क्या आप ऐसे पक्षी के बारे में जानते हैं, जो कभी भी जमीन पर पैर नहीं रखता इस लेख में हम आपको एक ऐसे ही पक्षी के बारे में जानकारी दे रहे हैं। जो पक्षी आकाश में उड़ता है, पेड़ पर घोंसला बनाकर रहता है। इसके बावजूद हम उसे जमीन पर विचरण करते भी कई बार देखते हैं। लेकिन दुनिया में एक ऐसा अनोखा पक्षी भी है, जो सदा पेड़ों पर ही रहता है और जमीन पर कभी उतरता ही नहीं। वह पक्षी भारत में भी पाया जाता है और यह पक्षी महाराष्ट्र का राजकीय भी पक्षी है। आइये आज हम इस पक्षी के बारे में वितार से जानते हैं।
एक ऐसा पक्षी जो कभी जमीन पर पैर नहीं रखता
कभी जमीन पर पैर नहीं रखने वाले पक्षी का नाम ‘हरियल पक्षी’ (भ्ंतपलंस च्ंोीप) है। हरियल पक्षी कबूतर की तरह दिखने वाला एक पक्षी है। इसका रंग हल्का हरा-पीला कलर का होता है। रंग के कारणके वजह से ही इसे ‘हरियल पक्षी कहा जाता है। यह मुख्यतः भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाने वाला पक्षी है। यह ऊँचे-ऊँचे पेड़ों पर निवास करता है और कभी भी जमीन पर नहीं उतरता।
क्या आप जानते है कि क्यो हरियल पक्षी जमीन पर पैर नहीं रखता ?
हरियल पक्षी ऊँचे पेड़ों पर निवास करने वाला एक पक्षी है। इसका मुख्य आहार पेड़ों के पत्ते, फल आदि हैं, इसके अतिरिक्त फूलों की कलियाँ, छोटे पौधे के अंकुर, बीज, अनाज के दाने भी इसके आहार में शामिल है। ये पीपल से लेकर बड़, गूलर, अंजीर के पेड़ों के पत्ते खाता है। बेर, चिरौंजी जामुन के फल इसे बहुत पसंद होते हैं। इसको पानी की आवश्यकता पेड़ों के फल और पत्तियों पर जमी ओंस से पूरी हो जाती हैं। इसका आहार संबंधी समस्त आवश्यकतायें पेड़ों पर ही पूरी हो जाती हैं। स्वभाव से ये एक शर्मीला पक्षी होता है और इंसान को देखते ही यह चुप्पी साध लेता है। यह अपना घोंसले भी ऊँचे-ऊँचे पेड़ों की शाखाओं पर ही बनाते हैं। इस तरह समस्त यह पक्षी अपनी समत आवश्यकतायें पेड़ पर ही पूरी हो जाने के कारण यह जमीन पर कभी नहीं उतरता या ना के बराबर उतरता है।
आइये जाने हरियल पक्षी के बारे में प्रमुख महत्वपूर्ण जानकारी
हरियल पक्षी देखने में कैसा होता है?
हरियल पक्षी कबूतर की तरह दिखने वाला पक्षी है। इसका रंग हल्का हरा-पीला होता है। रंग के वजह से ही इसे ‘हरियल पक्षी’ कहा जाता है। इसके सिर के ऊपर हल्के नीले भूरे रंग के बाल होते हैं। इसका आकार 29 से.मी से 33 सेमी और वजन 225 ग्राम से 260 ग्राम तक लगभीग होता है। इसके पंखों का फैलाव 17 सेमी से 19 सेमी होता है। इसकी आँखों का रंग काला होता है। आँखों के आसपास लाल रंग की रिंग होती हैं। इसका पैर चमकीले पीले रंग के होते हैं। नर मादा देखने में एक जैसे होते हैं। बस नर की तुलना में मादा थोड़ी सुस्त्त होती है।
हरियल पक्षी कहाँ पाया जाता है?
हरियल पक्षी मुख्यतः भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाने वाला पक्षी है। यह पक्षी भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान, बर्मा, नेपाल, बांग्लादेश के अतिरिक्त कंबोडिया, चीन में भी पाया जाता है। भारत में यह उत्तरी-पश्चिम रेगिस्तानी क्षेत्र को छोड़कर संपूर्ण भारत में पाए जाते है। भारत में हिमालय से लेकर कन्या कुमारी तक और राजस्थान से लेकर पूर्व में असम तक पाए जाते हैं। यह महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी है। परन्तु यह उत्तर प्रदेश में बहुतायत मात्रा में पाया जाता है।
हरियल पक्षी खानपान क्या है ?
हरियल पक्षी पूर्णतः शाकाहारी होता है। यह कई प्रकार के फल खाता है। अनाज के दाने भी खाता है। कई प्रकार के फूलों की कलियाँ, छोटे पौधों के अंकुर और बीज खाना पसंद करता है। यह पके फल बड़े चाव से खता है। फल खाते समय कलाबाजियां भी करता है। पीपल से लेकर बड, गूलर, अंजीर के पेड़ों के पत्ते खता है। यह पक्षी बहुत खाऊ होता है और ठूस-ठूस कर खाता है। बेर, चिरौंजी जामुन के फल ज्यादा पसंद हैं।
हरियल पक्षी कहाँ रहते हैं ?
हरियल पक्षी सदाबहार जंगलों में रहते हैं। इन्हें ऊँचे-ऊँचे पेड़ों वाले जंगलों में रहना पसंद है। येइस पक्षी को पीपल या बरगद के पेड़ पर घोंसला बनाता हैं। यह पक्षी तिनकों और पत्तियों से अपना घोंसला बनाता है।
हरियल पक्षी के बारे में प्रमुख रोचक तथ्य
- हरियल पक्षी कबूतर परिवार का पक्षी है। यह कबूतर जैसा दिखता है हल्के हरे-पीले रंग का होने के कारण इसका नाम “हरियल पक्षी” पड़ गया।
- हरियल पक्षी को अंग्रेजी में ग्रीन पिजन (ळतममद च्मपहवद) यानी हरा कबूतर (भ्ंतं ज्ञंइववजंत) कहते हैं।
- यह ट्रेरन फौनीकॉपटेरा (ज्तमतवद च्ीमवदपबवचजमतं) प्रजाति का पक्षी है।
- हरियल पक्षी मुख्यतः भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाने वाला पक्षी है। यह भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, बर्मा, कंबोडिया, चीन में पाया जाता है।
- हरियल पक्षी महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी है। परन्तु यह उत्तर प्रदेश में बहुतायत में पाया जाता है।
- हरियल पक्षी का मांस नरम होता है इसके मांस के कारण ही इसका शिकार अधिक होता है।
- हरियल पक्षी विलुप्तप्राय जीवों की श्रेणी में शामिल है ।
- हरियल पक्षी की आवाज सीटी जैसी मधुर होती है।
- हरियल पक्षी की सबसे विशेष बात यहे है कि यह पक्षी कभी जमीन पर पैर नहीं रखता। यदि इसे कभी जमीन पर उतरना भी पड़े, तो ये अपने पैरों में लकड़ी का टुकड़ा लेकर उतरता है।
- हरियल पक्षी बहुत शर्मीला पक्षी है इंसान को देखते ही यह पक्षी चुप्पी साध लेता है।
- हरियल पक्षी का जीवनकाल 26 वर्ष होता है।
- हरियल पक्षी आजीवन एक ही साथी के साथ जीवन व्यतीत करे हैं।
- यह कबूतर की तरह सामाजिक पक्षी है और समूह में रहता है इनका छोटा समूह 5 से 10 पक्षियों का होता है यह समूह में उड़ान भरते हैं।
- नर हरियल पक्षी मादा को रिझाने के लिए अपने गर्दन की थैली फुला लेता है और नृत्य करता है।
- हरियल पक्षी का प्रजनन काल मार्च से जून तक होता है।
- मादा हरियल पक्षी एक बार में 1 या 2 अंडे देती है।
- हरियल पक्षी के अंडे चिकने और लीची के आकार के होते हैं. ये चमकीले सफेद रंग के होते हैं।
- हरियल पक्षी अंडों को 13 दिन तक सेते है।
- नर और मादा दोनों अंडों की देखभाल करते हैं।
- नर और मादा देखने में एक जैसे होते हैं, लेकिन नर की तुलना में मादा थोड़ी सुस्त होती है।
- इन्हें पतझड़ या सदाबहार जंगलों के पेड़ ज्यादा पसंद होते हैं यह पक्षी अपना सारा जीवन पेड़ पर बिता देते हैं।
- यह पक्षी जमीन पर नहीं या बहुत कम उतरते हैं ऊँचे पेड़ों या स्थानों पर बैठते हैं।
- यह पक्षी पानी पीने के लिए भी जमीन पर नहीं उतरता है। यह पक्षी फलों और पत्तियों पर जमी ओंस से ही अपनी प्यास बुझा लेता है।
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