद शैंपू से बालों को धो लें।

कैसे है लाभदायक :
शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण बालों को टूटने से रोकते हैं और बालों को स्वस्थ रखते हैं। हनी में जीवाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, जो स्कैल्प में होने वाले किसी भी प्रकार के संक्रमण को फैलने से रोकते हैं।

2. डैंड्रफ की समस्या से छुटकारा
बाल झड़ने के साथ-साथ डैंड्रफ की समस्या भी बालों को काफी ज्यादा प्रभावित करती है। दरअसल स्कैल्प से मृत कोशिकाओं का निकलना ही डैंड्रफ है, जो बालों की अस्वस्थ स्थिति को दर्शाता है।

कैसे करें इस्तेमाल :
डैंड्रफ की समस्या से निजात पाने के लिए आप शहद (आवश्यकतानुसार) को पानी की कुछ मात्रा के साथ स्कैल्प पर लगा सकते हैं।
  • शहद लगाकर बालों को 3 घंटे के लिए छोड़ दें।
  • तीन घंटे बाद बालों को अच्छी तरह धो लें।
  • हफ्ते भर में यह प्रक्रिया एक बार करें।

कैसे है लाभदायक :
शहद में एंटीवायरल, एंटीफंगल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो आपको डैंड्रफ जैसी समस्या से निजात दिला सकते हैं।

3. स्कैल्प को करता है साफ
स्कैल्प की सफाई और उसे स्वस्थ रखने के लिए भी शहद काफी मदद करता है।

कैसे करें इस्तेमाल :
  • स्कैल्प की सफाई के लिए आप एक चम्मच शहद में तीन चम्मच साफ पानी मिलाकर अच्छी तरह सिर की मसाज करें, ताकि शहद आपके स्कैल्प में अच्छी तरह समा जाए।
  • फिर कंडीशनर या शैंपू से बालों को धो लें।
  • हफ्ते भर में दो बार यह प्रक्रिया दोहराएं।

कैसे है लाभदायक :
शहद एक कारगर प्राकृतिक कंडीशनर और मॉइश्चराइजर है। इसमें मौजूद विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण स्कैल्प को साफ रख बालों की देखभाल करते हैं।

शहद के नुकसान – 
किसी भी चीज के सकारात्मक पक्ष के साथ नकारात्मक पक्ष भी जरूर होते हैं। विभिन्न फायदों के साथ शहद के कई नुकसान भी हैं। नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से जानिए, शहद के नुकसानों के बारे में।

1. एलर्जी
शहद के सीधे सेवन से आपको एलर्जी की समस्या भी हो सकती है। जिन्हें पोलेन (एक पाउडर जैसा पदार्थ, जो आमतौर पर पीला होता है) से एलर्जी है, वो शहद का सेवन न करें। साथ ही भोजन में शहद की अधिकता शहद से संबंधित एलर्जी को बढ़ा सकती हैं। शहद के नुकसानों में तीव्रग्राहिता का नाम भी आता है, जो एक प्रकार का घातक एलर्जिक रिएक्शन है ।

2. पेट में दर्द
शहद के नुकसानों में पेट दर्द भी शामिल है। शहद का अत्यधिक सेवन से पेट दर्द की समस्या खड़ी हो सकती है। चूंकि, इसमें फ्रक्टोज की मात्रा पाई जाती है, इसलिए शहद छोटी आंतों की पोषक तत्व अवशोषण क्षमता को बाधित कर सकता है ।

3. भोजन विषाक्तता
शहद के नुकसानों के अंतर्गत फूड प्वाइजनिंग भी आ सकता है। शहद के अत्यधिक व सीधे सेवन से बोटुलिज़्म प्वाइजनिंग हो सकती है। यह समस्या ज्यादातर बच्चों में पाई जाती है।

4. ब्लड शुगर
शहद में सुक्रोज के साथ-साथ ग्लूकोज की भी मात्रा होती है, इसलिए इसका अत्यधिक सेवन आपके ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। इसलिए, अगर आप मधुमेह के मरीज हैं, तो शहद का सेवन डॉक्टर की सलाह पर करें ।

शहद औषधि गुणों से भरपूर एक प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल आप विभिन्न तरीकों से कर सकते हैं। आम शारीरिक समस्याओं से लेकर गंभीर बीमारियों का इलाज शहद के माध्यम से किया जा सकता है, लेकिन ध्यान रहे कि इसका उचित सेवन और इस्तेमाल ही आपको फायदा पहुंचाएगा। अगर आप किसी गंभीर समस्या से ग्रसित हैं, तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर ले लें। 

No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"