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खसखस के उपयोग,फायदे और नुकसान

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भारतीय व्यंजनों में कई प्रकार के गुणकारी खाद्य पदार्थ शामिल हैं। ये न सिर्फ पेट भरने का काम करते हैं, बल्कि इनका प्रयोग चिकित्सीय समस्याओं के इलाज में भी किया जाता है। खसखस भी ऐसा ही खाद्य पदार्थ है, जो पकवानों का जायका बढ़ाने के अलावा अपने औषधीय गुणों के लिए भी लोकप्रिय है। इस लेख में हम आपको शारीरिक बीमारियों के लिए खसखस के फायदों से लेकर इसके इस्तेमाल के विभिन्न तरीकों के बारे में बता रहे हैं, लेकिन उससे पहले खसखस के बारे में कुछ और खास बातें जान लेते हैं।

खसखस क्या है – 
खसखस एक प्रकार का तिलहन है, जिसे अंग्रेजी में पॉपी सिड्स, बंगाली में पोस्तो, तेलुगु में गसागसालु (gasagasalu) आदि नाम से जाना जाता है। इन बीजों को पॉपी नाम के पौधे से प्राप्त किया जाता है। खसखस का वैज्ञानिक नाम पेपेवर सोम्निफेरम है। यह विशेष रूप से मध्य यूरोपीय देशों में उगाया जाता है। इसका इस्तेमाल कई प्रकार से क्षेत्रीय व्यंजनों के निर्माण में किया जाता है। इसके अलावा, इसके बीजों से तेल भी निकाला जाता है। खसखस क्या है यह जानने के बाद नीचे जानिए इसके विभिन्न प्रकारों के बारे में 

खसखस के प्रकार – 
खसखस के विषय में जानने के बाद आगे जानिए खसखस के प्रकारों के बारे में :

नीले खसखस – इसे यूरोपीय खसखस भी कहा जाता है, क्योंकि ये ज्यादातर ब्रेड और कन्फेक्शनरी (स्वीट एंड चॉकलेट) में देखे जाते हैं।

सफेद खसखस – इसे भारतीय या एशियाई खसखस भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल अधिकतर व्यंजनों में किया जाता है।

ओरिएंटल खसखस – इसे ओपियम पॉपी भी कहा जाता है, जिससे अफीम पैदा की जाती है।

खसखस के फायदे – 
शरीर के लिए खसखस के बहुत फायदे हैं। इसका इस्तेमाल कब्ज जैसी समस्या से लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारियों के इलाज के लिए किया जा सकता है। छोटे-छोटे बीजों वाला यह खाद्य पदार्थ कैलोरी, प्रोटीन, फैट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम व फोलेट जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है । इसका इस्तेमाल आंतरिक स्वास्थ्य से लेकर त्वचा और बालों के लिए भी किया जा सकता है। नीचे जानिए खसखस के शारीरिक फायदों के बारे में :

सेहत के लिए खसखस के फायदे – 
पेट संबंधी परेशानियों के लिए खसखस का उपयोग किया जा सकता है। यह खाद्य पदार्थ फाइबर जैसे खास पोषक तत्व से समृद्ध होता है, जो पेट से जुड़ी परेशानियों जैसे कब्ज व गैस आदि से छुटकारा दिलाने का काम करता है। इसके अलावा, फाइबर कोलन कैंसर से भी रोकथाम करने का काम कर सकता है। नियमित रूप से किया गया इसका सेवन पेट स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेगा।

2. मुंह के छाले
मुंह में छाले किसी भी व्यक्ति को परेशान कर सकते हैं। ये छाले कष्टदायक होते हैं, जो जीभ व होंठ आदि को निशाना बनाते हैं। इससे प्रभावित व्यक्ति को खाने, दांत साफ करने में और बात करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। खसखस एंटीबैक्टीरियल गुणों से समृद्ध होता है , इसलिए यह मुंह के छालों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। हालांकि, मुंह के छालों पर खसखस के बेहतर प्रभाव पर अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।

3. नींद में सुधार
नींद की समस्या से परेशान लोग खसखस का इस्तेमाल कर सकते हैं। खसखस के अफीम प्रकार में एल्कलॉइड मौजूद होता है। एक शोध के अनुसार, एल्कलॉइड में दर्द निवारक और नींद को बढ़ावा देने वाला तत्व नारकोटिक पाया जाता है ।

4. महिला की प्रजनन क्षमता में सुधार 
खसखस के लाभ यहीं समाप्त नहीं होते, इसके प्रयोग से महिला की प्रजनन क्षमता में सुधार हो सकता है।  नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया में शोधकर्ताओं के अनुसार पॉपी सिड्स के तेल से फैलोपियन ट्यूब को फ्लश करने से फर्टिलिटी में मदद मिल सकती है । फैलोपियन ट्यूब वो मार्ग होता है, जिससे अंडे अंडाशय से गर्भाशय तक जाते हैं।

5. हड्डी स्वास्थ्य 
हड्डियों के लिए भी पॉपी सिड्स के फायदे बहुत हैं। खसखस कैल्शियम, जिंक और कॉपर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये दोनों तत्व हड्डियों को मजबूत करने और इनके विकास में मदद करते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, कैल्शियम सप्लीमेंट के साथ कॉपर और जिंक मिलकर रीढ़ की हड्डी के नुकसान को रोकने में प्रभावी भूमिका अदा कर सकते हैं ।

हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कैल्शियम और फास्फोरस दोनों की सही मात्रा की आवश्यकता होती है। खसखस फास्फोरस से समृद्ध होता है, जो कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डियों को लाभ पहुंचाता है ।

6. मस्तिष्क स्वास्थ्य 
मस्तिष्क के विकास के लिए भी खसखस के फायदे बहुत हैं। यह कैल्शियम, आयरन व कॉपर जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है , जो दिमागी क्षमता बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम न्यूरोनल फंक्शन को संतुलित करने के साथ-साथ याददाश्त को भी बढ़ाने का काम करता है। मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए आप खसखस को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।

7. बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
खसखस में मौजूद जिंक और आयरन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने का काम कर सकते हैं। आयरन शरीर में ऑक्सीजन ले जाने और प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने में मदद करता है। वहीं, जिंक नई कोशिकाओं की वृद्धि और विकास  में भूमिका निभाता है ।

8. हृदय स्वास्थ्य
खसखस डाइटरी फाईबर से भरपूर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर हृदय को हानि होने से बचाता है। एक अध्ययन के अनुसार, खाद्य पदार्थों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा खसखस तेल (Poppy Seed Oil) के साथ कम की जा सकती है । इससे यह साबित होता है कि पॉपी तेल को आहार में शामिल कर हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है। इसके अलावा, खसखस में मौजूद ओमेगा -6 फैटी एसिड भी हृदय रोग से बचाव कर सकता हैं।

9. बढ़ती है ऊर्जा
शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने के लिए खसखस आपकी मदद कर सकता है। यह खाद्य पदार्थ कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जिसे आहार में ऊर्जा का जरूरी स्रोत माना जाता है । शरीर में ऊर्जा की पूर्ति और ऊर्जा के संतुलन के लिए आप खसखस का सेवन कर सकते हैं।

10. दृष्टि में सुधार
खसखस जिंक का अच्छा स्रोत है। एक अध्ययन के अनुसार उम्र बढ़ने के साथ-साथ होने वाले मैक्यूलर डीजेनेरेशन (नेत्र रोग) के जोखिम को जिंक कम कर सकता है। इसके अलावा, खसखस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं ।

11. पथरी का इलाज 
किडनी स्टोन से पीड़ित मरीजों के लिए खसखस प्रभावी विकल्प हो सकता है। यह पोटैशियम से समृद्ध होता है, इसलिए यह पथरी का इलाज करने में सहायक हो सकता है। इसके अलावा, खसखस में कैल्शियम भी पाया जाता है, जो किडनी स्टोन की समस्या से आपको निजात दिला सकता है  ।

12. कब्ज
कब्ज जैसी पेट संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए भी खसखस का सेवन किया जा सकता है। खसखस फाइबर से समृद्ध होता और फाइबर पाचन तंत्र के लिए सबसे सहायक पोषक तत्व माना जाता है। फाइबर स्टूल को मुलायम बना मल त्याग में मदद करता है ।

13. दर्द निवारक
दर्द से राहत पाने के लिए भी खसखस का उपयोग किया जा सकता है। खसखस नर्वस सिस्टम से आने वाले पेन सिग्नल्स (Pain Signals) को प्रभावित कर दर्द से निजात दिलाने में मदद करता है ।

14. श्वसन स्वास्थ्य 
खसखस में मौजूद जिंक की यहां अहम भूमिका देखी जा सकती है। यह श्वास नलिका (Respiratory Path) में सूजन और विषाक्त पदार्थों के खिलाफ साइटो प्रोटेक्टिव (Cytoprotective) के रूप में कार्य करता है। जिंक फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व माना जाता है, जो अस्थमा के इलाज में प्रभावी भूमिका निभा सकता है ।

15. कैंसर से रोकथाम
एक रिपोर्ट के अनुसार खसखस कार्सिनोजेन-डिटॉक्सिफाइंग एंजाइम की गतिविधि को 78 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है, जिसे ग्लूटाथिओन-एस-ट्रांसफरेज (जीएसटी) कहा जाता है। खसखस की यह गतिविधि कैंसर से रोकथाम का कार्य कर सकती है।

एक रिपोर्ट के अनुसार खसखस को कैंसर की पारंपरिक दवा के रूप में भी जाना गया है। रिपोर्ट बताती है कि खसखस को त्वचा, पेट, गर्भाशय व योनि के कैंसर जैसी स्थितियों के लिए कारगर दवा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है ।

16. थायराइड में लाभदायक
खसखस में सेलेनियम होता है, जो थायराइड फंक्शन को बेहतर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे हाइपो और हाइपर थायराइड के लक्षण समाप्त हो सकते हैं ।

17. मधुमेह 
मधुमेह से पीड़ित लोग खसखस का सेवन कर सकते हैं। यह फाइबर से समृद्ध होता है, जो टाइप 2 डायबिटीज पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है। हालांकि, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है ।

खसखस मैग्नीशियम से भी समृद्ध होता है । एक रिपोर्ट के अनुसार मैग्नीशियम की कमी से मधुमेह बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है। अध्ययन बताते हैं कि मैग्नीशियम की खुराक लेने से उन लोगों को मदद मिली है, जिन्हें मधुमेह है या जिन्हें इसका खतरा है ।

नोट – मैग्नीशियम की अत्यधिक खुराक से पेट में ऐंठन और डायरिया हो सकता है।

18 एनाल्जेसिक प्रभाव
खसखस का इस्तेमाल लंबे समय से एनाल्जेसिक (दर्द निवारक दवा) के रूप में किया जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पॉपी सिड्स की चाय दर्द को दूर करने काम करती है (26)।

आंतरिक स्वास्थ्य के लिए खसखस के फायदे जानने के बाद अब जान लेते हैं कि त्वचा के लिए खसखस कितना लाभकारी है।

त्वचा के लिए खसखस के फायदे –
आंतरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा के लिए भी खसखस के बहुत फायदे हैं। नीचे जानिए त्वचा के लिए पॉपी सिड्स किस प्रकार लाभदायक है-

19. एक्जिमा और सूजन
खसखस लिनोलिक एसिड से समृद्ध होता है, जो एक्जिमा और सूजन से निजात दिलाने में मदद कर सकता है । नीचे जानिए किस प्रकार करें खसखस का इस्तेमाल –

कैसे करें इस्तेमाल :

  •     दो-तीन चम्मच खसखस को तीन-चार घंटे पानी में भिगोकर रखें।
  •     बाद में आधा चम्मच नींबू के रस के साथ अच्छी तरह ग्रांइड कर पेस्ट बना लें।
  •     इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाएं।
  •     यह पेस्ट त्वचा की खुजली और दर्द से निजात दिलाने में मदद करेगा।
20. त्वचा को करता है साफ
त्वचा को साफ करने के लिए भी खसखस का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप खसखस के बीजों का स्क्रब इस्तेमाल में ला सकते हैं। नीचे जानिए कैसे बनाएं खसखस स्क्रब –

कैसे करें इस्तेमाल :

  •     दो चम्मच खसखस के बीजों को चार चम्मच दही में अच्छी तरह मिला लें।
  •     अब इस मिश्रण को चेहरे और गर्दन पर धीरे-धीरे रगड़ें।
  •     लगभग दस मिनट तक स्क्रबिंग करें और बाद में ठंडे पानी से चहरा धो लें।
21. करता है मॉइश्चराइज
खसखस से बना पेस्ट एक अच्छे मॉइस्चराइजर की तरह काम करता है, जिससे आपको एक चमकती और मुलायम त्वचा मिल सकती है। नीचे जानिए कैसे बनाएं खसखस से मॉइस्चराइजर :

कैसे करें इस्तेमाल :

  •     दो चम्मच खसखस को कप के एक चौथाई दूध के साथ अच्छी तरह ग्राइंड कर लें।
  •     ध्यान रहे कि पेस्ट के चिकना होने तक इसे ग्राइंड करें।
  •     अब इस पेस्ट को चेहरे पर दस मिनट के लिए लगाएं और बाद में ठंडे पानी से चेहरा धो लें।
त्वचा के लिए खसखस के लाभ जानने के बाद आगे जानिए खसखस बालों को किस प्रकार लाभ पहुंचाता है।

बालों के लिए खसखस के फायदे – 
सेहत और त्वचा के अलावा खसखस बालों के लिए भी फायदेमंद है। नीचे जानिए बालों के लिए किस प्रकार करें खसखस का प्रयोग :

22. बालों का विकास 
बालों के विकास में भी खसखस आपकी मदद कर सकता है। खसखस, विटामिन-ई से समृद्ध होता है, जो बाल झड़ने की समस्या से निजात दिला बालों के विकास में मदद करता है । बालोंं के लिए आप पॉपी सिड्स हेयर पैक बना सकते हैं। नीचे जानिए किस प्रकार बनाएं बालों के लिए खसखस का हेयर पैक :

कैसे करें इस्तेमाल :

  •     कप का एक चौथाई नारियल दूध लें और उसमें एक छोटा चम्मच प्याज का पेस्ट मिला दें।
  •     इसमें दो चम्मच खसखस डालें और कुछ घंटे भिगोकर रखें।
  •     अब इस मिश्रण को अच्छी तरह ब्लेंड कर लें।
  •     पेस्ट को स्कैल्प और बालों पर एक घंटे के लिए लगाएं और बाद में शैंपू से धो लें।
  •     बालों के विकास के लिए आप हफ्ते में दो-तीन बार इस प्रक्रिया को दोहरा सकते हैं।
23. रूसी से निजात
रूसी से निजात पाने के लिए भी आप खसखस का उपयोग कर सकते हैं। खसखस, विटामिन, मिनरल्स और प्रोटीन से समृद्ध होता है, जो बालों को स्वस्थ बनाने का काम करते हैं । रूसी से निजात पाने के लिए आप पॉपी सिड्स का इस प्रकार इस्तेमाल कर सकते हैं –

कैसे करें इस्तेमाल :

  • एक चम्मच भीगे हुए खसखस के बीज, दो चम्मच दही और आधा चम्मच सफेद मिर्च को अच्छी तरह ब्लेंड कर पेस्ट बना लें।
  • इस मिश्रण को आधे घंटे के लिए स्कैल्प पर लगाएं और फिर शैंपू कर लें।
  • अच्छे परिणाम के लिए आप हफ्ते में दो से तीन बार यह उपाय कर सकते हैं।
खसखस के पौष्टिक तत्व –
खसखस के फायदे जानने के बाद आगे जानिए इसमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में
पोषक तत्वमात्रा ( प्रति 100 ग्राम)
 जल (g)5.95
ऊर्जा (kcal)525
प्रोटीन (g)17.99
कुल फैट(g)41.56
कार्बोहाइड्रेट (g)28.13
फाइबर (g)19.5
कुल शुगर (g)2.99
मिनरल्स
कैल्शियम (mg)1438
आयरन (mg)9.76
मैग्नीशियम (mg)347
फास्फोरस (mg)870
पोटैशियम (mg)719
सोडियम (mg)26
 जिंक (mg)7.90
विटामिन
विटामिन सी (mg)1.0
थियामिन (mg)0.854
राइबोफ्लेविन (mg)0.100
नियासिन (mg)0.896
विटामिन बी – 6 (mg)0.247
फोलेट, भोजन (μg)82
 विटामिन बी -12 (μg)0.00
 विटामिन ए (μg RAE)0
 विटामिन ए (IU)0
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल), mg1.77
विटामिन डी (डी2 + डी3)0.0
विटामिन डी (IU)0
विटामिन K1 (फाइलोक्विनोन) (μg)0.0
लिपिड
फैटी एसिड कुल सैचुरेटेड  (g)4.517
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड (g)5.982
फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसैचुरेटेड (g)28.569
फैटी एसिड, कुल ट्रांस0.000
कोलेस्ट्रॉल (मिलीग्राम)0
खसखस का उपयोग – 
भारत के विभिन्न राज्यों में खसखस ​​का उपयोग व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। खसखस का उपयोग करने से पहले बीजों को अच्छी तरह देख लें, ताकि उसमें कोई कंकड़ न रह जाए। बीजों को कम से कम दो घंटे पानी या दूध में भिगोना चाहिए। इसके बाद उन्हें सूखने के लिए छोड़ दें।

आप निम्नलिखित तरीकों से खसखस को व्यंजन में शामिल कर सकते हैं :

  • अन्य मसालों के साथ ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए भीगे हुए खसखस का उपयोग किया जा सकता है।
  • टोस्टेड खसखस ​​का उपयोग ब्रेड, रोल्स, सब्जियों और सलाद की गार्निशिंग करने के लिए किया जा सकता है।
  • पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में सफेद खसखस (पोस्तो) ​​का इस्तेमाल कई तरह के व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है, जैसे आलू पोस्तो व पोस्तो बोड़ा आदि। आलू पोस्तो के लिए सफेद खसखस को पीसकर इस्तेमाल में लाया जाता है।
  • महाराष्ट्र में खसखस ​​का उपयोग एक विशेष प्रकार की मिठाई अनारकला बनाने के लिए किया जाता है।
  • आंध्र प्रदेश में सफेद खसखस ​​के पेस्ट का उपयोग एक मसाले के रूप में चिकन, मांस और सब्जियों को बनाने के लिए किया जाता है।
  • इसके अलावा, खसखस ​​का इस्तेमाल पेस्ट्री बनाने के लिए भी किया जाता है।

आप खसखस की इन रेसिपी को ट्राई कर सकते हैं :

1. खसखस की चाय 
सामग्री :

  • 250 ग्राम खसखस
  • तीन कप गर्म पानी
  • दो बड़े चम्मच नींबू का रस
  • दो लीटर की खाली बोतल (स्टील)

कैसे बनाएं :

  • खसखस को बोतल में डालें।
  • बोतल में गर्म पानी डालें और ऊपर से नींबू का रस मिलाएं।
  • बोतल को बंद करें और इसे लगभग 2 मिनट तक हिलाएं।
  • अब कप में चाय को छानें और आनंद लें।

2. खसखस ब्रेड 
सामग्री :

  • तीन कप आटा
  • डेढ़ चम्मच नमक
  • बेकिंग पाउडर का डेढ़ चम्मच
  • तीन बड़े चम्मच खसखस
  • 1 चम्मच मक्खन
  • कप का एक तिहाई वनस्पति तेल
  • तीन अंडे
  • एक कप दूध
  • ढाई कप चीनी
  • डेढ़ चम्मच वनीला रस
  • डेढ़ चम्मच बादाम का रस

कैसे बनाएं :

  • ओवन को 350o F पर प्रीहीट करें।
  • पैन के अंदर बटर लगाएं।
  • सभी सामग्रियों को पैन में डालकर मिलाएं और ओवन में रखें।
  • एक घंटे तक बेक करें। बीच-बीच में देखते रहें कि कहीं ब्रेड जल न जाएं।

नीचे जानिए कि खसखस को लंबे समय तक कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है।

खसखस का चयन और लंबे समय तक सुरक्षित रखना –
चयन : बाजार में आपको खसखस के कई प्रकार मिल जाएंगे। रंगों की बात करें, तो यह लाइट ग्रे, डार्क ग्रे, काले या नीले रंग में आपको मिलेंगे। इसका यूरोपीय प्रकार गहरे भूरे रंग का होता है, जबकि इसकी तुर्की किस्म तंबाकू के रंग की होती है। हमेशा अच्छी दुकान से साबुत बीजों वाला खसखस खरीदें। बीज छोटे और हल्के होने चाहिएं।

स्टोर : खसखस को एक एयरटाइट कंटेनर में ठंडी, सूखी व अंधेरी जगह पर रखें। इस प्रकार आप खसखस को 6 महीने तक स्टोर कर सकते है। इन बीजों को नमी से दूर रखें।

अब यह जान लेते हैं कि खसखस को औषधीय रूप में कैसे उपयोग किया जा सकता है।

क्या खसखस ​​के कोई औषधीय उपयोग हैं? – 
खसखस का उपयोग कई दवाइयों को बनाने में भी किया जाता है, जैसे :

  • बीज से निकाले गए कोडीन और मॉर्फिन का उपयोग दर्द निवारक के रूप में किया जाता है ।
  • खसखस के रस का उपयोग आयुर्वेद में त्वचा रोगों के इलाज के लिए भी किया जाता है।
  • खसखस के फायदे उपयोग और इसे स्टोर का तरीका जानने के बाद नीचे जानिए खसखस के नुकसान।

खसखस के नुकसान – 
इसमें कोई दो राय नहीं कि खसखस एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल शरीर की कई बीमारियों से निजात पाने के लिए किया जा सकता है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन निम्नलिखित स्वास्थ्य परेशानियों का कारण भी बन सकता है –

  • एलर्जी
  • कब्ज
  • मतली
  • सुस्ती

खसखस आपके लिए कितना लाभकारी हो सकता है, अब तक तो आप जान गए होंगे। लेख में बताई गईं शारीरिक परेशानियों के लिए आप इसका इस्तेमाल एक औषधि के रूप में कर सकते हैं। इसके नियमित उपयोग के दौरान बताए गए दुष्परिणाम नजर आने पर डॉक्टर से संपर्क करना न भूलें। इस लेख से आपको कितना फायदा हुआ, अपने अनुभव हमारे साथ जरूर साझा करें। अन्य जानकारी के लिए आप कमेंट बॉक्स में अपने सवाल भी पूछ सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :
खसखस की गुणवत्ता कब तक बनी रहती है?
अगर खसखस को एयरटाइट कंटेनर में बद कर रेफ्रिजरेटर में रखा जाए, तो इसकी गुणवत्ता 6 महीने तक बनी रह सकती है। बाहर रखने से इसकी शेल्फ लाइफ कम हो जाती है।

क्या बच्चे खसखस खा सकते हैं?
खसखस में अफीम का स्तर बच्चों में जटिलताओं का कारण बन सकता है। इसलिए, डॉक्टरी परामर्श पर ही बच्चों को इसका सेवन कराएं।

क्या खसखस से नशा हो सकता है?
हां, विशेष रूप से अफीम खसखस के सेवन से।

खसखस की जगह आप क्या उपयोग कर सकते हैं?
चिया बीज खसखस का अच्छा विकल्प हो सकता है।

क्या खसखस आपको ड्रग टेस्ट में फेल कर सकता है?
संभावनाएं हो सकती हैं, क्योंकि हेरोइन और खसखस एक ही स्रोत से प्राप्त होते हैं।

खसखस की आदर्श खुराक क्या है?
रोज करीब एक-दो चम्मच खसखस का सेवन किया जा सकता है। अगर आप बीमार हैं, तो उस स्थिति में कितना सेवन करना है, इस बारे में डॉक्टर बेहतर बता सकते हैं।

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