गोण्डा लाइव न्यूज एक प्रोफेशनल वेब मीडिया है। जो समाज में घटित किसी भी घटना-दुघर्टना "✿" समसामायिक घटना"✿" राजनैतिक घटनाक्रम "✿" भ्रष्ट्राचार "✿" सामाजिक समस्या "✿" खोजी खबरे "✿" संपादकीय "✿" ब्लाग "✿" सामाजिक "✿" हास्य "✿" व्यंग "✿" लेख "✿" खेल "✿" मनोरंजन "✿" स्वास्थ्य "✿" शिक्षा एंव किसान जागरूकता सम्बन्धित लेख आदि से सम्बन्धित खबरे ही निःशुल्क प्रकाशित करती है। एवं राजनैतिक , समाजसेवी , निजी खबरे आदि जैसी खबरो का एक निश्चित शुल्क भुगतान के उपरान्त ही खबरो का प्रकाशन किया जाता है। पोर्टल हिंदी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशों में हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है और भारत में उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद में स्थित है। पोर्टल का फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाना है और आम लोगों की आवाज बनना है जो अपने अधिकारों से वंचित हैं। यदि आप अपना नाम पत्रकारिता के क्षेत्र में देश-दुनिया में विश्व स्तर पर ख्याति स्थापित करना चाहते है। अपने अन्दर की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर एक नई पहचान देना चाहते है। तो ऐसे में आप आज से ही नही बल्कि अभी से ही बनिये गोण्डा लाइव न्यूज के एक सशक्त सहयोगी। अपने आस-पास घटित होने वाले किसी भी प्रकार की घटनाक्रम पर रखे पैनी नजर। और उसे झट लिख भेजिए गोण्डा लाइव न्यूज के Email-gondalivenews@gmail.com पर या दूरभाष-8303799009 -पर सम्पर्क करें।

जाने नवजात शिशु के आंखों से पानी आने की समस्या से कैसे पाएं निजात

Image SEO Friendly

नवजात शिशु के जन्म लेते ही घरवाले उसको दूसरों की बुरी नजर से बचाने लगते हैं क्योकि नवजात की हटखेलिया लोगो के दिलों को मोहित करती हैं। इसके लिए बच्चों बच्चों को काला टिका या आखों में काजल लगाया जाता है। कई बार देखा गया है की नवजात  शिशुओं  के आखों में कीचड़ तथा पानी आने की समस्या  बच्चे के घरवालों के लिए दुखदाई हो जाती है। ऐसे में माँ तथा घरवालों को  बच्चे की कजरारी आँखों की देखभाल की जानकारी होना बहुत  ज़रूरी  होता है और साथ में यह भी जानकारी होना आवश्यक होता है कि बच्चों के आँख से आसूं या कीचड़ क्यों आता है।

आइये आँख की अश्रु संरचना  को जानें :  प्रतेक व्यक्ति की आँख में अंदर की तरफ़ आंसू की एक नली होती है। जो कि आँख के अंदर के हिस्से से शुरु होकर नाक के नीचे के हिस्से में खुलती है, इसे नेजोलेक्रॉईमल डक्ट के नाम से जाना जाता है। व्यक्ति की आँखों में आँसू लगातार बनते रहते हैं। जो आँखों की नली के माध्यम से नाक के नीचे के हिस्से से होते हुए गले में लगातार जाते रहते हैं। जिसकी वजह से आँसू आँख से नहीं घिरते हैं। जब आँख की नली किसी वजह से  बंद हो जाती है, तव  ऐसे अवस्था में  आँखों में पानी भरने लगता है और आँसू  आँख से बाहर निकलने लगते हैं।

आँखों में पानी आने का कारण : लगभग 30% नवजात बच्चों में  अश्रु नली जन्म के समय बंद  पाई जाती है। ऐसा आँख की नली के नीचे के हिस्से में  एक झिल्ली  के पाए जाने के कारण होता है कई बार  ऐसा आँसू की नली में एपिथिलियल कोशिकाओं के  जमाव  के कारण भी ऐसा होता है। नवजात बच्चे में इस स्थिति को कंजेनाइटल डेक्रायोसिस्टाइटिस के नाम से जानते  हैं। अश्रु नली बंद होने पर  बच्चे की आंख से लगातार पानी गिरता रहता है, जिससे आंख में इन्फेक्शन की सम्भावना बढ़ जाती है और आंख चिपकने लगती है। ऐसी अवस्था में कंजंक्टिवाइटिस बीमारी जल्दी-जल्दी होने लगती है। आखों में लगातार पानी आने से अश्रु नली में लगातार आँसू भरने  के कारण उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते है। जिससे आँख में संक्रमण होने की आशंका बढ़ जाती है।

उपचार : नवजात शिशुओं में टियर ग्लैंड पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता है। जिसकी वजह से उनके आखों से कीचड़ या पानी आना बिल्कुल ही नार्मल होता है। ऐसे  में बच्चे के आखों और नाक  के बीच में थोड़ी- थोड़ी देर के लिए मसाज करने से इस समस्या को काफी हद कम किया जा सकता है।

No comments:

Post a Comment

कमेन्ट पालिसी
नोट-अपने वास्तविक नाम व सम्बन्धित आर्टिकल से रिलेटेड कमेन्ट ही करे। नाइस,थैक्स,अवेसम जैसे शार्ट कमेन्ट का प्रयोग न करे। कमेन्ट सेक्शन में किसी भी प्रकार का लिंक डालने की कोशिश ना करे। कमेन्ट बॉक्स में किसी भी प्रकार के अभद्र भाषा का प्रयोग न करे । यदि आप कमेन्ट पालिसी के नियमो का प्रयोग नही करेगें तो ऐसे में आपका कमेन्ट स्पैम समझ कर डिलेट कर दिया जायेगा।

अस्वीकरण ( Disclaimer )
गोण्डा न्यूज लाइव एक हिंदी समुदाय है जहाँ आप ऑनलाइन समाचार, विभिन्न लेख, इतिहास, भूगोल, गणित, विज्ञान, हिन्दी साहित्य, सामान्य ज्ञान, ज्ञान विज्ञानं, अविष्कार , धर्म, फिटनेस, नारी ब्यूटी , नारी सेहत ,स्वास्थ्य ,शिक्षा ,18 + ,कृषि ,व्यापार, ब्लॉगटिप्स, सोशल टिप्स, योग, आयुर्वेद, अमर बलिदानी , फूड रेसिपी , वाद्ययंत्र-संगीत आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी केवल पाठकगणो की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दिया गया है। ऐसे में हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी सलाह,उपाय , उपयोग , को आजमाने से पहले एक बार अपने विषय विशेषज्ञ से अवश्य सम्पर्क करे। विभिन्न विषयो से सम्बन्धित ब्लाग/वेबसाइट का एक मात्र उद्देश आपको आपके स्वास्थ्य सहित विभिन्न विषयो के प्रति जागरूक करना और विभिन्न विषयो से जुडी जानकारी उपलब्ध कराना है। आपके विषय विशेषज्ञ को आपके सेहत व् ज्ञान के बारे में बेहतर जानकारी होती है और उनके सलाह का कोई अन्य विकल्प नही। गोण्डा लाइव न्यूज़ किसी भी त्रुटि, चूक या मिथ्या निरूपण के लिए जिम्मेदार नहीं है। आपके द्वारा इस साइट का उपयोग यह दर्शाता है कि आप उपयोग की शर्तों से बंधे होने के लिए सहमत हैं।

”go"