वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी, ‘एक अनार, सौ बीमार’। हम बता दें कि यह सिर्फ कहावत भर नहीं है। वास्तव में एक अनार कई बीमारियों से बचाने में सक्षम है। यह न सिर्फ कैंसर व ह्रदय से जुड़ी बीमारियों को होने से रोक सकता है, बल्कि त्वचा की सुंदरता बढ़ाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। मिठास और रस से भरे इसके लाल दानों में कई विटामिन्स और मिनरल्स छुपे हैं। अनार खाने के फायदे के बारे में हम विस्तार से इस आर्टिकल में बताएंगे। हालांकि, अनार स्वस्थ रहने में मदद जरूर करता है, लेकिन किसी गंभीर बीमार का इलाज नहीं कर सकता है। हां, यह बीमारी के कुछ लक्षणों और उससे उबरने में मदद जरूर कर सकता है। अब हम ज्यादा कुछ न कहते हुए, सीधा मुद्दे पर आते हैं।
अनार के फायदे –
अनार कई पौष्टिक गुणों से भरपूर बेहतरीन फल है। इसमें बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने के साथ-साथ कील-मुंहासों तक को ठीक करने की क्षमता है। इसका निश्चित मात्रा में रस पीने से चेहरे पर निखार आता है। साथ ही इसके प्रयोग से बालों को भी कई प्रकार से लाभ होता है।
सेहत के लिए अनार के फायदे –
1. ह्रदय
अनार में एंटीऑक्सीडेंट गुण पर्याप्त मात्रा में होता है। यही कारण है कि इसे ह्रदय की सेहत के लिए अच्छा माना गया है। अनार के सेवन से अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और हानिकारक ऑक्सीडाइज लिपिट का असर कम होने लगता है। इसके चलते एथेरोस्क्लेरोसिस होने की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है। धमिनयों में वसा व कोलेस्ट्रॉल के जमा होने पर एथेरोस्क्लेरोसिस नामक बीमारी होती है।
यह गुणकारी फल सीरम कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कुछ हद तक कम कर सकता है एक अन्य अध्ययन में भी पुष्टि की गई है कि अनार के सेवन से तनाव में कमी आ सकती है और कोशिकाओं को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं होती। साथ ही ब्लॉक हो चुकी धमिनयों को भी खोलने में आसानी हो सकती है । अनार के बीज भी कम गुणकारी नहीं हैं। ये न सिर्फ रक्तचाप को सामान्य करते हैं, बल्कि ह्रदय की कोशिकाओं में आई सूजन को भी कुछ हद तक कम कर सकते हैं। ध्यान रहे कि अगर कोई गंभीर रूप से ह्रदय रोग से पीड़ित है, तो उसे डॉक्टर से इलाज जरूर करवाना चाहिए। साथ ही घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए।
2. मधुमेह
कई वैज्ञानिक शोधों में इस बात की पुष्टि की गई है कि अनार में पाए जाने वाले शुगर से डायबिटीज होने की आशंका कम होती है। इतना ही नहीं डायबिटीज के कारण होने वाले एथेरोस्क्लेरोसिस की आशंका से भी बचा जा सकता है। अनार में एलाजिक, गैलिक और ओर्सोलिक एसिड जैसे यौगिक होते हैं, जिनमें एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं। वहीं, अनार के बीज में पाई जाने वाली शुगर में एंटीऑक्सीडेंट पॉलीफेनॉल्स गुण होता है, जो टाइप-2 डायबिटीज जैसी आशंका से बचाने के लिए शरीर को तैयार करता है ।
3. कैंसर
ह्रदय रोग व मधुमेह के बाद बारी आती है कैंसर की। इस जानलेवा बीमारी से बचने में भी अनार काफी हद तक कारगर है। अनार पर हुए कई शोधों में पाया गया है कि इसके बीजों में एंटीकैंसर गुण होता है। इस गुण के कारण ही अनार शरीर में एलेगिटैनिंस नामक जरूरी यौगिक के प्रभाव को बढ़ाता है, जो कैंसर कोशिकाओं को पनपने ही नहीं देता है। साथ ही यह स्किन कैंसर से भी रक्षा करता है ।
पेट व लंग कैंसर के मामले में भी अनार के बीज लाभकारी साबित हो सकते हैं, क्योंकि इनमें कीमोथेरेपी जैसे गुण पाए गए हैं । इसके अलावा, शरीर में किसी भी तरह का ट्यूमर पनपने पर अगर अनार के रस का सेवन किया जाए, तो ट्यूमर तक होने वाली ब्लड की सप्लाई बंद हो सकती है। इससे ट्यूमर का आकार धीरे-धीरे कम होने लगता है । ध्यान रहे कि कैंसर घातक बीमारी है। अगर कोई मरीज इसकी चपेट में है, तो उसे डॉक्टर से पूरा इलाज करवाना चाहिए। सिर्फ घरेलू उपचार के भरोसे रहना सही निर्णय नहीं है।
4. पाचन तंत्र
अनार के दानों को विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स का मुख्य स्रोत माना गया है। इस खूबी के कारण ही अनार आपके पाचन तंत्र के लिए बेहतरीन फल है। विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स शरीर में मौजूद वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलने का काम करता है। अनार में फाइबर व अन्य जरूरी पोषक तत्व भी होते हैं, जो अच्छे पाचन तंत्र के लिए जरूरी हैं। अगर अनार का सेवन तय मात्रा में किया जाए, तो कब्ज जैसी समस्या से राहत मिल सकती है। इसके अलावा, अनार में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी है, जो अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में आई समस्या को ठीक करने में मदद कर सकता है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट मानव शरीर में पाचन तंत्र का अहम हिस्सा है । इन तमाम वैज्ञानिक प्रमाण के बावजूद अभी स्पष्ट तौर पर यह कहना मुश्किल है कि अनार पाचन तंत्र के लिए किसी प्रकार फायदेमंद है। इस संबंध में अभी और शोध किए जाने की जरूरत है।
ध्यान रहे कि अनार को एसिडिक खाद्य पदार्थों की श्रेणी में रखा गया है, जिस कारण छाती में जलन, एसिडिटी और मुंह व पेट में अल्सर जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए, अनार का सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
5. रोग प्रतिरोधक क्षमता
अनार के दानों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल व एंटीवायरल गुण रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर कर सकते हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) ने इस संबंध में एक शोध को प्रकाशित किया है। इस रिसर्च में बताया गया है कि अनार के दाने इन्हीं गुणों के कारण विभिन्न तरह के बैक्टीरिया व वायरस से लड़ सकते हैं । इसलिए, अनार कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के कारण होने वाली अन्य बीमारियों से बचाने में भी मदद कर सकता है।
6. गर्भावस्था
प्रत्येक महिला के लिए गर्भावस्था काल को संवेदनशील माना गया है। इस दौरान, जरा-सी लापरवाही मां और शिशु दोनों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान अनार का सेवन करना गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह प्लेसेंटा (अपरा) को होने वाली क्षति की आशंका को कम कर सकता है। अनार में एंटीऑक्सीडेंट गुण होता है, जो गर्भावस्था के दौरान प्लेसेंटा (अपरा) की रक्षा कर सकता है । साथ ही अनार में फोलेट भी होता है, जो गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है ।
गर्भावस्था की पहली तिमाही में अनार के सेवन से शिशु का स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है। इसके अलावा, अनार डिलीवरी के बाद भी काफी काम का होता है । ऐसा माना जाता है कि यह ब्रेस्ट मिल्क के उत्पादन को बढ़ा सकता है। इतने वैज्ञानिक प्रमाण के बावजूद हम यही कहेंगे कि गर्भावस्था में अनार का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।
7. मासिक धर्म
कुछ वैज्ञानिक शोधों में माना गया है कि जो महिलाएं अनार का सेवन करती हैं, उन्हें मासिक धर्म के दौरान होने वाली विभिन्न परेशानियों से राहत मिल सकती है। साथ ही गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं को भी कुछ हद तक दूर किया जा सकता है ।
इसके अलावा, अनार फाइबर का मुख्य स्रोत है, जिस कारण यह यीस्ट इंफेक्शन को भी ठीक कर सकता है। यह फंगस को जड़ से खत्म कर अच्छे बैक्टीरिया को पनपने का मौका देता है। वहीं, पीरियड्स के चलते अक्सर महिलाओं को एनीमिया की समस्या हो जाती है। ऐसे में आयरन से भरपूर अनार उन्हें इस परेशानी से उबरने में मदद करता है। आयुर्वेद में भी अनार की इस खूबी का वर्णन किया गया है ।
8. मजबूत हड्डियां
अगर कोई हड्डियों व जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो आज से अनार का सेवन करना शुरू कर दें। अनार के दानों में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो अर्थराइटिस जैसी बीमारी में फायदेमंद साबित हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर एक रिसर्च पेपर के आधार पर पुष्टि करती है कि अनार के सेवन से जोड़ों में दर्द और सूजन में कमी आ सकती है। साथ ही गठिया रोग का कारण बनने वाले एंजाइम भी नष्ट हो सकते हैं ।
9. रक्तचाप
जैसा कि पहले भी बताया गया है कि अनार में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इस लिहाज से रक्तचाप को नियंत्रित रखने में अनार फायदेमंद साबित हो सकता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को शरीर से खत्म कर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बनाने में मदद करता है और धमनियों में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आने देता। यही कारण है कि डॉक्टर भी बेहतर रक्तचाप के लिए प्रतिदिन एक गिलास अनार का जूस पीने की सलाह देते हैं ।
10. एंटीइंफ्लेमेटरी
अक्सर ऐसा होता है कि शरीर में फ्री रेडिकल्स यानी मुक्त कण बनने लगते हैं, जो स्वास्थ्य को कई प्रकार से प्रभावित करते हैं। इन फ्री रेडिकल्स के कारण शरीर में जगह-जगह सूजन और ऑक्सीडेटिव डैमेज का खतरा भी रहता है। ऐसे में अगर अनार का सेवन किया जाए, तो फ्री रेडिकल्स शरीर से बाहर निकल सकते हैं। साथ ही इंफ्लेमेशन के कारण होने वाली परेशानियों से भी बचा जा सकता है ।
11. वजन घटाना
आपको शायद यह जानकर हैरानी हो सकती है कि अनार का उपयोग वजन घटाने के लिए भी किया जा सकता है। अनार में कुछ मात्रा फाइबर की होती है, यही कारण है कि यह मोटापा घटाने में आपकी मदद कर सकता है। वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि अनार के दानों और उसकी पत्तियों में वसा को कम करने के गुण होते हैं।
फिलहाल, इस संबंध में रिसर्च सिर्फ जानवरों पर की गई है। इसलिए, स्पष्ट तौर पर यह कहना मुश्किल है कि वजन कम करने में अनार के जो सकारात्मक असर जानवरों पर नजर आए हैं, वो मनुष्यों पर प्रभावी हैं या नहीं। ऐसे में अगर कोई वजन कम करने के लिए अनार का सेवन करने के बारे में सोच रहा है, तो पहले एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करे।
12. किडनी में पथरी
कुछ लोगों को किडनी में पथरी होने की शिकायत होती है। अगर जो कोई भी इस समस्या से जूझ रहा है, तो एक बार डॉक्टर की सलाह पर अनार का सेवन करके देखें। अनार खाने से किडनी की कार्यप्रणाली बेहतर हो सकती है और पथरी व विषैले जीवाणु शरीर से बाहर निकल सकते हैं। साथ ही मूत्र में एसिडिटी का स्तर भी कम हो सकता है। यहांं हम डॉक्टर से सलाह लेने के बारे में इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि किडनी में पथरी होना कुछ लोगों के लिए गंभीर समस्या हो सकती है। ऐसे में कोई चीज खाने या घरेलू उपचार का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
अनार एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जिस कारण यह मूत्राशय की दीवार पर बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है। साथ ही यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने की आशंका को भी कम करता है। इसके अलावा, अनार में विटामिन-सी होता है, जो प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करता है, जिससे किसी भी प्रकार के संक्रमण से लड़ने में मदद मिल सकती है ।
13. फैटी लिवर
अनार के सेवन से शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन में कमी आ सकती है। परिणामस्वरूप लिवर में जमा हुए अतिरिक्त फैट को कम करने में मदद मिल सकती है। यकीन मानिए, प्रतिदिन अनार के सेवन से अल्कोहल का सेवन न करने वालों में फैटी लिवर की समस्या कम हो सकती है । साथ ही पीलिया होने पर भी अनार लिवर की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में मदद कर सकता है ।
फैटी लिवर के संबंध में भी अभी तक सभी रिसर्च चूहों पर की गई है। इंसानों पर अनार के प्रभाव का पता लगाना बाकी है। इसलिए, तमाम वैज्ञानिक प्रमाण के बावजूद यह कहना मुश्किल है कि फैटी लिवर से जूझ रहे मरीजों के लिए अनार लाभदायक साबित हो सकता है या नहीं। इसलिए, अगर कोई मरीज अनार खाने के बारे में सोच रहा है, तो एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर करे।
बालों के लिए अनार के फायदे –
अनार का एंटीऑक्सीडेंट गुण सिर में मौजूद हेयर फॉलिकल्स को बेहतर कर सकता है और स्कैल्प में रक्त संचार को संतुलित कर सकता है। उलझे, रूखे और बेजान बालों के लिए अनार के बीज का तेल बेहतरीन प्राकृतिक उपचार है।
- बालों को झड़ने से रोकने के लिए अनार के जूस का सेवन किया जा सकता है।
- जिस प्रकार अनार त्वचा को नमी प्रदान करता है, उसी प्रकार यह बालों को भी पर्याप्त नमी दे सकता है।
- अनार बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में भी मदद कर सकता है।
- अनार के प्रयोग से बालों को जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स मिल सकते हैं।
- उलझे व रूखे बालों के लिए अनार के तेल से मालिश करना लाभदायक हो सकता है। इससे न सिर्फ बालों को पर्याप्त मॉइस्चराइजर मिलेगा, बल्कि बालों की कंडिशनिंग भी होगी।
- आप अनार से हेयर मास्क भी बना सकते हैं। आप एक कप योगर्ट और अनार के दानों को पीसकर पेस्ट बना लें और फिर इसमें एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर बालों पर लगाएं। इससे बाल न सिर्फ जड़ों से मजबूत होंगे, बल्कि उनमें चमक भी आएगी।
- अनार खाने के फायदे जानने के बाद आर्टिकल के इस भाग में हम बता रहे हैं कि अनार में किस पोषक तत्व की मात्रा कितनी होती है।
अनार के पौष्टिक तत्व –
प्रति 100 ग्राम अनार में पोषक तत्व निम्न प्रकार से हैं:
अनार का उपयोग –
यह आप पर निर्भर करता है कि आपको अनार का सेवन करना किस प्रकार से अच्छा लगता है। यहां हम अनार का सेवन करने के कुछ आम तरीके बता रहे हैं :
- आप अनार का जूस निकालकर इसे पी सकते हैं।
- फलों के सलाद में अनार के दानों को मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।
- अगर आप घर में कस्टर्ड, केक या आइस्क्रीम बनाते हैं, तो उसमें अनार के दाने डाल सकते हैं। इससे व्यंजन का स्वाद और बढ़ जाएगा।
- ऐसा माना जाता है कि अनार का सेवन सुबह करना चाहिए। इससे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।
- आर्टिकल के अंतिम भाग में हम यह बता रहे हैं कि अनार खाने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
अनार के नुकसान –
- जिस प्रकार हर चीज के फायदे होते हैं, उसी प्रकार नुकसान भी हैं। ध्यान रहे कि कुछ विशेष परिस्थितियों में ही अनार का सेवन हानिकारक साबित हो सकता है, जिस बारे में हम यहां बता रहे हैं। अनार के दुष्प्रभाव के संबंध में कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है, इसलिए हम आम धारणा के अनुसार इससे होने वाली हानियों के बारे में बता रहे हैं।
- जिन्हें खांसी या इंफ्लुएंजा है, उन्हें अनार नहीं देना चाहिए।
- कुछ लोगों को अनार खाने से एलर्जी हो सकती है। ऐसे लोगों को अनार के सेवन से शरीर पर रैशेज, चेहरे पर सूजन, सांस लेने में कठिनाई आदि समस्या हो सकती है।
- अनार में अधिक मात्रा में कैलोरी होती है। अगर आप कम कैलोरी वाली डाइट ले रहे हैं, तो अनार का सेवन न करें।
- अधिक मात्रा में अनार खाने से पेट में गैस बन सकती है।
- कुछ दवाइयां ऐसी होती हैं, जिनके साथ अनार का सेवन करने से नुकसान हो सकता है।
अगर कोई रक्तचाप की दवा ले रहा हैं, तो अनार का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर पूछ लें। कम रक्तचाप वालों को अनार का जूस पीने से बचना चाहिए, क्योंकि इसे पीने से रक्तचाप और कम हो सकता है। यह तो आप जान ही गए होंगे कि अनार गुणों का खजाना है। यह हर लिहाज से स्वास्थ्यवर्धक है। अगर इसका सेवन तय मात्रा में किया जाए, तो यह लाभकारी साबित हो सकता है। अनार के फायदे जानने के बाद आप भी इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। साथ ही हम एक बार फिर स्पष्ट कर दें कि स्वस्थ रहने के लिए अनार का सेवन करना सही निर्णय है। वहीं, अनार के प्रयोग से किसी भी बीमारी को ठीक नहीं किया जा सकता। उसके लिए डॉक्टरी इलाज ही सबसे बेहतर है। अनार के सेवन से आपको किस प्रकार लाभ हुआ, इस बारे में नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हमें जरूर बताएं।
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